संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि शिक्षण संस्थाएँ गुणवत्ता मानकों पर खरा उतरने के ईमानदार प्रयास करें। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक गतिविधियों का क्रियान्वयन विजनरी होना चाहिए।
निशंक आज राजभवन में प्रदेश की केन्द्रीय शिक्षण संस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थाएँ राष्ट्र के निर्माण में महती भूमिका निभाती हैं। यह अपेक्षा की जाती है कि शिक्षण संस्थाओं की सक्रियता और गतिशीलता समाज को दिशा प्रदान करे। निशंक ने कहा कि शैक्षणिक संस्थाओं के प्रमुख का दायित्व अत्यंत महत्वपूर्ण है। शिक्षण संस्थाओं में सकारात्मक वातावरण निर्माण के लिये श्रेष्ठ कार्य करने वालों का उत्साहवर्द्धन किया जाना चाहिए और गड़बड़ी करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही भी सुनिश्चित होनी चाहिए।
इस मौके पर केन्द्रीय शिक्षण संस्थाओं के प्रमुख, कुलपति केन्द्रीय विश्वविद्यालय, सागर प्रो. आर.पी. तिवारी, कुलपति ट्राइबल विश्वविद्यालय, अमरकंटक प्रो. पी.एम. त्रिपाठी, निदेशक आईआईटी, इंदौर प्रो. प्रदीप माथुर, निदेशक एनआईटी, भोपाल एन.एस. रघुवंशी, निदेशक आईसीसीआर मनोज कुमार, प्राचार्य आरआईई नित्यानंद प्रधान और स्कूल ऑफ प्लानिंग एण्ड आर्किटेक्ट, उपायुक्त केन्द्रीय विद्यालय संगठन सोमित श्रीवास्तव, उपायुक्त नवोदय विद्यालय संगठन पी.एस. सरदार और शिक्षा अधिकारी डॉ. प्रशांत द्विवेदी उपस्थित थे।