संवाददाता : जयपुर राजस्थान
सोमवार, 30 सितंबर 2019
जनसम्पर्क विभाग के दो कर्मचारी हुए सेवा निवृत...
मंत्री को जल-संसाधन सहकारी साख संस्था ने किया सम्मानित...
संवाददाता: भोपाल मध्यप्रदेश
जनसम्पर्क मंत्री पी.सी. शर्मा को जल-संसाधन सहकारी साख संस्था ने स्वरा भवन में समारोहपूर्वक सम्मानित किया। शर्मा ने इस मौके पर जल-संसाधन कर्मियों के 5वीं, 8वीं, 10वीं, 12वीं कक्षा और अन्य पाठ्यक्रम में उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम प्राप्त बच्चों को पुरस्कृत किया। संस्था की ओर से बुजुर्गों को भी सम्मानित किया गया।
समारोह में साख संस्था अध्यक्ष ने वार्षिक लेखा-जोखा प्रस्तुत किया। इस मौके पर पार्षद मोनू सक्सेना भी उपस्थित थे।
माँ दुर्गा की प्रतिमा स्थापना
मंत्री शर्मा ने नवदुर्गा पर्व की प्रथमा पर निवास कार्यालय में माँ दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना कर पूजा-अर्चना की। शर्मा ने 9 दिन तक जलने वाले दीप को प्रज्जवलित किया। जनसम्पर्क मंत्री ने प्रदेश में सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।
ब्रह्मकुमारी आश्रम में भूमि-पूजन समारोह
जनसम्पर्क मंत्री होशंगाबाद रोड स्थित सहस्त्रबाहु नगर में ब्रह्राकुमारी आश्रम के नये भवन के भूमि-पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए। शर्मा ने बह्मकुमारी आश्रम के योग, ध्यान, अध्यात्म, पर्यावरण संरक्षण सहित जन कल्याण और मानव सेवा के क्षेत्र में योगदान की सराहना की। ब्रह्मकुमारी जोन प्रमुख बी. के. अवधेश बहन और डॉ. रीना बहन उपस्थित थीं।
पुरस्कार समारोह में शामिल हुए जनसंपर्क मंत्री
जनसंपर्क मंत्री पी.सी. शर्मा आज समन्वय भवन में आयोजित सदगुरु नागरिक सहकारी बैंक के शैक्षणिक एवं खेलकूद पुरस्कार एवं सम्मान समारोह में शामिल हुए।इस मौके पर शर्मा ने कहा कि खेल-कूद और शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिभागियों को सम्मानित किया जाना सराहनीय कार्य है l उन्होंने कहा कि सम्मान और पुरस्कार व्यक्ति को अपने कार्य-क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं l इस मौके मंत्री शर्मा ने प्रतिभाओं को सम्मानित किया एवं पुरस्कार भी प्रदान किए।
2 अक्टूबर से ‘‘प्लास्टिक # ना बाबा ना‘‘ अभियान का शुभारंभ...
संवाददाता : जयपुर राजस्थान
87वां वायु सेना दिवस...
प्रजा दत्त डबराल @ नई दिल्ली
भारतीय वायु सेना 8 अक्टूबर 2019 को पूरे गर्व के साथ अपना 87वां स्थापना दिवस मनायेगी। इस दिन वायु सेना दिवस परेड सह प्रतिष्ठापन समारोह वायु सेना के विभिन्न विमानों द्वारा एक शानदार प्रदर्शन वायु सेना स्टेशन हिंडन (गाजियाबाद) में संपन्न होगा। इस वायु प्रदर्शन के लिए पूर्वाभ्यास 1 अक्टूबर 2019 (मंगलवार) से शुरू हो जाएगा। वैसे सामान्य क्षेत्र जहां से विमान कम ऊंचाई पर उड़ान भरेंगे, वो हैं वज़ीरपुर पुल - करावलनगर - अफ़जलपुर - हिंडन, शामली - जिवाना - चांदीनगर - हिंडन, हापुड़ - पिलखुआ - गाजियाबाद - हिंडन।
कम ऊंचाई पर उड़ान भरते समय इन वायु सेना के विमानों के लिए पक्षी हमेशा से एक गंभीर खतरा रहे हैं। खाने-पीने की चीजें बाहर फेंके रहने के कारण ये पक्षी आ जाते हैं। विमानों, पायलटों की सुरक्षा एवं जमीन पर आम लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए भारतीय वायु सेना ने दिल्ली, गाजियाबाद और आस-पास के इलाकों के लोगों से अपील किया है कि आप अपने घर के बाहर खाने-पीने की चीजें या कचरा ना फेंके। इसके अलावा, यदि आपको किसी भी तरह के कचरे/ मरे हुए जानवरों के अवशेष बाहर दिखाई दे, तो तत्काल इसकी सूचना वायु सेना ईकाई / पुलिस स्टेशन को दें, जो आकर इसका सही तरीके से निस्तारण कर सकें। इसके अलावा बर्ड हज़ार्ड कॉम्बैट टीम (बीएचआईएम) के अधिकारी को नं. 7031639259 पर फोन/एसएमएस कर भी सूचित करें। |
ये प्रदर्शन वायु सेना के एन-32 विमानों के प्रसिद्ध “आकाश गंगा” टीम द्वारा राष्ट्रीय ध्वज के साथ स्काई डाईवर्स के प्रदर्शन के साथ 8 बजे शुरू होगा।
फ्लाईपास्ट में विंटेज विमान, आधुनिक परिवहन विमान और फ्रंटलाइन लड़ाकू विमान शामिल होंगे। यह समारोह 10 बजकर 52 मिनट पर स्पेल बाइंडिंग एरोबैटिक डिस्प्ले के साथ संपन्न होगा।
चिकित्सा मंत्री ने किया साकेत अस्पताल में मदर एन्ड चाइल्ड विंग का लोकार्पण...
संवाददाता : जयपुर राजस्थान
उपराष्ट्रपति ने श्रीराम भारतीय कला केंद्र की नृत्य नाटिका ‘श्रीराम’ का उद्घाटन किया...
संवाददाता: नई दिल्ली
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि रामायण जैसा महाकाव्य हमें समाज और देश के हित में अपना कर्तव्य निभाने की याद दिलाता है। उन्होंने सभी लोगों से प्रदूषण नियंत्रण, जल संरक्षण, पर्यावरण का बचाव जैसे मुद्दों पर नियमित आधार पर एक छोटा कदम उठाने की अपील की ताकि, दुनिया को रहने लायक एक बेहतर जगह बनाई जा सके। उन्होंने कहा कि राम राज्य आना अभी बाकी है। हमारा छोटा योगदान राम राज्य की आदर्श स्थिति लाने में अहम भूमिका निभा सकता है।
नई दिल्ली में श्रीराम भारतीय कला केंद्र की नृत्य नाटिका 'श्रीराम' का उद्घाटन करने के बाद लोगों को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने रामायण महाकाव्य को संपूर्ण मानवता की एक विरासत बताया और इस अमर कथा के संरक्षण, प्रचार-प्रसार और लोगों में इसकी समझ बढ़ाने के लिए प्रयास करने को कहा है। उन्होंने कहा कि अनवरत पुन:सृजन के जरिए परंपराओं को संरक्षित किया जाना चाहिए।
नायडू ने कहा कि रामायण महाकाव्य दुनिया, समाज और परिवार के प्रति हमें अपनी भूमिका निभाने की याद दिलाता है। इसके साथ ही यह ग्रंथ एक दूसरे के साथ मानवीय संबंधों सहित धरती माता, प्रकृति, पक्षी और जानवरों के साथ भी हमारे संबंध को दर्शाता है।
रामायण महाकाव्य के उच्च मूल्यों और इसके मूल तत्व के बारे में बताते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि रामलीला भगवान राम के जीवन की घटनाओं को महज याद करने और विभिन्न रसों का आनंद लेने का ही साधन नहीं बल्कि लोगों को वह संदेश देने का जरिया है जो भगवान राम और सीता के जीवन से मानवता के लिए परिलक्षित होता है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम और योगेश्वर कृष्ण दो ऐसे नायक हैं जिन्होंने शौर्य, सदाचार और आध्यात्मिकता के क्षेत्र में वर्षों से मानवता का दिशा-निर्देशन किया है। उन्होंने बताया कि भगवान श्रीराम ने धरती पर अपने संपूर्ण जीवन, अपने विचार और कर्मों के जरिए साधुता का मार्ग दिखाया।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि प्रौद्योगिकी ने पूरे मानव समाज को एक साथ जोड़ दिया है और हर कोई इस वैश्विक गांव (ग्लोबल विलेज) का नागरिक है। ऐसे में हमें एक दूसरे के साथ, प्रकृति और पर्यावरण के साथ और दुनिया में रह रहे सभी जीवों और वस्तुओं के साथ अपना कर्तव्य और जिम्मेदारियां निभाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमें एक दूसरे के साथ रहने की कला में पारंगत होना होगा और यही हमारे 'वसुधैव कुटुम्बकम' के आदर्श की भावना है। यह एक दूसरे की देखभाल और सब कुछ एक दूसरे के साथ साझा करने के हमारे दर्शन का सार भी है।
इस मौके पर श्रीराम भारतीय कला केंद्र के अध्यक्ष दीपक सिंह, निदेशक शोभा दीपक सिंह और कई जानी मानी हस्तियां मौजूद थीं।
रविवार, 29 सितंबर 2019
स्वस्थ जीवन के लिये खेल बहुत जरूरी : स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. चौधरी
संवाददाता: भोपाल मध्यप्रदेश
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने टी.टी. नगर स्टेडियम में 65वीं राज्य-स्तरीय शालेय खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ करते हुए कहा कि स्वस्थ जीवन के लिये खेल बहुत जरूरी हैं। खेल ही अनुशासन, सद्भाव और आपसी सहयोग सिखाते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाई के खेल गतिविधियों में भी भाग लेना चाहिए। डॉ. चौधरी ने कहा कि हार-जीत को भूलकर खेल भावना से प्रतियोगिता में भाग लेना चाहिये।
डॉ. चौधरी ने बच्चों के साथ अपने खेल जीवन की यादें साझा करते हुए कहा कि वे छात्र जीवन में एथलेटिक्स एवं वालीबॉल के खिलाड़ी थे। प्रतिदिन सुबह 4 बजे खेल की प्रेक्टिस करते थे। उन्होंने कहा कि उनके अनुशासित जीवन एवं प्रगति का श्रेय खेलों को ही जाता है।
मंत्री डॉ. चौधरी ने ध्वजारोहण कर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया और खिलाड़ियों को शपथ दिलायी गयी। 65वीं राज्य स्तरीय शालेय खेल प्रतियोगिता 2 अक्टूबर तक चलेगी। इसमें 1400 खिलाडी़ भाग लेंगे। विजेता खिलाड़ी राष्ट्रीय शालेय खेल प्रतियोगिता में भाग लेंगे।
संचालक खेल एवं युवा कल्याण डॉ. एस.एल. थाउसेन ने कहा कि स्कूली बच्चों को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिये सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता के विजेता खिलाड़ियों को राष्ट्रीय खेलों में भाग लेने के लिए प्रशिक्षण दिया जायेगा। अन्य जिलों में भी प्रशिक्षण आयोजित किये जाएंगे।
नितिन गडकरी सोमवार को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पैकेज-3 का उद्घाटन करेंगे...
