संवाददाता : चंडीगढ़ पंजाब
कोरोना महामारी ने पूरे विश्व भर मैं अपने पैर पसार लिए है, जिससे कोई भी देश अछूता नहीं रहा। जहा एक तरफ कोरोना महामारी से भारत मैं मरीजों की संख्या बड़ी वही प्रधानमंत्री द्वारा 22 मार्च से लगातार 4 चरणों मैं लॉक डाउन की घोषणा की,जिसका सीधा असर कारोबार पर भी पड़ा।
पंजाब मैं लॉक डाउन के चौथे चरण में जिलाधीश वरिंदर शर्मा ने दफ्तरों में काम काज के लिए कुछ छूट दी है। इमीग्रेशन कारोबार भी पिछले दो महीनो से बंद पड़ा है, जिसको देखते हुए एसोसिएशन ऑफ़ कंसल्टेंट्स फॉर ओवरसीज स्टडीज यानि ACOS के प्रतिनिधियों की एक विशेष बैठक प्रधान जसपाल सिंह और जनरल सेक्टरी दविंदर कुमार के नेत्र्तव में हुई।
जिसमे कई मुद्दों पैर विचार चर्चा की गई,इस मीटिंग दौरान बिल्डिंग मलिको से अपील की गई की लॉक डाउन दे दौरान इमीग्रेशन के दफ्तर बंद रहे है। इस लिए महिनावारी किराये में कुछ छूट दी जाये। ताकि इमीग्रेशन का काम करने वाले उनके मेंबर्स को सपोर्ट की जा सके।
प्रधान जसपाल सिंह ने कहा की इस महामारी के कारन पूरे देश की अर्थवय्वस्था पर प्रभाव पड़ा है,उन्होंने कहा की वो अपने काम को लेकर वचनबद्ध है और जैसे ही हालात समान्य होंगे उसके एसोसिएशन के मेंबर्स बिल्डिंग मलिको को पूरा किराया देंगे ,उन्होंने कहा की मानवता के आधार पर सबको एक दूसरे का साथ देना चाहिए।