बुधवार, 31 जुलाई 2019

दुर्घटना पीड़ितों के इलाज को मना नहीं कर सकते निजी अस्पताल : अरविंद केजरीवाल

प्रजा दत्त डबराल @ नई दिल्ली


       “दिल्ली की सीमा के अंदर अगर कोई एक्सीडेंट होता है या कोई एसिड अटैक होता है या कोई बर्न इंजरी होती है तो उसका तुरंत इलाज कराना बहुत जरूरी होता है। चिकित्सा के क्षेत्र में कहा गया है कि पहले एक घंटे में अगर उसको मेडिकल की सुविधा मिल जाए तो दुर्घटना के शिकार व्यक्ति की जान बचने के आसार काफी ज्यादा रहते हैं। इस बारे में सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के कई ऑर्डर भी हैं जिनमें कहा गया है कि अगर किसी ऐसे पीड़ित को लेकर आप अस्पताल लेकर जाते हैं तो कोई भी अस्पताल इलाज करने से मना नहीं कर सकता। लेकिन ऐसा देखा गया है कि कई बार प्राइवेट अस्पताल कोई न कोई बहाना बनाकर इलाज के लिए मना कर देते थे। प्राइवेट अस्पताल वाले इसलिए इलाज करने से बचते हैं कि इसका बिल कौन देगा। दुर्घटना के शिकार व्यक्ति का इंश्योरेंस है भी या नहीं। दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सचिवालय में हुई एक प्रेस कांफ्रेंस में ये बात कही।



-    दिल्ली सरकार अपनी योजना के तहत दुर्घटना पीड़ितों के इलाज का पूरा खर्च उठा रही है


-    फरवरी, 2018 से लेकर अप्रैल2019 के बीच 2,501 लोगों का निजी  अस्पतालों में हुआ मुफ्त इलाज


-    दुर्घटना पीड़ितों के इलाज में आनाकानी करने वाले अस्पतालों पर सख्त एक्शन लेगी दिल्ली सरकार  


अरविंद केजरीवाल ने कहा, दिल्ली सरकार के लिए हर इनसान की जान बहुत अहम है, चाहे अमीर हो या गरीब। हम चाहते हैं कि ऐसे हादसों में जो भी पीड़ित हों उनको तुरंत मेडिकल की सुविधा मिले। हम चाहते हैं कि दुर्घटना के आसपास मौजूद लोग दुर्घटना के शिकार व्यक्ति को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले कर जाएं। वह अस्पताल चाहे कितना भी बड़ा न हो, अस्पताल चाहे प्राइवेट हो या सरकारी, दुर्घटना के शिकार व्यक्ति को तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए ताकि उसकी जान बचाई जा सके। इसके लिए दिल्ली सरकार ने योजना बनाई है कि उसके इलाज का सारा खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी। यह योजना फरवरी2018 में लागू हुई थी। फरवरी, 2018 से लेकर अप्रैल2019 के बीच इस 14 महीने में 2,501 लोगों को अस्पताल ले जाकर जान बचाई जा चुकी है। इन लोगों को प्राइवेट अस्पतालों ले जाया गया। वहां उनका इलाज हुआ।


मुख्यमंत्री ने कहा, पिछले कुछ दिनों में मेरे सामने कुछ ऐसे मामले भी आए हैं कि कुछ प्राइवेट अस्पताल दुर्घटना के शिकार ऐसे लोगों के इलाज में आनाकानी कर रहे हैं। आज मैंने दिल्ली के सारे अस्पतालों की मीटिंग बुलाई थी। मैंने उनको कहा कि हम आपको पार्टनर मानते हैं। दिल्ली सरकार के अस्पताल लोगों की जान बचाने की कोशिश करेंगे लेकिन आपकी भी जिम्मेदारी है। आपकी लीगल जिम्मेदारी भी है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा कहा है। अब आप लोग कोई बहाना नहीं बना सकते क्योंकि दिल्ली सरकार इसके लिए पैसे दे रही है। हमारे पास ऐसी एक भी शिकायत नहीं आनी चाहिए। मुझे खुशी है कि सभी अस्पतालों का बहुत पॉजिटिव रेस्पॉन्स रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि वे किसी को भी मना नहीं करेंगे। लेकिन उन्हें ये भी बता दिया गया है कि अगर वे मना करेंगे तो दिल्ली सरकार उस अस्पताल के खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन लेने में नहीं हिचकेगी। अगर ये पता चला कि ऐसे किसी भी मामले में उनका रवैया गैर- जिम्मेदाराना था और उसकी वजह से किसी की मौत हो जाती है तो दिल्ली सरकार उस अस्पताल का लाइसेंस कैंसल करने से भी नहीं हिचकेगी।


श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, मैं आज दिल्ली के नागरिकों को आश्वासन देना चाहता हूं कि भगवान न करे कि आपके साथ कभी कोई दुर्घटना हो, लेकिन अगर ऐसा कुछ हो जाता है तो दिल्ली सरकार आपके साथ है। दिल्ली के सारे अस्पताल आपके साथ हैं।


मुख्यमंत्री ने ये भी कहा, एक और बहुत दिलचस्प आंकड़ा है कि हमने इसके साथ एक और स्कीम निकाली थी कि जो भी व्यक्ति दुर्घटना के शिकार व्यक्ति को अस्पताल ले जाएगा उसको 2,000 रुपये का पुरस्कार मिलेगा। अभी तक 2501 मामले आए लेकिन लोगों ने पुरस्कार लेने से मना कर दिया। अभी तक 100 से भी कम लोगों ने ये पुरस्कार लिया। जो भी व्यक्ति पीड़ित को अस्पताल लेकर जाता है वह 2000 रुपये के लालच में नहीं लेकर जाता है। वह उस व्यक्ति की जान बचाने के लिए अस्पताल लेकर जाता है। ये हमारे लिए और समाज के लिए बहुत अच्छी बात है कि जब ऐसे लोगों को 2000 रुपये का पुरस्कार लेने को कहा जाता है तो वह मना कर देते हैं और कहते हैं कि हमने अपना धर्म निभाया है।


मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से मिली आजादी, राज्यसभा में ऐतिहासिक बिल पास...

संवाददाता : नई दिल्ली 


          मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक की कुप्रथा से मुक्ति दिलाने के लिए लाये गये मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक 2019 को आज राज्यसभा की मंजूरी मिल गयी और इस तरह नरेंद्र मोदी सरकार का एक बड़ा चुनावी वादा पूरा हुआ। राज्यसभा में बिल के पक्ष में 99 मत मिले जबकि विरोध में 84 मत पड़े।



मुस्लिम महिलाएं इसके लिए लंबे समय से संघर्ष कर रही थीं और मोदी सरकार ने उनका साथ देते हुए तीन तलाक विधेयक को पारित कराने के लिए पूर्व के कार्यकाल में भी प्रयास किये थे लेकिन प्रयास राज्यसभा में अटक जाते थे इस कारण बार-बार अध्यादेश से काम चलाना पड़ रहा था। राज्यसभा में तीन तलाक बिल को पास कराना सरकार के लिए बड़ी चुनौती माना जा रहा था लेकिन सरकार के फ्लोर मैनेजमेंट की दाद देनी होगी कि वह इस महत्वपूर्ण विधेयक को पारित कराने में सफल रही। लोकसभा इसे गत सप्ताह ही पारित कर चुकी है और अब राज्यसभा की भी मंजूरी मिल जाने के बाद इसके कानून बनने की राह साफ हो गयी है। इससे पहले सुबह विधयेक को चर्चा और पारित करने के लिए राज्यसभा में पेश करते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि तीन तलाक संबंधी विधेयक मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के मकसद से लाया गया है और उसे किसी राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिये।


उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय द्वारा एक फैसले में इस प्रथा पर रोक लगाने के बावजूद तीन तलाक की प्रथा जारी है। उधर, इस विधेयक पर हुयी चर्चा में भाग लेते हुए विभिन्न दलों के सदस्यों ने इसे अपराध की श्रेणी में डालने के प्रावधान पर आपत्ति जतायी और कहा कि इससे पूरा परिवार प्रभावित होगा। अन्नाद्रमुक, वाईएसआर कांग्रेस ने भी तीन तलाक संबंधी विधेयक का कड़ा विरोध करते हुए इसे प्रवर समिति में भेजे जाने की मांग की। विपक्षी दलों के सदस्यों ने इसका मकसद ''मुस्लिम परिवारों को तोड़ना'' बताया। विधेयक पर चर्चा में भाग लेते हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने सवाल उठाया कि जब तलाक देने वाले पति को तीन साल के लिए जेल भेज दिया जाएगा तो वह पत्नी एवं बच्चे का गुजारा भत्ता कैसे देगा? उन्होंने कहा, ''यह घर के चिराग से घर को जलाने की कोशिश'' की तरह है।


उन्होंने कहा कि इस विधेयक का मकसद ''मुस्लिम परिवारों को तोड़ना'' है। उन्होंने कहा कि इस्लाम में शादी एक दिवानी समझौता है। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि आप इसे संज्ञेय अपराध क्यों बना रहे हैं? उन्होंने इस विधेयक को प्रवर समिति में भेजने की मांग की। राकांपा के माजिद मेनन ने कहा कि जब उच्चतम न्यायालय ने इस बारे में कोई निर्णय दे दिया है तो वह अपने आप में एक कानून बन गया है। ऐसे में अलग कानून लाने का क्या औचित्य है?


सत्ता संभालते ही येदियुरप्पा का बड़ा फैसला, ‘टीपू जयंती’ समारोह रद्द...

संवाददाता : बेंगलुरु


          पूर्ववर्ती मैसूर साम्राज्य के 18वीं सदी के विवादित शासक टीपू सुल्तान की जयंती पर आयोजित होने वाले वार्षिक समारोह को कनार्टक की भाजपा सरकार ने मंगलवार को रद्द कर दिया। इस समारोह का आयोजन 2015 से हो रहा था। बी एस येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली नयी सरकार ने सत्ता में आने के तीन दिन के भीतर यह आदेश पारित किया। एक दिन पहले ही राज्य विधानसभा में येदियुरप्पा की सरकार ने विश्वासमत हासिल किया था।



सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने 2015 में टीपू जयंती के अवसर पर 10 नवंबर को वार्षिक समारोह के आयोजन की शुरुआत की थी और भाजपा एवं अन्य के विरोध के बावजूद एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-जदएस की गठबंधन सरकार ने पिछले साल भी इसे जारी रखा था। आदेश में कहा गया है कि विराजपेट के विधायक के. जी. बोपैया ने येदियुरप्पा को पत्र लिखकर राज्य के कन्नड़ एवं संस्कृति विभाग द्वारा टीपू जयंती के अवसर पर आयोजित किए जाने वाले वार्षिक समारोहों को रद्द करने का अनुरोध किया।


पत्र में उन्होंने ऐसे समारोह को लेकर विशेषकर कोडागू जिले में होने वाले विरोध की ओर ध्यान आकृष्ट किया।वर्ष 2015 में इसके पहले आधिकारिक आयोजन के दौरान कोडागू जिले में व्यापक प्रदर्शनों और हिंसा में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ता कटप्पा की मौत हो गयी थी। भाजपा और दक्षिणपंथी संगठन टीपू को ''धार्मिक कट्टरपंथी'' बताते हुए जयंती समारोहों का कड़ा विरोध करते रहे हैं।


कुलदीप सिंह सेंगर को सत्ता के संरक्षण से वंचित कराएं प्रधानमंत्री : प्रियंका गांधी

संवाददाता : नई दिल्ली 


            उन्नाव बलात्कार मामले की पीड़िता के एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल होने की घटना की पृष्ठभूमि में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को कहा कि इस मामले के मुख्य आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर जैसे 'अपराधी' को मिल रहे कथित सरकारी संरक्षण से वंचित किये जाने की पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को करना चाहिए।



प्रियंका ने ट्वीट कर पूछा, कुलदीप सेंगर जैसे लोगों को हम राजनीतिक सत्ता की ताकत और संरक्षण क्यों देते हैं और पीड़िता को अपनी जिंदगी के लिए लड़ने को अकेले क्यों छोड़ देते हैं ? उन्होंने सड़क दुर्घटना मामले में दर्ज प्राथमिकी का हवाला देते हुए आरोप लगाया, ''यह प्राथमिकी साफ तौर पर दिखाती है कि परिवार डरा हुआ था। इसमें यह भी जिक्र है कि वह सुनियोजित दुर्घटना थी।'' प्रियंका ने कहा, ''प्रधानमंत्री जी, कृपया इस अपराधी और उसके भाई को मिल रहे राजनीतिक सत्ता के संरक्षण से वंचित कराइए, जो आपकी पार्टी ने उसे दे रखा है।


अभी भी बहुत देर नहीं हुई है।'गौरतलब है कि गत रविवार को हुए सड़क हादसे में उन्नाव बलात्कार मामले की पीड़िता गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसे में पीड़िता की मौसी,चाची और ड्राइवर की मौत हो गई। पीड़ित महिला और उसके वकील को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर मामले के मुख्य आरोपी हैं।


आम जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरना सबसे बड़ा दायित्व : सीएम

संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड 


     मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा है कि लोकसेवक उत्तराखण्ड के आवरण हैं। हम सभी से राज्य की पहचान होती है। कार्मिकों से उनके विभाग की पहचान भी स्थापित होती है। शासन व सरकार में शामिल लोगों के आचरण से सरकार की छवि बनती है। यदि अच्छी छवि है तो जनता के बीच सकारात्मक संदेश जाता है। बुरी छवि होने से नकारात्मक संदेश जाता है। मुख्यमंत्री 'लोक सेवा में नैतिकता' विषय पर सचिवालय में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी चाहे सामान्य आदमी हों, कर्मचारी हों या बड़े अधिकारी हों, नियम कायदे सभी के लिए एक समान हैं। अगर हम अपनी जिम्मेदारियों के प्रति न्याय करते हैं तो हम नैतिक हैं।



इसके विपरीत अपनी जिम्मेदारियों से अनजान बने रहना या लापरवाह रहना अनैतिक आचरण की श्रेणी में आता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा आचरण ही हमें महान बनाता है। अच्छी शिक्षा या उच्च पद पाने पर भी अगर हमारा व्यवहार सही नहीं है तो उच्च शिक्षा या पद का कोई औचित्य नहीं है। रावण बहुत ज्ञानी था परंतु आचरण अनैतिक था। प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की हमसे बहुत अपेक्षाएं हैं। जितना ऊंचा पद होता है उतनी ही बड़ी जिम्मेदारी होती है। समाज विशेष तौर पर युवा पीढ़ी की हमसे बहुत उम्मीदें हैं। ये हम पर है कि हम इन उम्मीदों को कितना पूरा कर पाते हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि हर मनुष्य का अंतिम लक्ष्य सुख प्राप्ति है और सच्चा सुख नैतिकतापूर्ण आचरण से ही सम्भव है।


