बुधवार, 8 जनवरी 2020

उद्यमों के सशक्तिकरण में अधिकारी बनेंगे सहभागी, औद्योगिक विकास का बनेगा रोडमेप : अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग

संवाददाता : जयपुर राजस्थान


      राज्य के एमएसएमई सेक्टर सहित उद्यमोर्ं के सशक्तिकरण और विस्तारिकरण में उद्योग विभाग के वरिष्ठ अधिकारी सहभागी बनेंगे। अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने विभागीय अधिकारियों को इसके लिए रिसर्च, औद्योगिक प्रतिष्ठानों सहित संबंधित संस्थानों की फिल्ड विजिट, केन्द्र व राज्य सरकार के संबंधित विभागों से समन्वय और डेटाबेस बनाते हुए रोडमेप बनाने का निर्देश दिए हैं।

 


 

एसीएस उद्योग डॉ. अग्रवाल मंगलवार को उद्योग विभाग में विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विद्यमान उद्यमों को मजबूत बनाने, उनकी समस्याओं को समझने, केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ उन तक पहुंचाने और प्रदेश में नए उद्यमों की स्थापना में विभागीय अधिकारियों को सक्रिय सहभागिता निभानी होंगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को सेक्टरवाइज प्रभारी अधिकारी बनाया जा चुका है। प्रभारी अधिकारियों और ब्यूरों ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रमोशन के अधिकारियों के बीच समन्वय स्थापित किया जाएगा। 

 

उद्योग आयुक्त ने बताया कि विभाग के 14 अधिकारियों को अलग अलग सेक्टर प्रभारी बनाकर जिम्मेदारी दी है। अविन्द्र लढ्डा को केमिकल्स, संजीव सक्सैना को लवण, आरके आमेरिया को होटल व हॉस्पिलिटी, वाईएन माथुर को वस्त्र, एसएस शाह को हस्तशिल्प, योगेन्द्र गुरनानी को लघु खाद्योत्पाद, सीबी नवल को खान एवं खनिज, पीआर शर्मा को सामाजिक आधारभूत संरचना और लॉजिस्टिक, संजय मामगेन को इंजीनियरिंग गुड्स, पीएन शर्मा को कृषि, खाद्य प्रसंस्करण और डेयरी, चिरंजी लाल को लेदर, धर्मेन्द्र पूनिया को इलेक्ट्रोनिक्स गुड्स, निधि शर्मा को परिधान,राजीव गर्ग को इंजीनियरिंग गुड्स संरचना में सहयोग और बालेन्द्र सिंह को सामाजिक आधारभूत संरचना में सहयोग व स्वयं सहायता समूह निर्माण का प्रभारी बनाया गया है।