संवाददाता: लख़नऊ उत्तर प्रदेश
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी 30 सितंबर, 2019 को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पैकेज-3 का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. वीके सिंह उपस्थित रहेंगे।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे 82 किलोमीटर लंबा है जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ को दिल्ली से जोड़ता है। इस परियोजना पर 8346 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है।
तीसरा पैकेज गाजियाबाद के डासना से हापुड़ तक 22 किलोमीटर लंबा है जिसकी दीवानी लागत 1989 करोड़ रुपये है। इस 6-लेन के खंड के दोनों तरफ 2 + 2 लेन के सर्विस रोड हैं और पिलखुवा में 4.68 किलोमीटर लंबा 6-लेन एलिवेटेड कॉरिडोर है। इस परियोजना के तहत निर्माण कार्यों में ऊपरी गंगा नहर पर एक प्रमुख पुल, सात नए छोटे पुल, हापुड़ बाईपास पर एक फ्लाईओवर, वाहनों के लिए 1 अंडरपास, पैदल के लिए दो अंडरपास, दो फुट ओवरब्रिज, छह प्रमुख जंक्शन और 105 छोटे जंक्शन के निर्माण शामिल हैं।
यह परियोजना राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की सड़कों पर भीड़भाड़ कम करने और प्रदूषण स्तर में उल्लेखनीय कमी लाने में मदद करेगी। इससे यात्रा समय में एक घंटे से अधिक की कमी आएगी।
पिलखुवा में 4.68 किलोमीटर लंबे 6-लेन के एलिवेटेड कॉरिडोर को निर्माण प्रौद्योगिकी में नवाचार के लिए गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया है। पिलखुवा के इस पुल को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उत्कृष्ट कंकरीट ढ़ांचे के रूप में भी सम्मानित किया गया है।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे परियोजना का कार्यान्वयन चार पैकेजों में किया जा रहा है- (i) दिल्ली के सराय काले खां से गाजीपुर सीमा तक 8.72 किलोमीटर लंबा 6-लेन एक्सप्रेसवे/ 8-लेन एनएच 24 जो जून 2018 में पहले ही पूरा हो चुका है, (ii) उत्तर प्रदेश में गाजीपुर बॉर्डर से डासना तक 19.28 किमी लंबा 6-लेन एक्सप्रेसवे/ 8-लेन एनएच 24 जो 60% पूरा हो चुका है, (iii) उत्तर प्रदेश में डासना से हापुड़ तक 22.23 किमी लंबा 6-लेन एनएच 24, दोनों ओर 2 + 2 लेन सर्विस रोडों के साथ, जिसका उद्घाटन किया जा रहा है और (iv) हापुड़ से मेरठ तक 31.78 किलोमीटर लंबा नया 6-लेन एक्सप्रेस-वे जिस पर 57% काम किया गया है।
रक्षा मंत्री ने रडार को मात देने वाला पहला युद्धपोत आईएनएस नीलगिरि लॉन्च किया..
प्रजा दत्त डबराल @ नई दिल्ली
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि सरकार भारत के समुद्री हितों के लिए किसी भी पारंपरिक और अपारंपरिक खतरों से निपटने के लिए नौसेना के आधुनिकीकरण और से बेहतरीन प्लेटफार्मों, हथियारों और सेंसर से लैस करने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। श्री राजनाथ सिंह मुंबई में मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड में नौसेना के सात नए स्टील्थ फ्रिगेट्स (रडार को मात देने वाला युद्धपोत) में से पहले युद्धपोत आईएनएस नीलगिरि के लॉन्च के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मूल्य के हिसाब से भारत का 70% और मात्रा के लिहाज से 95% व्यापार समुद्री मार्ग से हो रहा है। उन्होंने कहा कि समुद्री डकैती, आतंकवाद या संघर्ष के कारण समुद्री व्यापार में मामूली व्यवधान भी देश की आर्थिक वृद्धि एवं कल्याण पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत आगे बढ़ रहा है और इसके वाणिज्यिक हित दूर-दूर तक फैल रहे हैं लेकिन उसे पड़ोसी की दुश्मनी जैसी तमाम चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है। रक्षा मंत्री ने कहा, “राज्य द्वारा प्रायोजित आतंकवाद एक चुनौती बनी हुई है और मजबूत इच्छाशक्ति वाली सरकार देश हित में कड़े फैसले लेने से नहीं हिचकेगी। संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को खत्म करना भी ऐसा ही एक निर्णय है। हमें विश्वास है कि यह जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विकास एवं समृद्धि के एक नए युग की शुरुआत करेगा।
राजनाथ सिंह ने कहा कि किसी देश की विश्वसनीय रक्षा उसकी स्वदेशी रक्षा क्षमता पर आधारित होती है। उन्होंने रक्षा उपकरणों के संदर्भ में 'मेक इन इंडिया' और 'डिजाइन एंड मेक इन इंडिया' पर जोर दिया।
रक्षा मंत्री ने कहा कि नौसेना डिजाइन महानिदेशालय ने 19 से अधिक जहाजों का डिजाइन तैयार किया है जिनके आधार पर 90 से अधिक जहाजों का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि भारत आज उन चुनिंदा देशों के समूह में शामिल है जो खुद अपने विमान वाहक एवं सामरिक युद्धपोत का निर्माण कर रहा है। उन्होंने कहा, “विभिन्न शिपयार्डों को अब तक मिले कुल 51 जहाजों एवं पनडुब्बियों के ऑर्डर में से 49 का निर्माण स्वदेशी तौर पर किया जा रहा है। यह 2025 तक पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने और 2027 तक 70% रक्षा स्वदेशीकरण के हमारे लक्ष्य में एक महत्वपूर्ण योगदान है।”
रक्षा मंत्री ने कहा कि जहाज निर्माण उद्योग में काफी श्रमबल की जरूरत होती है और इसमें न केवल अपने क्षेत्र बल्कि विभिन्न उपस्ट्रीम एवं डाउनस्ट्रीम उद्योगों के लिए रोजगार सृजन की अपार क्षमता मौजूद है। उन्होंने कहा, "एक जीवंत जहाज निर्माण उद्योग देश के समग्र आर्थिक विकास में प्रमुख भूमिका निभा सकता है।" उन्होंने कहा कि एक युद्धपोत के निर्माण से 8 साल की अवधि के लिए 4,800 कर्मियों को प्रत्यक्ष रोजगार और लगभग 27,000 कर्मियों को अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार मिलता है। कुल युद्धपोत लागत का लगभग 87% रकम भारतीय अर्थव्यवस्था में निवेश की जाती है जो राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र तमाम गतिविधियों का केंद्र है और पूरी दुनिया भारतीय नौसेना को एक शुद्ध सुरक्षा प्रदाता के रूप में देखती है। उन्होंने कहा कि भू-राजनीतिक एवं भू-सामरिक आयाम में भारत के बढ़ते कद और हमारे ऊपर पड़ोसियों की बढ़ती निर्भरता के मद्देनजर भारतीय नौसेना की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह विश्वसनीय सुरक्षा और शांत एवं समृद्ध समुद्री मार्ग उपलब्ध कराए।
राजनाथ सिंह ने कहा, "हालांकि नौसेना अपने अत्याधुनिक प्लेटफार्मों और बुनियादी ढांचे के जरिए भारत के समुद्री हितों की उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए लगातार विकसित हो रही है लेकिन हमारी सेनाओं की असली ताकत हमारे जवान हैं।"
रक्षा मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि नीलगिरि और इस परियोजना के अन्य छह युद्धपोत भारतीय ध्वज को गर्व के साथ महासागरों में लहराएंगे। साथ ही वे दुनिया भर में भारत के जहाज निर्माण क्षमता को प्रदर्शित करते हुए भारत के शांति एवं शक्ति के संदेश को फैलायेंगे। उन्होंने शिपयार्ड के कर्मचारियों द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि जहाज महज धातु और पेंट ही नहीं है बल्कि यह इस परियोजना से जुड़े लोगों की कड़ी मेहनत, पसीने और दृढ़ता की कहानी बयां करता है।
आईएनएस नीलगिरि परियोजना 17ए का पहला जहाज है। परियोजना 17ए के युद्धपोतों का डिजाइन शिवालिक श्रेणी के युद्धपोत जैसा है जो कहीं अधिक उन्नत तकनीक और स्वदेशी हथियार एवं सेंसर से लैस हैं। इन युद्धपोतों को एकीकृत निर्माण पद्धति के इस्तेमाल से बनाये जा रहे हैं। पी17ए युद्धपोत में बेहतर अस्तित्व क्षमता, समुद्र में मौजूद रहने, रडार से बचने और बेहतर गतिशीलता के लिए नई डिजाइन अवधारणाओं को शामिल किया गया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुंबई के नेवल डॉकयार्ड में भारतीय नौसेना के सबसे बड़े ड्राई डॉक- द एयरक्राफ्ट कैरियर डॉक का भी उद्घाटन किया। उन्होंने इसे "आधुनिक भारत का महल" कहा।
अति-वृष्टि से प्रभावित फसलों के सर्वे के बाद तुरंत मिलेगी राहत राशि...
