मंगलवार, 13 अक्तूबर 2020

“लाला हरदयाल सिंह माथुर” प्रशांत सी बाजपेयी अध्यक्ष स्वतंत्रता आंदोलन यादगार समिति की कलम से...

 संवाददाता : नई दिल्ली

“लाला हरदयाल सिंह माथुर” 

अपने निडर और क्रांतिकारी विचारों से अंग्रेज़ी हुकूमत की नींव हिलाने वाले महान देशभक्त और स्वतंत्रता सेनानी लाला हरदयाल को उनकी 139 वीं जयंती पर शत् शत् नमन।🇮🇳                                     

लाला हरदयाल जी, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के उन अग्रणी क्रांतिकारियों में से एक हैं, जिन्होंने विदेशों में रहने वाले भारतीयों को देश के स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ा और उन्हें इस लड़ाई में योगदान के लिए प्रेरित व प्रोत्साहित किया।

अपने इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए लाला हरदयाल जी ने अपने क्रांतिकारी साथियों सोहन सिंह भरना, रामचंद्र, तारकनाथ दास, भाई परमानंद और करतार सिंह सराभा के साथ मिलकर सन 1913 ईस्वी में अमेरिका के सैनफ्रांसिस्को शहर में "ग़दर पार्टी" की स्थापना की।                                             

लाला हरदयाल जी ने इस संगठन के माध्यम से अमेरिका में प्रवासी भारतीयों के बीच देशभक्ति की भावना जागृत की और भारत को अंग्रेजों की पराधीनता से मुक्त करने की लड़ाई को गति दी। छात्र जीवन से ही दिल में देशभक्ति की भावना लिए लाला हरदयाल जी की शिक्षा - दीक्षा दिल्ली और लाहौर में हुई थी। 

उन्होंने दिल्ली में भी मास्टर अमीर चन्द्र, भाई मुकुन्द और अवध बिहारी आदि के साथ युवकों के एक दल का गठन किया था। लाहौर में उनके दल के एक सदस्य लाला लाजपत राय थे।  गंभीर आदर्शवादी लाला हरदयाल जी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक निर्भीक सेनानी, ओजस्वी वक्ता और उच्च कोटि के लेखक थे।

भारत के स्वतंत्रता संग्राम में देश के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर देने वाले लाला हरदयाल जी का अप्रतिम स्थान है। कृतज्ञ राष्ट्र उनके इस अमर योगदान के लिए हमेशा आभारी रहेगा। 

लाला हरदयाल जी की 139 वीं जयंती पर पूरा देश उन्हें शत् शत् नमन करता है।


प्रशांत सी बाजपेयी अध्यक्ष

स्वतंत्रता आंदोलन यादगार समिति🇮🇳