बुधवार, 21 अगस्त 2019

आपसी सद्भाव की संस्कृति ही देश की शक्ति,यही देश का भविष्य सुरक्षित रखेगी...

संवाददाता: भोपाल मध्यप्रदेश


      मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि हमारी अनेकता में एकता और आपसी सद्भाव ही वह ताकत है, जो देश के भविष्य को सुरक्षित रखेगी। उन्होंने कहा कि हम मध्यप्रदेश का ऐसा नक्शा बनाने में जुटे हैं, जिसमें हमारे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ रोजगार भी मिले। मुख्यमंत्री ने युवा पीढ़ी का आव्हान किया कि वे देश और विश्व में विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे परिवर्तनों से जुड़ें, जिससे हमारा प्रदेश किसी भी मामले में पीछे न रहे। नाथ आज रवीन्द्र भवन में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी जी के जन्म- दिवस पर आयोजित युवा संकल्प वर्ष 2019-20 समारोह को संबोधित कर रहे थे।



राजीव गांधी की देन संचार क्रांति


मुख्यमंत्री नाथ ने कहा कि चंद्रगुप्त से लेकर सम्राट अशोक तक हमारा इतिहास, सभ्यता और संस्कृति सद्भाव की रही है। उन्होंने कहा कि राजीव जी ने सद्भाव की संस्कृति को आगे बढ़ाया। यही कारण है कि हम उनके जन्म- दिवस को सद्भावना दिवस के रूप में मनाते हैं।


मुख्यमंत्री ने राजीव जी का स्मरण करते हुए कहा कि वे ऐसे राजनेता थे, जिन्होंने देश को मजबूत बनाने के लिए सही दिशा और दृष्टि दी। उन्होंने विश्व में हो रहे परिवर्तन को पहचाना और उसमें भारत को अग्रणी बनाने के लिए महत्वपूर्ण फैसले लिये। संचार के क्षेत्र में आज हमारा देश पूरे विश्व में अग्रणी है। देश के आई.टी. इंजीनियर, गूगल और पूरे दुनिया में अपना परचम लहरा रहे हैं और उनका सम्मान हो रहा है। इसका श्रेय सिर्फ राजीव गांधी को जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब राजीव गांधी कम्प्यूटर की क्रांति की शुरूआत कर रहे थे, तब निज स्वार्थ से जुड़े लोगों ने उनका भारी विरोध किया था। उनका कहना था कि कम्प्यूटर टेक्नोलॉजी आने से बेरोजगारी बढ़ेगी लेकिन राजीव जी अपनी दूरदृष्टि पर डटे रहे क्योंकि उन्हें देश और युवाओं के भविष्य की चिंता थी। आज परिणाम हमारे सामने हैं। लाखों युवाओं को संचार क्रांति के बाद रोजगार के नए अवसर मिले हैं। नाथ ने कहा कि जो लोग इस तकनीक का विरोध कर रहे थे, वे आज डिजीटल इंडिया बनाने का मुफ्त का श्रेय ले रहे हैं।


परिवर्तनों के साथ चले युवा


मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि राजीव गांधी जब इस देश के प्रधानमंत्री बने, तब देश कई गंभीर चुनौतियों से जूझ रहा था। उन्होंने पद सम्हालते हुए न केवल उन चुनौतियों का सामना किया बल्कि भविष्य की जरूरतों को समझते हुए देश को नई दिशा और दृष्टि प्रदान की। मुख्यमंत्री ने युवाओं से कहा कि वे अपने देश की महानता को समझें। यह वही देश है, जिसके सामने पूरी दुनिया के लोग नत-मस्तक हैं क्योंकि इतनी विभिन्नताओं और अनेकता के बाद भी हम एक झण्डे के नीचे खड़े हैं। उन्होंने सोवियत संघ का उदाहरण देते हुए कहा कि इतनी बड़ी सामरिक शक्ति होने के बावजूद वह कई टुकड़ों में बंट गया। आज हमारा देश आपसी सद्भाव के कारण शक्तिशाली है। यही हमारी असली ताकत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे देश में तीन प्रकार के नेता होते हैं। एक वह होता है, जिससे जनता प्यार करती है। एक वह होता है, जिससे लोग डरते हैं और एक नेता वह होता है जिसकी लोग उपेक्षा करते हैं। राजीव जी भारतीय राजनीति के ऐसा राजनेता थे, जिन्हें जनता प्यार करती थी।


मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि प्रदेश में हमारे सामने कई चुनौतियाँ हैं। इसमें सबसे बड़ी रोजगार की चुनौती है, जिसका समाधान करने के लिए हम सुनियोजित रूप से कदम बढ़ा रहे हैं। हमने अपने युवाओं की आशाओं, सपनों और दृष्टिकोण को समझा है। उसके अनुसार हम अपने प्रदेश का नक्शा बना रहे हैं।


कॉमन कैरियर पोर्टल बनेगा


उच्च शिक्षा एवं खेल तथा युवा कल्याण मंत्री श्री जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश के सभी शासकीय महाविद्यालयों में अध्ययनरत स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं के 10% गरीब सवर्ण विद्यार्थियों को पाठ्य पुस्तकें एवं स्टेशनरी नि:शुल्क प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि अभी तक यह व्यवस्था अनुसूचित जाति-जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के लिए ही थी। पटवारी ने कहा कि प्रदेश में युवाओं में कम्युनिकेशन स्किल और रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए उच्च शिक्षा और कैंब्रिज एसेसमेंट इंग्लिश कैंब्रिज विश्वविद्यालय यूके के बीच एमओयू हुआ है। साथ ही विभाग द्वारा कॉमन कैरियर पोर्टल भी विकसित किया जा रहा है, जहां छात्र-छात्राओं एवं उद्यमियों को एक प्लेटफार्म उपलब्ध होगा। इससे युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार प्राप्त हो सकेगा।


राजीव गांधी ने बनाया देश को मजबूत


पटवारी ने कहा कि राजीव जी ने हमारे युवाओं को देश के विकास में हिस्सेदारी देने के लिए मतदान की आयु घटाकर 18 वर्ष की थी। पंचायत राज को सशक्त बनाया था। संचार, उद्योग और नागरिक अधिकारों के संरक्षण के लिए उन्होंने जो महत्वपूर्ण निर्णय लिए, उसका ही परिणाम है कि आज हमारा देश हर क्षेत्र में पूरे विश्व में मजबूत है।


मुख्यमंत्री कमल नाथ ने स्वर्गीय राजीव जी पर केन्द्रित स्मृति चित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। प्रदर्शनी में राजीव गांधी के जीवन से जुड़े विभिन्न प्रसंगों को प्रदर्शित किया गया है। कार्यक्रम में राजीव जी के जीवन पर बनाई गई एक छोटी फिल्म का प्रदर्शन किया गया। बीएसएस के छात्र-छात्राओं ने सुप्रसिद्ध कवि श्री अशोक चक्रधर द्वारा लिखित सद्भावना गीत गाया। समारोह के दौरान चित्रकार शंकर राजपूत ने स्वर्गीय राजीव गांधी का चित्र और उनके सपनों के भारत पर केन्द्रित एक चित्रकृति मुख्यमंत्री को भेंट की। मुख्यमंत्री ने जगदीश पीयूष द्वारा लिखित पुस्तक और युवा संकल्प वर्ष 2019-20 के लोगों एवं स्व.राजीव गांधी पर केन्द्रित पुस्तिका का विमोचन किया।


कार्यक्रम में जनसम्पर्क मंत्री पी.सी. शर्मा, खनिज साधन मंत्री प्रदीप जायसवाल, बड़ी संख्या में प्राध्यापक, शिक्षक एवं युवा उपस्थित थे। सद्भावना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का विभिन्न चैनलों के माध्यम से 776 महाविद्यालयों में सीधा प्रसारण किया गया।


