शुक्रवार, 31 जनवरी 2020

संविधान हमारा मार्गदर्शक है, हमारा मूल ग्रन्थ है : राज्यपाल

संवाददाता : जयपुर राजस्थान


     राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि यह समारोह गत बीस वर्षों से लगातार हो रहा है। मुझे भी प्रत्येक वर्ष यहां आने का मौका मिला है। आज यह स्थान सभी के लिए सुगम हो गया है। आज से बीस वर्ष पूर्व जब मैं यहां आया था, तब यहां न सड़क थी और न ही आवागमन के साधन थे। लेकिन धीरे - धीरे सभी के सामूहिक प्रयासों से यहां सभी सुविधाएं हो गई है।

 


 

राज्यपाल मिश्र गुरूवार को उत्तर प्रदेश के अम्बेडकर नगर स्थित चन्दौका ,भीटी में फूलादेवी चन्द्रधर मिश्र महाविद्यालय में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे।

 

राज्यपाल मिश्र ने कहा कि गत 26 नवम्बर को पूरे देश में 70 वां संविधान दिवस मनाया गया। आपको बताना चाहता हूँ कि संविधान हमारा मार्गदर्शक है। हमारा मूल ग्रन्थ है।

 

राज्यपाल मिश्र ने कहा कि संविधान की प्रस्तावना में राष्ट्र की मूल भावना का उल्लेख है। संविधान ने हमें मौलिक अधिकार दिये हैं। संविधान के अनुच्छेद 51 क में हमारे द्वारा किये जाने वाले कर्तव्यों को परिभाषित किया गया है। मौलिक अधिकार और कर्तव्य, यह दोनों ही संविधान के प्रमुख स्तम्भ हैं। मौलिक अधिकारों की तो हम बात करते हैं, लेकिन आवश्यकता है कि हम हमारे कर्तव्य को जानें, समझें और उनके अनुरूप ही अपना कार्य और व्यवहार करें।

 

राज्यपाल मिश्र ने कहा कि आप लोग युवा हैं। राष्ट्र निर्माण में आपको महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। इसलिए संविधान में प्रदत्त कर्तव्यों को आप लोग आचरण में लाकर आगे बढ़ें। यदि हम सभी ने ऎसा प्रयास किया तो निश्चय तौर पर भारत देश को आगे बढ़ाने में और स्वयं के जीवन को भी प्रोनन्त करने में यह कदम बेहतरीन साबित होगा। आमजन को संविधान की जानकारी होना आवश्यक है। राष्ट्रीय एकता, अखण्ड़ता व सामाजिक समरसता के लिए कर्तव्यों का निर्वहन करना होगा।

मुख्यमंत्री कमल नाथ ने गांधी जी की पुण्य-तिथि पर दो मिनिट मौन रखकर दी श्रद्धांजलि...

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


      मुख्यमंत्री कमल नाथ ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्य-तिथि पर दो मिनिट का मौन रखकर उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित की। कमल नाथ पूर्वांह ठीक 11 बजे मंत्रालय के समक्ष सरदार पटेल उद्यान पहुँचे। मुख्यमंत्री और अधिकारियों-कर्मचारियों ने मौन धारण सूचक सायरन बजने पर दो मिनिट का मौन रखकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का पुण्य स्मरण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।



इस मौके पर जनसम्पर्क मंत्री पी.सी. शर्मा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, मुख्य सचिव एस.आर. मोहंती, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन के.के. सिंह और वरिष्ठ अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।


नोवल कोरोनावायरस पर अपडेट...

संवाददाता : नई दिल्ली


आप सभी को अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए जानना आवश्यक है कि


नोवल कोरोना वायरस का प्रकोप चीन में चल रहा है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अन्य देशों से भी कई मामले सामने आए हैं। कोरोना वायरस बीमारी के लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम से लेकर गंभीर बीमारियों जैसे मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (एमईआरएस) –सीओवी और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (सार्स-सीओवी) जैसे है। 



क्या हैं लक्षण?


बुखार, खांसी, सांस लेने में कठिनाई इसके आम लक्षण हैं।


खुद को और दूसरों को इस बीमारी से कैसे बचाएं?


यदि आपने हाल में चीन की यात्रा की है (पिछले 14 दिनों के भीतर) या किसी गैर-पंजीकृत व्यक्ति से संपर्क किया है तो आपको यह सलाह दी जाती है:



  • अपनी वापसी के बाद 14 दिनों तक घर में अलग-थलग रहें।

  • अलग कमरे में सोएं।

  • परिवार के अन्य सदस्यों के साथ कम संपर्क करें और आगंतुकों से मुलाकात को नजरअंदाज करें।

  • खांसने और छींकने पर नाक और मुंह ढक लें।

  • सर्दी या फ्लू जैसे लक्षण वाले किसी व्यक्ति के निकट संपर्क में आने से बचें। (किसी भी व्यक्ति से कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखें)।

  • घर में हर किसी को हर समय हाथ की सफाई रखनी चाहिए और हाथ धोना चाहिए, विशेष तौर पर:

  • छींकने या खांसने के बाद।

  • बीमार की देखभाल के समय।

  • भोजन तैयार करने से पहले और बाद में।

  • खाने से पहले।

  • शौचालय उपयोग के बाद।

  • जब हाथ गंदे होते हैं।

  • जानवरों या जानवरों के अपशिष्ट के संपर्क में आने के बाद।

  • यदि आपको चीन से लौटने के 28 दिनों के भीतर बुखार, खांसी या सांस लेने में कठिनाई होती है तो:



  • अधिक जानकारी के लिए भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के नियंत्रण कक्ष के फोन नंबर +91-11-2397 8046 पर संपर्क करें।

  • तुरंत मास्क पहनें और नजदीकी चिकित्सा केंद्र जाकर परामर्श लें।

  • घबराएं नहीं


मंत्रिपरिषद की बैठक शुरू होने के पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और अन्य शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि...

संवाददाता : रायपुर छत्‍तीसगढ़


      मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में यहां मुख्यमंत्री निवास में आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक शुरू होने के पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर दो मिनट का मौन धारण कर उन्हें तथा अन्य शहीदों को श्रंद्धाजलि दी गई। स्वतंत्रता आंदोलन में शहीदों के योगदान का स्मरण किया गया। इस अवसर पर मंत्रिमण्डल के सदस्यगण उपस्थित थे।



सेवा, साधना और समर्पण के कारण राम-भक्त हनुमान और गांधी जी आराध्य हैं...

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


      गांधी जी और हनुमान जी अपनी सेवा, साधना और समर्पण भावना से लोगों के आराध्य हैं। सत्य, अहिंसा और राष्ट्रभक्ति इनके व्यक्तित्व और कृतित्व के आधार हैं। ये विचार मुख्यमंत्री कमल नाथ ने आज पुरानी विधानसभा परिसर मिंटो हाल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्य-तिथि पर महानिर्वाण हनुमान चालीसा के सवा करोड़ जप कार्यक्रम में व्यक्त किए। यह कार्यक्रम 'हमारे हनुमान' सांस्कृतिक मंच भोपाल द्वारा आयोजित किया गया था। जनसंपर्क मंत्री पी.सी. शर्मा एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल भी इस मौके पर उपस्थित थे।


मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि राम-भक्त हनुमान का उनके जीवन में विशेष महत्व रहा है। गांधी जी मेरे सदैव आदर्श रहे हैं। श्री नाथ ने कहा कि  मेरी आस्था के केन्द्र इन आराध्य पुरुषों ने मुझे हमेशा प्रेरणा प्रदान की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान सत्य, अहिंसा और राष्ट्रभक्ति का जो नारा दिया था उसने उस समय के ब्रिटिश साम्राज्य को हिला दिया था। आज गांधी जी के इन्हीं विचारों की सबसे ज्यादा आवश्यकता है। गिरते हुए सामाजिक मूल्य हमारे सामने एक बड़ी चुनौती है। हमें इसका सामना राम-भक्त हनुमान जी एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के विचारों और भावनाओं को आत्मसात कर करना है।



महानिर्वाण हनुमान चालीसा के सवा करोड़ जप समारोह के मुख्य वक्ता पंडित विजय शंकर मेहता ने 'महानिर्वाण - एक शाम राष्ट्रभक्त के नाम' विषय पर अपने व्याख्यान में कहा कि हनुमान जी और गांधी जी के मन, वचन, कर्म में साम्य है। पंडित मेहता जी ने कई प्रसंगों और कृतियों से भगवान हनुमान और गांधी जी के आचरण-व्यवहार का उल्लेख करते हुए कहा कि गांधी जी जहाँ मौलिक संस्कृति के प्रतीक थे वहीं हनुमान जी अवतार परंपरा के एक जीवित महापुरुष हैं। दोनों आज भी हमारे सामने उपस्थित हैं। दोनों का व्यक्तित्व  इतना प्रभावशाली था कि अपने समय के सर्वशक्तिमान उनके आगे कांपते थे फिर वो चाहे रावण हो या फिर ब्रिटिश साम्राज्य।  


पंडित विजयशंकर मेहता ने कहा कि भय-मुक्त भारत बनाना है, बांटने वाली ताकतों को नाकामयाब करना है तो गांधी जी और हनुमान जी को अपने अंदर आत्मसात करना होगा। उन्होंने कहा कि आज देश अज्ञात डर से भयभीत है। ऐसा इसलिए है क्योंकि सत्य, अहिंसा और राष्ट्रभक्ति के रास्ते से हम भटक गए हैं। पंडित मेहता जी ने कहा कि कि सोशल मीडिया में महापुरूषों के सम्बन्ध में अपमानजनक टिप्पणी से परहेज किया जाना चाहिए। 


प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ, जनसम्पर्क मंत्री पी.सी. शर्मा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी एवं पूर्व मंत्री चंद्रप्रभाष शेखर ने पंडित विजयशंकर मेहता का स्वागत किया। पंडित मेहता जी के साथ सवा सौ करोड़ हनुमान चालीसा का जप किया गया। इस कार्यक्रम को संस्कार टी.वी. पर 56 देशों में लाइव देखा गया। कार्यक्रम का संचालन राजीव सिंह ने किया।


शहीद दिवस पर राजभवन में दो मिनिट का मौन रखा गया...

संवाददाता : जयपुर राजस्थान


      शहीद दिवस पर राजभवन में प्रातः 11 बजे दो मिनिट का मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी  गई। इस मौके पर राज्यपाल के सचिव सुबीर कुमार, उप सचिव योगेश श्रीवास्तव व राज्यपाल के परिसहाय हर्ष वर्धन सहित राजभवन के अधिकारीगण व कर्मचारीगण मौजूद थे। 

 


सी.ए.ए. में लाए गए संशोधन को वापस लेने का किया अनुरोध...

संवाददाता : रायपुर छत्‍तीसगढ़


      मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर नागरिकता संशोधान अधिनियम 2019 (सीएए) को वापस लेने का अनुरोध किया है।मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि जहां एक ओर इस अधिनियम का वर्तमान संशोधन धर्म के आधार पर अवैध प्रवासियों का विभेद करता प्रतीत होता है एवं भारतीय संविधान के अनुच्छेद-14 के विपरीत होने का संकेत दे रहा है, वहीं दूसरी ओर भारत के पड़ोसी देशों, जैसे- श्रीलंका, म्यांमार, नेपाल और भूटान इत्यादि देशों से आने वाले प्रवासियों के संबंध में इस अधिनियम में कोई भी प्रावधान नहीं किया गया है ।



मुख्यमंत्री ने पत्र में कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य में इस अधिनियम के विरूद्ध काफी विरोध प्रदर्शन देखे गये, जो कि शांतिपूर्ण रहे, अपितु इसमें इस प्रदेश के विभिन्न वर्गाें के लोग शामिल हुए। छत्तीसगढ़ में मूलतः अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़े वर्ग के निवासी हैं, जिनमें से बड़ी संख्या में गरीब, अशिक्षित एवं साधनविहीन हैं, जिसे इस अधिनियम की औपचारिकता को पूर्ण करने में कठिनाइयों का निश्चित रूप से सामना करना पड़ सकता है। संविधान के समक्ष सभी सम्प्रदाय समान होते हैं, संसद के द्वारा अधिनियमित नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019 (सी.ए.ए.) धर्म निरपेक्षता के इस संवैधानिक आधारभूत भावना को खंडित करता दृष्टिगत हो रहा है।


मुख्यमंत्री बघेल ने पत्र में देश के संविधान के अनुच्छेद-14 को देश के सभी वर्गाें के व्यक्तियों के समानता के अधिकार और कानून के अंतर्गत समानता की गारंटी को सुरक्षित रखने के लिये आवश्यक है कि संविधान की इस मूल भावना के विपरीत कोई भी कानून नहीं बनाया जाये। जनमानस में विरोध प्रदर्शन को देखते हुए, गरीब तबके एवं असाक्षर लोगों को असुविधा न हो, देश में शांति बनी रहे, एवं संविधान की मूल अवधारणा सुरक्षित रहे, इन सबके दृष्टिगत, नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019 (सी.ए.ए.) में लाये गये संशोधन को वापस लिये जाने का प्रदेशवासियों की ओर से अनुरोध किया है।  


नोवल कोरोनावायरस पर अपडेट, केरल में सामने आया एक मामला

संवाददाता : नई दिल्ली


      नोवल कोरोनावायरस मरीज का मामला केरल में सामने आया है। मरीज एक छात्र है जो चीन के वुहान यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा था। जांच में मरीज नोवल कोरोनावायरस के लिए सकारात्मक पाया गया है और उसे अस्पताल में एक अलग विशेष कक्ष में रखा गया है।मरीज की स्थिति फिलहाल स्थिर है और उसकी कड़ी निगरानी की जा रही है।



 


चुनाव आयोग ने कमिशनर पटनायक का कार्यकाल एक महीने बढ़ाया...