संवाददाता: भोपाल मध्यप्रदेश
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्द्धन सिंह ने गुना जिले की आरोन तहसील के विभिन्न गाँवों में पहुँचकर अति-वृष्टि से प्रभावित फसलों को देखा। उन्होंने किसानों से कहा कि प्रभावित फसलों के सर्वे के बाद तुरंत आर.बी.सी. के प्रावधानों के अनुसार आर्थिक सहायता दी जायेगी।
मंत्री ने कहा कि अति-वृष्टि से क्षतिग्रस्त मकानों के लिये भी आर्थिक सहायता दी जायेगी। उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने बीमा नहीं करवाया है, उन्हें भी नियमानुसार आर्थिक सहायता दी जायेगी। सिंह ने कहा कि अप्रैल माह से सामाजिक सुरक्षा पेंशन में वृद्धि की जायेगी। उन्होंने ग्राम सरोख, आरोन, सिरसी, ढिमरियाई, सेमरा खेड़ा, बरोद, बालापुर, पनवाडी घाट, कस्बा मढ़ी, पिपरिया जागीर और बरपनवारी ग्रामों में खेतों में पहुँचकर प्रभावित फसलों का मुआयना किया और किसानों से चर्चा की।
माउन्ट आबू में उपराष्ट्रपति एवं राज्यपाल ने किया वैश्विक शिखर सम्मेलन का भव्य उद्घाटन...
संवाददाता : जयपुर राजस्थान
राष्ट्रपति ने आर्मी एयर डिफेंस के जवानों को प्रसिडेंट्स कलर्स प्रदान किए...
संवाददाता: नई दिल्ली
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ओडिशा के गोपालपुर में 28 सितंबर, 2019 आर्मी एयर डिफेंस के जवानों को प्रसिडेंट्स कलर्स प्रदान किया।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने आर्मी एयर डिफेंस के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि उनके बलिदान ने हमारी संप्रभुता को सुरक्षित किया है, हमारे राष्ट्र को गौरव दिलाया है और हमारे लोगों की रक्षा की है। उन्होंने इस कोर के सभी अधिकारियों और सैनिकों को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि वे दुनिया के सबसे दुर्गम इलाकों और जलवायु परिस्थितियों में काम करने वाले सच्चे बल हैं। भारतीय सेना और राष्ट्र को उन पर गर्व है।
गांधीजी के सिद्धांतों पर चलने से ही देश में लोकतंत्र कायम : मुख्यमंत्री
संवाददाता : जयपुर राजस्थान
शनिवार, 28 सितंबर 2019
चार सौ राशन दुकान और 70 मोबाइल वैन के माध्यम से दिल्ली सरकार बेचेगी प्याज : अरविंद केजरीवाल
प्रजा दत्त डबराल @ नई दिल्ली
दिल्ली सरकार ने आसमान छूती प्याज की कीमत से परेशान राजधानी वासियों को आज से दिल्ली सरकार राहत देने जा रही है। अरविंद केजरीवाल सरकार कल से 23.90 रुपये प्रति किलो के हिसाब से आम जनता को प्याज बेचेगी। सरकार के प्रारंभिक तौर पर एक लाख किलो प्याज का इंतजाम किया है। जिसे सरकार 70 विधानसभा क्षेत्र में मोबाइल वैन के माध्यम से बेचेगी। साथ ही पूरी दिल्ली में चार सौ राशन दुकानों के माध्यम से भी प्याज बेचा जाएगा। एक व्यक्ति को अधिकतम पांच किलो प्याज मिलेगा। प्याज बेचने का काम सुबह दस से शाम पांच बजे तक होगा। इसके लिए कोई भी पहचान पत्र नहीं चाहिए। कोई भी व्यक्ति प्याज खरीद सकता है। हालांकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आम जनता से इमानदारी दिखाने की अपेक्षा की है। जिससे प्याज सिर्फ परिवार के इस्तेमाल के लिए खरीदा जाए।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इस मामले पर ट्वीट कर कहा, हम चाहते हैं आपके प्याज़ का ज़ायका बना रहे, आपकी जेब भी हल्की न हो और ये प्याज़ आपके आंखों में आंसू भी न ले आए!
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि प्रेस वार्ता के दौरान इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक तौर पर पांच दिनों के प्याज की खरीद केंद्र सरकार से हुई है। फिर समीक्षा होगा। अगर जरूरत पड़ी तो और प्याज की खरीद होगी। समीक्षा के बाद ही यह तय किया जाएगा कि मोबाइल वैन या दुकानों की संख्या बढ़ानी है या नहीं। उन्होंने कहा कि प्याज अभी केंद्र सरकार की तरफ से आया है। इस कारण उसे सीधा बाजार में उतारा जाएगा। आगे से क्वालिटी कंट्रोल के लिए दिल्ली सरकार के दो अधिकारी नासिक जाएंगे। वह प्याज की क्वालिटी देखकर ही माल लोड कराएंगे।
जब तक रेट कम न हो जाए, बिक्री जारी रहेगी: अरविंद केजरीवाल
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्याज की बिक्री दिल्ली सरकार तब तक करेगी, जब तक सामान्य बाजार में रेट कम न हो जाए। उन्होंने कहा कि प्याज की जमाखोरी करने वालों पर भी सरकार की नजर है। लगातार कार्रवाई चल रही है। कोई भी जमाखोरी करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि शनिवार से दिल्ली सरकार की तरफ से सस्ता प्याज बेचे जाने के बाद उम्मीद है कि सामान्य बाजार में भी रेट कम होंगे।
केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने कहा, दिल्ली के अलावा कुछ ही राज्यों ने केंद्र से प्याज़ खरीदने में दिलचस्पी दिखाई
पूरे देश में प्याज़ की कीमतें बढ़ती जा रही हैं। लेकिन केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने कहा है कि अभी तक कुछ ही राज्यों ने केंद्र से प्याज खरीदने की दिलचस्पी दिखाई है। अभी तक सिर्फ दिल्ली, त्रिपुरा, हरियाणा और आंध्र प्रदेश की सरकारों ने केंद्र से प्याज़ खरीदकर जनता को सस्ते दामों में बेचने की पहल की है। अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को ही एलान कर दिया था की उनकी सरकार जल्द ही दिल्ली में 23.90 प्रति किलो के हिसाब से प्याज़ अवेलेबल कराएंगे, जिससे जनता को ज्यादा परेशानी न हो।
जरूरत पड़ने पर बढ़ाए जाएंगे मोबाइल वैन
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी की जरूरत के हिसाब से 70 मोबाइल वैन उतारे गए हैं। साथ ही चार सौ दुकानों को चुना गया है। इस तरह एक विधानसभा में पांच दुकानों पर प्याज मिलेगा। इसकी समय समय पर समीक्षा होगी। अगर जरूरत पड़ी तो दुकानों की संख्या बढ़ा दी जाएगी। साथ ही प्याज मोबाइल वैन भी बढ़ाए जाएंगे।
दिल्ली में फिलहाल खुदरा बाज़ार में प्याज़ 60-80 रुपये प्रति किलो मिल रही है। दिल्ली स्थित आजादपुर मंडी में प्याज का थोक भाव 60 रुपये प्रति किलो हो गया है, जो कि 2015 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है। वहीं, एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी महाराष्ट्र के लासलगांव में भी प्याज 50 रुपये प्रति किलो बिकने लगी है। कारोबारियों ने बताया कि देश में प्याज का स्टॉक काफी कम है, जिसके कारण मंडियों में आवक कम हो रही है। खपत के मुकाबले आवक कम होने से प्याज की कीमत बढ़ रही है.
