शनिवार, 30 नवंबर 2019

भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया...

संवाददाता  : चंडीगढ़ हरियाणा 


      भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें मतदाता सूचियों के अंतिम सारांश संशोधन के दौरान बूथ स्तर के अधिकारियों (बीएलओ) द्वारा किए गए कार्यों और इेनोवेटिव स्वीप रणनितियों की समीक्षा की गई।



मुख्य चुनाव आयुक्त ने निर्देश दिये कि सभी हितधारकों को गुणवत्ता वाली चुनावी सुविधाओं के वितरण को सुनिश्चित करने के लिए नए तरीके अपनाए जाएं। समाज के विभिन्न वर्गों की भागीदारी में सुधार लाने के लिए स्वीप गतिविधियां और उचित रणनीति विकसित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची के प्रारूप प्रकाशन-2020 से पहले ईवीपी के उद्देश्यों को पूरी तरह से प्राप्त कर लिया जाए और सारांश संशोधन-2020 में सभी मतदाता सूचियों का समावेश होगा। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि कार्यदल निर्वाचक नामावली पर विस्तार से अध्ययन करेगा। उन्होंने निर्वाचन फॉर्म प्राप्त करने की प्रणाली में सुधार, उनके डिजिटलीकरण और कॉमन सर्विस सेंटरों में फील्ड रिपोर्ट पर निगरानी करने के भी निर्देश दिये।


बैठक में चुनावी अधिकारियों और आईआईटी जैसे अनुसंधान संस्थानों के तकनीकी प्रतिनिधियों के एक अध्ययन समूह को अमेरिका, कनाडा और यूके जैसे प्रमुख लोकतांत्रिक देशों में वर्तमान चुनाव प्रणाली का अध्ययन करने के लिए भेजा जाने पर भी विचार किया गया और इस उद्देश्य के लिए हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ से अधिकारियों की एक टीम को सबसे पहले कनाडा भेजने का निर्णय लिया गया।


बैठक में भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ उप चुनाव आयुक्त डॉ. संदीप सक्सेना, चुनाव निदेशक ए. मोना श्रीनिवास, हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़ के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजॉय कुमार सिन्हा, पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. एस. करूणा राजू, हिमाचल प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी देवेश कुमार, हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डी.के. बेहरा, संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ० इन्द्रजीत एवं अपूर्व कुमार और हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश के अन्य निर्वाचन संबंधी अधिकारी उपस्थित थे।