सोमवार, 10 अगस्त 2020

मुख्यमंत्री ने उप-तहसील सुलह का लोकार्पण किया...

संवाददाता : शिमला हिमाचल


    मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने रविवार कांगड़ा जिला के सुलह विधानसभा क्षेत्र में 80 करोड़ रुपये से अधिक लागत की विकासात्मक परियोजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास किए।

 

मुख्यमंत्री ने जिला कांगड़ा के डरोह (स्तर-2) में 57.07 लाख रुपये की लागत से निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के भवन, 108.35 लाख रुपये की लागत से निर्मित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पाहड़ा जिला कांगडा के अतिरिक्त भवन,   उप-तहसील सुलह, 1.94 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पालमपुर के काठुल कुहाल में बहाव सिंचाई योजना, पालमपुर में 1.47 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनने वाली एफआईएस कूहल सिंचाई योजना, पालमपुर की ग्राम पंचायत सनहून और आस-पास के गांव के लिए 1.16 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से निर्मित उठाऊ सिंचाई योजना तथा मारंड़ा में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का उद्घाटन किया।

 


 

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-2 (बैच-1) के अन्तर्गत 10.92 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से धीरा से देवी टीला (कनपट) सड़क के स्तरोन्यन,  8.61 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से चिरान से थिरक वाया देवी टीला गांव और बाथू खड्ड पर पुल सहित, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-2 (बैच-1) के अन्तर्गत 3.68 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से फेरड से थांबा सड़क के स्तरोन्यन और 99.55 लाख रुपये की अनुमानित लागत से सपरूल से हरिजन बस्ती सनोह वाया राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सनोह की आधारशिला रखी।

 

मुख्यमंत्री ने 6.35 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से ठाकुरद्वारा राम नगर राजचर टी एस्टेट गोडाउन शिव नगर काॅलोनी राधाकृष्ण मन्दिर हिमालय वाया टी फैैक्ट्री सलोह सड़क और जल जीवन मिशन के अन्तर्गत 1.52 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से पालमपुर की ग्राम पंचायत रौरा के लिए उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना की आधारशिला रखी।

 

उन्होंने जल जीवन मिशन के अन्तर्गत 2.89 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से गांव बुल्ला मेंजा, गर्देहर, घडेला कलां व फुलवार की आंशिक रूप से कवर की गई बस्तियों के लिए उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना, जल जीवन मिशन के अन्तर्गत  1.44 करोड़ रुपये की लागत से गांव घराना खास, अलसा, बड़रेहड व तमलोह की आंशिक रूप से कवर की गई बस्तियों के लिए उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना, 2.44 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से पालमपुर के लाहरू बछवाई में उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना की आधारशिला रखी। उन्होंने इसी मिशन के अन्तर्गत कुरल, सिहोटू व मरहून तथा पालमपुर क्षेत्र में लाहरू बछवाई उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना का शिलान्यास भी किया, जिसपर 5.67 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

 

उन्होंने पालमपुर में लाहरू बछवाई में 3.05 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत की उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना के अन्तर्गत गांव चैकी जोना, बरसोला लाहरू और किरवान की बस्तियों के लिए जल जीवन मिशन के तहत उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना की आधारशिला रखी। इसके अतिरिक्त, पालमपुर के सुलाह थम्बा ननौं में 5.67 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली पेयजल आपूर्ति योजना, आंशिक रूप से कवर की गई हेन्जा बस्ती और समीपवर्ती बस्तियों के लिए ग्राम पंचायत मनसीवाल, सिहोल और पालमपुर के बोड़ा में ‘हर घर नल’ की आधारशिला रखी। इन कार्यों पर 5.62 लाख रुपये व्यय किए जाएंगे। उन्होंने घरून तथा भवराना और सुलह खण्ड के विभिन्न गांवों के लिए भी लगभग 13.02 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाली पेयजल योजनाओं का शिलान्यास किया। इसके साथ ही उन्होंने जल जीवन मिशन के अन्तर्गत 1.52 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली ग्राम पंचायत रौरा के लिए उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना की आधारशिला रखी।

 

इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने पालमपुर विधानसभा क्षेत्र में 10.25 करोड़ रुपये की लागत से धर्मशाला-डाड-पालमपुर-होलटा-चढियार-संधोल सड़क पर न्यूगल खड्ड पर 120 मीटर लम्बे डबल लेन पुल का लोकार्पण किया।

 

