संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए बनाए जा रहे रोड मैप की प्रदेश में जो तैयारियाँ की जा रही हैं, उनमें 7 से 11अगस्त तक हो रहे वेबीनार मील का पत्थर सिद्ध होंगे। नीति आयोग के निर्देशन में मध्यप्रदेश में अधोसंरचना, रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा, अर्थव्यवस्था और सुशासन के संबंध में विषय विशेषज्ञों, वरिष्ठ अधिकारियों, आर्थिक क्षेत्र के विद्वानों के विचार और सुझाव प्राप्त कर एक रोड मैप बनाने के लिए प्रत्येक वेबीनार में युवाओं को भी जोड़ा जाए।
इसके साथ ही कलेक्टर्स कमिश्नर जैसे मैदानी अधिकारी और राजधानी में पदस्थ वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, मंत्रीगण अपने अनुभवों से व्यावहारिक सुझाव प्रस्तुत करें। तैयार रोड मैप से आम जनता को अवगत करवाया जाएगा। आगामी तीन वर्ष में रोड मैप का क्रियान्वयन किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान चिरायु हास्पिटल से वीडियो कान्फ्रेंस द्वारा मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान 7 अगस्त को वेबीनार का शुभारंभ करेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश में क्रियान्वित किए जाने वाले रोड मैप के संबंध में चार दिन आयोजित हो रहे वेबीनार की तैयारियों संबंध में अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, एस.एन. मिश्रा, डॉ राजेश राजौरा और आईसीपी केसरी से भी चर्चा की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अलग-अलग समूह में हो रही चर्चा के लिए निर्धारित बिन्दु, विशेषज्ञों को भागीदारी के लिए आमंत्रण, क्रियान्वयन के लिए रोड मैप तैयार किए जाने के पूर्व आवश्यक विषयों के समावेश के लिए कार्यों को व्यवस्थित रूप से पूर्ण किया जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वेबीनार में चर्चा सारगर्भित हो, लोक सेवा प्रबंधन विभाग की पूर्ण सहभागिता हो और सुशासन संस्थान द्वारा निर्धारित बिन्दुओं के अनुरूप वेबीनार के विभिन्न सत्रों को संपन्न किया जाए।
मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने बताया कि वेबीनार की तैयारियाँ लगभग पूर्ण हो गई हैं। आमंत्रित प्रतिनिधियों को विधिवत आमंत्रण भेजने का कार्य किया गया है। नीति आयोग के परामर्श के अनुसार सत्रों के आयोजन की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जा रहा है। प्रयास यह है कि भोपाल और इन्दौर स्थित राष्ट्रीय संस्थानों के प्रतिनिधि भी वेबीनार में शामिल हों। प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री मनीष रस्तोगी ने बताया कि भारतीय प्रबंध संस्थान बेंगलूरु और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रतिनिधियों की हिस्सेदारी के प्रयास किए गए हैं।
आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोड मैप के लिए हो रहे वेबीनार के प्रभारी चार अपर मुख्य सचिवों ने सेक्टर वाइज अब तक किए गए कार्य और प्राप्त सुझावों की संक्षेप में जानकारी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान की प्राथमिकताओं के साथ ही पूर्व वर्षों में हुए मंथन में प्राप्त सुझाव भी वेबीनार में चर्चा के बिन्दु के रूप में शामिल रहेंगे।