सचिवालय बहुत महत्वपूर्ण संस्था है। यहां लिए जाने वाले निर्णय हजारों-लाखों के जीवन पर प्रभाव डालते हैं। निर्णय लेने या फाईलों के निस्तारण में विलम्ब की प्रवृत्ति से बचना चाहिए। हमारे राज्य का भला होगा तो हमारा स्वतः ही भला होगा। कार्यशाला में उपस्थित अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि हमें कोई भी निर्णय लेते समय सही और गलत का ज्ञान होना आवश्यक है।


उन्होंने कहा कि यदि निर्णय लेने में दुविधा है तो सबसे गरीब व्यक्ति का ध्यान रखते हुए यह विचार करें कि क्या हम अपने फैसले से उसके लिए कुछ अच्छा कर पा रहे हैं।मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य ने हमें बहुत कुछ दिया है, हमें राज्य को इससे अधिक लौटाना होगा। लक्ष्य 2020 का निर्धारण नैतिकता के आधार पर किया गया है। हमें इन लक्ष्यों की पूर्ति के लिए हर सम्भव कोशिश करनी चाहिए। अपने सामान्य जीवन में नैतिकता का पालन करते हुए अपनी टेबल से समयबद्धता के साथ फाईलों का निस्तारण करना चाहिए। लोग हम पर भरोसा करके अपनी समस्याओं को लेकर व्यक्तिगत या फोन पर सम्पर्क करते हैं। हमारा दायित्व है कि हम उनकी बात को ध्यान से सुनें और यथासम्भव राहत देने की कोशिश करें।


डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने कहा कि सभी अधिकारियों को नियमों की पूरी जानकारी होती है। इन नियमों का पालन करते हुए लोक सेवा में नैतिक आचरण बनाया रखा जा सकता है। दक्षता, ज्ञान व मनोवृत्ति सबसे महत्वपूर्ण हैं। कार्यशाला को आत्मचिंतन का महत्वपूर्ण अवसर बताते हुए कहा कि सही व गलत की पहचान जरूरी है। जनसामान्य के जीवन-गुणवत्ता में सुधार, शासन का सबसे बड़ा उद्देश्य है। हम अधिकारियों को अच्छा वेतन व अन्य सुविधाएं मिलती हैं जबकि एक बहुत बड़ा वर्ग ऐसा है जिसे कि अपनी सामान्य जरूरतों को पूरा करने के लिए भी जद्दोजहद करनी पड़ती है।


सामान्य जन के लिए  अधिकारियों का उपलब्ध रहना सबसे महत्वपूर्ण है। कार्यशाला को अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने भी सम्बोधित किया। एसएसपी विजिलेंस सैंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने सतर्कता अधिष्ठान की ओर से प्रस्तुतिकरण दिया। कार्यशाला का संचालन अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने किया। कार्यशाला में शासन के प्रमुख सचिव, सचिव, अपर सचिव से लेकर सेक्शन ऑफिसर स्तर तक के अधिकारी उपस्थित रहे।


केंद्रीय बलों ने महाराष्ट्र में बाढ़ में फंसे महालक्ष्मी एक्सप्रेस से 900 लोगों को सफलतापूर्वक निकाला...

संवाददाता : नई दिल्ली 


        मुंबई और कोल्हापुर के बीच चलने वाली महालक्ष्मी एक्सप्रेस आज सुबह से लगभग 900 यात्रियों और रेल कर्मचारियों के साथ पटरियों पर पानी भरने के कारण बदलापुर और वांगानी रेलवे स्टेशन के बीच फंसी हुई थी।


सुबह लगभग 8.50 बजे इस घटना की जानकारी मिलते ही गृह मंत्रालय ने तुरंत 09 नौकाओं और अन्य आवश्यक बचाव उपकरणों के साथ मुंबई और पुणे से राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 02 टीम को तैनात किया। एनडीआरएफ की टीमें लगभग 09.40 बजे घटनास्थल पर पहुंची। उसी समय गृह मंत्रालय के अनुरोध पर रक्षा मंत्रालय (एमओडी) ने बचाव अभियान के लिए तुरंत नौसेना और वायु सेना की टीमों को तैनात किया।



नौसेना दल विशेषज्ञ गोताखोरों के साथ स्थल पर पहुंचे। बचाव अभियान में सहायता के लिए दो एमआई -17 भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों को भी कार्य में लगाया गया। 130 प्रशिक्षित कर्मचारियों, भोजन पैकेज, पानी और बचाव सामग्री के साथ सेना की दो टुकड़ियां भी तैनात की गई थी।


रेल मंत्रालय ने एक राहत ट्रेन सहित सभी आवश्यक संसाधन जुटाए और यात्रियों को चिकित्सा सहायता और नाश्ता भी उपलब्ध कराया।


पूरी तरह से पानी से भरे सड़कों, कठिन और दुर्गम क्षेत्र के बावजूद एनडीआरएफ और नौसेना की टीमों ने सभी फंसे हुए यात्रियों और रेलवे कर्मचारियों को ट्रेन से सुरक्षित निकाल लिया।


केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा स्थिति की पूरी निगरानी की गई। उन्होंने और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने गृह मंत्रालय,एनडीआरएफ, रक्षा मंत्रालय और अन्य एजेंसियों के प्रयासों की सराहना की, जिसकी बदौलत कम से कम समय में सभी यात्रियों को सफलतापूर्वक बचाया जा सका।


कोल्हापुर तक यात्रियों की आवाजाही के लिए भारतीय रेलवे द्वारा एक विशेष 19-कोच ट्रेन की व्यवस्था की गई है।


केदारनाथ हाईवे पर घंटों तक ठप रही आवाजाही...

संवाददाता : रुद्रप्रयाग उत्तराखंड 


        रुद्रप्रयाग में बारिश का कहर जारी है। मंगलवार दिनभर हुई बारिश के कारण केदारनाथ हाईवे बांसबाड़ा में लगातार बंद होता रहा। जिस कारण आम जनता के साथ ही केदारनाथ आने-जाने वाले तीर्थ यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं दूसरी ओर जिला मुख्यालय के नये बस अडडे पर ऊपरी पहाड़ी से भारी-भरकम बोल्डर गिरने से पार्किंग में खड़ा एक वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ। गनिमत यह रही कि जिस समय बोल्डर गिरे, वह समय सड़क पर कोई नहीं था। वरना एक बड़ी अनहोनी हो सकती थी।



लगातार हो रही बारिश अब आम जनता के साथ ही केदारनाथ यात्रा के लिये आफत बनती जा रही है। दो दिनों से जिले में रूक-रूकर हो रही बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। बारिश के कारण केदारनाथ हाईवे पर बांसबाड़ा में लगातार पहाड़ी टूटकर हाईवे पर आ रही है। जिस कारण यातायात बार-बार प्रभावित हो रहा है। मंगलवार सुबह चार घंटे तक बांसबाड़ा में आवाजाही प्रभावित रही। चार घंटे बाद हाईवे को खोला गया, लेकिन दोबारा पहाड़ी टूटने के कारण हाईवे पर आवाजाही बंद हो गई। बांसबाड़ा में वैकल्पिक मार्ग से भी आवाजाही कराई गई, लेकिन वैकल्पिक मार्ग भी बंद हो गया। बांसबाड़ा बरसाती सीजन में नासूर बन गया है। यहां लगातार पहाड़ी टूट रही हैं। वाहन चालक, स्थानीय लोग और यात्री जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं। बांसबाड़ा में स्थिति यह बन गई है कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।


वहीं दूसरी ओर रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय में नये बस अडडे पर सुबह चार बजे के समय बारिश के कारण पहाड़ी से बड़े-बड़े बोल्डर गिर गये। बोल्डर की चपेट में सड़क पर खड़ी एक यूटीलीटी आ गई। वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। बोल्डर इतने बड़े थे कि उन्हें किनारे करने के लिये जेसीबी बुलानी पड़ी। जब बोल्डर गिरे उस समय सड़क पर कोई नहीं था। अन्यथा कोई बड़ी अनहोनी हो सकती थी। बस अडडे पर पहाड़ी से लगातार बोल्डर गिर रहे हैं। जिस कारण वाहनों के साथ ही नगरपालिका की कुछ दुकानों को भी खतरा बना हुआ है। इधर, रुद्रप्रयाग शहर के बीच में बहने वाला पुनाड़ गदेरा भी उफान पर आ गया है। गदेरे किनारे बसे लोगों के लिये भी अब खतरा पैदा होने लग गया है।


इंदौर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की स्वीमिंग एकेडमी और कुश्ती एकेडमी स्थापित होगी...

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


      खेल एवं युवा कल्याण मंत्री जीतू पटवारी ने कहा है कि इंदौर के नेहरू स्टेडियम को नए स्वरूप में खिलाड़ियों और खेल प्रेमी जनता को लौटाया जाएगा। यहाँ सिर्फ खेल गतिविधियाँ ही होंगी।  इंदौर में स्वीमिंग तथा कुश्ती एकेडमी की स्थापना की जाएगी। शहर के प्रसिद्ध बिलावली तालाब की जल क्षमता बढ़ाकर इसे वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियों के लिए तैयार किया जाएगा। वर्ष 2020 में इसी तालाब में अंतर्राष्ट्रीय वाटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिता होगी। बिजलपुर में बनने वाले एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम में हॉकी के अलावा अन्य खेलों के लिये भी सुविधाएँ जुटायी जाएंगी।



 मंत्री पटवारी ने इन्दौर में निर्माणाधीन तथा प्रस्तावित स्थलों का निरीक्षण किया। इस दौरान महापौर मालिनी गौड़, संचालक खेल एवं युवा कल्याण एस.एन. थाउसेन तथा अन्य जन-प्रतिनिधि मौजूद थे।


सीईटी ऑन लाईन परीक्षा में शामिल विद्यार्थियों को लौटाया जायेगा परीक्षा शुल्क


उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा है कि पिछले माह आयोजित सीईटी ऑन लाईन परीक्षा में शामिल विद्यार्थियों को परीक्षा शुल्क लौटाया जायेगा। अगले वर्ष से सीईटी की परीक्षा पूरी तरह पारदर्शी रूप से सम्पन्न करायी जायेगी। विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिये हर संभव प्रयास किये जायेंगे। विद्यार्थियों के हितों का पूरा ध्यान रखा जायेगा।


पटवारी इन्दौर में खण्डवा रोड स्थित देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। पटवारी ने कहा कि प्रदेश में प्रोफेसर्स की कमी को दूर करने पूरे प्रयास किये जा रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में अनेक नवाचार कर गुणवत्ता के नये मापदण्ड स्थापित किये जायेंगे।


सीएफओ एस. के. राणा. के नेतृत्व में वेलम स्कूल में चलाया गया मॉकड्रिल...

संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड 


       मुख्य अग्निश्मन अधिकारी एस के राणा के नेतृत्व में दून के वेलम स्कूल में चलाया गया जन जागरूकता अभियान चलाया छात्रों एवं अध्यापकों को आग के गुरू सीखएं गये कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुख्य अग्निश्मन अधिकारी एस के राणा एवं राय सिंह राणा मनीष पन्त एवं  अन्य फायर कर्मी मौजूद रहे।



आरजीपीवी के कर्मचारियों की मांग पर गंभीरता से विचार किया जायेगा...

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


        जनसम्‍पर्क मंत्री पी.सी. शर्मा ने राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित सम्मान समारोह में कहा कि प्रदेश के समस्त शासकीय कर्मचारियों की मांगों को सरकार गंभीरता पूर्वक निराकृत कर रही है। उन्होंने आश्वस्त किया कि तकनीकी शिक्षा मंत्री बाला बच्चन उनकी सभी मांगों को गंभीरतापूर्वक पूरा करेंगे। शर्मा ने कहा कि वे स्वयं भी इस संबंध में बच्चन से चर्चा करेंगे। उन्होंने आरजीपीवी के कुल सचिव से कहा कि कर्मचारियों की मांगों को एक-एक कर पूरा किया जाए।



विश्वविद्यालय के कर्मचारी श्रमिक संघ द्वारा आज कॉन्फ्रेंस हॉल में सम्मान समारोह किया गया। समारोह में मंत्री शर्मा ने कहा कि यह विश्व विद्यालय देश का प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय बन चुका है। ऐसे में सभी कर्मचारियों की भी जिम्मेदारी अहम हो जाती है कि वे विश्वविद्यालय को सर्वोत्तम शिखर तक ले जाने के लिए प्रयास करें। इसके पहले मंत्री शर्मा विश्व विद्यालय परिसर में चल रहे अखंड रामायण पाठ में भी सम्मिलित हुए।


समारोह में अखिल भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश महामंत्री कृष्ण प्रताप सिंह, सूरज प्रकाश दांगी, जहीर अहमद, नदीम खान, देवेंद्र प्रजापति और आरजीपीवी कर्मचारी संघ के पदाधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।


 


ये क्या हो रहा है सी पी साहब ....

प्रदीप महाजन @ नई दिल्ली 


            शाहदरा जिला के गीता कॉलोनी थाने के इंस्पेक्टर(ATO) राजीव विमल को रेप के एक मामले में रिश्वत लेने के आरोप में सस्पेंड कर दिया है।सस्पेंड इन्स्पेक्टर राजीव विमल को हेड कांस्टेबल कपिल के ब्यान पर सस्पेंड किया गया है।आरोप है कि रेप के एक मामले में इंस्पेक्टर राजीव विमल ने आरोपियों से करीब सवा लाख की घूस ली। आला अधिकारी इस मामले में जांच कर रहे है



एक लाख लोगों ने राजभवन भ्रमण कर बनाया विश्व रिकार्ड...

