शुक्रवार, 12 फ़रवरी 2021

उत्तराखंड एक झलक में, उत्तराखंड की प्रमुख खबरें…

 संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड 

उत्तराखंड  एक झलक में, उत्तराखंड की प्रमुख खबरें

महाराष्ट्र के राज्यपाल ने गुरूवार को मुख्यमंत्री से मुख्यमंत्री आवास में भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री से जनपद चमोली के रैणी क्षेत्र में आई आपदा की स्थिति के साथ ही राज्य से संबंधित विभिन्न मसलों पर चर्चा की। इस मुलाकात में मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा स्थल पर राहत एवं बचाव कार्य युुद्ध स्तर पर किए जा रहे हैं। संकट की इस घड़ी में सेना व आईटीबीपी से लेकर संबंधित एजेंसियों एवं विभागों का अपेक्षित सहयोग प्राप्त हो रहा है।

राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने गुरूवार को जनपद चमोली के आपदाग्रस्त तपोवन क्षेत्र का भ्रमण कर राहत एवं बचाव कार्यों का निरीक्षण किया। राज्यपाल ने रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे अधिकारियों एवं कार्मिकों से बात करके राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी ली। राज्यपाल ने निर्देश दिये कि रेस्क्यू ऑपरेशन तीव्रता से निरन्तर चलते रहना चाहिये। रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे कार्मिकों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाना चाहिये।

इस दौरान वह आपदा में लापता लोगों के परिजनों से मिलीं तथा उनको सांत्वना देते हुये हर संभव सहायता पहुंचाने का आश्वासन दिया। उनके द्वारा प्रभावित गाँवों में रेडक्रास के माध्यम से भी सहायता देने के निर्देश दिये गये हैं। राज्यपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री से भी आपदा राहत एवं बचाव कार्यों के सम्बन्ध में गहन चर्चा हो चुकी है।

मुख्यमंत्री ने एकात्म मानववाद तथा अंत्योदय दर्शन के प्रणेता पं. दीनदयाल उपाध्याय जी को उनकी पुण्यतिथि पर नमन करते हुए कहा कि उनका दर्शन, भारतीय राजनीति को अंतिम व्यक्ति के उत्कर्ष हेतु सदैव प्रेरित करता रहेगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धेय दीनदयाल उपाध्याय जी सामाजिक व राजनीतिक जीवन में सत्यनिष्ठा के प्रतिमान, कुशल संगठनकर्ता भी थे। उनका सम्पूर्ण जीवन समाज सेवा के लिये समर्पित रहा है। पंडित दीनदयाल जी न सिर्फ एक महान चिंतक, विचारक थे बल्कि वे दार्शनिक होने के साथ ही एक योग्य राजनेता और कुशल पथ प्रदर्शक भी थे।

कोविड-19 टीकाकरण को लेकर यह भ्रांति भी फैल रही कि पूर्व में जिन लोगों को कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ है उन पर टीका नहीं लगाया जा सकता। यह बात पूरी तरह से निराधार है। जबकि सच्चाई यह है कि कोई भी व्यक्ति जो पूर्व में कोविड-19 से संक्रमित बीमारी से ग्रसित रहा हो, उसे भी टीका लगाया जा सकता है। वैक्सीनेशन को लेकर किसी भी तरह की भ्रांतियों से बचें। सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का अनुपालन करें।