प्रजा दत्त डबराल @ नई दिल्ली


      चुनाव आयोग ने कमिशनर पटनायक का कार्यकाल एक महीने बढ़ाया। गृह मंत्रालय की अपील को मंजूर करते हुए चुनाव आयोग ने दिल्ली पुलिस कमिशनर अमूल्य पटनायक के कार्यकाल को एक महीने तक बढ़ाने की मंजूरी दे दी है।



गौरतलब है कि आयुक्त पटनायक कल रिटायर होने वाले थे। चुनाव आयोग ने गृह मंत्रालय को आयुक्त पटनायक के कार्यकाल को फरवरी अंत तक बढ़ाने की अनुमति दी है।


क्योकि दिल्ली में 8 फरवरी को विधानसभा का चुनाव है, इसके मद्देनजर उनका कार्यकाल एक महीना बढ़ा दिया है।


महिला सुरक्षा महिलाओं के सम्मान से जुड़ा विषय है : मुख्यमंत्री

प्रजा दत्त डबराल @ देहरादून उत्तराखंड


      मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि आत्म सुरक्षा की दृष्टि से महिलाओं का शारिरिक एवं मानसिक रूप से मजबूत होना जरूरी है। इससे उनके मन में अपनी असुरक्षा का भाव समाप्त होगा तथा आत्म विश्वास मजबूत होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसकी पहल भी स्वयं उन्हें करनी होगी क्योंकि यदि तैरना सीखना है तो तालाब में जाना ही पड़ेगा।



शुक्रवार को डी.ए.वी. पीजी कॉलेज देहरादून में आयोजित दो दिवसीय ‘‘सेल्फ डिफेंस वर्कशाप फार गर्ल्स’’ से सम्बन्धित कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि इस दो दिवसीय जूडो-कराटे एवं अन्य सुरक्षा से सम्बन्धित उपायों के प्रशिक्षण से छात्राओं में आत्म विश्वास एवं आत्म सुरक्षा का भाव जागृत होगा। उन्होंने कहा कि जब भी महिलाओं से सम्बन्धित कोई कार्यक्रम होता है तो वहां पर महिलाओं की सुरक्षा की बात भी जरूर होती है। यह महिलाओं के सम्मान से जुड़ा विषय भी है। 


कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उपाध्यक्ष उच्च शिक्षा उन्नयन समिति दीप्ति रावत ने कहा कि आज लड़कियों के साथ ही लड़कों को भी अच्छे व्यवहार एवं नैतिक मूल्यों के प्रति जागरूकता की सीख देने की जरूरत है। इसके लिए परिवार के जिम्मेदार लोगों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। उन्होंने छात्राओं को सजग एवं सतर्क रहते हुए ऊँचे मनोबल के साथ आगे बढ़ने को कहा। उन्होंने कहा कि छात्राओं को निडर होकर अपनी बात रखनी चाहिए इसके लिए यदि जरूरत पड़े तो उन्हें महिला सुरक्षा हेतु उपलब्ध विभिन्न हैल्प लाइनों एवं पोर्टलों का भी उपयोग करना चाहिए।



प्राचार्य डॉ. अजय सक्सेना ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए विद्यालय के बहुउद्देशीय क्रीडा भवन के लिये आवश्यक उपकरणो की व्यवस्था का अनुरोध किया।


इस अवसर पर कार्यशाला की संयोजक डॉ. अर्चना पाल, पूर्व दायित्व धारी सुशीला बलूनी, विवेकानन्द खण्डूडी सहित बड़ी संख्या में छात्र छात्रायें उपस्थित थे।



मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मन्त्री रवि शंकर प्रसाद से भेंट की...

संवाददाता : शिमला हिमाचल


      मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने नई दिल्ली में केन्द्रीय विधि, न्याय एवं संचार मन्त्री रवि शंकर प्रसाद से भेंट की और उनसे प्रदेश के दूर-दराज के क्षेत्रों में बेहतर संचार सेवाएं उपलब्ध करवाने का आग्रह किया।



मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मन्त्री से प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र के लिए निवेश आकर्षित करने में सहायता करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सोलन जिला के वाकनाघाट में 300 बीघा भूमि उपलब्ध है, जहां सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र को विकसित किया जा सकता है।


उन्होंने केन्द्रीय मन्त्री से प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी में उत्कृष्ट केन्द्र तथा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए निवेश आकर्षित करने में सहयोग का आग्रह भी किया।


प्रदेश में हॉकी, तीरंदाजी, एथलेटिक, क्रिकेट, स्विमिंग, आर्चरी, बास्केटबॉल, टेबल टेनिस, कबड्डी और खो-खो की अकादमी प्रारंभ की जाएगी...

संवाददाता : रायपुर छत्‍तीसगढ़


      मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में यहां उनके निवास कार्यालय में आयोजित छत्तीसगढ़ खेल विकास प्राधिकरण की गवर्निग बॉडी की प्रथम बैठक में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में निर्णय लिया गया कि खिलाड़ियों को अत्याधुनिक खेल सुविधाएं और प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रदेश में अत्याधुनिक खेल अकादमियां प्रारंभ की जाएगी, इन आकदमियों के लिए स्टेडियमों के चयन का दायित्व मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित प्राधिकरण की कार्यकारिणी समिति को सौंपा गया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से खेल आकदमियों के लिए स्टेडियमों का चयन शीघ्र करने के निर्देश दिए ।



बैठक में यह निर्णय भी लिया गया की खिलाड़ियों को विभिन्न खेल गतिविधियों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए प्रदेश में मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना प्रारंभ की जाएगी। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों-गेंडी, भौंरा, फुगड़ी जैसे खेलों को प्रोत्साहित किया जाएगा।  पारंपरिक खेल अब विलुप्त होते जा रहे हैं। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया की प्रदेश के महत्वपूर्ण खेल स्टेडियम अब छत्तीसगढ़ खेल विकास प्राधिकरण के आधीन रखे जाएंगे । खेल अकादमी का संचालन सी.एस.आर. मद के माध्यम से किया जाएगा । मुख्यमंत्री ने इसके लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित प्राधिकरण की कार्यकारिणी समिति को सौंपा ।


छत्तीसगढ़ खेल प्राधिकरण में दो सांसदों, पांच विधायकों और दो उत्कृष्ट खिलाड़ियों के मनोनयन के लिए मुख्यमंत्री बघेल को अधिकृत किया गया। बैठक में छत्तीसगढ़ में हॉकी, तीरंदाजी, एथलेटिक, क्रिकेट, स्विमिंग, आर्चरी, इंडोर गेम्स (मार्शल आर्ट), फुटबॉल, बास्केटबॉल, टेबल टेनिस, कबड्डी और खो-खो की अकादमी प्रारंभ करने का निर्णय भी लिया गया।


बैठक में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, नगरीय विकास मंत्री डॉ शिव डहरिया, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंडिया, 


लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी सचिव अविनाश चम्पावत, नगरीय विकास विभाग की सचिव अलरमेल मंगई डी, सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव डी.डी. सिंह, संचालक खेल श्वेता सिन्हा तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।


नगर निकाय के उप चुनाव के लिए कार्यक्रम घोषित 4 जिलों के 30 वार्डों मे होगा उपचुनाव...

संवाददाता : जयपुर राजस्थान


      राज्य निर्वाचन अयोग ने फरवरी, 2020 में 4 जिलों की 2 नगर परिषदों तथा 3 नगरपालिकाओं के 30 वार्डों में उप चुनाव के लिए कार्यक्रम की घोषणा कर दी है।

 


 

कार्यक्रम के अनुसार श्रीगंगानगर जिले की रायसिंहनगर नगरपालिका, झालावाड़ की पिड़ावा नगरपालिका एवं झालावाड़ नगर परिषद, नागौर जिले की नागौर नगर परिषद एवं सीकर की रींगस नगर पालिका के रिक्त 30 वार्डों के लिए लोक सूचना 1 फरवरी, 2020 को जारी होगी।

 

इन वार्डों में उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 4 फरवरी तथा नामांकन पत्रों की संवीक्षा 5 फरवरी को होगी। अभ्यर्थिता वापस लेने की अंतिम तिथि 7 फरवरी को अपराह्न 3 बजे तक है। चुनाव चिन्हों का आवंटन 8 फरवरी को होगा।

 

आवश्यक होने पर मतदान 16 फरवरी को प्रातः 8 बजे से सायं 5 बजे तक होगा। उपचुनाव की मतगणना 19 फरवरी को प्रातः 8 बजे से होगी।

 

मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं सचिव श्याम सिंह राजपुरोहित ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सम्बन्धित नगरनिकायाें में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिन्ता लागू हो गई हैं, जो चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने तक प्रभावी रहेगी।

ऐतिहासिक सप्रे संग्रहालय को पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किया जाना चाहिये...

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


     मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि सप्रे संग्रहालय वह ऐतिहासिक स्थान है, जिसने न केवल समाचार-पत्र जगत का इतिहास समेट रखा है बल्कि इसमें एक बेहतर पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित होने की सभी विशेषताएं मौजूद हैं। इसलिए इसे पर्यटन केन्द्र के रूप में भी विकसित किया जाना चाहिए। कमल नाथ सुप्रसिद्ध राष्ट्रकवि स्वतंत्रता एवं संग्राम सेनानी पंडित माखनलाल चतुर्वेदी द्वारा संपादित कर्मवीर पत्रिका के 100 वर्ष पूरे होने पर आयोजित संगोष्ठी के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कर्मवीर के सौ साल 'संदर्भ ग्रंथ' का लोकार्पण किया। प्रारंभ में मुख्यमंत्री ने पंडित माखनलाल चतुर्वेदी की पुण्य-तिथि पर उनके चित्र पर मार्ल्यापण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।



महात्मा गाँधी, एक विचारधारा है


मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संयोग है कि आज राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी और राष्ट्र कवि पंडित माखनलाल चतुर्वेदी की पुण्य-तिथि एक ही दिन है। उन्होंने कहा कि महात्मा गाँधी एक विचारधारा है, जो पूरी दुनिया को एक बेहतर राष्ट्र बनने और अपने नागरिकों को सुख-शांति का जीवन उपलब्ध करवाने का मार्ग बताती है। उन्होंने कहा कि सत्य, अहिंसा के रास्ते से उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी साम्राज्यवादी ताकत को भारत छोड़ने पर मजबूर किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रकवि माखनलाल जी ने अपनी पैनी कलम और राष्ट्रीयता से ओतप्रोत कविताओं के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम में एक नया जोश पैदा किया। वे हमारे प्रदेश की शान और गौरव थे।


शांति के दूत


मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि एक ओर जहाँ महात्मा गाँधी ने पूरी दुनिया को शांति का संदेश दिया, वहीं दूसरी ओर डॉ. अम्बेडकर ने एक समतावादी संविधान की रचना कर दुनिया को रास्ता दिखाया। मुख्यमंत्री ने अपनी अफ्रीका यात्रा का स्मरण करते हुए बताया कि वहाँ के एक देश के राष्ट्रपति से जब वे मिलने पहुँचे, तो उनके कक्ष में महात्मा गाँधी और डॉ. भीमराव अम्बेडकर बाबा साहेब की तस्वीर मैंने देखी। मैंने सोचा कि यह शायद मेरे मिलने के अवसर पर लगाई गई है, पर ऐसा नहीं था। उन्होंने राजनयिक कारणों से देश और राष्ट्रपति का नाम का उल्लेख न करते हुए बताया कि राष्ट्रपति जी ने बताया कि भारत के संविधान निर्माण में जो समतावादी नजरिया अपनाया गया, वही हमारे देश के संविधान का प्रेरणा स्त्रोत है। गाँधी जी का उल्लेख करके राष्ट्रपति ने बताया कि हमारे देश ने हिंसा से मुक्ति और शांति की स्थापना के लिए गाँधी जी के अहिंसा के मार्ग को अपनाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरे विश्व में जो चुनौतियाँ हैं, अशांति है, उसके लिए गाँधी मार्ग पर चलना सबसेबड़ी आवश्यकता है।


