रविवार, 30 अगस्त 2020

ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और किसानों की आय को बढ़ाने के लिए राज्य में बहुत सी योजनाएं और कार्यक्रम संचालित किये...

संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड 



      ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और किसानों की आय को बढ़ाने के लिए राज्य में बहुत सी योजनाएं और कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं।

 



जिला प्रशासन चमोली द्वारा शुरू की गई हॉर्टिकल्चर आउटलेट इसका सफल उदाहरण है। इसका संचालन स्थानीय समूह आदित्य देव स्वयं सहायता समूह निजमूला द्वारा किया जा रहा है।

 


 

समूह द्वारा स्थानीय उत्पादों जैसे पहाड़ी आलू, खीरा, प्याज, टमाटर एवं अन्य सब्जियां व बुरांश जूस, स्थानीय फसलों से निर्मित अचार( लिगुडे, तिमला, मिर्च) के साथ-साथ राजमा, काली दाल, गहथ, तोर, मंडवे का आटा, लाल चावल, शहद, पहाड़ी घी, जख्या के साथ ही रिंगाल से निर्मित कंण्डिया एवं प्रसाद की टोकरियों का भी विक्रय किया जा रहा है।

 

अब तक 250 से अधिक किसानों से स्थानीय उत्पादों को क्रय कर लाभान्वित किया गया है। कोविड-19 के दौरान पिछले लगभग दो से ढाई माह में ही रुपए 5 लाख तक की स्थानीय उत्पाद सामग्रियों का विक्रय किया गया है।