ऐसा रहा अमिताभ बच्चन के दादा साहब फाल्के सम्मान तक का सफर : डॉ. वीरेंद्र सिंह नेगी
संवाददाता: नई दिल्ली
एक्टिंग का जूनून, संघर्ष, सफलता, ठहराव, गिरना और फिर उठने, चलने, बढ़ने और शिखर को छूने का नाम अमिताभ बच्चन।फिल्मों से जुड़े हर शख्स की ख्वाहिश या तो आस्कर अवार्ड या दादा साहब फाल्के सम्मान।
घुटनों के बल थोड़ा सा चला बॉलीवुडी बचपन और फिर जीवन के पन्द्रह पायदान (1969 से 1984) चुटकी बजा कर ऐसे चढ़ जाना कि समय की लगाम अब मेरे हाथ में हो। और फिर एकाएक एक शूटिंग में छोटी सी दुर्घटना।
वक्त ने अपनी लगाम खींच ली और सवार चारों खाने चित। और फिर वक्त और दुआओं का आमना-सामना। नायक ब्रिच कैंडी हास्पिटल में और उसके चहेते मंदिर, मस्जिद, गिरिजा-गुरूदवारे में। गरीब, धनवान, नेता, अभिनेता, समाजसेवी, उद्योगपति, किसान, मजदूर, सैनिक और स्कूली बच्चे सब को एक साथ नायक की वापसी चाहिए।
गजब सा सीन हो गया। दूरदर्शन, आकाशवाणी, अखबार और हास्पिटल का बुलेटिन सब दुनिया की धड़कन हो गये। सब यही प्रार्थना कर रहे हैं कि नायक ऐसे नहीं जाना चाहिए। अभी तो बहुत कुछ बाकी है ।
फिर समय ने मानी हार। कहा, ले लो नायक पर अब नहीं दूंगा उसको यश कीर्ति और गान। अब उसकी कीर्ति नहीं रहेगी उसके साथ। रख लो उसे अपने पास वैसा ही जैसा मैंने लिया था सात हिंदुस्तानी में और रेशमा शेहरा में। अब नहीं गूंज सकेंगी इस खुद्दार की चीखें और न खनकेंगी जंजीर। न शोले दहकेंगे और न अब वो सिलसिला और शान होगी।
दर्शन और दर्शकों को भी समय का फैसला मंजूर। हमें हमारा नायक दे दो। नहीं चाहिए नमक हराम नहीं चाहिए बेरहम, बेमिसाल, बेशरम, याराना और दोस्ताना। और नहीं चाहिए नास्तिक, दो और दो पांच, नहीं बनना है मर्द और महान। शक्ति होगी तो तोड देगा हर दीवार। राम बलराम हो, ग्रेट गैंबलर या शराबी , हम हर अदालत से छुड़ा देंगे। नायक के लिए काला पत्थर से टकरा कर अमर अकबर एंथनी अपना खून पसीना बहा कर डान मिस्टर नटवरलाल से बदला लेकर अपने नसीब से कुली, आनंद,मुकद्दर का सिकंदर और देशप्रेमी सब को फरार करा देंगे। कोई लावारिस न समझें अभी आखिरी रास्ता बचा है। गंगा की सौगंध कालिया की परवरिश इतनी कमजोर नहीं कि मिलि से जुदा हो सके। नहीं भूलेंगे वे कसमें वादे चाहे अकेला इनका याराना रहे, पर हमें हर हाल में अपने शहंशाह के लिए नमक हलाल बनना है।
वक्त का मंजर मन को बहुत भाता है। और नायक वापस आता है। अपना सब कुछ गंवा बैठता है। खुद से नहीं वक्त ने शर्त जो लगाई थी। एक वक्त का नायक बिखर कर फिर समतल में मिल जाता है। अब वह फिर वैसा ही सामान्य और कई अपने जैसों से भी छोटा दिखाई देता है।
फिर भी एक्टिंग ने उसे सिखाया था शिखर पर पहुंचने का आखिरी रास्ता। भूला नहीं था वह लगन, मेहनत और परिश्रम। उसके साथ अभी भी था उसका दृढ़ संकल्प और निश्चय। उसे मिला था जीवन दोबारा। उसे छूना था आसमां शिखर से ऊंचा।
देहु शिवा वर मोहे, शुभकरमन तें कबहुँ न टरूँ।
न डरूँ अरसौं जब जाए लडूँ, निश्चय कर अपनी जीत करूँ ।
नायक से महानायक : 50 वर्ष लग गए अपने परिश्रम का अर्थ समझने में और सफ़र की परिणति तक पंहचने में।
दादा साहब फाल्के पुरस्कार व सम्मान के लिए करोड़ों दिलों के सरताज अमिताभ बच्चन को बधाई।
डॉ. वीरेंद्र सिंह नेगी की कलम से।
छत्तीसगढ़ में किसान सम्मेलन छत्तीसगढ़ व राजस्थान में किसान कल्याण के लिए प्रतिबद्धता के साथ हो रहा काम : मुख्यमंत्री
संवाददाता : जयपुर राजस्थान
सभी नगर निगम आयुक्त और सीएमओ सुबह 6 बजे फील्ड में पहुँचें...
संवाददाता: भोपाल मध्यप्रदेश
सभी नगर निगम आयुक्त और मुख्य नगर पालिका अधिकारी सुबह 6 बजे से फील्ड में निकलें और साफ-सफाई की मॉनीटरिंग करें। वे खुद टीम को लीड करें। स्वच्छ सर्वेक्षण में प्रदेश को देश में नम्बर एक राज्य बनाना है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्द्धन सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 378 नगरीय निकायों की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिये।
बाजार में सुबह-शाम सफाई करें
सिंह ने कहा कि सफाई मित्रों से सतत् संवाद करें। उनकी समस्याओं को भी सुनें। उन्होंने कहा कि बाजार में सुबह-शाम सफाई हो। उन्होंने कहा कि गीला और सूखा कचरा अलग-अलग करने की समझाइश देने के लिए मुहल्लों में नागरिकों के साथ भी मीटिंग करें।
खराब सड़कें जल्द ठीक करें
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री ने कहा कि अति-वृष्टि के कारण खराब हुई सड़कों की मरम्मत जल्द करवायें। उन्होंने कहा कि खराब सड़कों से शहर की छवि खराब होती है। सिंह ने कहा कि सड़कों को धूल मुक्त करें। इसके लिए घरों और सड़क के बीच के स्थान पर पेबिंग ब्लॉक लगवायें। सामुदायिक शौचालयों में पानी और साबुन रखें। उन्होंने कहा कि आवारा पशुओं को शहर से बाहर निर्धारित स्थलों में रखें।
प्रति सप्ताह करें मॉनीटरिंग
सिंह ने कहा कि निर्धारित चार्ट एवं घटकों के अनुसार नगरीय निकायों में किये जा रहे कार्यों की समीक्षा प्रति सप्ताह करें। उन्होंने कहा कि शहर में स्थित वाटर बाडी की सफाई करवायें। इससे जल जनित रोगों से छुटकारा मिलने के साथ ही स्वच्छ सर्वेक्षण में नम्बर भी बढ़ेंगे।
7-स्टार रेटिंग का लक्ष्य बनायें
प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास संजय दुबे ने कहा कि नगरीय निकाय 7-स्टार रेटिंग का लक्ष्य तय करें। उन्होंने कहा कि वेस्ट वाटर को रिसायकल कर 30 प्रतिशत तक रियूज करें। इस पानी का निर्माण कार्यों और गार्डन में उपयोग हो सकता है।
दुबे ने कहा कि वे सुबह किसी भी समय वीडियो कॉलिंग के माध्यम से अधिकारियों की लोकेशन ले सकते हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास सहित अन्य योजनाओं की भी समीक्षा की गयी। इस दौरान उप सचिव मनीष सिंह, एडिशनल कमिश्नर आशीष सक्सेना एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
वैश्विक व्यापार प्रबंधन पर राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस आर्थिक मंदी को रोकने में युवाओं की भागीदारी आवश्यक : तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री
संवाददाता : जयपुर राजस्थान
दुर्घटनाएँ रोकने के लिये रफ्तार पर नियंत्रण जरूरी : विषय विशेषज्ञों की राय
संवाददाता: भोपाल मध्यप्रदेश
सहायक पुलिस महानिरीक्षक कुमार सौरभ ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार वर्ष 2020 तक दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत कमी लाने का लक्ष्य है। इसके मद्देनजर कई तरह के सुरक्षा उपायउपयोग में लाये जा रहे हैं। इसी कड़ी में आज सभी जिलों को ब्रीथ एनालाईजर उपलब्ध कराये गये। साथ ही उपयोग विधि द्वारा इसका प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। सौरभ ने कहा कि उपकरण का बेहतर ढ़ग से उपयोग हो ताकि अच्छे परिणाम सामने आयें। सौरभ आज पुलिस प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान (पी.टी.आर.आई) में सड़क सुरक्षा क्रियान्वयन समिति के नोडल अधिकारियों एवं पुलिस कर्मियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
एम.ए.एन.आई.टी. के प्रोफेसर और विषय विशेषज्ञ राहुल तिवारी ने बताया कि दुर्घटनाएँ अधिकतर कन्फ्यूजन से होती हैं। उन्होंने कहा कि दुर्घटनाओं को रोकने के लिये रफ्तार पर नियंत्रण बहुत जरूरी है। दुर्घटना के समय जितनी ज्यादा स्पीड होती है, उतनी ज्यादा मृत्यु की संभावनाएँ बढ़ जाती हैं। दुर्घटनाओं को कम करने में रोड सेफ्टी के घटकों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। इसमें इंजीनियरिंग, इन्फोर्समेंट और एजुकेशन बहुत जरूरी है। इसके अलावा, दुर्घटना के बाद इमरजेंसी केयर की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है।
