संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश
स्वच्छता मिशन और पथ-विक्रेता योजना में और अधिक काम करने की जरूरत है। सभी नगरीय निकाय इस क्षेत्र में पूरे वर्ष काम करें और उल्लेखनीय सफलता हासिल करें। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने यह बात ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर, इंदौर में संभागीय समीक्षा बैठक में कही। सिंह ने कहा कि राज्य शासन द्वारा इस काम के लिये आवश्यक बजट दिया जायेगा। स्वच्छता का व्यक्ति, समाज और नगरीय निकाय के लिये बहुत अधिक महत्व है। स्वच्छ नगर स्वास्थ्य के लिये लाभदायक है।
मंत्री ने पथ-विक्रेता योजना की समीक्षा करते हुये कहा कि इस योजना के तहत अधिकाधिक गरीबों को लाभ पहुँचाया जाये। नगरीय निकायों में इस योजना के लागू करने के लिये आपस में प्रतियोगिता होना चाहिये। उन्होंने कहा कि शासन स्तर पर नगरीय निकाय के सम्पत्ति कर की समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की अवैध कॉलोनियां वैध होंगी।
क्षेत्रीय सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि इंदौर में मेट्रो रेल परियोजना का काम तेजी से पूरा किया जाये तथा इंदौर जिले के लिये वर्ष 2051 के आधार पर कार्ययोजना तैयार की जाये। आने वाले 30 साल में इंदौर में बड़े एयरपोर्ट, बड़े रेल्वे स्टेशन और बड़े बस स्टेंड की आवश्यकता होगी। इंदौर में नगरीय क्षेत्र में मास्टर प्लान लागू किया गया है। झुग्गी-झोपड़ी हटाई गयी तथा स्वच्छता में चार साल से लगातार नम्बर वन आ रहा है। इंदौर मेट्रो पॉलियन सिटी में देवास, उज्जैन, महू, देपालपुर, सांवेर और पीथमपुर को शामिल किया जाये।
बैठक में मास्टर प्लान-2021 की भी समीक्षा की गई। सांसद लालवानी ने कहा कि इंदौर विकास की योजना वर्ष 2035 को लक्ष्य करके बनाई जाये।
सांवेर क्षेत्र के विधायक तुलसीराम सिलावट ने कहा कि इंदौर मास्टर प्लान बनाते हुये नगर से जुड़े और शहरी क्षेत्र में 29 ग्रामों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाये। वहां पर पानी, बिजली सड़क और सीवेज के मुकम्मल इंतजाम किया जाये।
बैठक में प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास नीतेश व्यास, आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास निकुंज श्रीवास्तव, आयुक्त नगर एवं ग्राम निवेश अजीत कुमार, कलेक्टर मनीष सिंह, आयुक्त नगर निगम सुश्री प्रतिभा पाल, सीईओ स्मार्ट सिटी अदिति गर्ग के अलावा इंदौर संभाग के नगर निगमों और नगर पालिकाओं के अधिकारी मौजूद थे।