कुछ लोग चाहते है गाँधी जी को भूल जाएं


मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि देश में कुछ ताकतें इस बात का प्रयास कर रही हैं कि लोग गाँधी जी और उनके विचारों को भूल जाएं। ऐसे प्रयास हमारी शांति और देश की एकता, अखंडता के लिए एक बड़ा खतरा है। इसका सभी लोगों को मिलकर मुकाबला करना है। ऐसे लोगों से सावधान रहना है और उनके कुत्सित प्रयासों को असफल करना है। यह हमारे देश के सुरक्षित भविष्य के लिए जरूरी है।


सप्रे संग्रहालय की उपलब्धियाँ विश्व स्तरीय


मुख्यमंत्री कमल नाथ ने सप्रे संग्रहालय की उपलब्धियों को विश्व स्तरीय बताया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख सेनानी की भूमिका कर्मवीर पत्रिका ने निभाई। पंडित माखनलाल चतुर्वेदी द्वारा संपादित कर्मवीर के प्रकाशन को निरंतर रखने का जो बीड़ा सप्रे संग्रहालय के संस्थापक विजयदत्त श्रीधर ने उठाया है, वह सराहनीय है। नई तकनीक से बिना जुड़े सप्रे संग्रहालय ने जिन ऐतिहासिक दस्तावेजों का संग्रह किया है, वह निश्चित ही भारतीय पत्रकारिता के क्षेत्र में बड़ा योगदान है। कमल नाथ ने कहा कि संग्रहालय का हमारे तथा अन्य प्रदेशों के शोधार्थी विद्यार्थियों ने जो लाभ उठाया है वह एक बड़ी उपलब्धि है।


जनसम्पर्क मंत्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि संप्रे संग्रहालय के जरिए भारतीय समाचार-पत्र जगत के इतिहास को संग्रहित करके सहजने का जो कार्य किया गया है, उससे यह संस्थान पूरी दुनिया का उत्कृष्टतम संस्थान बन गया है। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक पत्रिका कर्मवीर के प्रकाशन को निरंतर रखने का प्रयास प्रशंसनीय है।


पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने पंडित माखनलाल चतुर्वेदी को प्रदेश का दैदिप्यमान नक्षत्र बताते हुए कहा कि महात्मा गांधी 1937 में जब बाबई यात्रा पहुँचे थे, तो उन्होंने कहा था कि मैं उनकी जन्मभूमि पर आकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। उन्होंने कहा कि सप्रे संग्रहालय देश का अनूठा संग्रहालय है और हमें अपने प्रदेश की इस अमूल्य पूँजी को और अधिक विकसित करने के लिए मदद करना चाहिए।


सप्रे संग्राहलय के संस्थापक एवं कर्मवीर पत्रिका के प्रधान संपादक पद्मश्री विजयदत्त श्रीधर ने कहा कि पंडित माखनलाल चतुर्वेदी एक महान संपादक, साहित्यकार और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। उन्होंने कहा कि श्रद्धेय माधवराव सप्रे जी ने उनकी प्रतिभा को पहचाना था। श्रीधर ने सप्रे संग्रहालय की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा कि इस संग्रहालय में 5 करोड़ पत्र-पत्रिकाओं का संग्रह है। दो हजार ग्रंथ के अलावा एक हजार पत्रिकाएं ऐसी हैं जो दुनिया किसी भी संग्रहालय में उपलब्ध नहीं है। उन्होंने बताया कि पिछले 37 साल में 1167 शोध छात्रों ने संग्रहालय का लाभ उठाया है। इसमें 1153 शोधार्थियों को डीलिट और पीएचडी के उपाधि प्राप्त हुई।


मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कर्मवीर के 100 वर्ष पूरे होने पर प्रकाशित विशेषांक का विमोचन किया। पंडित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के छात्र अभिराज सिंह राजपूत को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की जूनियर रिसर्च फैलोशिप की परीक्षा में देश में सर्वप्रथम स्थान प्राप्त करने पर सम्मानित किया गया।


इस मौके पर माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रिकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति दीपक तिवारी, बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति और शिक्षा, पत्रकारिता तथा समाज से जुड़े प्रतिष्ठित नागरिक उपस्थित थे।


प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी...

प्रजा दत्त डबराल @ नई दिल्ली


      प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री ने राजघाट पर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की।



प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। पूज्य बापू के व्यक्तित्व, विचार और आदर्श हमें सशक्त, सक्षम और समृद्ध न्यू इंडिया के निर्माण के लिए प्रेरित करते रहेंगे।’









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राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। पूज्य बापू के व्यक्तित्व, विचार और आदर्श हमें सशक्त, सक्षम और समृद्ध न्यू इंडिया के निर्माण के लिए प्रेरित करते रहेंगे।






 




अतिरिक्त मुख्य सचिव ने की सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला तैयारियों की समीक्षा...

संवाददाता : शिमला हिमाचल


      आर. डी. धीमान, अतिरिक्त मुख्य सचिव (पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन) ने 34वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला के लिए हिमाचल प्रदेश द्वारा ‘थीम स्टेट’ के प्रबंधों के संबंध में सूरजकुंड में विभाग के अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की तथा मेला ग्राउंड का दौरा किया।अतिरिक्त मुख्य सचिव के साथ निदेशक पर्यटन यूनुस व अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।



उन्होंने हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा पारंपरिक शैली में बनाये गए ‘अपना घर’ भीमाकाली मंदिर, हिमाचली शैली के मुख्य द्वार तथा हथकरघा-हस्तशिल्प कारीगरों के लिए तैयार किए स्टालों का अवलोकन किया।


अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला हिमाचल के विभिन्न उत्पादों तथा राज्य के पर्यटन के प्रचार-प्रसार के लिए एक बहुत ही अच्छा मंच है। 16 दिन तक चलने वाले इस मेले के दौरान प्रतिदिन हिमाचल के विभिन्न भागों से सूरजकुंड पहुंच चुके सांस्कृतिक दल प्रस्तुतियां देकर देश-विदेश के पर्यटकों को हिमाचल की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से रुबरु करवायेंगे।


मेले में पर्यटकों के लिए हिमाचली व्यंजनों के फूड स्टाॅल भी स्थापित किए जाएंगे, जिसके लिए प्रदेश पर्यटन निगम की टीम भी मेला स्थल पर पहुंच गई है। पर्यटकों को राज्य के खूबसूरत पर्यटन स्थलों की ओर आकर्षित करने तथा अन्य जानकारी प्रदान करने के लिए सूचना केंद्र भी स्थापित किया है। सूरजकुंड मेला मैदान में हिमाचली परिवेश को प्रदर्शित करने के लिए सभी प्रबंध पूर्ण कर लिए गए हैं।


मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ ने व्यक्त किया आभार...

संवाददाता : रायपुर छत्‍तीसगढ़


         मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को स्थानीय भाषा, बोली में शिक्षा दिए जाने और बच्चों को अपनी मातृ भाषा में प्रभावी तरीके से सीखाकर समुचित विकास करने का छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका कल्याण संघ और छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका संघ ने आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया है।



आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका संघ ने आंगनबाड़ी केन्द्रों को प्री-प्रायमरी (नर्सरी) स्कूल में परिवर्तित करने के लिए मुख्यमंत्री को गाड़ा-गाड़ा बधाई दी है। मुख्यमंत्री से निवेदन करते हुए अपेक्षा व्यक्त की है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को प्राथमिक शालाओं में छत्तीसगढ़ी में शिक्षा देने का अवसर दिया जाए, जिससे हमारे अनुभव का लाभ स्कूली बच्चों को मिल सके। उन्होंने सरकार के इस कदम की सराहना करते हुए कहा है कि इस निर्णय से बच्चों और समाज के विकास के साथ ही छत्तीसगढ़ियों का आत्म सम्मान भी बढ़ेगा।


छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका कल्याण संघ की प्रांताध्यक्ष पदमावती साहू और कार्यकारिणी सदस्यों तथा छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका संघ की प्रांताध्यक्ष सरिता पाठक और कार्यकारिणी सदस्यों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा लिए गए निर्णय को दूरदर्शी बताया है। उन्होंने कहा है कि छोटा बच्चा घर में अपनी स्थानीय भाषा और बोली का प्रयोग करता है, लेकिन आंगनबाड़ी में हिन्दी बोलने में उसे कठिनाई होगी।


भाषा विशेषज्ञों का मानना है कि अपनी बोली और भाषा में बच्चे आसानी से समझतें हैं उनकी बुद्धि का विकास भी तेजी से होता है। अपनी भाषा और बोली में बात करने में आत्म विश्वास बढ़ने के साथ सीखने की इच्छा भी बढ़ती है। जब बच्चे अपनी भाषा और बोली में सीखेंगे तो अपनी संस्कृति को भी अच्छे से समझेंगे।


बच्चे जब अपनी बोली और भाषा में पढ़ेंगे, बात करेंगे, समझेंगे तो उसके साथ-साथ बोली और भाषा के विकास के साथ-साथ समाज को भी पहचान मिलेगी। हमारा प्रयास रहेगा कि स्थानीय बोली-भाषा के साथ अंग्रेजी भाषा में भी बच्चों को शिक्षित किया जाए, जिससे आगे की पढ़ाई-लिखाई में कोई कठिनाई ना हो।  
 


बालिका शिक्षा से समाज में आई बदलाव की बयार : श्रम राज्य मंत्री

संवाददाता : जयपुर राजस्थान


       श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि पंचायत चुनावों में युवा अभ्यर्थियों एवं महिला सरपंचों का बड़ी संख्या में चुनकर आना दर्शाता है कि समाज अब परम्परागत जड़ता से आगे निकलकर युवकों और महिलाओं को सशक्त कर रहा है। 

 

जूली बुधवार को  अलवर जिले के  भण्डोडी  क्षेत्र में गोपीसिद्ध के बास में आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हाल ही के चुनावों में नारी शक्ति ने हर पंचायत समिति में भारी संख्या में मतदान कर समाज में नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। इसका कारण उन्होंने बताया कि बालिका शिक्षा से समाज में  अभूतपूर्व परिवर्तन आ रहे हैं।

 


 

बालिकाएं स्वयं शिक्षित होकर अपने माता-पिता को भी लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए सलाह दे रही है। उन्होंने कहा कि सरकार इसलिए ही बालिका शिक्षा को बढाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। 

 

इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिलाओं ने श्रम राज्य मंत्री का साफा एवं फूल माला पहनाकर स्वागत किया। इसके पश्चात मंत्री जूली ग्राम बालेटा, कलसाड़ा एवं बन्दीपुरा में भी स्वागत समारोह में शामिल हुए। 

लोकतंत्र में सक्रिय भागीदारी निष्ठा से निभाये : विधानसभा अध्यक्ष

संवाददाता : जयपुर राजस्थान


      राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष डॉ.सी.पी. जोशी ने कहा है कि सिद्धांत विहिन राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें लोकतंत्र में सक्रिय भागीदारी निष्ठा से निभाने के लिए मौलिक कत्र्तव्यों का पालन करना होगा।

 


 

डॉ. जोशी गुरूवार को यहां बिड़ला सभागार में महानगर टाइम्स के प्रधान सम्पादक श्री गोपाल शर्मा की पुस्तक गांधी - जयपुर सत्याग्रह के लोकार्पण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। डॉं. जोशी ने पुस्तक का लोकार्पण किया। विधान सभा अध्यक्ष ने स्वतत्रता संग्राम सेनानियो को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

 

राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कृति की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्य युवा पीढ़ी को मार्ग दर्शन देगा। समारोह को पद्म भूषण डी.आर.मेहता और साहित्यकार चन्द किशोर आचार्य ने भी सम्बोधित किया। पुस्तक के लेखक गोपाल शर्मा ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से जुडे़ जयपुर के प्रसंगों को विस्तार से बताया।

युवा पीढ़ी गाँधी जी के विचारों को अपनाए : मुख्यमंत्री कमल नाथ

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


      मुख्यमंत्री कमल नाथ ने युवा पीढ़ी का आव्हान किया है कि वे गाँधी जी के विचारों और सोच को अपनाए। कमल नाथ आज राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की पुण्य-तिथि पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दे रहे थे।



कमल नाथ ने पुरानी विधानसभा मिंटो हॉल स्थित महात्मा गाँधी के प्रतिमा स्थल पर उनका पुण्य स्मरण किया। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी गाँधी जी को जाने, यह देश और दुनिया के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है।


इस मौके पर जनसम्पर्क मंत्री पी.सी. शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व मंत्री  चंद्रप्रभाष शेखर और श्री राजीव सिंह, पूर्व महापौर सुनील सूद, जे.पी. धनौपिया, रवि सक्सेना, अर्चना जायसवाल एवं आभा सिंह सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।


प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार संसद के आगामी बजट सत्र में सभी मुद्दों पर चर्चा करेगी...

