शुक्रवार, 10 जुलाई 2020

तालाबों के जीर्णोद्धार व जलशोधन के लिए भी 1000 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता मिलेगी...

संवाददाता चंडीगढ़ हरियाणा 


जल संरक्षण की दिशा में हरियाणा राज्य की महत्वपूर्ण परियोजना ‘मेरा पानी-मेरी विरासत’ के अंतर्गत फसलों के विविधीकरण को विस्तार देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा हरियाणा को 500 करोड़ रुपए तथा तालाबों के जीर्णोद्धार व जलशोधन के लिए भी 1000 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता मिलेगी।


हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नई दिल्ली में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ बैठक कर हरियाणा की विभिन्न जल संरक्षण परियोजनाओं के विस्तार व प्रगति के संदर्भ में विचार-विमर्श किया। बैठक के उपरांत नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने उक्त जानकारी देते हुए कहा कि केंद्र ने हरियाणा की विभिन्न जल संरक्षण परियोजनाओं की प्रशंसा की है और परियोजनाओं के सफल क्रियान्वयन की दिशा में केंद्र सरकार पर्याप्त आर्थिक सहयोग करेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने हरियाणा की विभिन्न जल संरक्षण परियोजनाओं की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी चर्चा की है।



उन्होंने बताया कि मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के अंतर्गत धान की फसल के स्थान पर कम जल के उपयोग वाली अन्य फसलों की कृषि के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत निर्धारित किए गए एक लाख हेक्टेयर  क्षेत्र के लक्ष्य से भी अधिक क्षेत्र में धान की अपेक्षा अन्य फसलों की कृषि की योजना क्रियान्वित की जा रही है। इस योजना के तहत फसलों के विविधीकरण के विस्तार के लिए हरियाणा को केंद्र सरकार से 500 करोड़ रुपए की सहायता मिलेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत वर्ष 2022 तक प्रदेश के प्रत्येक घर में नल से शुद्ध जल आपूर्ति करने की योजना के तहत हरियाणा में हुई प्रगति की भी केंद्र सरकार ने प्रशंसा की है। इसी वर्ष 15 अगस्त को हरियाणा के 1000 गांवों में यह योजना शुरू होगी।


मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत तालाबों के जीर्णोद्धार व जल शोधन के लिए केंद्र सरकार द्वारा हरियाणा को मैचिंग ग्रांट के रूप में 1000 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के 14000 तालाबों के जीर्णोद्धार की योजना को भी योजनाबद्ध रूप से क्रियान्वित किया जा रहा है। वर्तमान में महाग्राम योजना में शामिल क्षेत्रों के 20 तालाबों में यह कार्य प्रगति पर है। तालाबों के जल को जैविक विधि से शुद्ध करने की योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा हरियाणा में सोनीपत जिला के जुआं गांव के तालाब के लिए पायलेट प्रोजेक्ट आरंभ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अटल भूजल योजना के अंतर्गत हरियाणा प्रदेश में गिरते भूजल को नियंत्रित करने के लिए 1000 वाटर रीचार्ज  वेल स्थापित किए जाएंगे।


मुख्यमंत्री ने कहा कि रिवर यमुना मॉनीटिरंग कमेटी द्वारा यमुना नदी में 50 क्यूमेक जल प्रवाहित करने की अनुशंसा पर हरियाणा ने जल शक्ति मंत्रालय के समक्ष तर्क संगत रूप से अपनी बात रखी कि हरियाणा के लिए यमुना में 50 कयूमेक जल प्रवाहित किया जाना साध्य नहीं है और केंद्र ने हरियाण के इस तर्क को सही बताया है।


इस मौके पर हरियाणा के सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह भी मौजूद रहे।