मुख्यमंत्री ने पालमपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पहले कांगड़ा जिले का दौरा करते समय, वह धर्मशाला से वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से शिलान्यास और विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने की योजना बना रहे थे। लेकिन कांगड़ा के नेताओं के इस आश्वासन के उपरान्त ही परस्पर दूरी का समूचित ध्यान रखा जाएगा, उन्होंने सार्वजनिक बैठकें आयोजित करने का निर्णय लिया।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने के लिए, सरकार ने सार्वजनिक परिवहन शुरू करने का निर्णय लिया और राज्य में सभी व्यावसायिक गतिविधियों को भी बहाल किया। उन्होंने कहा कि लोगों को अभी भी यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि वे इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए सभी सुरक्षा उपायों को अपनाएं। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता भी इस महामारी को मुद्दा बनाकर  राजनीति करने का प्रयास कर रहे हैंे। जब वे शिमला में अपने कार्यालय से बैठक कर रहे थे, इन नेताओं ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री राज्य के लोगों से मिलने से बच रहे हैं। लेकिन अब जब वह कांगड़ा के दौरे पर हैं, तो वही नेता आरोप लगा रहे हैं कि मुख्यमंत्री सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं।

 

जय राम ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सराहना की है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता भी आधारहीन और अनावश्यक आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने उन्हें पंजाब, राजस्थान और महाराष्ट्र जैसे कांग्रेस शासित राज्यों की स्थिति पर नजर रखने की सलाह दी, जहां स्थिति बहुत खराब है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अन्य राज्यों से लगभग 2.50 लाख लोगों को घर वापिस लाया है और यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस नेता सरकार के इन प्रयासों का भी विरोध कर रहे हैं।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस वायरस को फैलने से रोकने में सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि विश्व के 142 करोड़ की आबादी वाले सबसे विकसित 15 देशों, जहां कोरोना से लगभग सात लाख मौतें दर्ज की गई हैं, जबकि 135 करोड़ की आबादी वाले भारत में लगभग 42 हजार लोगों की मृत्यु हुई है। उन्होंने कहा कि यह केवल प्रधानमंत्री द्वारा समय पर लिए गए निर्णयों के कारण ही संभव हुआ है।

 

जय राम ठाकुर ने कहा कि अनुच्छेद-370 का हटाया जाना दृढ़ राजनीतिक इच्छा शक्ति के कारण संभव हो पाया है, जिससे भारत में अब एक राष्ट्र, एक संविधान और एक झंडा है। उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्म भूमि से संबंधित निर्णय से भगवान श्री राम के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य अब पूर्ण हो पाएगा। उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है कि हमें अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर के भूमि पूजन के साक्षी बनने का अवसर प्राप्त हुआ है और अब देश में राम राज्य सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।    

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारों ने देश व राज्य के लोगों के लिए विभिन्न योजनाएं समर्पित की हैं, जिनमें आयुष्मान भारत, हिमकेयर, उज्ज्वला योजना व गृहिणी सुविधा योजना, विभिन्न आवासीय योजनाएं जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, सहारा योजना, जन धन योजना इत्यादि शामिल हैं।

 

जय राम ठाकुर क्षेत्र के लोगों को आश्वासन दिया कि लोगों की विभिन्न विकासात्मक मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा।  

 

विधानसभा अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक विपिन सिंह परमार ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि यह दिन सुलह विधानसभा क्षेत्र के लिए स्वर्णीम दिवस है, क्योंकि मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के लिए करोड़ों रुपये की विकासात्मक परियोजनाएं समर्पित की हैं। उन्होंने उप तहसील सुलह का उद्घाटन करने पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया, जिससे क्षेत्र के लोगों की लंबित मांग पूर्ण हुई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों के उत्थान के लिए विभिन्न कल्याणकारी और विकासात्मक योजनाएं आरंभ की हैं। उन्होंने वर्तमान प्रदेश सरकार पर विपक्ष नेताओं द्वारा तथ्यहीन आरोपों की भी कड़ी निन्दा की। उन्होंने मुख्यमंत्री कोविड फंड और पीएम केयर्ज फंड में 35 लाख रुपये के योगदान के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने मुख्यमंत्री से सुलह विधानसभा क्षेत्र के मांझा के लिए नेचर पार्क और स्टेडियम स्वीकृत करने का भी आग्रह किया।  

 

उद्योग मन्त्री बिक्रम सिंह, वन मन्त्री राकेश पठानिया, सांसद राज्य सभा इंदु गोस्वामी, विधायक मुल्खराज प्रेमी, अरूण मेहरा व विशाल नेहरिया, पूर्व विधायक दुलो राम, जिला भाजपा अध्यक्ष हरिदत्त, राज्य भाजपा महासचिव त्रिलोक कपूर, उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति, पुलिस अधीक्षक विमुक्त रंजन व अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।