गुरुवार, 20 अगस्त 2020

कोरोना के हालात काफी बेहतर, अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना है, हम पहले से ही होटल खोलने के पक्ष में : अरविंद केजरीवाल

संवाददाता : नई दिल्ली


      दिल्ली सरकार के प्रस्ताव को दिल्ली डिजाॅस्टर मैनेजमेंट अथाॅरिटी की मंजूरी के बाद कोविड-19 महामारी के चलते दिल्ली में पिछले कई महीने से बंद चल रहे होटल और साप्ताहिक बाजारों को जरूरी ऐहतियातों के साथ खुल सकेंगे। आज दिल्ली सरकार के प्रस्ताव पर होटलों, जिम और साप्ताहिक बाजारों को खोलने को लेकर दिल्ली डिजाॅस्टर मैनेजमेंट अथाॅरिटी की बैठक हुई थी। जिसमें ट्रायल के आधार पर साप्ताहिक बाजारों को खोलने की भी मंजूरी दी गई है।

 

वहीं, दिल्ली में अभी जिम को खोलने पर पाबंदी जारी रहेगी। जिम खोलने पर बाद में निर्णय लिया जाएगा। कोरोना लाॅकडाउन के बाद से आर्थिक तंगी से जूझ रहे होटल संचालकों के एसोसिएशंस ने अरविंद केजरीवाल सरकार के अथक प्रयासों की सराहना करते हुए होटल खोलने की अनुमति देने पर आभार जताया है। साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल होटल इंडस्ट्री को बर्बाद होने से बचा लिया।

 

*मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के हालात अब काफी बेहतर है। अब दिल्ली की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना है। इसके लिए हम पहले से ही दिल्ली में सारे होटल खोलने के पक्ष में थे। जिसे केंद्र सरकार ने खारिज कर दिया था। हमने केंद्र सरकार से दोबारा निवेदन किया। हमें खुशी है कि अब दिल्ली सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। अब दिल्ली के सारे होटल खुल सकेंगे। साथ ही साप्ताहिक बाजार को ट्रायल के तौर पर चालू किया जा रहा है। इस दौरान सभी से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की गुजारिश है।

 


 

होटल खोलने की अनुमति मिलने पर करोल बाग होटल एसोसिएशन के प्रेसिडेंट जगप्रीत अरोरा ने कहा, ‘हम हमारे होटल को फिर से खोलने की अनुमति देने के लिए पूरे करोल बाग होटल उद्योग की ओर से आपको धन्यवाद देना चाहते हैं। हम हमारी मदद करने के लिए आपके द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना करते हैं। हम हमेशा आपके साथ हैं। हम भविष्य में भी होटल उद्योग से संबंधित मुद्दों के प्रति आपको अवगत कराते रहेंगे।

 

दिल्ली होटल एंड रेस्टोरेंट ओनर्स एसोसिएशन के चेयरमैन संदीप खंडेलवाल ने कहा, ‘ हम दिल्ली के प्रिय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी का तहे दिल से धन्यवाद करते हैं। होटल खोलने का आदेश देकर मुख्यंत्री ने हमें जिंदगी दी है, जो कि एक बहुत ही सराहनीय व प्रसंसनीय कदम है। यह फैसला आजीविका को चलाने वाला और रोजगार के अवसर को प्रदान वाला कदम है। मुख्यमंत्री जी के इस फैसले से प्रवासी मजदूर भी खुश होंगे।

 

डीएचआरओए के प्रेसिडेंट लवलीन आनंद ने कहा कि दिल्ली में होटल को खोलने से लाॅकडाउन के दौरान पलायन करके गए लोग भी धीरे-धीरे दिल्ली वापस आ जाएंगे और मौजूदा समय मे इंडस्ट्री, उद्योग, व्यापार में नौकरियां देने की क्षमता भी बढ़ेगी। उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे बड़े राज्य के लोगों को लॉकडाउन के दौरान खोए रोजगार को दुबारा वापस लेने में दिल्ली अहम भूमिका प्रदान करेगी। साथ ही, दिल्ली की अर्थव्यवस्था पटरी पर वापस आने में मदद भी मिलेगी और जो लोग दिल्ली वापस आ रहे, उन्हें रोजगार भी देगी।

 

लॉजिंग हाउस ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष दलजीत चड्ढा और महासचिव राम आर्या ने  कहा, ‘हम सेंट्रल जिले में हमारे होटलों को खोलने के लिए मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद देते हैं। आप दो सप्ताह पहले ही होटलों को खोलने के पक्ष में थे, लेकिन उपराज्यपाल ने इसकी अनुमति नहीं दी। आपके निरंतर प्रयासों ने अंततः आज मायूसी में जी रहे होटल इंडस्ट्री के मालिकों के चेहरे पर खुशी ला दी है। इससे गांव में बेरोजगार बैठे युवाओं को रोजगार मिल सकेगा। हम कोविड के रोकथाम के लिए सभी एसओपी का पालन करेंगे।’

 

उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने अनलाॅक-3 में दिल्ली के होटलों और साप्ताहिक बाजारों को ट्रायल के आधार पर खोलने का निर्णय लिया था, जिसे बाद में उपराज्यपाल अनिल बैजल ने पलट दिया था। इसके कुछ दिन बाद राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत ने दिल्ली में होटल, जिम और साप्ताहिक बाजार को खोलने की अनुमति देने के लिए फिर से उपराज्यपाल को एक प्रस्ताव बनाकर भेजा था। उन्होंने प्रस्ताव में इस बात का हवाला दिया था कि दिल्ली में अब लगातार कोरोना के मामले कम हो रहे हैं और हालात लगातार सुधर रहे हैं। केंद्र सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार दिल्ली सरकार को फैसले लेने का हक है।

 

देश के कई राज्यों में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन वहां होटल, जिम और साप्ताहिक बाजार खुल रहे हैं, तो दिल्ली के लोगों को उनकी आजीविका कमाने से क्यों रोका जा रहा है। उन्होंने कोरोना की स्थिति में सुधार और दिल्लीवासियों की भावनाओं को देखते हुए होटल, जिम व साप्ताहिक बाजार खोलने की अनुमति देने की मांग करते हुए एलजी से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया था।