रविवार, 24 जनवरी 2021

उत्तराखंड की प्रमुख खबरें...

 संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड 

उत्तराखंड की प्रमुख खबरें  :

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में प्रशिक्षण एवं अध्ययन भ्रमण पर आए जम्मू कश्मीर के निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों का उत्तराखंड में स्वागत करते हुए कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है और अतिथि देवो भव हमारी परम्परा है। उन्होंने कहा कि राज्य में त्रिस्तरीय पंचायतों की कार्यप्रणाली का अध्ययन कर पंचायत प्रतिनिधि अपने क्षेत्रों में विकास की दिशा तय करने के साथ ही लोकतंत्र की मजबूती के लिए कार्य करेंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार के अध्ययन भ्रमण कार्यक्रम एक-दूसरे राज्य की संस्कृति से भी परिचित करवाने में मददगार होते हैं।
 
उन्होंने कहा कि हमारी भाषा-बोली अलग हो सकती है लेकिन हमारी संस्कृति एक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायतों को मजबूत कर वे जम्मू कश्मीर को स्वस्थ लोकतंत्र की ओर ले जायेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जम्मू कश्मीर के पंचायत प्रतिनिधियों को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह भी प्रदान किया।


 
मुख्यमंत्री  ने शनिवार उच्च शिक्षा विभाग द्वारा राष्ट्रीय युवा चेतना दिवस एवं नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता के प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे विजेताओं को क्रमशः 01 लाख, 75 हजार एवं 50 हजार की धनराशि का चेक व प्रशस्ति पत्र देकर पुरस्कृत किया।
 
इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में शीघ्र ही युवा आयोग का गठन किया जायेगा। कहा कि आज के युवा हर क्षेत्र में अपडेट हैं, वे अपनी आकांक्षाओं को पूर्ण कर स्वयं के भाग्य विधाता बन सकते हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय स्तर पर देवभूमि की वीर गाथाओं व सांस्कृतिक विरासतों को संजोए जाने को भी जरूरी बताया।


 
मुख्यमंत्री ने शनिवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के मौके पर पुरकुल गांव में सैन्य धाम का शिलान्यास किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच के अनुरूप इस सैन्य धाम को आने वाले समय में उत्तराखंड में स्थित पांचवे धाम के रूप में मान्यता मिलेगी। मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर घोषणा की कि शहीद सैनिकों की विधवाओं को दिए जाने वाले अनुदान को 10 लाख रूपए से बढ़ाकर 15 लाख रूपए किया जाएगा।
 
उन्होंने राज्यवासियों से आग्रह किया कि सैन्य धाम को दिव्य और भव्य बनाने के लिए अपने सुझाव सरकार को दें। इसके साथ ही राज्य के प्रत्येक शहीद सैनिक के गांव की मिट्टी और शिला सैन्य धाम के निर्माण के लिए पुरकुल लाए जाने की भी उन्होंने इच्छा जाहिर की।