विशेषज्ञ तिवारी ने बताया कि कई बार गलत साईन बोर्ड भी दुर्घटना के कारण बनते हैं। समय और स्थान पर आवश्यकता के अनुसार साईन बोर्ड का उपयोग किया जाना चाहिये। अधिकतर देखने में आता है कि दुर्घटना के समय लोग एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में व्यर्थ समय बर्बाद करते हैं और पीड़ित की सुध नहीं लेते। उन्होंने स्टॉपिंग साइट डिस्टेंस और ओवर टेकिंग साइट डिस्टेंस सहित ब्लैक स्पॉट और ब्लाइंड स्पॉट की जानकारी भी दी।
प्रशिक्षण में सहायक पुलिस महानिरीक्षक अनिता मालवीय और प्रशांत शर्मा भी उपस्थित थे।
स्वच्छ भारत अभियान देशभक्ति से प्रेरित एक अभियान है : रक्षा राज्य मंत्री
संवाददाता: नई दिल्ली
रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने कहा है कि भारत को स्वच्छ बनाने का स्वच्छ भारत अभियान देशभक्ति से प्रेरित जन-आंदोलन है। नाइक 27/09/2019 को नई दिल्ली में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के सिलसिले में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) द्वारा आयोजित अखिल भारतीय स्वच्छ भारत साइकिल रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने राष्ट्रपिता के स्वच्छता ही ईश्वरत्व है के आदर्श का उदाहरण देते हुए कहा कि स्वच्छता हमें मानसिक, शारीरिक, सामाजिक और बौद्धिक रूप से स्वस्थ बनाती है। संक्षेप में, यह हमारी भलाई के लिए है।
रक्षा राज्य मंत्री ने स्वच्छ भारत अभियान में एनसीसी कैडेटों की भागीदारी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि एनसीसी ने डिजिटल साक्षरता, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, जल शक्ति अभियान और मादक पदार्थ, बेटी बचाओ बेटी पढाओ, अपशिष्ट प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण जैसे संवेदनशील विषयों पर विभिन्न विकास गतिविधियों में भाग लेकर बहुत बड़ा योगदान दिया है। रक्षा राज्य मंत्री ने हाल में ओडिशा में आए चक्रवात तूफान फानी और बिहार, केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र में बाढ़ राहत कार्य में एनसीसी कैडेटों के योगदान की सराहना की।
इंडिया गेट पर आयोजित कार्यक्रम में एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चोपड़ा और वरिष्ठ एनसीसी अधिकारी भी मौजूद थे।
ऑल इंडिया एनसीसी साइकिल रैली 10 अगस्त, 2019 को देश के विभिन्न हिस्सों - गुवाहाटी, कोलकाता, पुदुचेरी, तिरुवनंतपुरम, पणजी और जम्मू से प्रारंभ हुई। 28 सितंबर, 2019 को इंडिया गेट, नई दिल्ली में इसका समापन होगा। रैली ने 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से होकर 7,800 किलोमीटर की दूरी तय की है। एनसीसी कैडेटों ने गांवों, मलिन बस्तियों, स्कूलों / कॉलेजों, अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाया।
थलसेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने चीफ्स ऑफ स्टॉफ कमेटी के अध्यक्ष पद का कार्यभार संभाला...
प्रजा दत्त डबराल @ देहरादून उत्तराखंड
थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने नई दिल्ली में एक संक्षिप्त समारोह में, चीफ ऑफ स्टॉफ कमेटी के निवर्तमान अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ से सीओएससी के अध्यक्ष पद की बैटन प्राप्त की।
सीओएससी के निवर्तमान अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ ने तीनों सेनाओं से संबंधित सभी मामलों पर अग्रणी भूमिका निभाई। भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों की पूरी स्क्वार्डन के विमानों के परिचालन और उड़ान भरने का व्यापक अनुभव रखने वाले एयर चीफ मार्शल को 31 मई, 2019 को सीओएससी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। उनके प्रबंधन में तीनों सेनाओं ने 'एकता के जरिये जीत' के ध्येय वाक्य के अनुरूप अनेक मोर्चों पर एकता और एकजुटता प्रदर्शित करते हुए शानदार कामयाबी हासिल की।
41 वर्षों के गौरवशाली करियर के साथ जनरल बिपिन रावत ऑपरेशनल और स्टॉफ से संबंधित लंबे अनुभव के धनी हैं। थल सेना अध्यक्ष के रूप में वह जनवरी 2017 से सीओएससी के सदस्य हैं। सीओएससी में उनके कार्यकाल के दौरान, कमेटी ने एकता और एकजुटता के लक्ष्य के साथ तीनों सेनाओं के बीच परिचालन, प्रशिक्षण और प्रशासन से संबंधित विविध मामलों पर विचार-विमर्श किया। जनरल रावत ने अपनी दूरदृष्टि और व्यवसायिक सूजबूझ के साथ महत्वपूर्ण मामलों पर अपने तटस्थ विचार प्रकट करते हुए इस कमेटी में अपार योगदान दिया है।
सीओएससी के अगले अध्यक्ष के तौर पर जनरल रावत चीफ ऑफ डिफेन्स स्टॉफ की नियुक्ति को अमल में लाने, तीनों सेनाओं के बीच एकीकरण को बढ़ावा देने, सेनाओं की समकालिक प्रगति को प्रोत्साहन देने, आधुनिक युद्ध कौशल क्षमताओं का त्वरित संचालन करने और उन्हें समकालिक बनाने पर ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं ताकि सशस्त्र बलों को भविष्य के लिए बेहतर ढंग से सुसज्जित किया जा सके।
इनफोर्समेंट एजेंसियाँ सख्ती से करें निर्वाचन व्यय की निगरानी : सी.ई.ओ.कांताराव
संवाददाता: भोपाल मध्यप्रदेश
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी व्ही.एल. कांताराव ने झाबुआ में उप-निर्वाचन के दौरान निर्वाचन व्यय की सख्ती से निगरानी करने के निर्देश दिये हैं। कांताराव ने निर्वाचन व्यय निगरानी की इनफोर्समेंट एजेंसी के साथ विस्तृत चर्चा की। झाबुआ विधानसभा उप-निर्वाचन के लिये 21 सितम्बर को झाबुआ एवं अलीराजपुर जिले में आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई है। झाबुआ में 21 अक्टूबर को मतदान होना है।
कांताराव ने कहा कि मतदान को 25 दिन रह गए हैं। सभी इनफोर्समेंट एजेंसियाँ सक्रियता से कार्य करें। उन्होंने कहा कि इन एजेंसियों ने विधानसभा और लोकसभा निर्वाचन में बहुत अच्छे से कार्य किया और लाखों के नगदी, जेवर एवं नारकोटिक्स जब्त कर निष्पक्ष और निर्बाध मतदान में अहम् भूमिका निभाई थी। उन्होंने बताया कि पिछले चुनावों की अपेक्षा इस बार विधानसभा और लोकसभा चुनावों में इन एजेंसियों ने मुस्तैदी से कार्यवाही कर अधिक नगदी, जेवर नारकोटिक्स एवं अन्य वस्तुओं की बरामदगी की थी, जो प्रशंसनीय है।
कांताराव ने जानकारी दी कि 21 सितम्बर से 25 सितम्बर तक आबकारी और पुलिस विभाग ने 12 लाख 96 हजार 290 मूल्य की मदिरा जब्त की है। उन्होंने निर्देश दिये कि स्थैतिक निगरानी दल की संख्या बढ़ाई जाए। जिला आबकारी अधिकारी वन सीमा क्षेत्रों में खुफिया जानकारी आधारित कार्यवाहियाँ करें। इंटीरियर क्षेत्रों में हेलीकाप्टर आदि के पहुँचने की जानकारी रखें। सभी एजेंसियाँ आपसी समन्वय से कार्य करें तथा प्रतिदिन की कार्यवाही से मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय को अवगत कराएँ। झाबुआ एवं अलीराजपुर जिलों के अन्य राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष मुस्तैदी एवं सख्ती से कार्यवाही की जाए। मतदाताओं को प्रलोभन देकर मतदान को प्रभावित करने वाली हर गतिविधि को निष्पक्षता के साथ सख्ती से रोकें और नियमानुसार कार्यवाही करें।
बैठक में गृह, आयकर, आबकारी, नारकोटिक्स विंग इंदौर, परिवहन, सेंट्रल बैंक, सी.ए.पी. एफ. (एयरपोर्ट), एयरपोर्ट, आकाशवाणी, दूरदर्शन एवं टेलीकम्यूनिकेशन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, उपस्थित थे।
राज्यपाल ने त्रिपुर सुन्दरी के दर्शन किए, प्रदेश-देश की खुशहाली के लिए की कामना...
