शनिवार, 6 जुलाई 2019

गांव व किसानों के विरुद्ध बजट पेश हुआ : टिकैत

सुरेश चौरसिया : नोएडा


भारत सरकार द्वारा लाया गया बजट खेती के लिए निराशाजनक ।


बजट पर बयान जारी करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ0 नरेश टिकैत ने कहा कि भारत सरकार द्वारा पेश किया गया बजट किसानों के लिए निराशाजनक व परेशानी भरा हुआ है।


उन्होंने कहा कि इस बजट से किसानों को काफी उम्मीदें थीं। किसानों को उम्मीद थी कि निर्मला सीतारमन द्वारा पिछली सरकार में वाणिज्य मंत्री के रूप में व्यापार को आसान बनाने के लिए 7000 कदम उठाए गए थे। कृषि को आसान बनाने के लिए कम से कम 5000 कदम सुझाए जाने की उम्मीद थी, लेकिन यह बजट किसानों की आशाओं के विपरीत है।  



उन्होंने बताया कि बजट में किसानों के लिए विभिन्न योजनाओं का कोई जिक्र नहीं किया है। देश में किसानों को उम्मीद थी कि बजट में किसानों की आत्महत्याओं, फसलों की समर्थन मूल्य पर खरीद, मंडियों व भण्डारण की क्षमता को बढ़ाना, कृषि ऋण को दीर्घकालिक व ब्याज मुक्त किए जाने के लिए सरकार कदम उठाएगी। सरकार ने बजट में इन मुद्दों को छुआ तक नहीं। किसानों को समृद्ध बनाने हेतु सरकार की तरफ से कोई कदम नहीं उठाए गए हैं।


उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं हेतु बजट आबंटन में कोई राशि की जानकारी नहीं दी गई है। यह बजट देश को गुमराह करने वाला बजट है। ऐसे बजट से कृषि और किसान का कल्याण सम्भव नहीं है। केवल सराहना और प्रतिबद्धता के आश्वासन पर खेती की चुनौतियों को कम किया जाना सम्भव नहीं है। यह बजट गांव और किसान के हितों के विरूद्ध है। बजट से किसानों में हताशा व निराशा है।