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


          राज्यपाल लालजी टंडन ने राजभवन को आम नागरिकों के लिए खुला रखने की व्यवस्था को यथावत जारी रखने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के दौरान गत वर्ष के समान इस वर्ष भी आम नागरिकों को राजभवन अवलोकन की दी गई सुविधा को भी यथावत रखने के लिए कहा है।  उन्होंने कहा है कि आमजन की सुविधा और सहूलियत के अनुसार व्यवस्थाएँ की जायें। टंडन आज राजभवन में अधिकारियों से व्यवस्थाओं संबंधी चर्चा कर रहे थे।



आम नागरिकों के लिए राजभवन आगामी 11 से 16 अगस्त तक पूर्ववत खुला रहेगा। राजभवन 11 से 14 अगस्त तक और 16 अगस्त  को सुबह 11 से रात 10 बजे तक खुला रहेगा। स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त के दिन सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक ही राजभवन अवलोकन की सुविधा उपलब्ध रहेगी। राजभवन में दोपहर 2 से शाम 8 बजे तक प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। इस अवधि में राजभवन में प्रवेश नहीं मिलेगा।  इसके बाद रात 8 से 10 बजे तक रोशनी देखने की सुविधा मिलेगी। राजभवन 16 अगस्त को भी सुबह 11 से रात 10 बजे तक नागरिकों के लिए खुला रहेगा। 


वर्तमान में प्रचलित व्यवस्था में आम नागरिक  के लिए प्रत्येक मंगलवार और गुरूवार को शाम 4 से 6 बजे तक अवलोकन की और विद्यालयों को  छात्र भ्रमण कार्यक्रम के लिए पूर्वानुमति से प्रवेश की सुविधा जारी रहेगी। स्कूली बच्चों के भ्रमण कार्यक्रम के लिए समय और दिवस का कोई बंधन नहीं होने की व्यवस्था भी पहले की तरह रहेगी।


गत वर्ष राजभवन को अवलोकन के लिये खोले जाने की व्यवस्था का आम नागरिकों ने स्वागत किया था। मात्र 6 दिन में एक लाख से अधिक लोगों ने राजभवन का अवलोकन कर नया विश्व कीर्तिमान स्थापित किया था। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्डस यू.के. लंदन द्वारा इसे विश्व रिकार्ड के रूप में दर्ज कर राजभवन को प्रमाण-पत्र दिया गया है। 


डीएम ने डेंगू के निस्तारण के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की...

संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड 


          जिलाधिकारी सी रविशंकर की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों के साथ वैक्टर जनित रोगों (डेंगू, मलेरिया, इत्यादि) के निस्तारण की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।



जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग, के क्षेत्रवार स्वास्थ्य प्रभारी, नगर निगम देहरादून और ऋषिकेश के अधिकारियों से पिछली बैठक में डेंगू के निस्तारण के कार्यों की प्रगति की समीक्षा के दौरान प्रत्येक अधिकारी से निर्गत आउटकम का स्पष्ट विवरण प्राप्त किया। उन्होंने जिला वैक्टर जनित रोग निवारण अधिकारी द्वारा प्रस्तुत कार्यों की प्रगति से असंतुष्टि व्यक्त करते हुए कड़ी चेतावनी दी कि वे कार्यप्रणाली में सुधार करें और कार्य की गम्भीरता को समझते हुए कार्य करें। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी एस.के गुप्ता को अपने स्तर पर भी वैक्टर जनित रोगों की रोकथाम कार्यों की रूटीनवार बैठक लेते हुए उसकी निगरानी करने के निर्देश दिये। उन्होंने जिला वैक्टर जनित रोग अधिकारी के कार्यों पर विशेष निगरानी रखते हुए उसकी प्रगति बढाने और शिक्षा, बाल विकास, नगर निगम, पंचायतीराज जैसे विभागों से भी अपेक्षित सहयोग प्राप्त करते हुए डेंगू के प्रकोप से निजात दिलाने के प्रयास करने के निर्देश दिये।


जिलाधिकारी ने नगर निगम देहरादून एवं ऋषिकेश से भी संवेदनशील क्षेत्रों में मच्छर के प्रकोप से छुटकारा के लिए की गयी फॉगिंग, चूना छिड़काव, अवरूद्ध जल की निकासी और लोगों को इसके लिए जागरूक करने के प्रयासों का विवरण प्राप्त किया और उनको भी अपनी प्रगति को बढाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने सभी सम्बन्धित विभागों को डेंगू व मलेरिया प्रकोप के निस्तारण अभियान में अपना अपेक्षित सहयोग प्रदान करने और लोगों को इसके लिए व्यापक पैमाने पर जागरूक करने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नही की जायेगी और अगली बैठक में स्पष्ट आंकड़ों और किये गये कार्यों की स्पष्ट जानकारी प्रस्तुत करेगें।


स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इस दौरान अवगत कराया कि डेंगू के 3 प्रकार होते हैं, साधारण डेंगू,इमरजिव और डेंगू शॉक सिण्ड्रोम। बैठक में बताया गया कि जनपद में डेंगू के अब तक 67 मामले सामने आये हैं। इस दौरान अपर जिलाधिकारी वित्तध्राजस्व बीर सिंह बुदियाल, मुख्य चिकित्साध्किार एस.के गुप्ता, नगर आयुक्त नगर निगम ऋषिकेश चरतर सिंह सहित सम्बन्धित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।


ई-गवर्नेंस 2019 पर 22वां राष्ट्रीय सम्मेलन शिलांग में आयोजित किया जाएगा :पी.एस.थंगखिव

संवाददाता : नई दिल्ली 


         प्रशासनिक सुधार, लोक शिकायत विभाग और इलेक्ट्रॉनिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा मेघालय सरकार मिलकर 8-9 अगस्त, 2019 को शिलांग में ई-गवर्नेंस 2019 पर 22वें राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करे रहे हैं। इस सम्मेलन का पूर्वोत्तर क्षेत्र में पहली बार आयोजन किया जा रहा है। यह सम्मेलन सभी तरह की डिजिटल सेवाएं उपलब्ध कराने, समस्याओं के समाधान में अनुभव का आदान-प्रदान करने, जोखिम कम करने, मुद्दों को सुलझाने और सफलता की योजना उपलब्ध कराने के लिए स्थायी ई-गवर्नेंस पहलों को तैयार करने और उन्हें लागू करने के प्रभावी तरीकों के बारे में जानकारी साझा करने के लिए एक मंच उपलब्ध कराता है। यह घोषणा मेघालय सरकार के मुख्य सचिव पी.एस.थंगखिव, प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग के अतिरिक्त सचिव वी.श्रीनिवास ने आज शिलोंग में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में की। शिलोंग में आयोजित 22वां राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस सम्मेलन नई सरकार के डीएआरपीजी के 100 दिनों की पहल का एक हिस्सा है।



इस सम्मेलन का विषय “डिजिटल इंडिया : सफलता से उत्कृष्टता” है। सम्मेलन के दौरान पूर्ण सत्र में 5 उप-विषयों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। ये उप-विषय हैं – इंडिया इंटरप्राइज आर्किटेक्चर (आईएनडीईए), डिजिटल बुनियादी ढांचा, वन नेशन - वन प्लेटफॉर्म, पेशेवरों के लिए उभरती प्रौद्योगिकी, सचिवालय सुधार, राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस सेवा आपूर्ति आकलन (एनईएसडीए), समावेश और क्षमता निर्माण, नवाचारियों और उद्योगों के साथ तालमेल, सभी तरह की डिजिटल सेवाएं, राज्य सरकारों की सूचना प्रौद्योगिकी पहल जैसे उप-विषयों के बारे में चार सत्रों का आयोजन किया जाएगा।


इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए 28 राज्यों और आठ केंद्रशासित प्रदेशों ने अपनी सहमति दे दी है। इस सम्मेलन में 450 से अधिक प्रतिनिधियों के शामिल होने की उम्मीद है। ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों का प्रदर्शन करने के लिए सम्मेलन के दौरान एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा। मेघालय के मुख्य सचिव ने कहा कि इस सम्मेलन का उद्घाटन राज्य के मुख्यमंत्री कॉनराड कोंगकल संगमा और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायतें और पेंशन, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह करेंगे। मेघालय के सूचना प्रौद्योगिकी, संचार और शहरी मामलों के विभाग के मंत्री हैमलेटसन डोहलिंग उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे। प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत और पेंशन विभाग के सचिव के.वी.इपन और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में सचिव अजय प्रकाश साहनी सहित भारत सरकार के वरिष्ठ सचिव भी इस सम्मेलन में शामिल होंगे।


डीएआरपीजी में अतिरिक्त सचिव वी.श्रीनिवास ने कहा कि शिलांग में आयोजित 22वां राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस सम्मेलन इस क्षेत्र में ई-गवर्नेंस पहलों को महत्वपूर्ण गति प्रदान करेगा। इससे पूर्वी क्षेत्र के नागरिक अधिकारियों और उद्योग क्षेत्र के दिग्गजों को सभी तरह की सेवापूर्ति में सुधार लाने के लिए ई-गवर्नेंस में अपने सफल प्रयासों का प्रदर्शन करने का भी अवसर उपलब्ध होगा।


मंगलवार, 30 जुलाई 2019

लाहौर के बिना भारत अधूरा है : इंद्रेश कुमार

संवाददाता : भिवानी हरियाणा 


             राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने सोमवार को कहा कि हर वक्त कश्मीर का राग अलापने वाला पाकिस्तान कह रहा है कि कश्मीर के बिना पाकिस्तान अधूरा है, ऐसे में ''हमें भी अब कहना होगा कि लाहौर के बिना भारत अधूरा है।''इंद्रेश ने जिले के पंचायत भवन में शहीदों की याद में आयोजित स्वाभिमान दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य विपक्षी कांग्रेस पर भी हमला बोला और कहा कि वह हमेशा ''विभाजनकारी ताकतों'' को बढ़ावा देती रही है।



उन्होंने कहा, ''देश का विभाजन भी उसी के समय हुआ। कश्मीर की समस्या भी उसी की देन है।घाटी में अब हालात बदले हैं। क्यों नहीं वहां अब पत्थरबाजी हो रही?''इंद्रेश ने कहा, ''आज मॉब लिंचिंग (भीड़ हत्या) पर शोर मचाया जा रहा है। जबकि सबसे पहले कश्मीर से मॉब लिंचिंग की शुरुआत हुई थी। छह लाख अल्पसंख्यक हिंदुओं को घर से निकाल दिया गया था। अपने ही देश में वे विस्थापित की तरह जीवनयापन कर रहे हैं।


इस पर तो किसी भी दल की ओर से कभी प्रतिक्रिया नहीं दी गई।'' आरएसएस नेता ने कहा, ''अब विश्व की कोई ताकत भारत को गुलाम बनाकर नहीं रख सकती। देश का युवा जागरूक हो चुका है।'' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में देश की एकता व अखंडता सुरक्षित है। इसे और मजबूत करने की जरूरत है।


एम.पी. वनमित्र सॉफ्टवेयर का दो दिवसीय प्रशिक्षण प्रारंभ...

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


           आदिम जाति कल्याण विभाग के 'एम.पी. वनमित्र' सॉफ्टवेयर पर केन्द्रित दो दिवसीय प्रशिक्षण आरसीवीपी नरोन्हा प्रशासन अकादमी में प्रारंभ हुआ। यह साफ्टवेयर वन अधिकार अधिनियम, 2006 की पूरी प्रक्रिया का ऑनलाइन क्रियान्वयन कराता है। इसके माध्यम से मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य होगा, जो वन अधिकार अधिनियम की पूरी प्रक्रिया को डिजिटाइज़ करने जा रहा है। यह सिस्टम महाराष्ट्र नॉलेज कॉर्पोरेशन (MKCL), पुणे द्वारा विकसित किया गया है।



प्रशिक्षण में पहले दिन 26 जिलों के प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण को प्रमुख सचिव, आदिम जाति कल्याण दीपाली रस्तोगी ने सम्बोधित किया। संचालक, आदिम जाति क्षेत्रीय विकास राकेश सिंह ने प्रस्तावना रखी। प्रशिक्षण में अपर जिलाधिकारी, सीइओ, डीएफओ, एसी (ट्रायबल) एसडीएम, एसडीओ (फॉरेस्ट), DeGM एवं 2 मास्टर ट्रेनर मौजूद थे।


विभाग से के.के. पबिया, विश्रुत मानिक, रितेश अग्रवाल समेत आदिम जाति क्षेत्रीय विकास कार्यालय के कर्मचारी उपस्थित थे। पहले दिन 156 प्रशिक्षणार्थियों का प्रशिक्षण ट्रेनिंग हुई। दूसरे दिन 30 जुलाई को शेष 26 जिलों के प्रशिक्षणार्थी, प्रशिक्षण लेंगे। MKCL की तरफ से योगेश बिचकुले, सुनील रजक, पंकज तिवारी ने प्रशिक्षण दिया।


म्यांमार के कमांडर-इन-चीफ रक्षा विभाग के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लिंग भारत की आधिकारिक यात्रा पर...

संवाददाता : नई दिल्ली 


       म्यांमार के कमांडर-इन-चीफ रक्षा विभाग (सीडीएस) के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लिंग (एमएएच) 25 जुलाई से 02 अगस्त, 2019 भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं।



रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद यसो नाइक ने म्यांमार के कमांडर-इन-चीफ रक्षा विभाग (सीडीएस) के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लिंग से बातचीत की। बातचीत के दौरान दोनों के पक्षों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने पर बातचीत की गई, संयुक्त अभ्यास तथा म्यांमार रक्षा सेवाओं को दिए जाने वाले प्रशिक्षण की समीक्षा की गई। इसके अलावा संयुक्त निगरानी के तहत समुद्री सुरक्षा को मजबूत बनाने, चिकित्सा सहयोग, प्रदूषण का मुकाबला तथा नई अवसंरचना के विकास के मुद्दों पर चर्चा की गई।


बातचीत के अंत में भारत और म्यांमार में रक्षा सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गये।


इसके पूर्व म्यांमार रक्षा सेवाओं के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ वहां के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लिंग ने वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी.एस.धनोआ, थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और नौसेना अध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह से मुलाकात की। म्यांमार के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लिंग को तीनों सेनाओं ने गार्ड ऑफ आनर पेश किया। वरिष्ठ जनरल ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की।


भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी के तहत म्यांमार प्रमुख देश है। इस नीति के तहत पूर्वी एशियाई देशों के साथ भारत अपने संबंधों को प्राथमिकता देता है। हाल के वर्षों के दौरान म्यांमार के साथ भारत का रक्षा सहयोग तेजी से बढ़ रहा है।


वचन-पत्र में उल्लिखित वादे पूरे किये जायेंगे : पी.सी. शर्मा

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


        जनसम्पर्क मंत्री पी.सी. शर्मा ने प्रदेश के कर्मचारी संगठनों की बैठक में कहा कि कमल नाथ सरकार के वचन-पत्र में शामिल प्रत्येक वायदा पूरा किया जायेगा। सरकार मंत्रियों की समिति के माध्यम से कर्मचारियों की विभिन्न मांगों पर मंथन करेगी और तदुपरांत मांगें पूरी करने की दिशा में कदम उठायेगी।



जनसम्पर्क मंत्री शर्मा ने कहा कि कर्मचारी आंदोलन के दौरान कर्मचारियों का वेतन काटे जाने के मामले का शीघ्र निराकरण किया जायेगा। इस सिलसिले में प्रस्तावों पर चर्चा पूरी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी संगठनों को निराश होने की आवश्यकता नहीं है।


शर्मा ने कहा कि रोजगार के अवसरों में वृद्धि के लिये निवेश बढ़ाने से जुड़े कदम उठाये गये हैं। इस सिलसिले में प्रदेश के नगरों के लिये फ्लाइट सर्विसेस में बढ़ोत्तरी के लिये भी पहल की गयी है। कर्मचारी संगठनों को आश्वस्त करते हुए शर्मा ने कहा कि वे बतौर जन-प्रतिनिधि कर्मचारी हितों की रक्षा के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।


इस मौके पर प्रांताध्यक्ष रामनरेश त्रिपाठी, भुवनेश पटेल, जितेन्द्र सिंह, सुधीर नायक, राजकुमार पटेल, अशोक शर्मा तथा महेन्द्र शर्मा सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों के कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे।


 


स्नाइपर फ्रंटियर प्रतियोगता : 2019...