संवाददाता : जयपुर राजस्थान
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने मालदीव और बांग्लादेश के असैन्य अधिकारियों के विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम के दीक्षांत सत्र को संबोधित किया...
प्रजा दत्त डबराल @ नई दिल्ली
केन्द्रीय कार्मिक एवं लोक-शिकायत व पेंशन मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने आज नई दिल्ली में मालदीव और बांग्लादेश के असैन्य अधिकारियों के विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम के दीक्षांत सत्र को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी तथा भारत में बांग्लादेश उच्चायोग एवं मालदीव दूतावास के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
भारत और बांग्लादेश तथा भारत एवं मालदीव के बीच हुए समझौतों के तहत पांच वर्षों के दौरान बांग्लादेश व मालदीव के क्रमशः 1800 व 1000 अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाना था। दो सप्ताह लम्बे इस विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम को मसूरी और दिल्ली में नेशनल सेंटर फॉर गुड गवर्नेंस आयोजित कर रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मालदीव के 33 और बांग्लादेश के 31 अधिकारी भाग ले रहे हैं।
दीक्षांत सम्बोधन में डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम भारत व दोनों पड़ोसी देशों के बीच बहु-आयामी संबंधों का विस्तार है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'पड़ोसी सबसे पहले' नीति पर हमेशा जोर दिया है। पड़ोसी देशों के छात्र अध्ययन के लिए भारत आ रहे है।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि 1500 पुराने कानूनों को समाप्त किया जा चुका है और भारत अधिकतम शासन और न्यूनतम सरकार पर विशेष जोर दे रहा है।
भारत में मालदीव गणराज्य के राजदूत आइशाथ मोहमेद दीदी ने कहा कि मालदीव के असैन्य अधिकारी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से बहुत कुछ सीख सकते है। ई-प्रशासन को सीखना व समझना आवश्यक है। मालदीव सहयोग बनाए रखेगा।
मालदीव के सिविल सर्विस कमीशन के चेयनमैन डॉ. अली शामीन ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और प्रौद्योगिकी स्तर पर एक आधुनिक देश है। इस प्रशिक्षण से ज्ञान प्राप्ति और तकनीकी कौशल प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने आधार कार्ड, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन दिशा-निर्देश, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट आदि का भी जिक्र किया।
विदेश मंत्रालय की संयुक्त सचिव देवयानी खोबरागड़े ने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम विदेश मंत्रालय के आईटीईसी कार्यक्रम का हिस्सा है। भारत एक विविधतापूर्ण देश है। इस कार्यक्रम में भारत के अनुभवों को साझा करने का अवसर मिलेगा। भारत पड़ोसी देशों को विकास प्रक्रिया में बराबर का भागीदार मानता है।
के.वी. ईप्पन ने कहा कि आईटीईसी भारत के लिए एक उपयोगी कार्यक्रम है, जहां हम पड़ोसी देशों के असैन्य अधिकारियों को शामिल करते है। भारत ने बांग्लादेश के 1500 असैन्य अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया है और निकट भविष्य में 1800 अन्य असैन्य अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान करेगा। पड़ोसी देश को ध्यान में रखते हुए भारत प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार करता है।
भारत प्रौद्योगिकी और आर्थिक सहयोग कार्यक्रम के तहत इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 16-28 सितंबर, 2019 तक मसूरी और दिल्ली में किया जाएगा। मालदीव असैन्य अधिकारियों के लिए आयोजित उद्घाटन सत्र के अध्यक्षता डीएआरपीजी के सचिव श्री के.वी. ईप्पन, सिविल सर्विस कमीशन की सदस्य सुश्री फातिमाथ अमीरा तथा डीएआरपीजी के अवर सचिव श्री वी. श्रीनिवास ने की।
जून, 2019 में मालदीव यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पड़ोसी सबसे पहले नीति पर जोर देते हुए मालदीव को हर संभव समर्थन देने का आश्वासन दिया था। यात्रा के दौरान हुए समझौते में अगले पांच वर्षों के दौरान मालदीव के 1000 असैन्य अधिकारियों के क्षमता निर्माण को शामिल किया गया था। समझौते के तहत सितंबर, 2019 से दिसंबर, 2020 तक दस प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएगे। 2019 में पहले तीन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएगे- क.) 16-28 सितंबर, 2019 ख.) 18-30 नवंबर, 2019- 60 अधिकारियों के लिए और ग.) 2-14 दिसंबर, 2019- 30 अधिकारियों के लिए।
प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. पी.के. मिश्रा ने एनडीएमए के 15वें स्थापना दिवस पर संबोधित किया...
संवाददाता: नई दिल्ली
प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. पी.के. मिश्रा ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के 15वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित किया
अपने संबोधन में डॉ. मिश्रा ने एनडीएमए के आरंभिक दिनों में उसके साथ अपनी सम्बद्धता को याद किया और इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि आपदा प्रबंधन की दिशा में एनडीएमए के प्रयासों और पहलों को आज व्यापक पहचान मिल रही है। उन्होंने विविध साझेदारों और हितधारकों के बीच इस बात पर सर्वसम्मति कायम करने में एनडीएमए की भूमिका की सराहना की कि आपदा जोखिम न्यूनीकरण सभी स्तरों पर हमारे विकास से संबंधित गतिविधियों के साथ जुड़ा हुआ है।
डॉ. मिश्रा ने दिव्यांगता-समावेशी आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर दिशानिर्देश जारी किये जाने को अनुकूलन की राह में प्रमुख मील का पत्थर करार दिया। उन्होंने कहा कि यह पहल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'सबका साथ सबका विकास' विजन को साकार करती है तथा समाज के सबसे कमजोर वर्ग की जरूरतों को पूरा करके जोखिम में कमी लाने के हमारे प्रयासों को ज्यादा समावेशी बनाने का प्रयास करती है। उन्होंने आपदा न्यूनीकरण को निरंतर विकसित होने वाली प्रक्रिया करार दिया और एनडीएमए से अपने प्रक्रियाओं और हस्तक्षेपों में निरंतर सुधार लाने की दिशा में कार्य करने का अनुरोध किया।
इस वर्ष के स्थापना दिवस के विषय - 'अग्नि सुरक्षा' के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अमेजन के जंगलों में लगी विनाशकारी आग तथा सूरत अग्निकांड जैसी घटनाओं के कारण हाल ही दुनियाभर का ध्यान इसकी ओर आकृष्ट हुआ था। विशेषकर उन्होंने शहरी क्षेत्रों में अग्नि जोखिम न्यूनीकरण संबंधी योजना बनाये जाने की जरूरत पर बल दिया। अलग-अलग प्रकार के अग्निकांडों जैसे - रिहायशी, व्यावसायिक, ग्रामीण, शहरी, औद्योगिक और जंगल की आग जैसी घटनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि ये सभी अलग-अलग तरह की चुनौतियां प्रस्तुत करती हैं और उन सबसे निपटने के लिए भी विशिष्ट रणनीतियों की जरूरत पड़ती है। उन्होंने अग्निशमन कर्मियों के लिए प्रर्याप्त प्रशिक्षण तथा उन्हें सही रक्षात्मक उपकरण उपलब्ध कराये जाने पर बल दिया।
प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव ने कहा कि शॉपिंग काम्पलेक्स, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और सरकारी इमारतों सहित सभी महत्वपूर्ण अवसंरचनाओं – का अग्नि सुरक्षा की दृष्टि से नियमित रूप से परीक्षण किया जाना चाहिए और आवश्यक ऐहतियाती उपाय प्राथमिकता के साथ किये जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि विशेषकर बड़े शहरों के लिये तो यह बात खासतौर पर प्रसांगिक है, जहां नगर निगम के कानूनों का पालन करके सूरत जैसी घटनाओं की रोकथाम की जा सकती हैं, जहां एक व्यावसायिक परिसर में स्थित एक कोचिंग सेंटर में लगी आग में अनेक छात्रों की मौत हो गई थी।
डॉ. मिश्रा ने अग्नि से बचाव, शमन और प्रतिक्रिया के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकी और उपकरणों को शामिल करने के मुम्बई शहर के प्रयासों की सराहना की। इनमें अग्नि शमन कार्रवाईयों के लिए ड्रोन, हैंड-हेल्ड लेज़र इन्फ्रा–रेड कैमरा और थर्मल इमेजिंग कैमरा से युक्त रिमोट-कंट्रोल्ड रोबोट शामिल हैं।
आगजनी की घटनाओं से निपटने में समय के महत्व की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मुंबई, हैदराबाद तथा गुड़गांव में विकसित मोबाइल फायर स्टेशन कार्रवाई समय को कम करने का नवाचारी उपाय है। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन को अग्निशमन सेवाओं के साथ सहयोग करना चाहिए और कार्रवाई दक्षता बढ़ाने में स्थान अनुकूल समाधान करना चाहिए।
डॉ. पी.के. मिश्रा ने कहा कि पश्चिमी देशों में आपदा और आपातस्थिति में अग्नि शमन सेवायें कार्रवाई की पहली पंक्ति के रूप में काम करती है। उन्होंने कहा कि हमारी अग्निशमन सेवाओं को उन्नत बनाने पर विचार करना चाहिए, ताकि अग्निशमन दल किसी आपदा और आपात की स्थिति में प्रभावित समुदाय द्वारा कदम उठाने से पहले कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि व्यापक जागरूकता अभियानों के साथ सामुदायिक स्तर पर मॉकड्रिल करने की जरूरत है, ताकि अग्नि सुरक्षा सभी के एजेंडा में शामिल हो सके।
उन्होंने एनडीएमए से वर्ष 2012 में जारी 'अग्नि सेवाओं पर राष्ट्रीय दिशा-निर्देशों' पर नये सिरे से गौर करने और इनका अद्यतन करने को कहा।
उन्होंने निष्कर्ष के तौर पर यह बात दोहराई कि अग्नि सुरक्षा सभी के लिए चिंता का विषय है और हमें 'सभी के लिए अग्नि सुरक्षा' सुनिश्चित करने के लिए प्रयास करने की जरूरत है।
इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में एनडीएमए, केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारी और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों तथा अग्नि सेवाओं के प्रतिनिधि भी शामिल थे।
राज्यपाल द्वारा विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति का त्यागपत्र अस्वीकृत...
