रविवार, 1 नवंबर 2020

मुख्यमंत्री ने सरदार पटेल और इंदिरा गांधी को श्रद्वांजलि अर्पित की...

 संवाददाता : शिमला हिमाचल

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने भारत के पहले उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 145वीं जयंती के अवसर पर शनिवार यहां रिज पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्वांजलि अर्पित की। इस दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया गया। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्य तिथि पर उनकी प्रतिमा पर भी पुष्पांजलि अर्पित की।
 
इस अवसर पर उपस्थित लोेगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल की दृढ़ इच्छा शक्ति, संकल्प, समर्पण और कूटनीति से ही यह संभव हो पाया कि भारत आज एकजुट है। सरदार पटेल ने खेड़ा और बारदोली में किसानों को एकजुट कर राष्ट्रीय स्वंतन्त्रता आंदोलन खड़ा किया। उन्होंने कहा कि 1918 का खेड़ा सत्याग्रह किसानों की एकता और अनुशासन का प्रतीक है जबकि उनकी जमीन, संपत्ति और आजीविका के साधन भी जब्त कर लिए गए थे। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत 562 अलग-अलग रियासतों में बंटा हुआ था जो अंग्रेजों के कब्जे से तो मुक्त हो गए थे लेकिन उनमें भारी अराजकता और भ्रम फैला हुआ था। सरदार वल्लभाई पटेल ऐसी स्थिति में आगे आए और विश्व के इतिहास में इन रियासतों का सबसे उल्लेखनीय एकीकरण किया। उन्होंने भारत की सभी छोटी-बड़ी रियासतों को एकजुट किया। सरदार पटेल की सबसे बड़ी विशेषता और उपलब्धि यह रही कि अपनी सूझ-बूझ से भौगोलिक दृष्टि की विषमताओं, विविध भाषाओं, संस्कृति और परंपराओं वाले इस देश को एक सूत्र में पिरोया। 
 
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वर्तमान केंद्र सरकार सरदार पटेल की विरासत को सम्मानपूर्वक आगे बढ़ा रही है। प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की एक बड़ी पहल की गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के पास देश की एकता को अगले स्तर तक ले जाने के लिए अद्वितीय उत्साह, विश्वास और दृढ़ता है।
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल के सम्मान में गुजरात में नर्मदा नदी के किनारे केवड़िया काॅलोनी में उनकी 182 मीटर ऊंची प्रतिमा सरदार सरोवर बांध के सामने स्थापित की गई है। यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है, जिसे देश के सभी राज्यों से लोहा एकत्र कर बनाया गया है। उन्होंने कहा कि यह भारत के लौह पुरूष के प्रति एक सच्ची श्रद्धांजलि है।
 
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सक्षम नेतृत्व में देश प्रगति और समृद्धि के पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद-370 खत्म होने से एक राष्ट्र, एक ध्वज, एक संविधान का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
 
मुख्यमंत्री ने इंदिरा गांधी की पुण्य तिथि पर उनके योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी ने देश की एकता और अखण्डता को बनाए रखने के लिए अभूतपूर्व योगदान दिया। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने राष्ट्र के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। 
जय राम ठाकुर ने महार्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर राज्य के लोगों को बधाई दी। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे इस आदिकवि की शिक्षाओं का अनुसरण करें जो आज अधिक प्रासंगिक हैं।
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश कोरोना वैश्विक महामारी से दृढ़ता के साथ लड़ रहा है और वायरस के खिलाफ इस लड़ाई में निश्चित रूप में हमारी जीत होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने हाल ही में राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में लोगों से आग्रह किया है कि सामाजिक दूरी बनाए रखने, मास्क और सेनेटाइजर का इस्तेमाल करने से ही इस वायरस से खुद को बचाया जा सकता है।
 
जय राम ठाकुर ने इस अवसर पर उपस्थित लोगों को राष्ट्रीय एकता की शपथ भी दिलाई।राज्य पुलिस के दल ने इस अवसर पर आकर्षक मार्चपास्ट प्रस्तुत किया जिसका मुख्य आकर्षण डीएसपी प्रोबेशनर सिद्धार्थ शर्मा रहे। 
 
शहरी विकास मंत्री सुरेेश भारद्वाज, गुड़िया सक्षम बोर्ड की अध्यक्षा रूपा शर्मा, महापौर सत्या कांैडल, हिमफैड के अध्यक्ष गणेश दत्त, मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज कुमार, पुलिस महानिदेशक संजय कंुडू, सचिव सामान्य प्रशासन देवेश कुमार, उपायुक्त आदित्य नेगी, निदेशक सूचना एवं जन सम्पर्क हरबंस सिंह ब्रसकोन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।