मुख्यमंत्री कमल नाथ ने युवाओं से किया संवाद


मुख्यमंत्री कमल नाथ ने समारोह में युवाओं से संवाद के दौरान एमवीएम के छात्र श्री चंद्रशेखर प्रजापति द्वारा मुख्यमंत्री की युवाओं से अपेक्षा पर पूछे प्रश्न का जवाब दिया। कहा कि युवा अपने जीवन में उपलब्धियाँ हासिल करें लेकिन इस बात का ध्यान रखें की संतुष्टि के बगैर उपलब्धि अधूरी ही रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में दो बातें प्रमुखता से होती हैं। पहली "अचीवमेंट" और दूसरा "फुलफिलमेंट"। उन्होंने कहा कि हम शिक्षा प्राप्त करके, रोजगार प्राप्त करके उपलब्धि हासिल कर लेते हैं लेकिन हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि हम अपनी उपलब्धि को संतुष्टि में परिवर्तित करें। हमें अपने देश, समाज और परिवार के विकास में भी योगदान देना चाहिए।


एक्सीलेंस कॉलेज के छात्र अक्षय तिवारी द्वारा पूछे गए प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि हम प्रदेश में निवेश के लिए विश्वास का वातावरण तैयार कर रहे हैं, जिससे प्रदेश के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार दिए जा सकें। हम अपनी नई निवेश नीति को उद्योगों का जरूरत के मुताबिक सेक्टर वाईस बना रहे हैं। बेहतर निवेश के बगैर हम अपने प्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल नहीं कर सकते।


कु. मानसी द्वारा पूछे गए प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा हमारा मिशन है अपने प्रदेश के युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराएँ, जिससे रोजगार और अन्य प्रदेश के छात्र-छात्राओं के साथ पूरी क्षमता के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकें। इसके लिए हम मध्यप्रदेश में कौशल विकास पर विशेष ध्यान दे रहे हैं।


सरोजनी नायडु कन्या महाविद्यालय की छात्रा कुमारी ईशा सक्सेना के प्रश्नों के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि हम प्रदेश में खेल प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बराबरी से प्रयास कर रहे हैं। प्रदेश में अधिक से अधिक स्टेडियम बनाने के साथ ही प्रतिभावान खिलाड़ियों को विश्व स्तरीय ट्रेनिंग दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलकूद हमारे जीवन के लिए जरूरी हैं क्योंकि खेल ही मानसिक अनुशासन के साथ हमें शारीरिक रूप से स्वस्थ भी बनाता है।


एक छात्र द्वारा छिंदवाड़ा मॉडल की तरह मध्यप्रदेश के अन्य क्षेत्रों को भी विकसित करने संबंधी प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि कौशल विकास के क्षेत्र में हमने आज से दस-बारह वर्ष पहले ही छिंदवाड़ा में काम करना शुरू कर दिया था। उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा मेरे लिए सिर्फ एक निर्वाचन क्षेत्र ही नहीं है बल्कि एक परिवार है, जिसकी मैं चिंता करता हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि छिंदवाड़ा मॉडल में मैंने शिक्षा के हर स्तर के अनुसार युवाओं को रोजगार देने की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि आज सबसे ज्यादा स्किल सेंटर छिंदवाड़ा में है।


रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के छात्र आशुतोष मेहरा के प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि हम प्रदेश में "शुद्ध के लिए युद्ध" के बाद नशीले पदार्थों के विरूद्ध बड़ा अभियान चलाएंगे। उन्होंने कहा कि मेरी सभी युवाओं से अपेक्षा है कि वह हमारे इस अभियान से जुड़े, जिससे हम प्रदेश को मिलावटमुक्त प्रदेश बनाएँ और युवाओं को नशीले पदार्थों से मुक्त करें। उन्होंने कहा कि यह अभियान तभी सफल होगा, जब युवा वर्ग इससे जुड़ेगा।