संवाददाता : नई दिल्ली


       प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सरकार संसद के आगामी बजट सत्र में सभी मुद्दों पर चर्चा करेगी। वह 31 जनवरी 2020 से शुरू होने वाले बजट सत्र की पूर्व संध्या पर सर्वदलीय बैठक को संबोधित कर रहे थे।


अपने समापन भाषण में प्रधानमंत्री ने अधिकांश संसद सदस्यों के सुझावों का स्वागत किया कि सत्र को देश की आर्थिक स्थिति पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।



उन्होंने कहा कि ज्यादातर संसद सदस्यों ने देश की आर्थिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए कहा हैं। मैं इसका स्वागत करता हूं और हमें आपके द्वारा सुझाए गए आर्थिक मुद्दों पर चर्चा करने की आवश्यकता है।


प्रधानमंत्री ने सदस्यों से आग्रह किया कि वे देखें कि देश मौजूदा वैश्विक आर्थिक परिदृश्य से कैसे लाभान्वित हो सकता है।


उन्होंन कहा कि हमें इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि हम वैश्विक परिदृश्य को भारत के पक्ष में कैसे मोड़ सकते हैं।


उन्होंने कहा कि इस बजट सत्र में और नये साल की शुरुआत में अगर हम देश की अर्थव्यवस्था को सही दिशा दे सकते हैं, तो यह देश के लिए बेहतर होगा।


सदस्यों द्वारा उठाये गये अन्य मुद्दों पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आपके द्वारा उठाये गये अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर आप सभी से सहमत हूं। और मैं कहना चाहूंगा कि ऐसे सभी मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए।


इसके अलावा प्रधानमंत्री ने सदस्यों से आग्रह किया कि वे सत्र और संसद की उपयोगिता बढ़ाने में योगदान दें।


पिछले दो सत्रों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सत्र और संसद की उपयोगिता के बारे में है। पिछले दो सत्रों में हमने बढ़ी हुई उपयोगिता और इसके पक्ष में लोगों की प्रतिक्रिया को देखा है। जन प्रतिनिधियों के रूप में, सदन की उपयोगिता को बढ़ाना हमारी जिम्मेदारी है, हालांकि हम सभी मुद्दों पर खुलकर चर्चा करते हैं।


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी, संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और वी मुरलीधरन सहित सभी दलों के सदस्य बैठक में शामिल हुए।


गाँधी जी के विचार सर्वकालिक प्रासंगिक: राज्यपाल

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


      राज्यपाल लालजी टंडन ने कहा है कि आज गाँधी जी हमारे बीच सशरीर भले ही नहीं हों, परन्तु उनके विचार सदैव हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे। गाँधी जी ने मानवता का व्यवहारिक पक्ष अपने आचरण से स्थापित किया। उनकी मान्यता थी कि विभिन्नताएँ बाहरी तत्व हैं, मूलत: हम सब एक है। भेद-भाव करना अमानवीयता है। उनके इस चिंतन से समाज में बड़ा परिवर्तन आया। राज्यपाल टंडन गाँधी जी की 72वीं पुण्य-तिथि पर गाँधी भवन में आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर राज्यपाल ने गाँधी भवन न्यास द्वारा प्रकाशित गाँधी जी पर केन्द्रित कैलेन्डर का विमोचन किया।



राज्यपाल ने कहा कि बीते 150 वर्षों में कई लोग हुए, जिन्होंने देश और समाज के लिये बड़े-बड़े काम किये परन्तु गाँधी जी एक ऐसा व्यक्तित्व है, जिन्हें हम आज भी याद कर रहे है, उनकी धरोहरों को सम्हाल रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि हम अपने जीवन में शांति चाहते हैं। शांति गाँधी जी के विचारों पर चलने से ही प्राप्त होगी। उनके प्रिय भजन सुनते हुए हम अपने दुख-दर्द भूल जाते हैं। उन्होंने कहा कि बहुत से लोग ईश्वर को नहीं मानते, तो गाँधी को भी नहीं मानते होंगे परन्तु गाँधी जी हम सबके बीच सम्मानीय थे, हैं और सदैव रहेंगे।


गाँधी जी की पुण्य-तिथि पर आयोजित कार्यक्रम के प्रारंभ में राज्यपाल श्री टंडन ने गाँधी जी की प्रतिमा को सूत की माला पहनाई और उनकी समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। गाँधी भवन के कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वधर्म प्रार्थना की गई। इसके बाद विक्रम हायर सेकेण्ड्री स्कूल, भेल के विद्यार्थियों द्वारा वैष्णव जन और राम धुन प्रस्तुत की गई। इस अवसर पर गाँधी भवन द्वारा 20 दिसम्बर 2019 को आयोजित जिला स्तरीय गाँधी ज्ञान प्रतियोगिता के विजेताओं को राज्यपाल ने गाँधी साहित्य, प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिंह देकर सम्मानित किया।


कार्यक्रम के अंत में सभा में दो मिनट का मौन रखकर गाँधी जी को श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम का संचालन गाँधी भवन के न्यासी श्री महेश सक्सेना ने।


प्रधानमंत्री ने बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी...

संवाददाता : नई दिल्ली


      प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘प्रकृति के नव हर्ष और नव उत्कर्ष से जुड़े पर्व बसंत पंचमी की सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई।



उन्होंने कहा, ‘मैं विद्यादायिनी मां सरस्वती से यह भी प्रार्थना करता हूं कि हम सब के जीवन को बुद्धि और ज्ञान के प्रकाश से आलोकित करें।









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प्रकृति के नव हर्ष और नव उत्कर्ष से जुड़े पर्व बसंत पंचमी की सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई। विद्यादायिनी मां सरस्वती हर किसी के जीवन को ज्ञान के प्रकाश से आलोकित करें।






 




गुरुवार, 30 जनवरी 2020

मंत्री पांसे द्वारा ग्रामीण अंचल में भूमि-पूजन और लोकार्पण...

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


      लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री सुखदेव पांसे ने बैतूल जिले में 19 लाख 30 हजार रुपये लागत के विकास कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण किया। उन्होंने ग्राम भैसादण्ड में 9.30 लाख की लागत की सी.सी. रोड का भूमि-पूजन और 10 लाख के सामुदायिक भवन का लोकार्पण किया।



मंत्री पांसे ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीणों के विकास के लिये मुस्तैदी के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने लोगों को सरकार की योजनाओं की जानकारी दी। इस मौके पर अन्य जन-प्रतिनिधि, जिलाधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।


किसान अधिक फायदे के लिये गौ-आधारित कृषि अपनायें : मंत्री सचिन यादव

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


      किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री सचिन यादव और परिवहन और राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने सागर जिले में जय किसान फसल ऋण माफी योजना के दूसरे चरण का शुभारंभ किया। मंत्रीद्वय ने राहतगढ़ में प्रतीक-स्वरूप 12 किसानों को सम्मान-पत्र और ऋण माफी प्रमाण-पत्र प्रदान किये। सागर जिले में योजना के द्वितीय चरण में कुल 22 हजार किसानों के 158 करोड़ 60 लाख रुपये के फसल ऋण माफ किये जायेंगे। प्रथम चरण में जिले के 50 हजार 886 किसानों के 156 करोड़ 21 लाख रुपये के फसल ऋण माफ किये गये।



मंत्री सचिन यादव ने राहतगढ़ में कृषि उपज मण्डी में आयोजित कार्यक्रम में किसानों से कहा कि गौ-आधारित कृषि पद्धति अपनायें। इससे कृषि की लागत में कमी आयेगी और फायदा अधिक होगा। उन्होंने किसानों को कीट-नाशकों के अधिक प्रयोग से होने वाली बीमारियों के बारे में भी जानकारी दी। श्री यादव ने कहा कि राहतगढ़ कृषि उपज मण्डी को आदर्श मण्डी के रूप में विकसित किया जायेगा।


राजस्व मंत्री राजपूत ने कहा कि जय किसान फसल ऋण माफी योजना से लाभान्वित किसानों की सूची पंचायत भवनों पर चस्पा की जायेगी। प्रत्येक पंचायत में मंगल भवन बनवाये जायेंगे, जिससे ग्रामीणों को शादी-विवाह और मांगलिक कार्यों में स्थान के लिये परेशान न होना पड़े। श्री राजपूत ने किसानों से आग्रह किया कि राज्य सरकार द्वारा कृषि यंत्र सबसिडी योजना का भरपूर लाभ उठायें।


एनसीआरबी ने गुमशुदा लोगों की खोज और वाहन एनओसी प्राप्त करने के लिए दो ऑनलाइन राष्ट्रीय सेवाएं लान्च की...

संवाददाता : नई दिल्ली


      राष्ट्रीय क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने सीसीटीएनएस प्लेटफॉर्म पर पुलिस की नागरिक केन्द्रित सेवाओं को लान्च किया। समारोह की अध्यक्षता गुप्तचर ब्यूरो के निदेशक अरविन्द कुमार ने की।



इन ऑनलाइन सेवाओं से गुमशुदा व्यक्तियों को खोजने और वाहनों का अनापत्ति प्रमाण-पत्र (एनओसी) ऑनलाइन प्राप्त करने में मदद मिलेगी। इन सेवाओं को ‘digitalpolicecitizenservices.gov.in’ पोर्टल पर या वर्तमान डिजिटल पुलिस पोर्टल पर दिए गए लिंक से एक्सेस किया जा सकता है। अभी तक ऐसी सेवाएं राज्य नागरिक पोर्टलों के माध्यम से दी जा रही थी और यह पहला मौका है जब केन्द्रीय रूप से ये सेवाएं लान्च की जा रही हैं।


एनसीआरबी तथा साइबर पीस फाउंडेशन ने मिलकर सीसीटीएनएस हैकथन तथा साइबर चैलेंज 2020 डिजाइन किया है। इसका उद्देश्य जमीनी स्तर पर कानून लागू करने वाले कर्मियों की दक्षता और ज्ञान को बढ़ाना है। यह हैकथन सहभागियों की कुशलता और ज्ञान को बढ़ाएगा और उद्योग तथा शिक्षा जगत के साथ तालमेल करेगा।


एनसीआरबी तथा अमेरिका के लापता और शोषित बच्चों के राष्ट्रीय केन्द्र (एनसीएमईसी) ने भारत से लापता और शोषित बच्चों की जानकारी प्राप्त करने के लिए समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। एनसीएमईसी अमेरिका की कांग्रेस द्वारा स्थापित गैर-लाभकारी संगठन है।


गुप्तचर ब्यूरो के निदेशक ने एनसीआरबी में साइबर टिपलाइन निगरानी सुविधा का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि पहले की तुलना में आज अपराध और प्रौद्योगिकी के बीच का चौराहा ज्यादा स्पष्ट दिख रहा है। डिजिटल प्रौद्योगिकी और इंटरनेट ने न केवल साइबर अपराध को बढ़ाया है, बल्कि ऐसे अपराधों को ज्यादा नाजुक बना दिया है। इसलिए कानून लागू करने वाली एजेंसियों के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल में दक्ष होना तथा अपराध की खोज, जांच और मुकाबले के लिए नवाचारी तौर-तरीकों को अपनाना आवश्यक है।


उन्होंने बताया कि लगभग 25000 साइबर टिपलाइन रिपोर्ट प्राप्त की गई हैं और राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेशों से साझा की गई हैं। इनमें से 15 रिपोर्टें उच्च प्राथमिकता की हैं।


अध्यात्म मंत्री शर्मा द्वारा कैलाशी मन्दिर प्रियदर्शनी नगर का लोकार्पण...

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


      जनसम्पर्क एवं अध्यात्म मंत्री पी.सी. शर्मा ने कैलाशी मन्दिर प्रियदर्शनी नगर का लोकार्पण कियालोकार्पण अवसर पर वार्ड 46 के पार्षद योगेन्द्र सिंह गुड्डू चौहान, अमित शर्मा, प्रवीण सक्सेना और स्थानीय नागरिक मौजूद थेl



भारतीय नौसेना ने मेडागास्कर में मानवीय सहायता और आपदा राहत उपलब्‍ध कराने के लिए 'ऑपरेशन वनीला' शुरू किया...

संवाददाता : नई दिल्ली


      भारतीय नौसेना जहाज ऐरावत को दक्षिणी हिंद महासागर में तैनाती मिशन के दौरान मेडागास्कर के अनुरोध के आधार पर अंतसिरनाना की ओर मोड़ दिया गया है। यह जहाज ऑपरेशन वनीला के हिस्से के रूप में मानवीय सहायता और आपदा राहत मिशन को शुरू करेगा। ‘ऑपरेशन वनीला’ को चक्रवात डायने द्वारा मचाई गई तबाही के बाद मेडागास्कर के प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए शुरू किया गया है।



पोर्ट कॉल के दौरान भारतीय दूतावास और मेडागास्कर के साथ समन्वय में इस जहाज की बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए राहत अभियान चलाने की योजना है।


भारतीय नौसेना जहाज चिकित्सा शिविर स्थापित करने और भोजन, पानी तथा अन्य आवश्यक राहत सामग्री उपलब्‍ध कराने के लिए तैयार है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है और भारतीय नौसेना मेडागास्कर के  स्थानीय लोगों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है।


रॉयल ऑस्ट्रेलियन नेवी शिप एचएमएएस टुवूम्बा मुम्‍बई की यात्रा पर...

