मंगलवार, 8 सितंबर 2020

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार द्वारा लगातार समीक्षा की...

संवाददाता : पटना बिहार


बिहार एक झलक में, बिहार की प्रमुख खबरें  :


      मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार द्वारा लगातार समीक्षा की जा रही है और सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस मामले में पूरी तरह सजग एवं सतर्क है और यही कारण है कि कोरोना संक्रमण के पॉजिटिविटी रेट में लगातार कमी हो रही है।

वहीं आपको बतादें कि प्रतिदिन जांच की संख्या बढ़ रही है और प्रतिदिन डेढ़ लाख से अधिक सैंपल की जांच हो रही है । रिकवरी रेट में उतरोत्तर सुधार हो रहा है। बिहार का रिकवरी रेट 88.24 प्रतिशत हो गया है, जो राष्ट्रीय औसत से 11 प्रतिशत से भी अधिक है।

रोजगार सृजन पर सरकार का पूरा ध्यान है और लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 05 लाख 60 हजार 246 योजनाओं के अंतर्गत 14 करोड़ 71 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है।
बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है। नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 16 जिले के कुल 130 प्रखंडों की 1,333 पंचायतें प्रभावित हुई हैं जहाँ आवश्यकतानुसार 05 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 22,710 लोग भोजन कर रहे हैं। अभी तक 5,50,792 लोगों को निष्क्रमित किया गया है।

वहीं बाढ़ प्रभावित 16,62,542 परिवारो को जीआर की राशि 6,000 रूपये की दर से कुल 997.52 करोड़ रूपये का भुगतान उनके बैंक खाते में किया जा चुका है। ऐसे परिवारों को एसएमएस के माध्यम से सूचित भी किया गया है। आपदा प्रबंधन विभाग संपूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा है।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य में यातायात को सुगम और सुरक्षित बनाने को लेकर पथ निर्माण विभाग द्वारा हर स्तर पर काम किया गया है। बिहार में परिस्थितियां पहले की अपेक्षा बदल गई है। बड़ी-बड़ी नदियों पर बड़े-बड़े पुल बन गये हैं, जिससे सभी शहर एक दूसरे से जुड़ गये हैं। छोटी-छोटी नदियों एवं नालों पर मजबूत पुल-पुलियों का निर्माण हो गया है, जिससे एक स्थान से दूसरे स्थान जाना काफी सुगम हो गया है। अब बाढ़ के समय में भी आवागमन में समस्या नहीं होती है। गौरतलब हो कि 2005 से 2020 तक कुल 6074 नये पुलों का निर्माण किया गया है। गंगा नदी पर 1959 से 2005 तक मात्र 4 पुल बने थे। वर्ष 2005 से अबतक कुल 11 पुलों का निर्माण पूर्ण/निर्माणाधीन/निविदित है। इनमें से 2 पूर्ण 7 निर्माणाधीन एवं 2 निविदा निष्पादन की प्रक्रिया में है। इसके उपरांत गंगा नदी पर कुल 15 पुल हो जाएंगे




बिहार में अब स्किन व बोन (हड्डी) का ट्रांसप्लांट भी संभव हो सकेगा। अब तक बिहार में मुख्य रूप से किडनी व कॉर्निया ट्रांसप्लांट ही होते रहे हैं। आइजीआइएमएस में राज्य का पहला बायोबैंक बनाया गया है। इसमें फिलहाल स्किन व बोन को लंबे समय तक सुरक्षित रखने की सुविधा होगी। इससे राज्य में स्किन व बोन ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू हो सकेगी।

जहानाबाद लॉकडाउन की स्थिति का जायजा लेने हेतु जिला पदाधिकारी ने काको प्रखंड के खालिसपुर क्षेत्र का भ्रमण किया। उन्होंने ग्रामीणों से अपील किया की अभी कोरोना का संक्रमण समाप्त नहीं हुआ है, आपलोग मास्क का उपयोग, सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन तथा साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखें।

मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा डीआरडीओ द्वारा निर्मित कोविड हॉस्पिटल का निरीक्षण किया गया। कोविड अस्पताल, पताही इलाज के लिए अब पूरी तरह से तैयार है। इस मौके पर जिलाधिकारी ने कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

नालंदा में बिहार विधानसभा चुनाव की पूर्व तैयारी की समीक्षा के लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारी योगेंद्र सिंह ने सभी जिला स्तरीय कोषांग के नोडल पदाधिकारियों एवं वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की। कार्मिक कोषांग द्वारा सभी कर्मियों के डेटाबेस का सत्यापन किया जा चुका है। प्रशिक्षण कोषांग द्वारा अगले सप्ताह से सभी मतदान कर्मियों को निर्धारित कैलेंडर के अनुसार विभिन्न चिह्नित भवनों में प्रशिक्षण दिया जाएगा।

सारण जिले में पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण किया जाएगा। इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। जिले के विभिन्न गांवों में 6000 पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। पौधरोपण सार्वजनिक स्थल, अपनी खाली जगह, खेत-खलिहान में किया जाएगा है। स्वयं सेवकों को निर्देश दिया गया है कि वे पौधारोपण करने के बाद नियमित रूप से उसकी देखभाल करेंगे तथा उसमें सिंचाई भी करेंगे।

वहीं सीवान में पशु व मत्स्य विभाग की ओर से सीमित जगह व कम पानी में अधिक मछली उत्पादन की पहल की गई है। इसके लिए बायोफ्लॉक तकनीक का प्रयोग किया जाएगा। इससे बिना पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए अधिक मछली का उत्पादन कर आर्थिक रूप से मत्स्य पालक स्वावलंबी बन सकेंगे। बायोफ्लॉक तकनीक के अंतर्गत मत्स्य उत्पादन के लिए बनाए जाने वाले टैंकों पर अनुदान की राशि लाभुक को दी जाएगी।

किशनगंज जिला पदाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में बिंदुवार समीक्षा कर संबंधित अधिकारियो को आवश्यक दिशा निर्देश दिये । साथ ही Covid महामारी के मद्देनजर मास्क उपयोग हेतु सख्ती से विशेष चेकिंग अभियान चलाने का निर्देश भी दिया ।