संवाददाता : नई दिल्ली 


          भारतीय सेना का 9 सदस्य दल स्नाइपर फ्रंटियर प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए बेलारूस रवाना हो गया है। यह प्रतियोगिता अंतर्राष्ट्रीय सैन्य खेल का हिस्सा है जो बेलारूस में 03 अगस्त से 17 अगस्त, 2019 तक चलेगी। इस 13 दिवसीय प्रतियोगिता में गहन स्नाइपर प्रतियोगिता होगी जिसमें भागीदारों की मानसिक, शारीरिक और फायरिंग कुशलता देखी जाएगी।



इस प्रतियोगिता में रूस और चीन सहित 23 से अधिक देशों के भाग लेने की संभावना है।


उपसेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल डी.आनबू ने बेलारूस से रवाना होने से पहले सैन्यदल के साथ बातचीत की। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए भारतीय सेना के दल ने कठिन प्रशिक्षण प्राप्त किया है। हमारी शुभकामनाएं उनके साथ हैं। 


 


बेबी रूचि आर्य का पहला कुमांऊनी गीत यू-ट्यूब पर जारी हुआ...

संवाददाता : देहरादून/अल्मोड़ा उत्तराखंड 


        दस साल की बेबी रूचि आर्य का पहला कुमांऊनी गीत बीते रोज यू-ट्यूब पर जारी हुआ। यह गीत मोहिनी वीएचएम प्रोड्क्शन द्वारा प्रस्तुत किया गया है। और जो पहाड़ों से हो रहे पलायन के ऊपर गाया गया है जिसके बोल हिट कमू लै जानू पहाड़ा हैं।



इसमें लोकगायक एवं गीतकार विनोद आर्या ने बेबी रूचि आर्य के साथ अपनी मधुर आवाज दी है। बेबी रूचि आर्य अल्मोड़ा जिले के डोटल गावं की रहने वाली है, रूचि के पिता राकेश आर्य ने बताया कि रूचि अभी दस साल की है और शुरू से ही उसे गाने का शौक रहा है, वह अपने स्कूल व गांव के अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों में गाती रहती है। एलबम के म्यूजिक जय राज व रिकॉर्डिस्ट संजीव मेहता ने भी बेबी रूचि आर्य की काफी प्रशंसा की।


उन्होंने बताया कि रूचि काफी मेहनती है और उसका भविष्य काफी उज्ज्वल है। विनोद आर्या ने इससे पहले 2008 में दिल तोड़ी कमला, 2011 में गोल ज्यू की महिमा अपार व मेरी जीवन अधार, 2019 में कमू करी गे कमाल मचौ गे धमाल एवं बग्वाली पोखर मेरी दिलमे बसिगे साई जैसे सुपरहिट कुमाऊंनी लोकगीत प्रस्तुत कर चुके हैं। विनोद ने बताया कि इस गीत के बाद उनका एक नॉन स्टॉप गाना भी जारी होने वाला है।


जितेन्‍द्र सिंह ने आईएएस अधिकारियों की ई-प्रशासनिक सूची-2019 जारी की...

संवाददाता : नई दिल्ली 


         केंद्रीय पूर्वोत्‍तर क्षेत्र विकास, प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, जन शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्‍य मंत्री डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने आज नई दिल्‍ली में आईएएस अधिकारियों की ई-प्रशासनिक सूची-2019 जारी की। यह प्रशासनिक अधिकारियों की सूची का 64वां संस्‍करण है और पहली बार इस सूची में आईएएस अधिकारियों की फोटो है।



इस सूची में अधिकारियों के बैच, कैडर, वर्तमान पोस्टिंग, वेतनमान, योग्‍यता और उनके संपूर्ण कैडर की शक्ति के साथ सेवानिवृत्ति के संबंध में महत्‍वपूर्ण जानकारी है। सूची को कार्यकारी पत्रक से जोड़ा गया है। इस सूची को डीओपीटी के जरिए तैयार किया गया है, जिसमें उपयोगकर्ताओं को सूची देखने के अनेक विकल्‍प दिए गए हैं। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग आईएएस अधिकारियों का कैडर नियंत्रण प्राधिकार है और राज्‍यों के कैडरों से प्राप्‍त जानकारी की मदद से प्रशासनिक अधिकारियों की सूची तैयार की गई है। ई-आईएएस प्रशासनिक अधिकारी सूची मंत्रालय की वेबसाइट http:persmin.nic.in पर https://easy.nic.in/civilListIAS/YrCurr/StartCL.htm  लिंक के तहत उपलब्‍ध है।


इस पहल के लिए डीओपीटी को बधाई देते हुए, डॉक्‍टर जितेन्‍द्र सिंह ने कहा कि सरकार में डिजिटल कामकाज की दिशा की ओर बढ़ने की प्रधानमंत्री की प्राथमिकता को ध्‍यान में रखते हुए यह एक महत्‍वपूर्ण कदम है। यह कामकाज में नागरिकों को केन्‍द्र में रखने की तर्ज पर है, क्‍योंकि यह आईएएस अधिकारियों से जुड़ी जानकारी को सार्वजनिक रूप से उपलब्‍ध कराएगी, जिस तक उपयोगकर्ता कहीं से भी पहुंच सकते हैं। डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने कहा कि मंत्रालय के अन्‍य विभागों को भी इस कार्य प्रणाली को अपनाने के लिए प्रोत्‍साहित किया जाना चाहिए। उन्‍होंने जोर देकर कहा कि राज्‍य सरकारों को इस मॉडल का अनुसरण करना चाहिए, ताकि उन्‍हें सम्‍बद्ध राज्‍य के प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के बारे में पूरी और नियमित जानकारी मिल सके।


प्रशासनिक अधिकारियों की सूची के फायदों के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि यह सूचना आयोगों का काम सरल बनाएगी, क्‍योंकि आरटीआई कार्यकर्ताओं द्वारा अधिकारियों के बारे में मांगी गई जानकारी पहले से ही सार्वजनिक तौर पर अनेक तलाशी विकल्‍पों के साथ उपलब्‍ध होगी। उन्‍होंने कहा कि सरकार की एचआर शाखा होने के नाते डीओपीटी अनुसंधान कार्य और तुलनात्‍मक आंकड़ों के विश्‍लेषण के काम को आगे बढ़ाएगा, जो अनेक मानदंडों जैसे आयु, लिंग, शैक्षणिक योग्‍यता आदि पर आधारित होगा। यह सरकार के मानव संसाधन प्रबंधन में सहायता करेगा, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि इन अधिकारियों की सेवाओं का सर्वश्रेष्‍ठ उपयोग किया जाए।


मंत्रालय में सचिव डॉ. सी. चन्‍द्रमौली ने कहा कि इस सूची में 5,104 आईएएस अधिकारियों के बारे में जानकारी है। उन्‍होंने कहा कि इससे न केवल रोजमर्रा के प्रशासनिक कार्य में, बल्कि अनुसंधान में भी मदद मिलेगी, क्‍योंकि जनसंख्‍या संबंधी काफी जानकारी उपलब्‍ध है। उन्‍होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री द्वारा डिजिटल इंडिया और सुगम जीवन को महत्‍व देने की तर्ज पर है। उन्‍होंने बताया कि इस वर्ष के अंत तक लगभग सभी विभाग ई-एचआरएमएस पर होंगे, जिसका अर्थ है कि अन्‍य बातों के अलावा उनकी सर्विस बुक, एलटीसी से जुड़ी जानकारी इलेक्‍ट्रॉनिकली उपलब्‍ध होगी। उन्‍होंने कहा कि इससे रिक्‍त पदों की संख्‍या का पूर्वानुमान लगाने में मदद मिलेगी। मंत्रालय में सचिव ने डॉक्‍टर जितेंद्र सिंह को डीओपीटी के डैशबोर्ड के बारे में संक्षिप्‍त रूप से बताया, जिसकी वजह से इस विभाग का समूचा कामकाज डैशबोर्ड पर उपलब्‍घ है।


इस अवसर पर डीएआरपीजी सचिव के.वी. ईपन और मंत्रालय के वरिष्‍ठ अधिकारी भी मौजूद थे।


राम झूला पुल पर सीमित संख्या में आवाजाही...

संवाददाता :ऋषिकेश उत्तराखंड 


           उत्तराखंड के ऋषिकेश में लक्ष्मण झूला पुल पर आवाजाही बंद होने के कारण राम झूला पुल पर दबाव बढ़ गया है। शनिवार को कांवड़ियों और अन्य लोगों की भीड़ बढ़ने से देर शाम राम झूला पुल की चार तारें टूट गईं।इससे भगदड़ की स्थिति बन गई। पुलिस प्रशासन ने तत्काल लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी। विभाग के इंजीनियरों ने कई घंटों की मशक्कत के बाद रात करीब आठ बजे पुल की मरम्मत पूरी की।इस दौरान शाम पांच से रात आठ बजे तक पुल से आवागमन बंद रहा।



एसएसपी टिहरी योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि पुल पर दोपहिया वाहनों की आवाजाही बंद करा दी गई है। लोगों की भी सीमित संख्या में आवाजाही रखने के लिए दोनों ओर बैरिकेडिंग लगा दिए गए हैं।लक्ष्मण झूला और राम झूला पुल की जांच की सर्वे रिपोर्ट में लोक निर्माण विभाग ने लक्ष्मण झूला पुल पर आवाजाही पूर्ण रूप से बंद करने और राम झूला पुल पर सीमित संख्या में आवाजाही करने सहित वाहनों के आवागमन पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाने के लिए कहा था।


स्थानीय प्रशासन की लापरवाही यह रही कि उसने राम झूला पुल पर वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध ही नहीं लगाया, जिसका नतीजा शनिवार को सामने आया। पुल की भार वहन क्षमता 500 किलोग्राम प्रति स्क्वायर मीटर है। लेकिन निर्माण के 34 साल बीत जाने के बाद आवाजाही बढ़ने से पुल की वहन क्षमता काफी कम हो गई है। इसकी जानकारी होते हुए भी प्रशासन और पुलिस ने राम झूला पुल पर बेतरतीब तरीके से आवाजाही चालू रखी।


सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभावों के कारण पत्रिकाओं को आगे बढ़ाना एक चुनौतीः मुख्यमंत्री

संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड 


      मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में चाणक्य मंत्र पाक्षिक पत्रिका के एक वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि चाणक्य मंत्र पत्रिका से पाठकों को कई राज्यों की समसामयिक जानकारी प्राप्त हो रही है। पत्रिका पूर्वाग्रह की भावनाओं से हटकर सकारात्मक कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभावों के कारण पत्रिकाओं को आगे बढ़ाना एक चुनौती है। आशा है कि पत्रिका निष्पक्ष रूप से समीक्षाएं करती रहेगी।



विधायक हरबंश कपूर ने कहा कि पत्रकारिता अपने आप में कठिन कार्य है। पत्र-पत्रिकाएं समाज को नई दिशा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। चाणक्य मंत्र पाक्षिक पत्रिका ने एक वर्ष में विभिन्न गतिविधियों को जन-जन तक पहुंचाने का अच्छा प्रयास किया है।


इस अवसर पर सूचना आयुक्त जे.पी मंमगाई, चाणक्य मंत्र पाक्षिक पत्रिका के समूह संपादक रणविजय सिंह, प्रधान संपादक धर्मपाल धनखड़, रजत गुप्ता, वी.के प्रजापति, डा. सुशील उपाध्याय आदि उपस्थित थे।


बाघों की गिनती बढ़कर 2967 हुई,प्रधानमंत्री ने इसे एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताया...

संवाददाता : नई दिल्ली 


       विश्‍व बाघ दिवस के अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज नई दिल्‍ली में अपने आवास पर बाघों के अखिल भारतीय अनुमान-2018 के चौथे चक्र के परिणाम जारी किए।



सर्वेक्षण के अनुसार 2018 में भारत में बाघों की संख्‍या बढ़कर 2967 हो गई।


इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने इसे भारत के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताया और बाघों के संरक्षण की दिशा में भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया। प्रधानमंत्री ने इस लक्ष्‍य को हासिल करने के लिए कार्य कर रहे विभिन्‍न हितधारकों की गति और समर्पण की सराहना की। उन्‍होंने इसे संकल्‍प से सिद्धि का एक उत्‍तम उदाहरण बताया। उन्‍होंने कहा कि भारत की जनता जब एक बार कुछ करने की ठान लेती है, तो कोई भी ताकत उसे वांछित परिणाम हासिल करने से रोक नहीं सकती।


प्रधानमंत्री ने कहा कि करीब 3000 बाघों के साथ, भारत आज सबसे बड़ा और सुरक्षित प्राकृतिक वास हो गया है।


नरेन्‍द्र मोदी ने जोर देकर कहा कि आगे का रास्‍ता चयनात्‍मकता की बजाय सामूहिकता है। उन्‍होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए एक व्‍यापक आधार और समग्र दृष्टिकोण आवश्‍यक है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास और पर्यावरण के बीच स्‍वस्‍थ संतुलन कायम करना संभव है। उन्‍होंने कहा,'हमारी नीतियों, हमारी अर्थनीतियों में, हमें प्राकृतिक संरक्षण के बारे में अपनी संवादात्‍मक भूमिका को बदलना होगा।'


भारत अपने नागरिकों के लिए कुछ और मकानों का निर्माण करेगा और साथ ही जीव-जंतुओं के लिए गुणवत्‍तापूर्ण प्राकृतिक वास भी बनाएगा। भारत के पास एक आकर्षक समुद्री अर्थव्‍यवस्‍था और एक स्‍वस्‍थ समुद्री पारिस्थितिकी होगी। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि यह संतुलन एक मजबूत और समग्र भारत के लिए योगदान देगा।


जंगल, बाघ और जैव विविधता से मध्यप्रदेश की विश्व में पहचान...

