शनिवार, 11 मई 2019

सेक्स रैकैट चलाने वालों के साथ पुलिस की मिली भगत...

आशुतोष ममगाई  : देहरादून उत्तराखंड 



                   आज फिर से एक शर्मशार करने वाली घटना सामने आई है, जहां सेक्स रैकेट चलाने वाली महिला ने चंडीगढ़ से आई युवती को बंधक बना दिया और साथ ही उसके पैसे जेवरात छीनकर उससे सेक्स रैकेट चलाने की जबरदस्ती करने लगी युवती के विरोध करने पर उस महिला ने उसके साथ मारपीट भी की। इस सब से हार कर युवती ने पुलिस से शिकायत की।


सेक्स रैकैट चलाने वालों के साथ पुलिस ने किया समझौता !


मामला थाना ऋषिकेश की श्यामपुर चौकी  का है, जहां कुछ ही कदम की दूरी पर सेक्स का गौरख धंधा  बड़ी शर्म की बात क्या हो सकती है कि उनकी चौकी  के पास में ही सैक्स रैकेट चलाया जा रहा है। असल में बात यह है कि चंडीगढ़ से फोन पर ऋषिकेश के एक युवक के द्वारा बहला फुसलाकर एक युवती को बुलाया गया और उसके बाद उसको धोखे से थोड़ी देर में वापस आने की बात कह कर सेक्स रैकेट वाली जगह पर छोड़ दिया। लेकिन उस युवती को क्या पता था कि यहां उसके ऊपर गलत काम करने के लिए दबाव डाला जाएगा। युवती ने उसका विरोध करते हुए 100 नंबर डायल कर पुलिस को मामले की जानकारी दी और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवती को छुड़वाया। और उसके बाद का मामला थाने में सुलझाया गया। युवती ने तहरीर में युवती ने 10 हजार व सोने की चैन छीनने साथ ही मारपीट का आरोप भी लगाया जिसके बाद पुलिस द्वारा वो वापस दिलवाया गया।



अब अपराधियों के साथ भी समझौता करने लगी है पुलिस ! 


लेकिन ये बात सुनकर आपके पावों तले जमीन खिसक जाएगी पुलिस ने युवती का सामान तो लौटा दिया लेकिन सेक्स रैकेट चलाने वाली महिला के खिलाप कार्यवाही नहीं की और दोनों पक्षो में समझौता करवाने लगे। युवती के कहे अनुसार एक बात यह भी सामने आई है कि वहां के एस आई ने उस महिला से समझौता करवाने के लिए रिश्वत के रूप में 50000 रूपये की नगदी भी ली जिसके बाद  वे पीड़ित युवती के ऊपर समझौते के लिए दबाव डालने लगे, और जब युवती नहीं मानी तो उसके साथ पुलिस द्वारा गाली गलौच का सिलसिला शुरू कर दिया गया। पीड़ित युवती ने पत्रकारों को यह भी बताया कि पुलिस भी रैकेट चलाने वाली महिला से मिलीजुली है, इसीलिए ये लोग चौकी  के पास होते हुए भी स्वतंत्र रूप से ऐसे अपराधोे को अंजाम दे रहे हैं।


उत्तराखण्ड पुलिस के मुंह पर बड़ा तमाचा !


पुलिस जो कि जनता की सुरक्षा के लिए नियुक्त की जाती है जब वो ही अपराधों में लिप्त पाई जा रही है तो जनता की सुरक्षा के लिए कौन जिम्मेदार होगा। उत्तराखण्ड पुलिस के मुंह पर यह एक बहुत बड़ा तमाचा है, सरकार को इस ओर खास ध्यान देना चाहिये।