संवाददाता : नई दिल्ली


      रॉयल ऑस्ट्रेलियन नेवी (आरएएन) शिप एचएमएएस टुवूम्बा मुम्बई की यात्रा पर है। कमांडर  रे लेग्गट, कमांडर कंबाइंड टास्क फोर्स (सीटीएफ) - 150 और कमांडर मिशेल लिविंगस्टोन, कमांडिंग ऑफिसर, एचएमएएस टुवूम्बा ने चीफ ऑफ स्टाफ, वाइस एडमिरल आर.बी. पंडित के साथ पश्चिमी नौसेना कमान मुख्यालय में मुलाकात की।



एचएमएएस टुवूम्बा सीटीएफ-150 के परिचालन नियंत्रण के तहत इस क्षेत्र में एक विदेशी तैनाती पर है।


आरएएन  जहाज की यह यात्रा और आरएएन क्रू के साथ भारतीय नौसेना के कर्मियों की पेशेवर बातचीत भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अच्छे संबंधों को और मजबूत बनाने तथा समुद्री क्षेत्र में साझा हितों को बढ़ावा देने में मदद करेगी।


मुख्यमंत्री ने फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट, देहरादून में आयोजित HIM संवाद कार्यक्रम उद्घाटन सत्र में प्रतिभाग किया...

संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड


      मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट, देहरादून में आयोजित HIM संवाद कार्यक्रम उद्घाटन सत्र में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि हिमालयी राज्यों की भौगोलिक परिस्थितियां समान हैं, समस्याएं समान हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में हिमालय कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया ताकि सभी हिमालयी राज्यों की समस्याओं एवं जानकारियों को साझा किया जा सके। कॉन्क्लेव के उपरान्त तैयार ड्राफ्ट को भारत सरकार को सौंपा गया है। जिससे हिमालयी राज्यों के लिए योजनाएं बनाते समय उनकी समस्याओं को ध्यान में रखा जाए।



मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमालय के अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से लगे राज्यों के लिए विशेष योजना का अनुरोध भारत सरकार से अनुरोध किया गया है। उन्होंने कहा कि हिमालय के जल स्रोतों में कमी आ रही है। जल संरक्षण एवं संवर्द्धन हेतु कोसी और रिस्पना नदियों के पुनर्जीवीकरण पर कार्य चल रहा है। हरेला पर्व के अवसर पर पूरे राज्य में वृक्षारोपण किया जाएगा। पलायन एक बहुत बड़ी समस्या है। पलायन मजबूरी में नहीं होना चाहिए। शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पलायन के मुख्य कारण हैं।


उत्तराखण्ड में टेलीमेडिसिन एवं टेलीरेडियोलॉजी से दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचायी जा रही हैं। रोजगार के लिए राज्य की 670 न्याय पंचायतों को ग्रोथ सेंटर में विकसित किया जा रहा है। सौंग बाँध के निर्माण के बाद देहरादून के आस पास के क्षेत्र में ग्रेविटी बेस्ड पानी उपलब्ध होगा। इससे एक ओर ग्राउण्ड लेवल वाटर में बढ़ोत्तरी होगी साथ ही इससे ऊर्जा की भी बचत होगी।


इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी प्रतिभागियों से बाड़ाहोती एवं नीति वैली में पर्यटन की दृष्टि से विकास हेतु सुझाव भी मांगे।इस अवसर पर सेवा इंटरनेशनल के श्याम परांदे, आईसीएफआरआई से सुरेश गैरोला, आईआईपी से सहायक निदेशक अमर कुमार जैन, एनएसडीसी से प्रकाश शर्मा एवं आईसीआईएमओडी से ब्रिज राठोड़ उपस्थित थे।


सीएम की पाठशाला में छात्र-छात्राओं में सवाल पूछने की लगी रही होड़ ,सवाल पूछने से ही व्यक्ति का विकास होता है : भूपेश बघेल

संवाददाता : रायपुर छत्‍तीसगढ़


      राजधानी रायपुर के विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने आज ’सीएम की पाठशाला’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सफलता, शिक्षा, सफल लीडर, गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा, परीक्षा के डर से उबरने जैसे विषयों पर रोचक सवाल पूछे। मुख्यमंत्री ने रोचक शैली और सहज-सरल भाषा में विद्यार्थियों के प्रश्नों के जवाब दिए। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद भी छात्र-छात्राओं में मुख्यमंत्री से प्रश्न पूछने की होड़ लगी रही। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से कहा कि आप लोगों में सवाल पूछने की उत्सुकता है। यह जानकर मुझे अच्छा लगा। सवाल पूछने से ही व्यक्ति का विकास होता है। विद्यार्थियों को चाहिए कि जब तक उनके प्रश्न का जवाब ना मिल जाए तब तक कोशिश करते रहें।



कार्यक्रम में एक छात्र ने मुख्यमंत्री से पूछा कि रायपुर में धरना, प्रदर्शन और बंद के दौरान स्कूलों में व्यवधान न हो। इसके लिए सरकार ने क्या व्यवस्था की है ? मुख्यमंत्री ने बताया कि जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि धरना, प्रदर्शन और हड़ताल के दौरान स्कूल-कॉलेजों में पढ़ाई में व्यवधान नहीं आए और विद्यार्थियों को असुविधा न हो। जबरदस्ती स्कूल-कॉलेज बंद कराने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

एक छात्रा ने पूछा कि स्टूडेंट लाइफ में आप एक्जाम के टेंशन से कैसे उबरते थे। मुख्यमंत्री ने जवाब में कहा कि अपने डर को आप स्वयं दूर कर सकते हैं। कोई दूसरा नहीं। सभी लोगों को किसनी ना किसी चीज से डर लगता है। राजनीतिज्ञ को चुनाव आने पर डर लगने लगता है, लेकिन डर के आगे ही जीत है। आप बुद्धि के साथ मेहनत करेंगे तो सफलता निश्चित मिलेगी और आत्म विश्वास बढ़ेगा। जब आत्म विश्वास आएगा तो कोई भी आपको पराजित नहीं कर सकेगा। उन्होंने कहा कि जब कोई समस्या आए तो घबराए नहीं उसके निदान के बारे में सोचें और जो सबसे अच्छा विकल्प है उस पर आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि आपको जिन चीजों से डर लगता है उसकी सूची बनाएं और रोज सोने के पहले संकल्प लें कि मैं नहीं डरूंगा ऐसा करने पर आप अपने डर के बारे में सोचेंगे और उसे दूर करने का उपाय करेंगे। आपके डर का कारण आप ज्यादा बेहतर जानते हैं। इसलिए डर से उबरने में आपसे बढि़या दूसरा सहयोगी नहीं हो सकता।


बच्चों ने मुख्यमंत्री से कुछ व्यक्तिगत प्रश्न भी पूछे। एक छात्रा ने पूछा कि आपको संघर्ष से सफलता मिली कैसा महसूस करते हैं। हम विद्यार्थी इससे क्या सीख सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने कभी सोचा नहीं था कि मैं इस पद पर आऊंगा। यह मेरा लक्ष्य भी नहीं था। मेरा लक्ष्य जनसेवा, किसानों, गरीबों की सेवा था। मुझे जिम्मेदारी मिलती गई और मैं इस मुकाम तक पहुंचा। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि राजनीति हो या शिक्षा, व्यवसाय या उद्योग हो इसमे शार्टकट नहीं होता। हम जिस क्षेत्र में हो वहां कठोर परिश्रम करना चाहिए। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने बताया कि ना तो मेरे माता-पिता ने मुझे डाक्टर, इंजीनियर बनने के लिए दबाव डाला और ना ही मैंने अपने बच्चों पर। विद्यार्थियों को स्वयं तय करना चाहिए कि आगे क्या बनना है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित इस कार्यक्रम का आयोजन दैनिक भास्कर द्वारा सीव्ही रमन यूनिवसिटी, उड़ान आईएएस अकादमी और एनआईबीएफ के सहयोग से किया गया। पाठशाला में लगभग डेढ़ हजार विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को दैनिक भास्कर के राज्य सम्पादक श्री शिव दुबे ने स्मृति चिन्ह भेंट किया।


गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा के संबंध में उन्होंने कहा राज्य सरकार के द्वारा तकनीकी शिक्षा बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। रोजगार के संबंध में पूछे गए प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए राज्य सरकार हर सेक्टर में काम कर रही है। कृषि क्षेत्र को मजबूत किया जा रहा है। किसानों की कर्ज माफी, 2500 रूपए में धान खरीदी, 22 लघु वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी, 4000 रूपए प्रति मानक बोरा पर तेन्दूपत्ता खरीदी जैसे कार्यों से लोगों की जेब में पैसा गया। छत्तीसगढ़ में उद्योग और व्यापार के क्षेत्र में मंदी नहीं आई। विद्यार्थियों ने स्वच्छता, नैतिक मूल्यों के संबंध में भी प्रश्न पूछे। मुख्यमंत्री ने नरवा, गरूवा, घुरवा, बारी योजना के संबंध में कहा कि इससे नदी-नाले रिचार्ज होंगे, गौठानों में पशुओं के लिए चारा-पानी की व्यवस्था होगी। दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। पशुओं के गौठानों में रहने से फसल चराई और सड़क दुर्घटना जैसी समस्याओं से निजात मिलेगी। यह योजना पर्यावरण संरक्षण और ग्लोबल वार्मिंग को रोकने में भी सहायक होगी।


पंचायत आम चुनाव 2020-तृतीय चरण तीसरे चरण में शांतिपूर्ण मतदान, मतदाताओं ने उत्साह के साथ किया मतदान...

संवाददाता : जयपुर राजस्थान


      पंचायत आम चुनाव 2020 के तीसरे चरण में बुधवार को जयपुर जिले में विराटनगर पंचायत समिति की 32, झोटवाड़ा की 19 तथा पावटा की 32 ग्राम पंचायतों में मतदाताओं ने पंच एवं सरपंच पद के लिए मतदान किया। दिनभर मतदाताओं में मतदान के लिए उत्साह नजर आया। तीनों पंचायत समितियों की सभी 83 ग्राम पंचायतों में मतदान शांतिपूर्ण रहा। 

 


 

जिला कलक्टे्रट स्थित कन्ट्रोल रूम के रीयल टाइम आंकड़ों के अनुसार झोटवाड़ा पंचायत समिति में प्रातः 8 से 10 बजे तक 18.42 प्रतिशत, दोपहर 12 बजे तक 38.12 प्रतिशत, 3 बजे तक 65.15 प्रतिशत एवं सायं 5 बजे तक 81.20 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके थे।

 

पावटा पंचायत समिति में प्रातः 8 से 10 बजे तक 16.84 प्रतिशत, दोपहर 12 बजे तक 36.57 प्रतिशत, 3 बजे तक 65.58 प्रतिशत एवं सायं 5 बजे तक 80.14 प्रतिशत मतदान हुआ। 

 

विराट नगर पंचायत समिति में प्रातः 8 से 10 बजे तक 13.66 प्रतिशत, दोपहर 12 बजे तक 33.12 प्रतिशत, 3 बजे तक 61.78 प्रतिशत एवं शाम 5 बजे तक 79.59 प्रतिशत मतदान हो चुका था।

देश-दुनिया में शांति के लिए अहिंसा ही एक मात्र विकल्प : मुख्यमंत्री कमल नाथ

प्रजा दत्त डबराल @ भोपाल मध्यप्रदेश


      मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा का जो मार्ग दिखाया है, वही एक मात्र विकल्प है, जो हमारे देश और दुनिया में शांति कायम कर सकता है। कमल नाथ ने मुख्यमंत्री निवास पर 'गांधी संदेश पद यात्रा' पुस्तक का विमोचन कर रहे थे।



मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि देश की वर्तमान और भावी पीढ़ी को गांधी जी के विचारों से अवगत कराना आज की सबसे बड़ी जरूरत है। विभिन्न संस्कृतियों, भाषाओं और धर्म पर आधारित हमारे देश की यह विशेषता बनी रहे, एक दूसरे के प्रति सम्मान का भाव रहे, इसके लिए हर भारतीय को प्रयास करना चाहिए। कमल नाथ ने कहा हमारे देश का संविधान पूरी दुनिया में सबसे महान संविधान है। यह सर्व धर्म समभाव और समानता पर आधारित है। कई देशों ने हमारे संविधान को अपनाया है। यह संविधान अक्षुण्ण रहे, यह हम सभी का कर्तव्य है। 


महात्मा गांधी के 150वीं जंयती वर्ष के अवसर पर 'गांधी संदेश पद यात्रा' जबलपुर से 25 दिसंबर को शुरू हुई। इसका समापन मुख्यमंत्री कमल नाथ ने 6 जनवरी को छिंदवाड़ा में किया।  समापन अवसर पर हुए कार्यक्रम में 25 हजार स्कूली बच्चों ने महात्मा गांधी के प्रिय भजन 'वैष्णनव जन को तैने कहिए' को सामूहिक रूप से गाया, जो एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बना है। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के साउथ एशिया हेड आलोक कुमार ने मुख्यमंत्री को इस रिकॉर्ड का प्रमाण-पत्र प्रदान किया। दुर्गेश पटेल के नेतृत्व में 70 पद यात्रियों ने गाँवों और स्कूलों में जाकर गांधी जी के संदेश को पहुँचाया। पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण भी किया। 


दिल्ली विधानसभा चुनाव, 2020- एग्जिट पोल पर प्रतिबंध...

