शुक्रवार, 21 अगस्त 2020

जनहितैषी योजनाओं से हुआ विकास संभव : सुरेश भारद्वाज

संवाददाता : शिमला हिमाचल


      शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने वेबिनार के माध्यम से जिला कांगड़ा के फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के लाभार्थियों की वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि जनहितैषी योजनाओं के परिणामस्वरूप प्रदेश में विकास संभव हुआ है।

 

सुरेश भारद्वाज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने अनेक कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से देशवासियों को लाभ प्रदान किए हैं। हमारा देश निरंतर प्रगति कर रहा है तथा भारत ने पूरे विश्व में अपना सामथ्र्य  साबित किया है। कोरोना महामारी के कारण पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है, परन्तु प्रधानमंत्री ने ऐसे संकट के समय में भी मानवता की सेवा का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री जन-धन योजना, आयुष्मान-भारत योजना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन जैसी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लोगों को राहत प्रदान की है।

 


 

शहरी विकास मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने हिमाचल प्रदेश में भी इसी मानवीय व कल्याणकारी उद्देश्य की पूर्ति के लिए विभिन्न केन्द्र प्रायोजित योजनाओं तथा हिमकेयर, हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना, जनमंच, मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100, मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना, मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना जैसी अनेक प्रदेश प्रायोजित योजनाओं के माध्यम से सभी वर्गों का उत्थान सुनिश्चित किया है। आॅनलाइन शिक्षा प्रणाली के माध्यम से प्रदेश के विद्यार्थियों की शिक्षा को जारी रखा गया है। आधुनिक तकनीक का उपयोग कर विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं, जिसका प्रमाण आज की यह वर्चुअल रैली है। उन्होंने प्रदेशवासियों से विभिन्न योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाने का आग्रह किया।

 

सुरेश भारद्वाज ने इस अवसर पर विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के साथ वार्तालाप किया तथा उनसे इन कल्याणकारी योजनाओं से अधिकतम लोगों को अवगत करवाने का आग्रह भी किया।

 

इस अवसर पर पूर्व राज्य सभा सदस्य एवं प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष कृपाल परमार, प्रदेश भाजपा महामंत्री व कांगड़ा-चम्बा संसदीय क्षेत्र के भाजपा प्रभारी त्रिलोक कपूर, उपमंडलाधिकारी फतेहपुर बलवान सिंह तथा अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।