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


     मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि जंगल, बाघ और जैव विविधता के कारण मध्यप्रदेश की देश में ही नहीं, पूरे विश्व में पहचान है। नाथ आज मिंटो हाल में अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज हमारे देश में बाघ और जंगल सुरक्षित हैं, तो इसका श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय ती इंदिरा गांधी को जाता है। नाथ ने कहा कि 1980 में विरोध के बावजूद उन्होंने लोकसभा में फॉरेस्ट एक्ट पास करवाया। तब इसे विकास विरोधी कहा गया था। उन्होंने कहा कि इसी एक्ट ने हमारे देश की जैव विविधिता को न केवल संरक्षित किया, बल्कि संवर्धित भी किया।



कमल नाथ ने कहा कि भारत जैव विविधता के मामले में दुनिया का सबसे धनी देश है। उन्होंने कहा कि देश में जैव विविधता के साथ ही अन्य कई ऐसे फैसले लिये गये, जिनमें बाघों का संरक्षण भी शामिल है। इसके कारण ही हमारा देश बाघों की संख्या के मामले में पूरी दुनिया में अव्वल है। उन्होंने कहा कि बाघ हमारे इको सिस्टम का हार्ट हैं। यह एकमात्र प्राणी है, जिसके कारण हमारे देश में पर्यावरणीय संतुलन बना हुआ है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने केन्द्रीय वन मंत्री के रूप में मध्यप्रदेश के वनों और बाघों के संरक्षण के लिए विशेष मदद उपलब्ध कराई। इसी का परिणाम है कि पेंच, संजय गांधी, और बांधवगढ़, नेशनल पार्क के रूप में विकसित हुए। उन्होंने कहा कि आज हमारा प्रदेश देश में ही नहीं, पूरे विश्व में बाघों की संख्या के मामले में अव्वल है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए समाज की भागीदारी जरूरी है। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर अपने प्रदेश की इस संपदा की रक्षा के लिए आगे आना होगा। मुख्यमंत्री ने उन सभी लोगों को बधाई दी ,जो वनों और वन्य-प्राणियों के संरक्षण के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश को जो गौरव हासिल हुआ, इसमें हमारे वनकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका है।


मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 32 हजार बच्चों द्वारा तैयार की गई बाघ की कलाकृति बनाने पर उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि वन्य-प्राणियों की रक्षा के लिए बच्चों को जागरूक बनाना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर बच्चों द्वारा बनाई गई बाघ की कलाकृति, 'बाघों की कहानी-मुन्ना की जुबानी' पुस्तिका और संजय टाइगर रिजर्व के प्रतीक चिन्ह का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने किंगडम ऑफ टाइगर्स फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इसमें कलाकारों द्वारा बाघों पर बनाई गई विभिन्न मुद्राओं के चित्रों को प्रदर्शित किया गया है।


वन मंत्री उमंग सिंघार ने आभार प्रदर्शन किया। मुख्य सचिव एस.आर. मोहंती, अपर मुख्य सचिव वन के.के. सिंह, मुख्य वन संरक्षक एवं बड़ी संख्या में वन और वन्य-प्राणी प्रेमी उपस्थित थे।


केन्‍द्र सरकार ने देश भर में वक्‍फ संपत्तियों का शत-प्रतिशत डिजिटाइजेशन पहले 100 दिन में हासिल करने का लक्ष्‍य रखा...

संवाददाता : नई दिल्ली 


         केन्‍द्रीय अल्‍पसंख्‍यक कार्य मंत्री मुख्‍तार अब्‍बास नकवी ने आज नई दिल्‍ली में केन्‍द्रीय वक्‍फ परिषद (सीडब्‍ल्‍यूसी) के राष्‍ट्रीय सम्‍मेलन का उद्घाटन किया। नकवी ने कहा कि केंद्र सरकार ने 100 दिन में देश भर की वक्‍फ संपत्तियों का शत-प्रतिशत डिजिटेइजेशन करने का लक्ष्‍य रखा है। देश भर में 6 लाख से ज्‍यादा पंजीकृत वक्‍फ संपत्तियां हैं।



नकवी ने अपने सम्‍बद्ध राज्‍य वक्‍फ बोर्डों में वक्‍फ संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन के लिए कौमी वक्फ बोर्ड तरक्कियाती योजना के तहत 8 मुतवल्लियों को पुरस्कृत किया। यह पहला मौका है  जब वक्‍फ संपत्तियों के बेहतर उपयोग खासतौर से सामाजिक-आर्थिक-शैक्षणिक दृष्टि से अधिकार संपन्‍न बनाने के लिए मुतवल्लियों को प्रोत्‍साहित किया गया है और पुरस्‍कृत किया गया है।


नकवी ने कहा कि मुतवल्‍ली वक्‍फ संपत्तियों के संरक्षक हैं और यह उनकी जिम्‍मेदारी है कि वे वक्‍फ संपत्तियों की सुरक्षा और बेहतर उपयोग सुनिश्चित करें।


इस राष्‍ट्रीय सम्‍मेलन में अल्‍पसंख्‍यक कार्य मंत्रालय में सचिव शैलेश, अन्‍य वरिष्‍ठ अधिकारी, केन्‍द्रीय वक्‍फ परिषद के सचिव, सीडब्‍ल्‍यूसी सदस्‍य, परिषद के वरिष्‍ठ अधिकारी, राज्‍य वक्‍फ बोर्डों के अध्‍यक्ष/सीईओ भी शामिल हुए।


नकवी ने कहा कि पूर्व में अल्‍पसंख्‍यक समुदायों के विकास के लिए देश के केवल 90 जिलों की पहचान की गई थी, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्‍व वाली सरकार ने अल्‍पसंख्‍यकों के लिए विकास कार्यक्रमों का 308 जिलों, 870 ब्‍लॉकों, 331 कस्‍बों और देश के हजारों गांवों में विस्‍तार किया है।


नकवी ने कहा कि वक्‍फ संपत्तियों के पट्टे के नियम की समीक्षा के लिए न्‍यायमूर्ति (सेवानिवृत्‍त) ज़कीउल्‍लाह खान के नेतृत्‍व में गठित पांच सदस्‍यों की समिति ने अपनी रिपोर्ट दे दी है। समिति की सिफारिशें सुनिश्चित करेंगी कि वक्‍फ संपत्तियों के बेहतर इस्‍तेमाल और इन संपत्तियों को विवादों से मुक्‍त कराने के लिए वक्‍फ नियमों को आसान और प्रभावी बनाया जाए, इनमें से अनेक कई दशकों से विवादों में फंसी हुई हैं। उन्‍होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्‍य सरकारों के साथ विचार-विमर्श करके समिति की सिफारिशों के बारे में आवश्‍यक कार्रवाई कर रही है।    


 


केदारनाथ धाम में ई-रिक्शा चलाने की तैयारी शुरू...

संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड 


       केदारनाथ धाम में वैष्णो देवी की तर्ज पर ई-रिक्शा या गोल्फ कार्ट चलाने की तैयारी शुरू हो गई है। फिलहाल इसके लिए ट्रायल की कवायद जारी है। ट्रायल की रिपोर्ट पक्ष में आने के बाद ई-रिक्शा चलाने को हरी झंडी दिखाई जाएगी।



डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि रुद्रा प्वाइंट से केदारनाथ मंदिर के पास तक ई-रिक्शा चलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस प्रोजेक्ट से बुजुर्ग तीर्थयात्रियों को काफी आराम मिलेगा। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए)के ईई प्रवीन कर्नवाल ने बताया-रुद्रा प्वाइंट से मंदिर के पास तक ई-रिक्शा के लिए लोनिवि के साथ दो किलोमीटर का 12 फीट चौड़ा रास्ता बनाया जा रहा है।


मार्ग को सीसी करते हुए टायल लगाई जाएंगी। एआरटीओ मोहित कोठारी ने बताया कि सड़क बनने के बाद सितंबर में ई-रिक्शा का ट्रायल करेंगे।


राज्यपाल लालजी टंडन का शपथ ग्रहण समारोह सम्पन्न...

संवाददाता : नई दिल्ली 


        लालजी टंडन को मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रविशंकर झा ने आज मध्यप्रदेश के राज्यपाल पद की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह राजभवन परिसर में प्रात: 11 बजे हुआ। मुख्य सचिव एस. आर. मोहंती ने समारोह की कार्यवाही का संचालन किया। राज्यपाल लालजी टंडन को शपथ ग्रहण के बाद गार्ड ऑफ आनर दिया गया।  टंडन ने सलामी गारद का निरीक्षण भी किया। समारोह में राज्यपाल के परिवार के सदस्य उपस्थित थे।



शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री कमलनाथ, विधान सभा अध्यक्ष एन.पी.प्रजापति, मध्यप्रदेश के लोकायुक्त जस्टिस नरेश गुप्ता, सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर, महापौर आलोक शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री द्वय दिग्विजय सिंह, कैलाश जोशी, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, पुलिस महानिदेशक वी.के. सिंह, उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, मंत्री-मंडल के सदस्य, विधायकगण, पार्षद, विश्वविद्यालयों के कुलपति, सेना, पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, विभिन्न धार्मिक, राजनैतिक और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और पत्रकार उपस्थित थे।


पहली एशियाई योगासन खेल प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए भारतीय टीम रवाना...

सुरेश चौरसिया @ नोएडा


            कुछ वर्षों से योग के प्रति भारत ही नहीं अपितु पुरे विश्व में जागरूकता फैलने लगी है, क्योंकि योग से तन और मन दोनों ही स्वस्थ होते है और स्वस्थ मन शरीर के कई विकारों को दूर करता है। इसीलिए ग्लोबल योग अलायन्स के संस्थापक डॉ. गोपाल अपने छात्रों के साथ ढाका में होने वाली पहली एशियाई योगासन खेल प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे है। भारतीय योग टीम ढाका के लिए मारवाह स्टूडियो से रवाना हो चुकी है। यह प्रतियोगिता 26 व 27 जुलाई को होनी है इसमें आठ राष्ट्र बांग्लादेश, भारत, हांगकांग, भूटान, ईरान, इंडोनेशिया, मलेशिया और थाईलैंड भाग लेंगे।




डॉ. गोपाल ने कहा की इस प्रतियोगिता में छात्रों द्धारा विभिन्न आसन व योग मुद्राएं की जाएंगी और मुझे लगता है हम इसमें बहुत अच्छा प्रदर्शन करेंगे और इस तरह की प्रतियोगिता से छात्रों का रुझान योग के प्रति बढ़ेगा।



श्रीनिवास बने युवा कांग्रेस के अध्यक्ष...

प्रदीप महाजन @ नई दिल्ली 


श्रीनिवास को भारतीय युवक कॉंग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष पद पर कांग्रेस आलाकमान ने मनोनीत किया है, श्रीनिवास इससे पहले युवा कांग्रेस में उपाध्यक्ष पद पर थे,श्री निवास बेंगलुरु से सम्बंध रखते हैं।



गौरतलब हैं कि एक समय नरसिम्हा राव के समय युवा कांग्रेस की कमान तेजतर्रार मनिंदर सिंह बिट्टा को दी गई थी वह समय युवा कांग्रेसियों का स्वर्णिम समय था हर तरफ कांग्रेस में युवा नेता को सम्मान मिलता था,वही दूसरी और दिल्ली प्रदेश युथ कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर दबंग सुशील शर्मा थे दिल्ली में शर्मा की हैसियत किसी मंत्री से कम नही थी लेकिन उनको तन्दूर कांड ले डूबा।बिट्टा के बाद युवा कांग्रेस को चलाने वाला कोई हाई फाई नेता नही आया।



युवा कांग्रेस नेता सुमित शर्मा ने बताया कि श्रीनिवास सबको साथ लेकर चलने वाले नेता हैं,उनके इस पद पर आ जाने से युवा शक्ति को ताकत और नई ऊर्जा मिलेगी।



योगी सरकार को ढाई साल से ज्यादा का समय हुआ अभी खाका खीचनें में ही लगी है यू.पी....

संवाददाता : लख़नऊ उत्तर प्रदेश 


          उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि भारत को 5000 अरब डालर की अर्थव्यवस्था बनाने में उत्तर प्रदेश की बड़ी भूमिका होगी। योगी ने यहां 'दूसरी ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी' में कहा,  देश को 5000 अरब डालर की अर्थव्यवस्था बनाने तथा दुनिया की आर्थिक महाशक्ति बनाने में उत्तर प्रदेश की बड़ी भूमिका होगी। योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने इस वर्ष निर्यात में अब तक की सबसे अधिक 28 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।



उन्होंने कहा, 65,000 करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाओं से उत्तर प्रदेश के तीन लाख युवाओं को रोजगार मिलने की संभावना है। इस मौके पर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बीते दो-तीन वर्ष में कानून व्यवस्था में सुधार आया है और देखते ही देखते सबका विश्वास यहां की कानून व्यवस्था पर हो रहा है।  उन्होंने कहा कि संगठित अपराध को समाप्त करने का जो काम यहां उत्तर प्रदेश में हुआ है, उसी का फल है कि इतना बड़ा निवेश आया है।


औद्योगिक निवेश के दूसरे चरण 'दूसरी ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी' में 65 हजार करोड़ रुपये की 250 से अधिक परियोजनाओं का शिलान्यास केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने किया। इस मौके पर राज्य के उप मुख्यमंत्रीद्वय दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य, औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, औद्योगिक विकास राज्य मंत्री सुरेश राणा, राज्य मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्य, देश के नामी उद्योगपति और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।


सोमवार, 29 जुलाई 2019

पूर्व केंद्रीय मंत्री जयपाल रेड्डी के निधन पर शोक व्यक्त किया...

संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड 


          प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिह ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री जयपाल रेड्डी के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त किया है। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिह ने अपने शोक संदेश में जयपाल रेड्डी के निधन को कांग्रेस पार्टी के लिए अपूर्णीय क्षति बताते हुए कहा कि जयपाल रेड्डी कांग्रेस पार्टी के एक स्तम्भ थे। जिन्होंने केन्द्रीय मंत्री के साथ-साथ पार्टी संगठन में विभिन्न पदों पर रहते हुए पार्टी संगठन की सेवा की।



स्व. जयपाल रेड्डी अपनी निर्विवाद छवि एवं सादगी के लिए वे सदैव याद किये जाते रहेंगे। शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना देते हुए उन्होंने कहा कि पूरा कांग्रेस परिवार इस दुःख की घडी में उनके साथ है, हम सभी कांग्रेसजनों की प्रार्थना है कि ईश्वर उनकी आत्मा को शांन्ति प्रदान करें तथा शोक संतप्त परिजनों को इस असहनीय दुःख को सहन करने की शक्ति देवें। जयपाल रेड्डी के निधन पर प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की अध्यक्षता में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय देहरादून में एक शोकसभा का आयोजन किया गया।


इसमें प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, पूर्व विधायक राजकुमार, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, अनुशासन समिति अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह, मुख्य समन्वयक राजेन्द्र शाह, महामंत्री नवीन जोशी, गोदावरी थापली, प्रभुलाल बहुगुणा, प्रवक्ता डॉ. आर.पी. रतूड़ी, लखपत बुटोला, राजेश शर्मा, जिलाध्यक्ष संजय किशोर, अभिषेक सिंह, प्रदेश सचिव भरत शर्मा, राजेश पाण्डे, गिरीश पुनेड़ा, नवीन पयाल, राजेश चमोली, शोभा राम, महेश जोशी, अनिल नेगी, देवेन्द्र सती, अजय नेगी, महानगर महिला अध्यक्ष कमलेश रमन, चन्द्रकला नेगी, पुष्पा पंवार, मोहन काला, डॉ. प्रतिमा सिंह, संग्राम पुण्डीर, राजीव महर्षि, दीप बोहरा, नवीन पयाल, राकेश नेगी, देवेन्द्र बुटोला, सुनित राठौर, नागेश रतूड़ी, सुलेमान अली, लाखीराम बिजलवाण, अश्वनी बहुगुणा, सावित्री थापा, राजीव केष्टवाल, सुधीर सुनेहरा आदि कांग्रेसजनों ने शीला दीक्षित के चित्र पर पुष्प अर्पित किये तथा दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।


15 अगस्त लोकोत्सव कैसे बने : प्रधानमंत्री

संवाददाता : नई दिल्ली 


      प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'भारत छोड़ो' आंदोलन एवं स्वतंत्रता दिवस का जिक्र करते हुए देशवासियों से आजादी का पर्व मनाने एवं इसे लोक उत्सव बनाने के लिये नये तरीके ढूंढने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने 'मन की बात' कार्यक्रम में अपने संबोधन में कामना की कि सावन का यह सुंदर और जीवंत महीना आप सबमें नई ऊर्जा, नई आशा और नई उम्मीदों का संचार करे। उन्होंने कहा कि अगस्त महीना 'भारत छोड़ो' आंदोलन की याद ले करआता है। 'मैं चाहूँगा कि 15 अगस्त की कुछ विशेष तैयारी करें आप लोग। आजादी के इस पर्व को मनाने का नया तरीका ढूढें। जन भागीदारी बढ़े।''



मोदी ने कहा, ''15 अगस्त लोकोत्सव कैसे बने? जनोत्सव कैसे बने? इसकी चिंता जरुर करें आप।'' उन्होंने कहा कि यही वह समय है, जब देश के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। कई हिस्सों में देशवासी बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ से कई प्रकार के नुकसान भी उठाने पड़ते हैं।प्रधानमंत्री ने कहा, ''बाढ़ के संकट में घिरे उन सभी लोगों को मैं आश्वस्त करता हूँ, कि केंद्र, राज्य सरकारों के साथ मिलकर, प्रभावित लोगों को हर प्रकार की सहायता उपलब्ध कराने का काम बहुत तेज गति से कर रहा है।''


उन्होंने कहा कि जब हम टीवी देखते हैं तो बारिश का एक ही पहलू दिखता है –सब तरफ बाढ़, भरा हुआ पानी, ट्रैफिक जाम। मोदी ने कहा कि मानसून की दूसरी तस्वीर –जिसमें आनंदित होता हुआ हमारा किसान, चहकते पक्षी, बहते झरने, हरियाली की चादर ओढ़े धरती –यह देखने के लिए तो आपको खुद ही परिवार के साथ बाहर निकलना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बारिश, ताजगी और खुशी यानी ताजगी और खुशहाली दोनों ही अपने साथ लाती है। मेरी कामना है कि यह मानसून आप सबको लगातार खुशियों से भरता रहे। आप सभी स्वस्थ रहें।


मुन्ना - कान्हा की शान...

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


          भारत की बाघ परियोजनाओं एवं अनेक संरक्षित क्षेत्रों में विगत् अनेक वर्षों से बाघों का संरक्षण किया जा रहा है। सभी बाघ लगभग एक जैसे ही होते हैं, किंतु संरक्षित क्षेत्रों के कुछ बाघ संरक्षणविदों, पर्यटकों, छायाचित्रकारों एवं संरक्षण उत्साहियों के बीच अत्यंत लोकप्रिय हो जाते हैं। मध्यप्रदेश के मंडला एवं बालाघाट जिलों में कान्हा टायगर रिजर्व का बाघ मुन्ना एक ऐसा ही उदाहरण है। यह बाघ विगत अनेक वर्षों से अपनी लोकप्रियता के शिखर पर है। इस प्रतिष्ठित प्रतीक (आयकॅन) को विभिन्न वर्गों के करोड़ों लोगों द्वारा सराहा गया है एवं इसके फोटो लिये गये हैं। मुन्ना के अनेक वीडियो भी बनाये गये हैं। यह इन्टरनेट पर छाया हुआ है।



मुन्ना का जन्म वर्ष 2002 में हुआ था। इसकी माँ को इन्द्री मादा बाघिन एवं पिता को लंगड़े बाघ के नाम से जाना जाता है। सामान्यतः कान्हा के अधिकारी एवं कर्मचारी किसी भी बाघ को कोई नाम नहीं देते हैं किंतु इस बाघ के प्रंशसक एवं प्रेमी पर्यटकों द्वारा इसे आरंभ से ही ''मुन्ना'' नाम दे दिया गया था, जो लगातार प्रसिद्ध होता रहा।


मुन्ना बाघ का सबसे विख्यात आकर्षण इसके माथे पर चेहरे की काली धारियों द्वारा बना हुआ CAT (कैट) शब्द है। बाघ, बिल्ली प्रजाति के होते हैं एवं उन्हें कभी-कभी आम भाषा में कैट अथवा सुपर कैट भी कहा जाता है। वर्ष 2002 के जन्म के आधार पर आज मुन्ना बाघ की उम्र लगभग 17 वर्ष है, जो किसी भी जंगली बाघ के लिये अपने कुशल अस्तित्व कौशल का शानदार उदाहरण है। समान्यतः जंगल में बाघ की उम्र लगभग 10-12 वर्ष ही देखी गयी है।


विगत वर्षों में मुन्ना ने लगातार अपने सुंदर एवं बलवान शरीर, फुर्ती एवं चपलता तथा राजसी व्यवहार से करोड़ों प्रशंसक का दिल जीता है। इस दौरान इसने अपने वंश में भी काफी वृद्धि की है। पर्यटकों ने इसे विभिन्न अंदाजों एवं व्यवहारों में देखा है तथा कैमरे में कैद किया है। कान्हा में रोजाना सैकड़ों की संख्या में पर्यटक मुन्ना के दीदार का सपना लेकर आते हैंै।


धीरे-धीरे मुन्ना की उम्र बढ़ती गयी एवं उम्र के साथ ही उसके शरीर में विभिन्न प्राकृतिक दुर्बलताएँ भी आती रहीं। आज मुन्ना वृद्ध हो चुका है एवं अपनी उम्र एवं दुर्बलताओं से समझौता करते हुए अपनी जीवन शैली को भी परिवर्तित कर चुका है। अभी मुन्ना स्वस्थ है एवं सरल शिकार करता है। यह कभी-कभी बफर जोन में स्थित ग्रामों के मवेशियों का शिकार भी कर लेता है।


आजम खान भू-माफिया ही नही बल्कि 420 भी : संगीत सोम

संवाददाता : मेरठ उत्तर प्रदेश 


          सरधना विधानसभा क्षेत्र से विधायक ठाकुर संगीत सोम ने समाजवादी पार्टी सांसद आज़म खां द्वारा लोकसभा में पीठासीन सभापति रमा देवी पर की गई टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को निशाना साधा। सोम ने कहा कि आजम खां भू-माफिया ही नही 420 भी है।  मोदीपुरम हाईवे पर एक कार्यक्रम के दौरान सोम ने संवाददाताओं से बात करते हुए यह बात कही।



उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता कि कोई किसी की बहन-बेटी की तरफ गलत इशारे या गलत नजरें गड़ाए। संगीत सोम ने कहा कि आजम खां विवादित बयान देने के लिए कुख्यात हो चुके हैं। हालांकि अब उनको ऐसे बयान देने से पहले सोच लेना चाहिए कि फिलहाल प्रदेश में अखिलेश की सरकार नहीं है बल्कि योगी की सरकार है।


केंद्र में भी नरेंद्र मोदी की सरकार है। भाजपा नेता ने कहा कि आजम खां अब बचने वाले नही है। आजम खान की सदस्यता भी खत्म होगी और बहुत जल्द ही जेल भी जाएंगे।


अमित शाह ने यूपी इन्वेस्टर्स समिट की दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का उद्घाटन किया...

संवाददाता : नई दिल्ली 


         केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज लखनऊ में यूपी इन्वेस्टर्स समिट की दूसरे ग्राउंड ब्रेकिंगसेरेमनी का उद्घाटन किया। उन्होंने 65,000 करोड़ रुपये से अधिक की 250 परियोजनाओं की आधारशिला रखी।


इस अवसर पर बोलते हुए श्री शाह ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 'न्यू इंडिया' का सपनादेखा है। उन्होंने प्रत्येक नागरिक के जीवन को छूने और भारत को दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनाने के लिए 'ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया' के प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण को उद्धृतकिया। शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी ने सर्व-समावेशी एवं सर्व-स्पर्शी विकास मॉडल दुनिया केसामने रखा है।उनका कहना था कि नरेंद्र मोदी जी खुली आंख के सपने देखने की आदत रखते हैं और  जो खुली आंख के साथ सपने देखते हैं उनको तब तक नींद नहीं आती, जब तक कि स्‍वप्‍न पूरा  नहीं हो जाता।



शाह का कहना था कि माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारतीय अर्थव्यवस्था पिछले 5 वर्षों केभीतर वैश्विक स्तर पर 11 वें स्थान से छठे स्थान पर पहुंच गई है जो स्वतंत्र भारत के इतिहास मेंअभूतपूर्व है। गृह मंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा सुशासन का एक मॉडल स्थापित करके 'ईज ऑफ डूइंगबिजनेस' की सुविधा के लिए उठाए गए सक्रिय कदमों का भी हवाला दिया।


अमित शाह ने कहा कि कई लोगों को संदेह था कि भारत जैसे विशाल देश में जीएसटी कैसे सफलहो पाएगा किंतु मोदी जी के नेतृत्व में पूरे देश में जीएसटी सफलतापूर्वक काम कर रहा है। आर्थिकविकास को बढ़ावा देने के लिए  अडचनें दूर करनी पड़ती हैं जो केंद्र में मोदी सरकार द्वारा किया गयाहै। उन्होंने कहा कि जीएसटी - वन नेशन, वन टैक्स 'जैसे सुधार, कानूनों का सरलीकरण, उनकी 'ईजऑफ डूइंग बिजनेस' रैंकिंग पर राज्यों के बीच प्रतिस्पर्धा आदि ने अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने मेंमहत्‍वपूर्ण योगदान दिया है और एफडीआई में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।उत्‍तरप्रदेश की महत्‍ता बताते हुए शाह का कहना था कि देश के प्रधानमंत्री बनने का रास्‍ता लखनऊ होकर जाता है और  देशको 5 ट्रिलियन की इकोनॉमी बनाने का रास्ता भी लखनऊ होकर ही जाता है।


अमित शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों के मन में   आत्मविश्वास जगाया है। योगी सरकार के आने के बाद इतने कम समय में सफलता को जमीन पर उतारने का कार्य किया गया है। देश के सबसे बड़े प्रदेश के अंदर आर्थिक गतिविधियां बढी हैं, रोजगारके अवसर बढे हैं। इसका प्रमाण है कि एक साल के अंदर 25% एमओयू धरातल पर देखने में आ गए हैं जो एक प्रशंसनीय कार्य है और इसके लिए उन्‍होंने राज्य के मुख्यमंत्री और उनकी समस्त टीम को हृदय से शुभकामनाएं एवं बधाई दीं। गृह मंत्री ने योगी आदित्यनाथ को रोजगार, कृषि का कायाकल्प करने, बुनियादी ढांचे का निर्माण करने, राज्य में स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाओं में सुधार आदि केलिए विशेष प्रशंसा की। उनका कहना था कि यूपी सरकार ने 'एक जिला-एक उत्‍पाद' की योजना केमाध्यम से राज्य में पारंपरिक उद्योगों को सफलतापूर्वक चलाया है। शाह ने कहा कि एक जिला - एक उत्पाद की योजना अत्यंत महत्वपूर्ण है, हर जिले में बहुत सारी संभावनाएं हैं। कहीं पीतल केबर्तन अच्छे बनते थे तो कहीं माटी के।कहीं चांदी की नक्काशी अच्‍छी होती थी तो कहीं पर सबसे अच्छा कपड़ा बनता था, यह सब परंपरागत रूप से विद्यमान था। योगी आदित्यनाथ ने 80 के 80 जिलों के उत्पाद की पहचान की और हर जिले के अंदर परंपरागत उत्पाद को पहचान कर उसकीउत्‍पादकता तथा मार्केटिंग की उचित व्यवस्था की।


अमित शाह ने आगे कहा कि पिछले दो वर्षों के भीतर कानून और व्यवस्था की स्थिति में अभूतपूर्व सुधार हुआ है जो कि निवेश को आकर्षित करने और राज्य में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रशासन में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा है और एक सरकारी कर्मचारी अब वास्तव में इस सरकार में नागरिक सेवक बन गया है।


सभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को भारत को $ 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था में विकसित करने के दृष्टिकोण को रखने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने वैश्विक निवेशकों को आश्वस्त किया कि यूपी सरकार पीएम के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए व्यापार करने और निवेश की सुरक्षा को आसान बनाएगी।योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को वैश्विक निवेश के लिए सबसे पसंदीदा गंतव्य के रूप में माना और कहा कि अगले 5 वर्षों में उत्‍तर प्रदेश $ 1 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनेगा।


कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नायक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा दिनेश शर्मा, उद्योग मंत्री सतीश महाना सहित राज्य के कई मंत्री, अदानी ग्रुप एवं पेप्सी को ग्रुप के प्रतिनिधि समेत कई गणमान्‍य व्‍यक्ति उपस्थित रहे।


प्राकृतिक संतुलन के लिये पौधा-रोपण और संरक्षण जरूरी :पी.सी. शर्मा

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


     जनसम्पर्क मंत्री पी.सी. शर्मा ने 'विश्व प्रकृति संरक्षण एवं हेपिटाइटिस' दिवस कार्यक्रम में कहा कि पृथ्वी पर प्राकृतिक संतुलन कायम रखने के लिये जरूरी है कि प्रत्येक व्यक्ति पौधा-रोपण करे और वृक्ष बनने तक उसके संरक्षण की जिम्मेदारी निभाये। उन्होंने आयुर्वेद का महत्व बताते हुए कहाकि जड़ी-बूटियों में सभी मर्जों का इलाज छुपा है। उन्होंने आगाह किया कि समय रहते वृक्ष संरक्षण पर ध्यान नहीं दिया गया, तो पंचभूत से बना मानव शरीर और संसार दोनों नष्ट हो जायेंगे।



प्रजापिता ब्रह्माकुमारी संस्थान और डाबर इंडिया लिमिटेड द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पार्षद संतोष कसाना, पूर्व प्रांताध्यक्ष मध्यप्रदेश आयुर्वैदिक अधिकारी संघ सैयद अनवर, डॉ. सुधीर पांडे और शहर के गणमान्य नागरिक मौजूद थे।


नेहरू नगर से कमला नगर तक पौधा-रोपण


मंत्री शर्मा ने नेहरू नगर चौराहे पर नीम का पौधा लगाकर कमला नगर तक पौधा-रोपण का शुभारंभ किया। उन्होंने कॉलोनीवासियों से आग्रह किया कि अपने क्षेत्र को हरा-भरा बनाये रखने के लिये स्व-प्रेरणा से पौधा-रोपण कार्यक्रम में भागीदारी सुनिश्चित करें।


क्षेत्रीय पार्षद संतोष कंसाना, गणमान्य नागरिकों और कॉलोनीवासियों ने पौधा-रोपण में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।


राजकीय कर्मचारियों को जबरन रिटायरमेंट देने के फैसले पर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई...

संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड 


          50 वर्ष की उम्र पार कर चुके सरकारी कर्मचारियों के अनिवार्य सेवानिवृत्ति को लेकर काँग्रेस आक्रामक नजर आ रही है। काँग्रेस प्रदेश प्रवक्ता ने राजकीय कर्मचारियों को जबरन रिटायरमेंट देने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि राज्य सरकार को सर्वप्रथम अपने सुस्त कैबिनेट मंत्रियों, कामचोर दर्जा राज्य मन्त्रियों एवं बिगड़ैल विधायकों को रिटायरमेंट देना चाहिए उसके बाद सरकारी कर्मचारियों को अनिवार्य रिटायरमेंट देने पर विचार करना चाहिए।



गौरतलब है कि अभी हाल में राज्य के मुख्य सचिव ने सभी मंडलायुक्तों, जिलाधिकरियों एवं विभागाध्यक्षों को पत्र जारी कर 50 वर्ष की उम्र पार कर चुके निष्क्रिय सरकारी कर्मचारियों के अनिवार्य सेवानिवृत्ति को लेकर फरमान जारी किया था। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पिछले ढाई वर्षों से राज्य में सरकारी विभागों में नियुक्ति नही हो रही है जबकि प्रदेश के विभिन्न विभागों के हजारों पद रिक्त पड़े हैं।


उन्होंने कहा कि सरकार को बेरोजगार नोजवानो की पीड़ा नही दिखाई देती है साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार के मंत्रीगणों, दर्जा राज्यमंत्रियों एवं विधायको में से किसी ने भी कभी बेरोजगारों के हितों की बात नहीं की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले 2 वर्षों में विधायकों, मंत्रियों, एवं दर्जा राज्यमंत्रियों के वेतन में तो बेतहाशा बृद्धि की है किन्तु जब छोटे कर्मचारियों के वेतन वृद्धि की बात आती है तो सरकार वित्तीय संकट का रोना रोती है साथ ही उन्होंने कहा कि उपनल कर्मचारी लंबे समय से वेतन वृद्धि की मांग कर रहे हैं और 108 एवं खुशियों की सवारी के कर्मचारियों को दस वर्षों की सेवा देने के बाद हटा दिया गया है साथ ही कई अन्य विभागों से भी कर्मियों को हटाया जा रहा है। कांग्रेस प्रवक्ता प्रदीप भट्ट ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश को ठेकेदारों के हाथों बंधक बना दिया है अधिकांश सरकारी विभागों में आउटसोर्सिंग एजेंसी उपनल एवं पीआरडी को बंद कर ठेकेदारी प्रथा आरम्भ कर दी है।


कांग्रेस नेता ने कहा कि पहले ठेकेदार निर्माण कार्यों में टेंडर प्रक्रिया में भाग लेकर निर्माण कार्यों का टेंडर लेता था और फिर मजदूरों से निर्माण कार्य करवाता था निर्माण कार्य मे अधिकांश मजदूर अशिक्षित होते हैं। किंतु वर्तमान में प्रदेश के भीतर पढ़े लिखे उच्च शिक्षित बेरोजगार नोजवानों को महज 7-8 हजार के मामूली वेतन पर ठेकेदारों के माध्यम से सरकारी विभागों में काम करना पड़ रहा है। कांग्रेस प्रवक्ता ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उत्तराखण्ड राज्य निर्माण के शहीदों का अपमान बताया उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण से पहले राज्य वासियों ने जो सपने सजाए थे वे सब चकनाचूर हो गए हैं।


कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सरकार पर नोकरशाही हावी है। शासन में ऐसे कई वरिष्ठ अधिकारी हैं जो जनता के कार्यों को गम्भीरता से नही लेते सरकार को आईएएस, आईपीएस और पीसीएस अधिकारियों की भी कुंडली खंगालनी चाहिए कि वे अपने कार्य को लेकर कितने गम्भीर है। उन्होंने कहा कि ऐसा न हो कि सरकार अनिवार्य रिटायरमेंट सिर्फ छोटे कर्मियों को देकर इतिश्री कर ली जाएउन्होंने प्रदेश में चल रही ठेकेदारी प्रथा को खत्म करने की मांग की है साथ ही सरकारी विभागों में वर्षों से खाली पड़े पदों को शीघ्र भरने की अपील की है।


घर के पास स्कूल - बटोही के जनजातीय बच्चों को मिला तोहफा...

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


              सतना जिले के कोल और मवासी जनजाति के 51 बच्चों को पढ़ने के लिये अब उनके गाँव बटोही से दूर नहीं जाना पड़ेगा। मुख्यमंत्री कमल नाथ के निर्देशों के पालन में अब इस जनजातीय बहुल गाँव में प्राथमिक शाला संचालित होने लगेगी। 



जिले की चित्रकूट नगर पंचायत का करीब पचास घरों का यह गाँव मझगंवा विकासखंड में आता है। यहाँ कोल और मवासी जनजातिय के करीब 250 परिवार रहते हैं। गाँव में स्कूल नहीं होने से यहाँ के बच्चों को दो किलोमीटर दूर अनसुइया गाँव में जाना पड़ता था। अनसुइया गाँव एक पर्यटन स्थल है। यह बच्चे स्कूल जाने में बहुत अनियमित रहते थे। कुछ बच्चे तो मजदूरी का काम करने लग गये थे। 


चित्रकूट प्राथमिक शाला में शिक्षक विनोद सिंह बताते हैं कि वे जब इन बच्चों के संपर्क में आये तो पता चला कि इनके गाँव में स्कूल नहीं है और इनकी संख्या 50 के करीब है। उन्होंने बच्चों के परिवार से बात की और उन्हें गाँव में ही स्कूल खोलने के लिये प्रेरित किया। विनोद सिंह के अनुसार छोटी सी शुरूआत हुई और कुछ जागरूक पत्रकार मनीष पांडे, अशोक मिश्रा और पास के गाँव पथरा पाल के किसान कमलेश पांडे साथ आये और गाँव वालों की मदद से अस्थाई स्कूल बन गया। 


साप्ताहिक समाचार "रेवांचल रोशनी" निकालने वाले मनीष पांडे ने बताया कि सतना से चित्रकूट अक्सर जाना होता है। उसी दौरान अनसुइया आश्रम में बटोही के आदिवासी बच्चों से बात हुई। उनकी परेशानी सुनकर लगा कि इनके गाँव में ही स्कूल होना चाहिए। साथी पत्रकार अशोक मिश्रा के साथ गाँव वालों की मदद का संकल्प लिया। गाँव वालों ने साथ दिया। वे बताते हैं कि गाँव के लोगों को जब पता चला कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने बटोही गाँव में प्राथमिक स्कूल चलाने के लिये कलेक्टर को निर्देश दे दिये हैं तो सब खुश हो गये। हम लोगों को भी बहुत आत्मिक प्रसन्नता हुई कि हमारे प्रयास को सम्मान मिला। 


अशोक मिश्रा बताते हैं कि मुख्यमंत्री के निर्णय से पूरे गाँव की उम्मीदें जागी हैं कि अब गाँव में बहुत कुछ होगा। पूरे चित्रकूट क्षेत्र में लोग मुख्यमंत्री की पहल से खुश हैं। वे बताते हैं कि जिला कलेक्टर ने विनोद सिंह को फिलहाल बटोही गाँव में भी पढ़ाई शुरू करवाने के लिये कहा है।


उपराष्‍ट्रपति ने पूर्व केन्‍द्रीय मंत्री एस जयपाल रेड्डी को श्रद्धांजलि अर्पित की...

संवाददाता : नई दिल्ली 


             उपराष्‍ट्रपति एम.वेंकैया नायडू ने पूर्व केन्‍द्रीय मंत्री जयपाल रेड्डी को श्रद्धांजलि अर्पित की है, जिनका आज हैदराबाद में उनके आवास पर निधन हो गया।नायडू ने दिवंगत कांग्रेसी नेता के शरीर पर पुष्‍पांजलि अर्पित की और जयपाल रेड्डी की पत्‍नी एवं अन्‍य परिवारजनों के प्रति संवेदना प्रकट की।



बाद में मीडिया के समक्ष अपनी टिप्‍पणियों में उपराष्‍ट्रपति ने जयपाल रेड्डी के साथ अपने लम्‍बे एवं घनिष्‍ठ सहयोग का स्‍मरण किया जब वे एक साथ आंध्र प्रदेश विधानसभा में विपक्ष में थे।


उन्‍हें एक महान बु‍द्धिजीवी एवं अंग्रेजी एवं तेलुगु दोनों भाषाओं में एक शानदार वक्‍ता बताते हुए श्री नायडू ने कहा कि रेड्डी एक सच्‍चे इंसान और सत्‍यनिष्‍ठा से जुड़े व्‍यक्ति थे जिन्‍होंने अपना जीवन आम लोगों की सेवा में समर्पित कर दिया। उन्‍होंने कहा कि उन्‍हें लोकतांत्रिक मूल्‍यों को पोषित करने और उन्‍हें आगे बढ़ाने के लिए जाना जाता था।


उपराष्ट्रपति ने कहा कि जयपाल रेड्डी ने बहस और चर्चा के माध्यम से संसद और राज्य विधानसभा दोनों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने कहा, "उन्होंने मूल सिद्धांतों और उनकी मान्यताओं के साथ समझौता किए बिना जिस भी पद पर रहे, वहां नाम और प्रसिद्धि हासिल की।'' 


रविवार, 28 जुलाई 2019

डॉ. हर्षवर्धन ने सफदरजंग अस्पताल में जेरिएट्रिक ओपीडी, 3 टी एमआरआई सुविधा, बाइप्लेन कार्डिएक कैथीटेराइजेशन प्रयोगशाला और ईएसडब्ल्यूएल प्रयोगशाला का उद्घाटन किया...

संवाददाता : नई दिल्ली 


        केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज यहां सफदरजंग अस्पताल में जेरिएट्रिक रविवार ओपीडी, 3 टी एमआरआई सुविधा, बाइप्लेन कार्डिएक कैथीटेराइजेशन प्रयोगशाला और ईएसडब्ल्यूएल प्रयोगशाला सहित कई सुविधाओं का उद्घाटन किया।



अपनी अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ सफदरजंग अस्पताल शीघ्र ही देश और विश्व में सर्वश्रेष्ठ से तुलना करने योग्य हो जाएगा


अपने दौरे के दौरान डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि हमारे प्रेरक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में स्वास्थ्य को सरकार के शीर्ष एजेंडा में जगह दी गई है और आज का घटनाक्रम प्रदर्शित करता है कि प्रधानमंत्री बुनियादी रूप से देश को रूपांतरित करने और देशवासियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा “हमारे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हम सक्रिय रूप से सर्वश्रेष्ठ उपकरणों, तकनीकों एवं भवनों के साथ अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं स्थापित करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इनकी तुलना देश एवं विश्व में सर्वश्रेष्ठ के साथ की जा सकती है।” उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे हम प्रधानमंत्री के 2022 तक नवीन भारत की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, स्वास्थ्य हमारे उन्नत देश के प्रमुख निर्धारकों एवं घटकों में से एक होगा।


इमरजेंसी ब्लॉक में कर्मचारियों, अर्धचिकित्सा कर्मचारियों एवं चिकित्सकों के साथ बातचीत करते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि अस्पताल में प्रत्येक व्यक्ति का लक्ष्य यह देखना होना चाहिए कि किसी भी मरीज को वापिस नहीं भेजा जाए या किसी अन्य आपातकालीन सुविधा में रेफर नहीं किया जाए। उन्होंने कहा कि “हमें अपनी क्षमताओं एवं शक्तियों का इस प्रकार निर्माण करना चाहिए जिससे कि हम प्रत्येक आपातकालीन मरीज, जिसे हमारी देखभाल की आवश्यकता है, की सेवा सुश्रुषा करने में सक्षम हो सकें।” उन्होंने विभिन्न वार्डों, प्रयोगशालाओं, ऑपरेशन थिएटरों, कैथीटेराइजेशन प्रयोगशालाओं, जेरिएट्रिक एवं पैडीएट्रिक आईसीयू का दौरा किया और मरीजों तथा उनकी देख-रेख करने वालों से बातचीत की। उन्होंने मरीजों, रेफरलों एवं अन्य सेवाओं के पंजीकरण की प्रक्रियाओं की भी समीक्षा की। उन्होंने नए सुपर स्पेशिलिएटी ब्लॉक का भी दौरा किया एवं एक पौधा लगाया।


डॉ. हर्षवर्धन ने परिसर के भीतर प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र का दौरा किया। उन्हें बताया गया कि बाजार में जिन दवाओं की कीमत 500-600 रुपये हैं उन्हें केंद्र में 105 रुपये तक की बहुत किफायती दर पर बेचा जाता है। उन्होंने कहा कि “सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि दवाओं पर निजी व्यय जो स्वास्थ्य देखभाल लागत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, ऐसे फार्मेसी केंद्रों के माध्यम से काफी कम हो जाते हैं।”


उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की प्राथमिकताओं में से एक देश के सभी हिस्सों में से गुणवत्तापूर्ण तृतीयक स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं का विस्तार करना है। नए एम्स की घोषणा के साथ एम्स की कुल संख्या बढ़कर 22 हो जाएगी। इसके अतिरिक्त एमसीएच विंग्स के साथ सुपरस्पेशिलिटी ब्लॉक्स की स्थापना देश भर में कई जिला अस्पतालों एवं चिकित्सा महाविद्यालयों में की जा रही है। पहले से ही योजनाबद्ध 82 अस्पतालों के अतिरिक्त, देशभर में 2022 तक 75 जिला अस्पतालों का चिकित्सा महाविद्यालयों में उन्नयन किया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि इस वर्ष आम बजट में स्वास्थ्य मंत्रालय के लिए बजट में 19 प्रतिशत से अधिक की उल्लेखनीय वृद्धि प्रदर्शित की गई है। यह देश भर में स्वास्थ्य क्षेत्र को दिए गए महत्व को परिलक्षित करता है।


सीआरपीएफ ने 81वां संस्थापना दिवस मनाया...