प्रजा दत्त डबराल @ नई दिल्ली


      निर्वाचन आयोग ने जन प्रतिनिधित्व कानून, 1951 की धारा 126ए की उपधारा (1) के तहत मिले अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव, 2020 के लिए तय मतदान के दिन 8 फरवरी, 2020 (शनिवार) को सुबह 8 बजे से शाम 6:30 बजे तक किसी तरह का एग्जिट पोल करने और एग्जिट पोल के नतीजे को प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया या किसी अन्य माध्यम से प्रकाशित या प्रसारित करने पर प्रतिबंध लगा दिया है।



इसके साथ ही, जन प्रतिनिधित्व कानून, 1951 की धारा 126(1) (ब) के तहत दिल्ली विधानसभा चुनाव संपन्न होने के लिए तय समय से पहले के 48 घंटे के दौरान ओपिनयन पोल के नतीजे या कोई अन्य चुनाव सर्वेक्षण जैसे चुनाव से संबंधित किसी भी सामग्री का किसी भी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में प्रदर्शित करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। 


24 जनवरी, 2020 को इससे संबंधित जारी अधिसूचना सभी संबंधित पक्षों की जानकारी के लिए यहां संलग्न कर दिया गया है।


अधिसूचना के लिए कृप्या यहां क्लिक करें


केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयोग विधेयक, 2019 में आधिकारिक संशोधन के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी...

संवाददाता : नई दिल्ली


      प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयोग विधेयक, 2019 (एनसीआईएम) में आधिकारिक संशोधन के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी जो राज्यसभा में अभी लंबित है।



प्रस्तावित कानून से भारतीय चिकित्सा शिक्षा प्रणाली के क्षेत्र में आवश्यक नियामक सुधार सुनिश्चित किया जाएगा। प्रस्तावित नियामक संरचना से आम लोगों के हितों की सुरक्षा करने के लिए पारदर्शिता और जवाबदेही तय होगी। यह आयोग देश के सभी हिस्सों में किफायती स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की उपलब्धता को बढ़ावा देगा।  


भारतीय चिकित्सा प्रणाली से जुड़े शैक्षणिक संस्थानों के शैक्षिक मानकों, मूल्यांकन, आकलन और मान्यता से संबंधित कार्यों को सरल बनाने के लिए आयोग का गठन किया गया है। एनसीआईएम की स्थापना का मुख्य उद्देश्य पर्याप्त संख्या में दक्ष चिकित्सा पेशेवरों की आपूर्ति और भारतीय चिकित्सा प्रणाली में चिकित्सा सेवाओं के सभी पहलुओं में उच्च नैतिक मानकों को बढ़ावा देना है। 


केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयोग विधेयक,2019 में आधिकारिक संशोधन के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी...

संवाददाता : नई दिल्ली


      प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयोग विधेयक, 2019 (एनसीआईएम) में आधिकारिक संशोधन के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी जो राज्यसभा में अभी लंबित है।



प्रस्तावित कानून से भारतीय चिकित्सा शिक्षा प्रणाली के क्षेत्र में आवश्यक नियामक सुधार सुनिश्चित किया जाएगा। प्रस्तावित नियामक संरचना से आम लोगों के हितों की सुरक्षा करने के लिए पारदर्शिता और जवाबदेही तय होगी। यह आयोग देश के सभी हिस्सों में किफायती स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की उपलब्धता को बढ़ावा देगा।  


भारतीय चिकित्सा प्रणाली से जुड़े शैक्षणिक संस्थानों के शैक्षिक मानकों, मूल्यांकन, आकलन और मान्यता से संबंधित कार्यों को सरल बनाने के लिए आयोग का गठन किया गया है। एनसीआईएम की स्थापना का मुख्य उद्देश्य पर्याप्त संख्या में दक्ष चिकित्सा पेशेवरों की आपूर्ति और भारतीय चिकित्सा प्रणाली में चिकित्सा सेवाओं के सभी पहलुओं में उच्च नैतिक मानकों को बढ़ावा देना है। 


रूद्रपुर में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज की स्थापना की जाएगी : मुख्यमंत्री

प्रजा दत्त डबराल @ देहरादून उत्तराखंड


      मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों को देवभूमि उत्तराखण्ड खेलरत्न, देवभूमि उत्तराखण्ड द्रोणाचार्य एवं लाईफ टाईम अचीवमेंट पुरस्कार से किया सम्मानित



मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न खिलाड़ियों को देवभूमि उत्तराखण्ड खेलरत्न, देवभूमि उत्तराखण्ड द्रोणाचार्य एवं लाईफ टाईम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया।


खिलाड़ियों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की कोशिश है कि खेलों इंडिया में अधिक से अधिक खिलाड़ियों की भागीदारी हो सके। उन्होंने कहा कि ऑलम्पिक 2024 को लक्ष्य बना कर हमें अपनी तैयारियां करनी होंगी। इसके लिए सरकार द्वारा हर सम्भव सहायता की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमें खेलने और खिलाने के साथ-साथ कबड्डी और खो-खो जैसे खेलों को भी फोकस करना होगा। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि रूद्रपुर में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज की स्थापना की जाएगी।


मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलो इंडिया के तहत अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प है। इस वर्ष राज्य के दो लाख से अधिक बच्चों ने इसमें प्रतिभाग किया है। उन्होंने कहा कि हमें राज्य में 2-4 खेलों पर विशेष ध्यान देना होगा। उनके लिए लक्ष्य निर्धारित करने होंगे।


खेल मंत्री अरविन्द पाण्डेय ने कहा कि खेल महाकुम्भ और खेलो इंडिया के माध्यम से योग्य बच्चों को एक प्लेटफार्म मिला है।न्यायपंचायत, ब्लॉक स्तर और राज्य स्तर पर लगभग दो लाख से अधिक खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभाग किया गया है। उन्होंने कहा कि सम्मानित किये जाने से मनोबल बढ़ता है परन्तु खेल मात्र पुरस्कार पाने तक ही सीमित नहीं है, यह स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक है।


इस अवसर पर मनीष सिंह रावत एवं एशियन पैरागेम्स बैडमिन्टन खिलाड़ी मनोज सरकार को देवभूमि उत्तराखण्ड खेल रत्न पुरस्कार, अनूप बिष्ट को देवभूमि उत्तराखण्ड द्रोणाचार्य पुरस्कार एवं अरूण कुमार सूद को लाईफ टाईम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया।इस अवसर पर मेयर सुनील उनियाल गामा एवं सचिव खेल बृजेश कुमार संत भी उपस्थित थे।


सूरजकंुड अंतरराष्ट्रीय कला मेला में इस वर्ष होगा हिमाचल प्रदेश थीम स्टेट...

संवाददाता : शिमला हिमाचल


      प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर, हस्तशिल्प और पर्यटन की संभावना को अंतरराष्ट्रीय स्तर के मंच पर प्रदर्शित करने के लिए हरियाणा के सूरजकुंड में आयोजित किए जाने वाले ‘34वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय कला मेला’ में हिमाचल प्रदेश थीम स्टेट के रूप में भाग ले रहा है। यह मेला 01 से 16 फरवरी, 2020 तक आयोजित किया जाएगा। 


हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग के निदेशक यूनुस ने बताया कि पर्यटन की दृष्टि से इस अंतरराष्ट्रीय स्तर के आयोजन के लिए हिमाचल प्रदेश को थीम स्टेट के तौर पर प्रदर्शित करने के लिए सभी जरूरी तैयारियां कर ली गईं। विभाग ने रामबाग मनाली गेट का स्थाई प्रतिरूप, सराहन के भीमाकाली मंदिर का धरोहर स्मारक, हिमाचली की पारंपरिक शैली का एक अपना घर और अन्य पारंपरिक रूप से निर्मित हिमाचली परंपरा को दर्शाते पांच अस्थाई गेट क्राफ्ट मेला के प्रत्येक प्रवेश द्वार पर बनाए हैं। निदेशक पर्यटन ने कहा कि निर्मित गेट छिन्नमस्तिका चिंतपूर्णी (ऊना), माता श्री ज्वाला जी, चिंदी देवी करसोग (मण्डी), साक्या तंग्यूड माॅनेस्ट्री शैली और चम्बा सहस्त्राब्दी गेट पर आधारित होंगे।



उन्होंने बताया कि 4 फरवरी को हिमाचली सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा और सूरजकुंड मेला ग्राउंड के चैपाल में हिमाचल प्रदेश के सांस्कृतिक दल प्रस्तुति देंगे। हिमाचल प्रदेश को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए तथा पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सूरजकुंड मेला मैदान में विभिन्न स्थानों पर हिमाचली समृद्ध संस्कृति को दर्शाते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।


उन्होंने कहा कि आगंतुक तथा आम जनता को जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए सूरजकुंड मेला प्राधिकरण द्वारा उपलब्ध करवाए गए थीम स्टेट स्थान पर जानकारी एवं प्रदर्शनी स्टाॅल भी लगाए गए हैं। प्रदर्शनी स्टाॅलों में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को लुभाने के लिए अनछुए और नए गंतव्यों को दर्शाया जाएगा, ताकि वह हिमाचल प्रदेश में आने के लिए यात्रा कार्यक्रम बनाए। प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य के अनछुए गंतव्यों, साहसिक पर्यटन, सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक पर्यटन स्थलों को दर्शाया जाएगा।


प्रदेश में साहसिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। पर्यटन विभाग हिमाचल के जलाशयों में जलक्रीड़ा पर्यटन को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है और जल्द ही आने वाले मौसम में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश के उत्पादों को बढ़ावा देने और बाजार उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से विभिन्न भागों जिनमें ग्रामीण क्षेत्र भी शामिल हैं के 70 स्टाॅल स्थापित किए गए हैं। सूरजकुुंड के कला मेला 2020 के दौरान हस्तशिल्प, हथकरघा, धातुकला, बांस उत्पाद इत्यादि का प्रदर्शन और बिक्री की जाएगी।


यूनुस ने बताया कि 9 फरवरी, 2020 को हिमाचल प्रदेश की समृद्ध कल और संस्कृति को दर्शाने के लिए फैशन शो का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें प्रसिद्ध ड्रेस डिजाइनर रितु बेरी द्वारा बनाए गए परिधान ‘अनफाॅरगेटेबल हिमाचल’ विषय पर आधारित होंगे।


उन्होंने कहा कि हिमाचली पकवानों को प्रदर्शित करने के लिए मेला मैदान में फूड कोर्ट स्थापित किए गये हंै, जहां विभिन्न हिमाचली व्यंजन परोसे जाएंगे।


विभाग द्वारा हिमाचल प्रदेश के विभिन्न पहलुओं की जानकारी प्रदान करने के लिए कला मेला ग्राउंड के भीतर और बाहर होर्डिंग्ज और कट आउट लगाए जा रहे हैं। पूरे मेला मैदान में हिमाचल प्रदेश पहाड़ी राज्य की झलक देखने को मिलेगी। प्रदेश को प्रदर्शित करने के लिए मेला ग्राउंड के विभिन्न स्थानों में एलईडी द्वारा प्रदेश पर आधारित फिल्में दिखाने के अतिरिक्त चित्रकला, ध्वज पट्ट और बैनर इत्यादि लगाए गए हैं।


विभाग पर्यटकांे को आकर्षित करने और प्रदेश की पर्यटन क्षमताआंे का प्रचार-प्रसार प्रिंट, इलैक्ट्राॅनिक और आउट डोर मीडिया के माध्यम से कर रहा है। दिल्ली एनसीआर के एफएम रेडियो, हवाई अड्डे और दैनिक समाचार-पत्रों के माध्यम से एक विशेष विज्ञापन अभियान शुरू किया गया है। सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय कला मेले में हिमाचल प्रदेश को थीम राज्य के रूप में प्रदर्शित करने के लिए पर्यटन विभाग के अतिरिक्त  उद्योग विभाग, भाषा कला एवं संस्कृति विभाग, हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम भी भाग ले रहे हैं।


मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर सूरजकुंड कला मेला मैदान में 1 फरवरी, 2020 को मेले का शुभारम्भ करेंगे और राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय 16 फरवरी, 2020 को इसके समापन समारोह की अध्यक्षता करेंगे।


केबिनेट और खेल विकास प्राधिकरण की बैठक 30 जनवरी को...