प्रजा दत्त डबराल @ भोपाल मध्यप्रदेश
राज्यपाल लालजी टंडन ने विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बालकृष्ण शर्मा का त्यागपत्र अस्वीकृत कर दिया है। राज्यपाल ने कुलपति प्रो. शर्मा को पद पर कार्य करते रहने के निर्देश दिये हैं।
राज्यपाल टंडन ने विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति पद से प्रो. शर्मा का त्याग-पत्र मिलने पर उन्हें समक्ष में उपस्थित होकर पक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिये थे। टंडन ने प्रो. शर्मा से त्याग-पत्र के कारणों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों के उदंडतापूर्ण व्यवहार से शैक्षणिक गतिविधियों के सुचारू संचालन में बाधा उत्पन्न हो रही हैं। छात्रों के ऐसे व्यवहार से आहत होकर वे कुलपति पद से त्याग-पत्र देने को विवश हुए हैं।
लालजी टंडन ने विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति के पक्ष को गंभीरता पूर्वक सुनने के बाद कहा कि विश्वविद्यालय में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। अभद्र व्यवहार और उदंडतापूर्ण आचरण करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। टंडन ने प्रो. शर्मा से कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति को परिसर में अनुशासन स्थापित करने के संपूर्ण अधिकार हैं। प्राप्त अधिकारों का निष्पक्ष रहकर विवेकपूर्ण उपयोग करें। उदंड तत्वों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाये। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की गरिमा और शिक्षण व्यवस्था के लिए अनुशासित व्यवहार अनिवार्य है। राज्यपाल ने कहा कि कुलपति के वैधानिक और न्याय संगत कार्यो को राजभवन से पूरा सहयोग मिलेगा। प्रो. बालकृष्ण शर्मा का त्याग-पत्र अस्वीकार करते हुए उन्हें पद पर कार्य करते रहने के निर्देश दिए।
नगरीय विकास कर अब घर बैठे जमा करा सकेंगे नागरिक परिवहन मंत्री ने क्लिक कर किया वेबसाइट का उद्धघाटन...
संवाददाता : जयपुर राजस्थान
शुक्रवार, 27 सितंबर 2019
28 एवं 29 सितंबर को हंस फाउंडेशन जरनल अस्पताल सतपुली में लगाएगा,सुपर स्पेशलिटी चिकित्सा क्लीनिक...
जगमोहन आज़ाद @ उत्तराखंड
उत्तराखण्ड में हर जरूरतमंद और गंभीर से गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों के लिए वरदान साबित हो रहे द हंस जरनल अस्पताल सतपुली में समाजसेवी माताश्री मंगलाजी एवं भोलेजी महाराज जी की प्रेरणा से 28 एवं 29 सितंबर को दो दिवसीय विभिन्न रोगों से ग्रस्त लोगों के लिए सुपर स्पेशलिटी चिकित्सा क्लीनिक का आयोजन किया जा रहा है। इस शिविर में त्वचा,बाल,नाखून एवं हृदय रोग से संबंधित मरीजों की जांच अनुभवी डाक्टरों द्वारा की जाएगी ।
द हंस जरनल अस्पताल सतपुली के डाक्टर एच. एस. मिनास ने इस बारे में बताया कि द हंस फाउंडेशन जरनल अस्पताल सतपुली एवं शारदा अस्पताल के सौजन्य से इस दो दिवसीय नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
इस शिविर में अनुभवी डाक्टरों द्वारा त्वचा,बाल,नाखून की बीमारियों की जांच तो की ही जायेगी। साथ ही हृदय रोग एवं किडनी से संबंधित जांचे भी की जाएगी। इसी के साथ मरीज एलर्जी टेस्ट, फंगल इंफेक्शन टेस्ट, सी.बी.सी.टेस्ट,आ.एफ.टी.और ई. सी. जी के साथ-साथ कई और टेस्ट भी करवा सकते हैं।
डाक्टर मिनास ने बताया कि माताश्री मंगलाजी एवं भोलेजी महाराज जी के आशीष से हम यह कहना चाहते कि हम समझते हैं कि आपका स्वस्थ रहना आपके परिवार के लिए कितना आवश्यक है। इस लिए समय-समय पर द हंस फाउंडेशन जरनल अस्पताल सतपुली में ऐसे मेडिकल कैंपों का आयोजन किया जा रहा है। जिनमें हर उस व्यक्ति को स्वास्थ्य की सेवा निःशुल्क प्राप्त हो सके जो आज के समय बड़े-बड़े अस्पतालों में अपने स्वास्थ्य की जांच नहीं करवा सकता है।
28 एवं 29 सितंबर को सुबह 8 बजे से शाम 3 बजे तक हंस फाउंडेशन जरनल अस्पताल सतपुली में लगने वाले इस शिविर में वह सभी लोगों अपनी जांच करवा सकते हैं। त्वचा,बाल,हृदय और गुर्दे से संबंधित कोई भी शिकायत है।
‘एपीडा’ ने अगरतला में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन एवं क्रेता-विक्रेता बैठक का आयोजन किया...
प्रजा दत्त डबराल @ नई दिल्ली
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के तहत कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने त्रिपुरा सरकार के सहयोग से आज अगरतला में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन एवं क्रेता-विक्रेता बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में पूर्वोत्तर क्षेत्र,विशेष रूप से त्रिपुरा के कृषि उत्पादों की निर्यात संभावना का प्रदर्शन किया गया।
आठ देशों - बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, इंडोनेशिया, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, कुवैत और यूनान के 20 अंतर्राष्ट्रीय खरीदारों ने इसमें भाग लिया। त्रिपुरा, असम और अरूणाचल प्रदेश से एफपीसी/एफपीओ के प्रतिनिधियों और 30 से अधिक निर्यातकों ने भी इस बैठक में भाग लिया। एपीडा ने इस क्षेत्र के निर्यातकों की मदद के लिए विभिन्न पहल शुरू की हैं, जिनकी कृषि निर्यात बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्र के रूप में पहचान की गई है।
इस समारोह का उद्घाटन त्रिपुरा के मुख्य सचिव डॉ. यू.वेंकटेश्वरालू ने किया। इस अवसर पर कृषि सचिव माणिक लाल डे, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा पर्यावरण सहयोग विभाग के विशेष सचिव श्री शैलेन्द्र सिंह, उद्योग की विशेष सचिव सुश्री किरण गिट्टे, नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटिअर रेलवे तथा भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
डॉ. यू.वेंकटेश्वरालू ने कहा कि त्रिपुरा में अनानास, अदरक, हल्दी जैसी विशेष जिंसों के साथ-साथ बागवानी उत्पादों और सुगंधित चावल, अनाज और तिलहनों जैसे उत्पाद मौजूद है। राज्य सरकार बुनियादी ढांचे और रसद सुविधाओं का निर्माण करने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। इसके अलावा, रेल और सड़क की बेहतर कनेक्टिविटी तथा सीमा पार कनेक्टिविटी बांग्लादेश से होकर उपलब्ध कराने की योजना बनाई गई है। इससे अनेक व्यापार केन्द्र खुलेगे और सस्ता परिवहन उपलब्ध होगा। त्रिपुरा के कृषि सचिव एम.एल. डे ने कहा कि त्रिपुरा में एक सिरे से दूसरे सिरे तक मूल्य-श्रृंखला उपलब्ध कराई जा रही है।
एनएफआर और एएआई के प्रतिनिधियों ने बताया कि उनके संगठनों ने कार्गों रखरखाव के लिए सुविधाएं जुटाने के लिए विशेष पहल की हैं। आयातकों और खरीददारों ने भी अपने व्यापार तथा विभिन्न जिंसों में अपनी दिलचस्पी के बारे में बताते हुए पूर्वोत्तर क्षेत्र से जल्दी खराब होने वाली वस्तुओं के निर्यात की संभावनाओं का पता लगाने का भी वायदा किया।
काफल के बाद अब पहाड़ी ककड़ी का स्वाद चखाएंगे पूर्व सीएम हरीश रावत...