प्रजा दत्त डबराल @ नई दिल्ली


       सीआरपीएफ ने अपने 81 वें स्थापना दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय पुलिस मेमोरियल, नई दिल्ली में उन लोगों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया।


केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने उन सभी बहादुर सैनिकों के सम्मान में स्मारक स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित की, जिन्होंने मातृभूमि के सम्मान के लिए अपना बलिदान दिया है।



गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक में शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की


मुख्य अतिथि के रूप में सभा को संबोधित करते हुए राय ने वीरता और बल के जवानों द्वारा आहुति देने की समृद्ध परंपरा पर बल दिया। बल की अदम्य भावना को व्यक्त करते हुए मंत्री ने कहा कि सीआरपीएफ देश के लिए जीता है और देश के लिए शहीद हो जाता है। उन्होंने इस तथ्य को रेखांकित किया कि सीआरपीएफ राष्ट्र विरोधी तत्वों – चाहे वे जम्मू-कश्मीर के आतंकवादी हों, उत्तर-पूर्व के विद्रोही हों या फिर माओवादी – पर कड़ी कार्रवाई करने से पहले उन लोगों के दिलों को जीतने और उन्हें मुख्य धारा में लाने के प्रयास में कोई कसर नहीं छोड़ती है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में जम्मू-कश्मीर आतंकवाद के संकट से मुक्त हो जाएगा।


राय ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में सीआरपीएफ की भूमिका की सराहना की जिसने देश के लोकतांत्रिक संस्करण को मजबूत किया। उन्होंने कहा कि पूरा देश सीआरपीएफ कर्मियों द्वारा प्रदर्शित सेवा, वीरता, बलिदान और कर्तव्य के प्रति समर्पण के गुणों पर गर्व महसूस करता है। इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा को बनाए रखने के भविष्य के अपने सभी प्रयासों में सेना को सफलता प्राप्त होगी।


राय ने कार्यक्रम स्थल से रवाना होने से पूर्व राष्ट्रीय पुलिस स्मारक के परिसर में संग्रहालय का भी दौरा किया। इस अवसर पर सीआरपीएफ के महानिदेशक राजीव राय भटनागर और कई वरिष्ठ अधिकारी और जवान भी उपस्थित थे। स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में देश के प्रत्येक हिस्से में फैले सभी बल संरचनाओं में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।


आज इंडिया गेट पर एक और स्मारक समारोह का आयोजन निर्धारित है, जिसमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय मुख्य अतिथि होंगे। एक घंटे से अधिक समय तक चलने वाले इस समारोह में सीआरपीएफ म्यूजिक बैंड डिस्प्ले, फोर्स की महिला डेयरडेविल्स द्वारा मोटर साइकिल प्रदर्शन और अहमदाबाद से रैपिड एक्शन फोर्स साइकिल अभियान को झंडी दिखाई जाएगी, जो आज ही इंडिया गेट पर संपन्न हो जाएगा।


भगवान महादेव, प्रदेश को समृद्ध बनायें : पी.सी. शर्मा

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


         आध्यात्म एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री पी.सी. शर्मा और पशुपालन मंत्री श्री लखन सिंह यादव ने आज स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ हबीबगंज रेलवे स्टेशन से मुख्यमंत्री तीर्थ योजना अंतर्गत रामेश्वरम् धाम जाने वाली स्पेशल ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा कि सावन के इस पवित्र माह में प्रदेशवासियों के दर्शन करने पर भगवान महादेव प्रदेश को सुखी और समृद्ध बनायेंगे। 



रामेश्वरम् धाम के लिये स्पेशल ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया

मंत्री शर्मा ने ट्रेन को रवाना करने के पूर्व ट्रेन की बोगियों में जाकर श्रद्धालुओं का पुष्पहारों से सम्मान किया। उन्होंने स्वागत और अभिनंदन के साथ सभी श्रद्धालुओं को सुखद एवं मंगलमय यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने कुंभ मेले में प्रदेश के विभिन्न शहरों से छह स्पेशल ट्रेन श्रद्धालुओं के लिए रवाना की थी। श्रावण माह में रामेश्वरम् धाम के दर्शन के लिये 13 सौ श्रद्धालुओं को 20 बोगियों के द्वारा रवाना किया है। मंत्री शर्मा ने कहा कि सरकार इसी प्रकार भोपाल के अतिरिक्त इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर से भी श्रद्धालुओं के लिये विभिन्न धार्मिक स्थलों में पुण्य लाभ के लिए स्पेशल ट्रेन चलायेगी। उन्होंने बताया कि रामेश्वरम् जाने वाली ट्रेन में सात सौ श्रद्धालु भोपाल से और 150-150 श्रद्धालु रायसेन, होशंगाबाद, बैतुल और शाजापुर से शामिल होंगे। 

इस अवसर पर पूर्व नगर निगम सभापति कैलाश मिश्रा, ईश्वर सिंह चौहान, पार्षद गुड्डू चौहान, मोनू सक्सेना, संतोष कंसाना एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।


सदियों पुराना इतिहास और आस्था उत्तराखंड पौड़ी जनपथ की मनियारस्यू की थनगढ घाटी में स्थित थानेश्वर मंदिर का...

संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड 


        आइए आज हम बात करते हैं देव भूमि उत्तराखंड की, आप सभी को मालूम होगा देवभूमि उत्तराखंड के कण-कण में, देवताओं का वास है ,केदारनाथ से लेकर हरिद्वार तक की परिधि का स्थान प्राय: सभी देवी-देवताओं और ऋषियों का तप केन्द्र है। इन्ही में से एक है, अध्यात्म शक्ति का एक ध्रुव, पौड़ी जनपथ की मनियारस्यू की थनगढ घाटी में स्थित सिद्धपीठ थानेश्वर महादेव का मंदिर।



जनपद पौड़ी गढ़वाल में मंडल मुख्यालय पौड़ी से मात्र लगभग २५ किलोमीटर दूर कांसखेत-सतपुली मोटर मार्ग से निर्मित बनेखाल मोटर मार्ग पर थनुल गाँव में स्थित आदिशक्ति पीठ थानेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास ४००० वर्ष पुराना है ,माना जाता है की दवापर युग में आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा निर्मित ३६० मंदिरों में एक हैं इस मंदिर की बनावट गुप्त कालीन कला से मेल खाती है इस मंदिर के आस पास को खुदाई में पाण्डु लिपि की शिलायें मिली है। मंदिर के पुरोहित पंडित सुदामा प्रसाद कब्तियाल जी का कहना था इस पवित्र स्थल व शिवालय का उल्लेख केदारखंड में भी किया गया है।


बताया जाता है की मूल रूप से इस मंदिर की स्थापना थनगढ की निर्मल नदी के उत्तरी छोर पर स्थित महादेव सैंण नामक स्थान पर की गई थी, कालांतर में इसे नदी के व क्षण छोर पर स्थित थनुल ग्राम की सीमा में एक सुरम्य स्थान पर प्रतिस्थापित कर दिया गया जिसे बाद में थानेश्वर महादेव के नाम से पुकारा जाने लगा प्रकृति के सुरम्मय अंक में अवस्थित थानेश्वर महादेव मंदिर न केवल तीर्थाटन बल्कि पर्यटन की दृष्टि से भी अत्यन्त दार्शनिक है थानेश्वर महादेव मंदिर में बैकुण्ठ चतुर्दशी के दिन निसंतान दम्पति रात भर भोले शंकर की आराधना करते हैं व संतान प्राप्ति हेतु खड़े रहकर दोनों हाथों में दीपक जलाकर रात भर तपस्या व अर्ग देकर भगवान भोले शंकर को प्रसन्न करते हैं ग्रामवासियों व सर्वसाधारण के बीच इस सिद्धपीठ के प्रति विशेष आस्था है तथा कई किवदंत्तियाँ यहाँ विद्यमान हैं कि जो भक्त अपनी इस तपस्या से भोले शंकर को प्रसन्न करने में सफल हो जाते हैं तो उन्हें उसके प्रतिफल व आशिर्वाद के रूप में संतान की प्राप्ति हो जाती है



इस सिद्धपीठ मंदिर के सम्मुख प्रत्येक वर्ष वैकुंठ चतुर्थी को बहुत बड़ा मेला लगता है अनेक राज्यों से भक्तजन अपनी मनोकामना प्राप्ति हेतु यहाँ आते हैं तथा अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर पुन: महादेव जी की पूजा अर्चना करने आते हैं अगणित पथिकों को यहाँ मार्गदर्शन व परेशानियों का समाधान भी मिलता हैऐसी मान्यता है की जिस भक्त पर महादेव जी की कृपा व आशिर्वाद रहेगा उसके हाथों में वे दीपक पूरी रात जलते रहेंगे ऐसी आस्था है की यदि हम सच्ची श्रद्धा भक्ति से थानेश्वर महादेव के मंदिर में जायें तो महादेव जी की असीम कृपा से हमारे सभी कार्य या अवरूद्ध कार्य स्वतः पूर्ण हो जाते हैं गर्त में छिपी इस सदियों पुरानी ऐतिहासिक धरोहर एवं परंपरा को बनाये रखने तथा मंदिर के परिसर के निर्माण / पुनः निर्माण में जो भी कार्य हो रहा है वह कार्य ग्रामवासियों के सहयोग से हो रहा है इस ऐतिहासिक धरोहर को बचाए रखने के लिए सरकार दवारा किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं दिया जा रहा है


मंदिर की महिमा


थानेश्वर महादेव मंदिर, ग्राम थनुल, के बारे में ऐसी मान्यता है की पूर्व में यह मंदिर माधो सैंण गाँव में स्थित था परन्तु मंदिर की व्यवस्था की सही प्रकार से जानकारी न होने के कारण कुछ व्यक्तियों के द्वारा अज्ञानतावश वहां कुछ अपवित्र कार्य हो गये जिसकी वजह से थानेश्वर महादेव जी कुपित होकर और वहाँ से पलायन कर ग्राम थनुल में स्थापित हो गए, अतः थानेश्वर महादेव मंदिर की स्थापना थनुल ग्राम से बहने वाली निर्मल नदी के वे क्षण छोर मे स्वतः ही हुई थी सुबह उठकर जब ग्रमवासियों ने अपने घर के बाहर देखा की मंदिर का प्रमुख शिवलिंग व चारदीवारी स्वतः ही निर्मित हो गए हैं तो वो आश्चर्यचकित रह गए तभी से थनुल गाँव वालों तथा दूर-दूर के गाँव वालों के मन में थानेश्वर महादेव जी के प्रति आस्था जागृत हो गयी गाँव वालों ने मंदिर की चारदीवारी का अधूरा कार्य बाद में स्वतः ही पूरा किया समस्त ग्रामवासी अपने अनाज को तथा भोजन को सर्वप्रथम भगवान श्री थानेश्वर महादेव जी के नाम से रखते हैं तत्पश्चात उसका उपयोग व उपभोग करते हैं।


थानेश्वर मंदिर के विषय में प्रचलित एक और सच्ची घटना इस प्रकार है एक बार थनूल गाँव के पड़ौसी गाँव ठेकरधार से कुछ लोग थानेश्वर महादेव मंदिर में सांड चढाने के लिए आये हुए थे जैसे ही उन्होंने मंदिर के दरवाजे खोले तो अचानक मधुमखियाँ आ गयी और कोई भी मंदिर में प्रवेश नहीं कर सका कुछ ही देर में उन मधुमखियों ने सभी लोगों को वहां से भगा दिया और सांड भी कहीं और भाग गया बाद में पता चला की उस गाँव में गाय ने बछड़े को जन्म दिया था जिसकी वजह से उस गाँव मे सूतक लग गया था और यदि वो लोग मंदिर में प्रवेश कर जाते तो मंदिर अपवित्र हो जाता तब से सभी लोग इस बात का विशेष ध्यान रखने लगे कि किसी भी सूतक कि अवस्था में वो मंदिर में प्रवेश न करें।


यात्री व्यवस्था


थानेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों के ठहरने के लिए निशुल्क धर्मशाला का प्रबंध किया गया है | इसके साथ ही मंदिर समिति ने भक्तों के लिए जल पान की भी व्यवस्था की है, ताकि दूर से आये हुए यात्री कुछ समय मंदिर में विश्राम भी कर सकें और यदि चाहे तो थनूल गाँव की रमणीक छटा का आनंद ले सकें | यहां पर वर्ष में दो बार, क्रमशः वैकुंठचतुर्दर्शी एवं शिवरात्रि को भंडारे की व्यवस्था भी की जाती है, जिसमें आस पास के गावों के सभी भक्तजन आते हैं और पूरी रात भोलेनाथ जी की आराधना करते हैं |


दान - भेंट


ऑनलाइन दान करने के लिए कृपया हमारी इंटरनेट बैंकिंग का प्रयोग कर सकते हैं | यदि आप चेक या ड्राफ्ट द्वारा दान करना चाहते हैं तो "थानेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्टके नाम पर दान कर सकते हैं और हमारे रजिस्टर्ड पते पर भेज सकते हैं | जो हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध है |


खाता संख्या : 90142010317291 
आई एफ एस सी कोड : SYNB0009014 
बैंक का नाम : SYNDICATE BANK


अधिक जानकारी के लिए आप इन वेबसाइट को भी देख सकते हैं और अगर कोई कमेंट या सुझाव हो तो इसमें आप भेज सकते हैं...


www.thaneshwarmahadevmandir.com www.twitter.comthaneshwarmahal www.facebook.com/thaneshwar.mahadev www.youtube.com/c/thaneshwarmahadev www.instagram.com/thaneshwarmahadev