संवाददाता : रायपुर छत्‍तीसगढ़


      मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में 30 जनवरी को मुख्यमंत्री निवास में केबिनेट की बैठक और खेल विकास प्राधिकरण की शासी निकाय (गर्वनिंग बॉडी) बैठक होगी। केबिनेट की बैठक पूर्वान्ह 11 बजे से प्रारंभ होगी। केबिनेट की बैठक के पश्चात खेल विकास प्राधिकरण की शासी निकाय की बैठक होगी।



भारत पर्व में लाल किले पर ’कालबेलिया नृत्यागनाओं’ ने समां बाँधा राजस्थान के लोक कलाकारों ने मचाई धूम...

संवाददाता : जयपुर राजस्थान


      नई दिल्ली के ऎतिहासिक लाल किला प्रांगण में आयोजित छह दिवसीय भारत पर्व -2020 में बुधवार को सायं राजस्थान के लोक कलाकारों ने अपनी नायाब प्रस्तुति ’कालबेलिया नृत्य से समा बाँध दिया और अपने दिलकश गीताें व संगीत की सुमधुर प्रस्तुतियों से लोगों को झूमने को मजबूर कर दिया।

 


 

सांस्कृतिक संध्या में राजस्थानी लोक कलाकारों द्वारा चरी, तेरहताल, गैर, चकरी और कालबेलियां लोक नृत्यों की मनमोहक प्रस्तुतियां हुई। लगभग डेढ़ घंटा चले इस मनमोहक कार्यक्रम के प्रारंभ में निवाई से आए रामप्रसाद शर्मा और साथी कलाकारों ने कच्छी घोड़ी न्ृत्य प्रस्तुत किया। उसके उपरांत अनीशुदीन के अगुवाई में स्थानीय नृत्यांगनाओं द्वारा चरी नृत्य की प्रभावी प्रस्तुति की गई। 

 

पाली की रीमती दुर्गा देवी एवं कलाकारों द्वारा प्रस्तुत तेरहताल नृत्य, बारां के श्री रूप सिं के नेतृत्व में प्रस्तुत चकरी नृत्य और बाड़मेर के श्री प्रेम सिंह सैनी के नेतृत्व में प्रस्तुत गैर नृत्य ने दर्शकों का मनमोह लिया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण श्रीमती सुआ सपेरा की अगुवाई में कालबेलिया नृत्य की शानदार प्रस्तुति रही। कालबेलियां नृत्य प्रस्तुतकर ऎसा समा बांधा कि पूरा प्रांगण भारी करतल ध्वनि से गूंज उठा।

 

कार्यक्रम में राज्य की आवासीय आयुक्त टी.जे.कविथा, राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव एवं पर्यटन विभाग की अतिरिक्त निदेशक गुनजीत कौर सहित कई विशिष्ट व्यक्ति मौजूद थे।

मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग विधेयक, 2019 में अधिकारिक संशोधनों को मंजूरी दी...

संवाददाता : नई दिल्ली


      प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने होम्योपैथी केंद्रीय परिषद (एचसीसी) अधिनियम, 1973 में संशोधन के लिए राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग विधेयक, 2019 में अधिकारिक संशोधनों को अपनी मंजूरी दे दी है। फिलहाल यह विधेयक राज्यसभा में लंबित है।



इन संशोधनों से :



  • होम्योपैथी शिक्षा के क्षेत्र में आवश्यक नियामक सुधार सुनिश्चित होंगे।

  • आम जनता के हितों की रक्षा के लिए पारदर्शिता एवं उत्तरदायित्व सुनिश्चित होंगे। आयोग देश के सभी हिस्सों में किफायती स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की उपलब्धता को बढ़ावा देगा।


होम्योपैथी की शिक्षा एवं प्रैक्टिस के नियमन, केंद्रीय होम्योपैथी रजिस्टर के रखरखाव तथा तत्संबंधी मामलों को लेकर केंद्रीय होम्योपैथी परिषद के गठन के लिए होम्योपैथी केंद्रीय परिषद (एचसीसी) अधिनियम, 1973 को लागू किया गया था। इस अधिनियम को भारतीय चिकित्सा परिषद अधिनियम, 1956 के प्रारूप पर तैयार किया गया है। भारतीय चिकित्सा परिषद के मुख्य क्रियाकलापों में शक्तियों का निर्धारण एवं नियमन करना शामिल है। जबकि यह अधिनियम होम्योपैथी चिकित्सा शिक्षा एवं प्रैक्टिस के विकास के लिए एक ठोस आधार प्रदान करता है, किंतु परिषद के क्रियाकलापों में अनेक बाधाओं का अनुभव किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप चिकित्सा शिक्षा के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण होम्योपैथी स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं पर गंभीर नुकसानदेह प्रभाव पड़ा है। 


राज्यपाल श्री टण्डन के मुख्य आतिथ्य में बीटिंग द रिट्रीट समारोह सम्पन्न...

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


      मधुर राग 'यमन' में भारतीय शास्त्रीय संगीत एवं पाश्चात्य संगीत के समिश्रण से मीठी-मीठी धुनों की बारिश। देश प्रेम की हिलोरें पैदा करतीं राष्ट्रभक्ति पूर्ण गीतों की रोमांचक धुनें। सुर-ताल के साथ कदम से कदम मिलाते पुलिस बैंड के जवान। मौका था राज्यपाल श्री लालजी टण्डन के मुख्य आतिथ्य में बुधवार की शाम मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित हुई ''बीटिंग द रिट्रीट'' सेरेमनी का। इसी के साथ इस साल के गणतंत्र दिवस समारोह का समापन हुआ। ''बीटिंग द रिट्रीट'' सेरेमनी की समापन बेला में सम्पूर्ण मोतीलाल नेहरू स्टेडियम सतरंगी रोशनी में सराबोर हो गया। इसी बीच बहुरंगी आतिशबाजी से जमीन से लेकर आसमान तक सुहाने रंग बिखर गये।


''बीटिंग द रिट्रीट'' का आयोजन अर्ध सैन्य बलों की एक सुदीर्घ प्राचीन परंपरा है। जब युद्ध के बाद सैन्य टुकड़ियां वापस अपने कैम्पों में आती थीं, तब युद्ध के तनाव को कम करने के लिए मनोरंजक बैण्ड वादन का कार्यक्रम रखा जाता था। भारत में इस कार्यक्रम के साथ ही गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों का औपचारिक समापन होता है।



मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम की शुरूआत राष्ट्रगान एवं राज्यपाल श्री लालजी टण्डन को सम्मान व्यक्त करने के साथ हुई। इसके बाद मध्यप्रदेश पुलिस के ब्रास बैंड व पाइप बैंड ने सामूहिक वादन की मनोहारी प्रस्तुति दीं। प्रस्तुतियों के बीच आकर्षक मार्च पास्ट ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। पुलिस ब्रास बैण्ड द्वारा भारतीय शास्त्रीय संगीत व पाश्चात्य क्लासिकल संगीत की मनोहारी धुनें निकाली गईं। इसी कड़ी में हिन्दी फिल्मों के गीतों की सुमधुर संगीतमय प्रस्तुति दी गईं। इसके बाद सभी बैण्ड द्वारा मार्चपास्ट करते हुए बैण्डवार सामूहिक प्रस्तुतियाँ दी गईं। उपनिरीक्षक श्री सुनील कटारे के नेतृत्व में पुलिस ब्रास बैण्ड की संगीतमयी प्रस्तुतियां हुईं। अंत में बैण्ड ने ''सारे जहां से अच्छा'' की धुन पर मार्चपास्ट किया। समापन राष्ट्रगान एवं आकर्षक आतिशबाजी के साथ हुआ।             


मुख्य सचिव श्री एस आर मोहंती, पुलिस महानिदेशक श्री विजय कुमार सिंह, विशेष पुलिस महानिदेशक एस.ए.एफ. श्री विजय यादव, प्रमुख सचिव गृह श्री एस.एन. मिश्रा एवं विशेष पुलिस महानिदेशक चयन भर्ती श्री के.एन. तिवारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी, सेवानिवृत्त वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तथा बड़ी संख्या में शहर के नागरिकगण भव्य एवं आकर्षक ''बीटिंग द रिट्रीट'' सेरीमनी के साक्षी बने।


मनोहारी प्रस्तुतियों ने बांधा समा


''बीटिंग द रिट्रीट'' सेरेमनी पुलिस ब्रास बैंड द्वारा प्रस्तुत किये गये कंसर्ट में 60 जवानों ने हिस्सा लिया। इसी तरह डिसप्ले में 89, बिगुल वादन में 12 व पाइप बैंड की प्रस्तुति में 5 कलाकार जवान शामिल थे। आरंभ में क्विक मार्च की प्रस्तुति हुई। इसके बाद बैंड ने राग यमन में मधुर धुन निकाली। इसी कड़ी वाल्टज ओवर द वेव की प्रस्तुति हुई। फिर पुलिस ब्रास बैण्ड द्वारा हिन्दी व अंग्रेजी क्लासिकल धुनों के साथ-साथ नई एवं पुरानी हिन्दी फिल्मों के गानों की संगीतमय प्रस्तुति दी गई। जिनमें प्रसिद्ध हिन्दी फिल्म इतंकाम का नगमा ''आ जाने जा....'' तथा फ्यूजन वंदे मातरम शामिल है। मध्यातंर के बाद फन फेयर क्विक मार्च, स्लो मार्च, ड्रमर्स कॉल व ड्रम रोल की मनोहारी प्रस्तुतियाँ हुई।


देश में 'बीटिंग द रिट्रीट’’ कार्यक्रम आयोजित करने वाला मध्यप्रदेश एकमात्र राज्य है, जहाँ प्रतिवर्ष 29 जनवरी को पुलिस द्वारा राजधानी भोपाल में कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। राष्ट्रीय स्तर पर नई दिल्ली में रायसीना हिल्स के विजय चौक पर भारतीय थल सेना, वायु सेना और जल सेना के बैण्ड दलों द्वारा वादन एवं मार्चपास्ट की आकर्षक सामूहिक प्रस्तुतिमाननीय राष्ट्रपति के समक्ष की जाती है।


प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र में सड़क हादसे पर अफसोस जताया...

संवाददाता : नई दिल्ली


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र के नासिक जिले में हुए सड़क हादसे में लोगों के मारे जाने पर अफसोस जताया।


प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट संदेश में कहा कि महाराष्ट्र के नासिक जिले में सड़क हादसा दुर्भाग्यपूर्ण है। दुख की इस घड़ी में मैं पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा हूं। प्रधानमंत्री ने हादसे में घायल लोगों के जल्द ही ठीक हो जाने की कामना की।


 










PMO India
 

@PMOIndia



 




 

The accident in Maharashtra’s Nashik district is unfortunate. In this hour of sadness, my thoughts are with the bereaved families. May the injured recover at the earliest: PM @narendramodi









बुधवार, 29 जनवरी 2020

मुहाना में तीन भूमि पर अवैध कॉलोनी बसाने का प्रयास किया विफल सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण किये ध्वस्त...

संवाददाता : जयपुर राजस्थान


      जयपुर विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन दस्ते नेे मंगलवार को सामुहिक अभियान के तहत कार्रवाई करते हुए मुहाना में तीन बीघा भूमि पर अवैध कॉलोनी बसाने प्रयास विफल किया। साथ ही ग्राम जयसिंहपुरा, गुर्जर की थड़ी व गिरधारीपुरा में सरकारी भूमियों पर हुए अवैध निर्माण ध्वस्त किये।

 


 

मुख्य नियंत्रक-प्रवर्तन रघुवीर सैनी ने बताया कि जोन-11 में मुहाना क्षेत्र में ग्राम खोजियों की ढाणी में करीब 3 बीघा निजी खातेदारी भूमि पर ग्रेवल रोड व अन्य निर्माण कर अवैध कॉलोनी बसाने का प्रयास किया जा रहा था जिसे जेसीबी से ध्वस्त कर कॉलोनी बसाने का प्रयास विफल किया। ग्राम जयसिंहपुरा में रिलायंस टॉवर के पास रोड़ सीमा में अस्थायी रूप से दो छप्पर व तिरपाल लगाकर अतिक्रमण कर लिया था जिन्हें ध्वस्त कर सड़क को अतिक्रमण मुक्त कराया।

 

उन्होंने बताया कि जोन-5 में जय भारत नगर, गुर्जर की थड़ी के पास सरकारी भूमि पर 10 गुणा 10 में अवैध रूप से लगाये गये टीनशैड को हटाया गया। जोन-पीआरएन-नोर्थ में जेडीए की गिरधारीपुरा आवासीय योजना में तलाई की सरकारी भूमि पर करीब 9 मीटर में बनाये गये दो कमरे, दो थड़ी, दो वाटर टैंक का निर्माण कर लिया था जिन्हें ध्वस्त कर भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया।

अमरकंटक में 31 जनवरी से 2 फरवरी तक होगा नर्मदा महोत्सव...

