प्रजा दत्त डबराल @ भोपाल मध्यप्रदेश
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि मध्यप्रदेश में उद्यानिकी में संभावना वाले क्षेत्रों पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए। इससे हम किसानों की आय को दोगुना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए खाद्य प्र-संस्करण इकाईयाँ लगाने वाले निजी क्षेत्र को प्रोत्साहित करें। मुख्यमंत्री ने आज मंत्रालय में वर्ल्ड फूड इंडिया 2019 के आयोजन के संबंध में दिए गए प्रस्तुतिकरण दौरान यह बात कही। बैठक में तय किया गया कि नवंबर माह में दिल्ली में होने वाले वर्ल्ड फूड इंडिया 2019 में मध्यप्रदेश पार्टनर स्टेट के रूप में भाग लेगा।
मुख्यमंत्री कमल नाथ की अध्यक्षता में बैठक
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश में खेती-किसानी आधारित अर्थ-व्यवस्था होने के कारण हमें उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, जिनसे किसानों की आय में वृद्धि हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने के लिए जरूरी है कि उत्पादन के आधार पर अधिक से अधिक खाद्य प्र-संस्करण ईकाइयों की स्थापना करें, जिससे किसानों की उद्यानिकी फसलों का उनके खेत के नजदीक ही उपयोग हो सके।
मुख्यमंत्री ने मंदसौर में लहसुन प्र-संस्करण ईकाई, छिंदवाड़ा में संतरा, रतलाम में सब्जी और लहसुन के लिए स्थापित ईकाइयों एवं छिंदवाड़ा में स्थापित होने वाले आर्किड पार्क के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।
बैठक में किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री सचिन यादव, मुख्य सचिव एस.आर. मोहंती, प्रमुख सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण अनिरूद्ध मुखर्जी, आयुक्त उद्यानिकी डॉ. एम. कालीदुरई एवं केन्द्रीय खाद्य प्र-संस्करण मंत्रालय के प्रतिनिधि उपस्थित थे।