संवाददाता : मुंबई महाराष्ट्र
महाराष्ट्र सरकार और शिवसेना से जारी जुबानी जंग के बीच अभिनेत्री कंगना रनौत मुंबई से अपने घर मनाली के लिए निकल गईं. चंडीगढ़ पहुंचने के बाद कंगना रनौत ने एक बार फिर महाराष्ट्र की उद्धव सरकार पर हमला बोला और शिवसेना को ‘सोनिया की सेना’ बताया. कंगना ने ट्वीट कर लिखा, ‘चंडीगढ़ मे उतरते ही मेरी सिक्यरिटी नाम मात्र रह गई है, लोग खुशी से बधाई दे रेहे हैं. लगता है इस बार मैं बच गई, एक दिन था जब मुंबई में मां के आंचल की शीतलता महसूस होती थी आज वो दिन है जब जान बची तो लाखों पाए, शिव सेना से सोनिया सेना होते ही मुंबई में आतंकी प्रशासन का बोल बाला।
चंडीगढ़ मे उतरते ही मेरी सिक्यरिटी नाम मात्र रह गयी है, लोग खुशी से बधाई दे रेही हैं, लगता है इस बार मैं बच गयी, एक दिन था जब मुंबई में माँ के आँचल की शीतलता महसूस होती थी आज वो दिन है जब जान बची तो लाखों पाए, शिव सेना से सोनिया सेना होते ही मुंबई में आतंकी प्रशासन का बोल बाला।
इसके अलावा कंगना ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘दिल्ली के दिल को चीर के वहां इस साल खून बहा है, सोनिया सेना ने मुंबई में आजाद कश्मीर के नारे लगवाए, आज आजादी की कीमत सिर्फ आवाज है, मुझे अपनी आवाज दो, नहीं तो वो दिन दूर नहीं जब आजादी की कीमत सिर्फ और सिर्फ खून होगी.अभिनेत्री ने कहा कि उन्हें ‘लगातार हमलों तथा अपशब्दों से भयभीत किया गया और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से शहर की तुलना करना ‘बिल्कुल सही’ था. रनौत ने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से की थी. इसके बाद उनका महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना के साथ विवाद हो गया था.वह पिछले हफ्ते अपने हिमाचल प्रदेश के मनाली से कुछ दिनों के लिए मुंबई लौटी थीं और उसी दिन शिवसेना के शासन वाली बीएमसी ने उनके दफ्तर में ‘अवैध’ निर्माण को गिराया था.
इसके बाद उन्होंने बंबई उच्च न्यायालय का रुख किया था, जिसने तोड़फोड़ की कार्रवाई पर रोक लगाई थी. रनौत ने ट्वीट किया, ‘भारी मन से मुंबई छोड़ रही हूं. इन दिनों जिस तरह से मुझे डराया गया, लगातार हमले किए गए और मुझे अपशब्द कहे गए, मेरे दफ्तर के बाद मेरे घर को तोड़ने की कोशिशें हुईं और मेरे आसपास हथियारबंद सुरक्षा कर्मी रहे, उसे देखते हुए मैं कहूंगी कि पीओके से (शहर की) तुलना करना एकदम सही था।