शनिवार, 8 अगस्त 2020

" कुछ तेरे साथ हूँ " कवयित्री श्वेता सिंह की कलम से...

कवयित्री श्वेता सिंह की कलम से...


 


कुछ तेरे साथ हूँ


 


जब से किया तेरा नाम राहतों में शामिल


कुछ तो दूर हूँ खुद से, कुछ तेरे पास हूँ !


 


जब से पाया तुझे अपनी ज़िंदगी में


कुछ हूँ खुद के साथ, कुछ तेरे साथ हूँ !


 


अपनी ही ख़बर आज-कल मिलती नहीं


इस क़दर अपने हाल से अंजान हूँ !


 


तेरी धड़कनों में रहता होगा कोई नाम


क्या मैं भी तेरे दिल में मेहमान हूँ !


 


अब मुलाक़ात हो, तो हो कुछ इस तरह


कि लगे तेरा ही मैं बस एक अरमान हूँ !!