संवाददाता : शिमला हिमाचल
हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के निदेशक मंडल की बैठक मंगलवार यहां मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
बैठक में निर्णय लिया गया हि.प्र. कौशल विकास निगम सोलन जिले के वाकनाघाट में पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने के लिए संचालन भागीदारों के साथ पांच वर्ष की अवधि तक अनुबंध समझौता हस्ताक्षरित करेगा। इसके उपरांत अनुबंध समैझाते को सामूहिक रूप से मान्य शर्तांे और अवधि के आधार पर भागीदार के प्रदर्शन के मद्देनजर बढ़ाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचली विद्यार्थियों को ट्यूशन फीस पर सब्सिडी प्रदान करेगी लेकिन इन विद्यार्थियों को भोजन और आवास सहित इंटर्नशिप के पैसे स्वयं भरने होंगे। इस संस्थान में प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए 60 प्रतिशत सीटें आरक्षित की जाएंगी। हालांकि पहले अकादमिक सत्र में पीईटी पाठ्यक्रमों में केवल हिमाचल के पात्र उम्मीदवारों को ही प्रवेश दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ सीटें एनआरआई और विदेशी विद्यार्थियों के लिए भी आरक्षित होंगी।
जय राम ठाकुर ने कहा कि इस उत्कृष्टता केन्द्र के संचालन के लिए प्रशिक्षण और आवश्यक उपकरण की व्यवस्था हि.प्र. कौशल विकास निगम करेगा जिसके लिए निगम संचालन भागीदार और प्रबन्धन समिति से परामर्श लेगा। इसके अतिरिक्त निगम इस केन्द्र के लिए संचालन भागीदार की सिफारिश के अनुसार बुनियादी सूचना प्रौद्योगिकी सुविधाएं भी उपलब्ध करवाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मशीनरी व उपकरणों का रख-रखाव तथा मुरम्मत एवं इनका स्तरोन्यन भी संचालन भागीदार की जिम्मेवारी होगी।तकनीकी शिक्षा मंत्री डाॅ. राम लाल मारकण्डा, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर, शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर और राज्य कौशल विकास निगम के राज्य समन्वयक नवीन शर्मा ने भी इस अवसर पर अपने बहुमूल्य सुझाव दिए।
प्रधान सचिव, तकनीकी शिक्षा के.के. पंत ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।निगम के महाप्रबन्धक रोहन चन्द ठाकुर ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया।
मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जे.सी. शर्मा और सचिव संदीप भटनागर एवं राजीव शर्मा भी बैठक में उपस्थित थे।