संवाददाता : चंडीगढ़ हरियाणा
हरियाणा के कैथल में स्थित महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय में कुलपति डॉ. श्रेयांश द्विवेदी ने आज प्रो. सुधीकान्त भारद्वाज (ज्योतिषाचार्य) द्वारा रचित ‘वाक्यार्थदर्शनम्’ पुस्तक का विमोचन किया।
प्रो. सुधीकान्त ने इस अवसर पर विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए शास्त्रनिपुण बनने की प्रेरणा दी। शास्त्र में निपुणता ही व्यक्ति को लेखनकौशल में आगे बढ़ाती है।
निरन्तर अध्ययन करना विद्यार्थी का परम कर्तव्य है। इस पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में पुस्तक के प्रकाशक संजय, प्रो. तेजपाल शर्मा (व्याकरणाचार्य), प्रो. पवन कुमार, प्रो. जगदीश सेमवाल, डॉ. सुमन मेहन्दिया भी उपस्थित थे।