संवाददाता: देहरादून उत्तराखंड
काफल का स्वाद चखाने के बाद अब कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने समर्थकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पहाड़ी खीरे का स्वाद चखाने जा रहे हैं। रावत ने इसके लिए 28 सितंबर को देहरादून में ककड़ी-रायता पार्टी के आयोजन का ऐलान किया है। इसके साथ ही पार्टी में गेंठी और पिनालू के पत्तों और अरबी के पत्तों का गुनका भी परोसा जाएगा।स्टिंग ऑपरेशन के कारण हाईकोर्ट में हरीश रावत के मामले की सुनवाई एक अक्टूबर को है।
इससे पहले हुई सुनवाई में सीबीआई उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कोर्ट से अनुमति मांग चुकी है। इसी कारण दबाव में आए रावत ने पिछली सुनवाई में फेसबुक पर अपने समर्थकों के सामने खुद को निर्दोष बताया था। अब एक अक्टूबर से सुनवाई से ठीक दो दिन पूर्व देहरादून में पहाड़ी खीरे की दावत करते हुए दिखाई देंगे। रावत ने फेसबुक पेज के जरिए यह जानकारी दी है और पहाड़ी खीरे के साथ ही पहाड़ी व्यंजनों की एक लंबी फेहरिस्त भी सामने रखी है।
इससे पहले भी रावत इस तरह की दावतों का इंतजाम करते रहे हैं। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और अपने समर्थकों को काफल के स्वाद याद दिलाया था। यहां मुख्यमंत्री रहने के दौरान रावत ने एक बार भुट्टे की दावत भी दी थी।
प्रजातंत्र की सफलता के लिए नागरिकों को संसदीय प्रणाली का ज्ञान होना आवश्यक : डॉ. गोविंद सिंह
संवाददाता: भोपाल मध्यप्रदेश
संसदीय कार्य मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने राज्य संग्रहालय में युवा संसद अभि-विन्यास का शुभारंभ करते हुए कहा कि प्रजातंत्र की सफलता के लिए नागरिकों को संसदीय प्रणाली का ज्ञान होना आवश्यक है। पंडित कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ द्वारा इस दिशा में किये जा रहे सतत् प्रयास सराहनीय है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि युवा संसद के प्रतिभागी प्राध्यापक, अध्यापक अपने-अपने महाविद्यालयों, विद्यालयों में विद्यार्थियों को संसदीय कार्य प्रणाली से भली-भांति अवगत कराएंगे।
डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि संसदीय मर्यादाओं का पूरा सम्मान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यापीठ को स्वयं का भवन बनाने में सरकार मदद करेगी। डॉ. गोविंद सिंह ने पाठ्यक्रम में कई बार हिस्सा ले चुके प्रतिभागियों से कहा कि संसदीय प्रणाली के संबंध में अपने अनुभव बताएं। मैं भी कुछ नया सीखूंगा।
डॉ. अमरजीत सिंह प्राध्यापक शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रीवा, डॉ. नियाज अहमद अंसारी प्राध्यापक शासकीय महाविद्यालय उमरिया, प्रोफेसर रजनी तिवारी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय टीकमगढ़ तथा वंदना पांडे शासकीय विद्यालय चूना भट्टी ने संसदीय कार्य पद्धति के विषय में अपने अनुभव बताए। इस मौके पर प्रथम विजेता विद्यालय टीम इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल द्वारा युवा संसद का मंचन भी किया गया।
सैनिक स्कूलों में आधारभूत संरचनाओं के सुधार, विस्तार एवं विकास की दिशा में हर संभव कारगर कदम उठाए : राज्य मंत्री श्रीपाद नाईक
संवाददाता : चित्तौड़गढ़ राजस्थान
मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण ने 75 अतिक्रमणों का ध्वस्तीकरण किया...
संदीप शर्मा @ देहरादून उत्तराखंड
न्यायालय के निर्देशों के क्रम में देहरादून शहर में मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग, नगर निगम, पुलिस विभाग एवं जिला प्रशासन देहरादून द्वारा जन सामान्य हेतु बनाये गये फुटपाथों, गलियों, सड़कों एवं अन्य स्थलों पर किये गये अनधिकृत निर्माणों एवं अवैध अतिक्रमणों में ध्वस्तीकरण, चिन्हीकरण व सीलिंग का कार्य जारी रहा। 26 सितम्बर को इस अभियान के अन्तर्गत 75 अतिक्रमणों का ध्वस्तीकरण व 200 अतिक्रमणों का सीमांकन व 22 अतिक्रमणों के चिन्हीकरण के कार्य सम्पादित करने के साथ ही अतिक्रमण किये गये 89 भवनों के सीलिंगध्पार्किंग स्थलों पर संबंधित व्यक्तियों के विरूद्ध नोटिस भी जारी किये गये है।
अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि अवैध अतिक्रमण हटाने का कार्य अतिक्रमण हटाओ टास्क फोर्स द्वारा तीव्रता के साथ किया जा रहा है। ओमप्रकाश ने कहा कि जिन-जिन स्थानों में ध्वस्तीकरण की कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है, उन स्थानों में ट्रैफिक को डायवर्ट किया जा रहा है, जिससे की यातायात सुचारू रूप से चल सके एवं ध्वस्तीकरण का कार्य सुगमता से हो सके। उन्होंने आम जनमानस से अपील की है कि वे इस कार्य में अपना सहयोग प्रदान करते हुए संयम बरते तथा धैर्य का परिचय देते हुए अवैध अतिक्रमणों के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही में अपना सहयोग प्रदान करें। शहर में अवैध अतिक्रमण हटाने के अभियान में मा.न्यायालय के दिशा-निर्देशों का शत्-प्रतिशत पालन किया जा रहा है।श्री ओमप्रकाश ने अधिकारियों को निर्देश दिये है कि अपने विभाग से संबंधित कार्यों को समयबद्धता के साथ पूरा करें।
जिसमें सड़कों का चौड़ीकरण, डामरीकरण व सौंदर्यीकरण आदि कार्य तेज गति से किया जाना सुनिश्चित किये जाए। लोनिवि के अधिकारियों को सड़क का समतलीकरण, डामरीकरण के कार्य पूरा करने व विद्युत विभाग के अधिकारियों को भी अपने विभाग से संबंधित कार्य जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिये। जिसमें ट्रांसफार्मर, बिजली की लाइन, विद्युत पोल, एचटी व एलटी लाइनों से संबंधित विभिन्न कार्य किये जायेंगे।उन्होंने आम-जनमानस से पुनः अपील की है कि यदि जाने-अनजाने में भूलवश किसी ने सरकारी भूमि पर अतिक्रमण किया है, तो वे स्वयं ही उन अतिक्रमणों को शीघ्रता से हटा दें ताकि किसी प्रकार की अप्रिय कार्यवाही न करनी पडे। उन्होंने कहा कि अवैध अतिक्रमण के संबंध में यदि कोई जानकारी देना चाहता है, तो अध्यक्ष अतिक्रमण हटाओ टास्क फोर्स को इसकी सूचना महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, सर्वे चौक स्थित आई.आर.डी.टी. सभागार में दे सकते है। अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि देहरादून शहर के मुख्य मार्गों सहित नगर निगम की सीमा में आने वाले अवैध अतिक्रमणों को हर हालत में हटाया जायेगा।
उन्होंने निर्देश दिये कि उक्त कार्य से संबंधित समस्त विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा अनधिकृत निर्माणों एवं अतिक्रमणों की सूचना उपलब्ध न कराये जाने, अतिक्रमणकारियों को किसी भी प्रकार से सहायता पहुंचाये जाने एवं मा.न्यायालय के आदेश के विरूद्ध कार्य किये जाने का यदि कोई प्रकरण संज्ञान में आयेगा, तो संबंधित अधिकारीध्कार्मिक को मा.न्यायालय के आदेश की अवहेलना मानते हुए उनके खिलाफ तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने कहा कि उक्त आदेशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।
सभी जिला सैनिक कल्याण कार्यालयों में खुलेंगे निःशुल्क कोचिंग सेंटर, पूर्व सैन्य अधिकारी देेंगे प्रशिक्षण : सैनिक कल्याण मंत्री
संवाददाता : जयपुर राजस्थान