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


      राज्य सरकार द्वारा नर्मदा जयंती के अवसर पर अमरकंटक की सुरम्य वादियों में 31 जनवरी से 2 फरवरी तक नर्मदा महोत्सव आयोजित किया जायेगा। महोत्सव के दौरान अमरकंटक में प्रतिदिन माँ नर्मदा तट 'रामघाट' पर 7 पुजारियों द्वारा एक साथ महाआरती की जाएगी। इस दौरान माँ नर्मदा के जीवन पर आधारित लाईट एण्ड साउण्ड शो आयोजित किया जाएगा। अमरकंटक शहर के विभिन्न स्थलों पर महाआरती का सीधा प्रसारण किया जाएगा। महोत्सव के माध्यम से क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, कला एवं स्वास्थ्यवर्धक कोदो-चावल आदि कृषि उत्पादों का आमजनों के समक्ष प्रदर्शन किया जाएगा।



नर्मदा महोत्सव में प्रकृति प्रेमियों को क्षेत्र की प्राकृतिक सुन्दरता और भौतिक उच्चावत से परिचित कराने के लिये प्रतिदिन 4 रूट पर ट्रेकिंग गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। इसी तरह, स्थानीय मैकल पार्क में इंदिरा गाँधी जनजातीय विश्वविद्यालय के योग शिक्षकों के द्वारा आमजनों के लिये योगाभ्यास शिविर आयोजित किये जाएंगे।


नर्मदा महोत्सव का पहला दिन


नर्मदा महोत्सव के पहले दिन सुबह 7 से 8 बजे तक मैकल पार्क में योगाभ्यास, 8 से 10 बजे तक शंभूधारा से पंचधारा से कपिलधारा और कबीर चम्बूतरा से धोनी पानी से सोनमुड़ा तक ट्रेकिंग की गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। इसके बाद सुबह 10 से दोपहर 1 बजे तक नर्मदा मंदिर से माँ नर्मदा शोभा यात्रा निकाली जाएगी। महोत्सव का औपचारिक उद्घाटन दोपहर 12 बजे सर्किट हाउस ग्राउण्ड पर होगा। उद्घाटन स्थल पर शाम 5 से 7 बजे तक बैगा आदिवासी जनजातीय समूह के स्थानीय लोक कलाकार गुदुम, सैला और कर्मा आदि लोक नृत्य की प्रस्तुति देंगे। शाम 7 से 7.30 बजे तक महाआरती के बाद स्थानीय लोक कलाकार पुन: स्थानीय लोककलाओं का मंचन करेंगे।


नर्मदा जयंती पर नारी शक्ति केन्द्रित कार्यक्रम


अमरकंटक नर्मदा महोत्सव-2020 में दूसरे दिन एक फरवरी को माँ नर्मदा जयंती के अवसर पर सभी कार्यक्रम नारी शक्ति पर केन्द्रित होंगे। इस दिन के कार्यक्रमों की थीम होगी 'बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ'।


महोत्सव का तीसरा दिन


नर्मदा महोत्सव के तीसरे दिन 2 फरवरी को योगाभ्यास, ट्रेकिंग, माँ नर्मदा जयंती पूजन, कन्या भोज, स्थानीय लोक कला मंचन और महाआरती के बाद शाम 7.30 से रात 9.30 बजे तक सर्किट हाउस ग्राउण्ड पर सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा। सांस्कृतिक संध्या में सुश्री मैथिली ठाकुर, अयावी और ऋषभ ठाकुर संगीतमयी प्रस्तुति देंगे। सुश्री मैथिली भोजपुरी, कजरी, छठ और अन्य प्रादेशिक लोक गीतों के साथ बालीवुड के गीतों की सुप्रसिद्ध गायिका हैं।


सुप्रसिद्ध गायक श्री कैलाश खेर की प्रस्तुति से होगा समापन


नर्मदा महोत्सव के चौथे और अंतिम दिन 2 फरवरी को शाम 7.30 से रात 9.30 बजे तक स्रप्रसिद्ध गायक श्री कैलाश खेर अपने बैण्ड 'कैलासा' के साथ भौतिक सीमाओं से परे आत्मीय आनंद की संगीतमय प्रस्तुति करेंगे। इस दिन भी सुबह से शाम 7.30 बजे तक संगीत प्रेमियों और पर्यटकों के लिये निर्धारित समय पर योगाभ्यास, ट्रेकिंग, 108 कुंड़ीय हवन, स्थानीय लोक कला का मंचन और महाआरती का आयोजन होगा। महोत्सव के समापन अवसर पर 9.30 से 10 बजे तक पुरस्कार वितरण समारोह होगा।


जनजातीय कला एवं संस्कृति का विधिवत प्रदर्शन


अमरकंटक नर्मदा महोत्सव-2020 के दौरान स्थानीय जनजातीय कला एवं संस्कृति का विधिवत प्रदर्शन किया जाएगा। जनजातीय कलाकारों को यहाँ की सांस्कृतिक विरासत को बड़े स्तर पर पहुँचाने के लिये प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से भव्य मंच प्रदान किया जाएगा। महोत्सव में जनजातीय समूहों द्वारा निर्मित आभूषणों, बीजापुरी काष्ठा शिल्प आदि के स्टॉल लगाये जाएंगे।


महोत्सव में दोपहर 12 से 12.30 तक नर्मदा मंदिर में माँ नर्मदा जयंती पूजन होगा। दोपहर 12.30 से 3 बजे तक रामघाट पर 2100 कन्याओं के लिये सामूहिक कन्या भोज का आयोजन किया जाएगा। महोत्सव के समापन अवसर पर क्षेत्र की समृद्धि, खुशहाली एवं दैवीय आशीर्वाद की प्राप्ति के लिये 108 कुंडीय हवन का आयोजन किया जाएंगा।


प्रधानमंत्री ने तीसरे वैश्विक आलू सम्मेलन को संबोधित किया...

संवाददाता : नई दिल्ली


      प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुजरात के गांधी नगर में आयोजित तीसरे वैश्विक आलू सम्मेलन को संबोधित किया। इससे पहले दो वैश्विक आलू सम्मेलनों का आयोजन 1999 और 2008 में किया गया था। इस सम्मेलन का आयोजन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली, आईसीएआर-केन्द्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, शिमला और पेरू के लिमा में स्थित अंतर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र (सीआईपी) के सहयोग से भारतीय आलू संघ द्वारा किया जा रहा है।



वैश्विक आलू सम्मेलन में अगले कुछ दिनों में खाद्य एवं पोषण की मांग के महत्वपूर्ण पहलुओं पर विचार करने के लिए दुनियाभर से वैज्ञानिक, आलू किसान और इससे संबंधित अन्य लोग शामिल हैं।









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Addressing the Global Potato Conclave. https://www.pscp.tv/w/cP--1DMyMjExNTJ8MXlOeGFRYWFvWnF4ag778qSmehGxEGvyEUv0aA1jxwZ_LZH49oQ8w5fkLeT9 













 




सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि इस तीसरे सम्मेलन की सबसे खास बात यह है कि एक ही समय आलू सम्मेलन, कृषि प्रदर्शनी और आलू फील्ड डे मनाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि यह एक सराहनीय कोशिश है कि 6 हजार किसान आज फील्ड डे के दिन खेतों का दौरा करने जा रहे हैं।


प्रधानमंत्री ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि तीसरा वैश्विका आलू सम्मेलन गुजरात में आयोजित किया जा रहा है, जो देशभर में आलू उत्पादन में अग्रणी राज्य है। उन्होंने कहा कि पिछले ग्यारह वर्ष के दौरान भारत में आलू की खेती का रकबा लगभग 20 प्रतिशत बढ़ा है जबकि इसी अवधि में गुजरात में आलू की खेती के रकबे में 170 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।


प्रधानमंत्री ने कहा कि यह उन नीतिगत पहलों और फैसलों के कारण हो पाया है, जो राज्य को खेती के लिए स्प्रिंकलर और ड्रिप सिंचाई जैसे कृषि के आधुनिक तरीकों के साथ-साथ सर्वोत्तम कोल्ड स्टोरेज सुविधाओं और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग से जोड़ता है। उन्होंने कहा कि गुजरात में प्रमुख आलू प्रसंस्करण कंपनियां हैं और अधिकांश निर्यातक भी गुजरात में स्थित हैं। इससे गुजरात, देश में एक प्रमुख आलू केन्द्र के रूप में उभरा है।


प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य की ओर तेजी से कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों की कोशिशों और सरकार की नीति के संयोजन के परिणामस्वरूप भारत कई अनाजों और अन्य खाद्य पदार्थों के उत्पादन में दुनिया के शीर्ष 3 देशों में शामिल है। उन्होंने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को हर स्तर पर बढ़ावा देने के लिए इस क्षेत्र में 100 फीसदी एफडीआई का रास्ता खोलने, पीएम किसान संपदा योजना के माध्यम से मूल्यवर्धन और मूल्य श्रृंखला विकास में मदद करने जैसे सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी।


प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि इस महीने की शुरूआत में प्रत्यक्ष हस्तांतरण के जरिए 6 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 12,000 करोड़ रुपये की राशि स्थानांतरित करके एक नया रिकॉर्ड भी बनाया गया है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि उनकी सरकार की प्राथमिकता किसान और उपभोक्ता के बीच बिचौलियों और अन्य लोगों को कम करना है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का जोर कृषि प्रौद्योगिकी आधारित स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने पर भी है ताकि किसानों के डेटाबेस और स्मार्ट एवं सटीक कृषि के लिए जरूरी कृषि ढेरों का इस्तेमाल किया जा सके।


प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों से आधुनिक जैव प्रौद्योगिकी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉक चेन, ड्रोन प्रौद्योगिकी के जरिए कृषि से जुड़े विभिन्न मुद्दों का समाधान प्रदान करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक समुदाय और नीति निर्माताओं की सबसे बड़ी जिम्मेदारी यह देखना है कि कोई भी भूखा या कुपोषित न रहे।


पृष्ठभूमि:


तीसरा वैश्विक आलू सम्मेलन सभी हितधारकों को एक साझा मंच पर लाने का अवसर प्रदान करेगा ताकि सभी मुद्दों पर चर्चा की जाए और आलू क्षेत्र से संबंधित सभी लोगों को शामिल करते हुए भविष्य की योजनाओं बनाई जाए। इसमें आलू अनुसंधान में जानकारी और नवाचारों के मोर्चे पर देश के विभिन्न हितधारकों को अपनी क्षमता उजागर करने का मौका मिलेगा। इस सम्मेलन के तीन प्रमुख घटक (i) आलू सम्मेलन, (ii) कृषि प्रदर्शनी और (iii) आलू फील्ड डे हैं।


आलू सम्मेलन 28-30 जनवरी, 2020 के दौरान 3 दिनों के लिए आयोजित किया जाएगा। इसमें 10 विषय होंगे, जिनमें से 8 विषय बुनियादी और अनुप्रयुक्त अनुसंधान पर आधारित हैं। शेष दो विषयों आलू व्यापार और मूल्य श्रृंखला प्रबंधन एवं नीतिगत मुद्दों पर विशेष जोर दिया जाएगा।


कृषि प्रदर्शनी का आयोजन 28 से 30 जनवरी, 2020 तक किया जाएगा जिसमें आलू आधारित उद्योगों और व्यापार, प्रसंस्करण, बीज आलू उत्पादन, जैव प्रौद्योगिकी, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण में सार्वजनिक-निजी साझेदारी और किसानों से संबंधित उत्पादों आदि की स्थिति दर्शायी जाएगी।


आलू फील्ड डे का आयोजन 31 जनवरी, 2020 को किया जाएगा। इसमें आलू मशीनीकरण, आलू की किस्में और नवीनतम प्रौद्योगिकियों में प्रगति का प्रदर्शन शामिल होगा।


इस सम्मेलन में रोपण सामग्री की कमी, आपूर्ति श्रृंखला, कटाई के बाद का नुकसान, उन्नत प्रसंस्करण की जरूरतें, निर्यात एवं विविध उपयोग और उत्पादन एवं प्रमाणित बीजों का उपयोग, लंबी दूरी के परिवहन और निर्यात संवर्धन जैसे आवश्यक नीतिगत समर्थन जैसी समस्याओं पर विचार करने की जरूरत है।