गुरुवार, 7 नवंबर 2019

मनसुख मंडाविया आंध्र प्रदेश के विशाखापत्‍तनम में ‘बिम्‍सटेक बंदरगाह’ सम्‍मेलन का उद्घाटन करेंगे...

संवाददाता: नई दिल्ली 


      जहाजरानी राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) मनसुख मंडाविया आंध्र प्रदेश के  विशाखापत्तनम, में पहले 'बिम्‍सटेक बंदरगाह' सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। यह सम्‍मेलन 7-8 नवम्‍बर को आयोजित किया जा रहा है।


बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग (बिम्‍सटेक) एक अंतर्राष्‍ट्रीय संगठन है, जिसमें दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के देश, भारत, बांग्‍लादेश, म्‍यामांर, श्रीलंका, थाईलैंड, भूटान और नेपाल शामिल हैं। सम्‍मेलन में इन देशों के क्षेत्रीय बंदरगाहों के प्रतिनिधि हिस्‍सा लेंगे।



उम्‍मीद है कि सम्‍मेलन में आयात-निर्यात तथा तटीय जहाजरानी को प्रोत्‍साहित कर आर्थिक सहयोग बढ़ाने की संभावना का पता लगाया जाएगा। सम्‍मेलन में विभिन्न निवेश के अवसरों और बंदरगाहों पर उत्पादकता और सुरक्षा के लिए अपनाए गए बेहतरीन तौर-तरीकों पर भी चर्चा की जाएगी। सभी सात सदस्‍य देशों के बंदरगाह क्षेत्र के साथ-साथ व्यापार और विभिन्न जहाजरानी संघों के वरिष्ठ अधिकारी भी इस दो दिवसीय सम्मेलन में भाग लेंगे।


सम्‍मेलन के दौरान पांच सत्र होंगे। पहला सत्र बंदरगाहों पर आधारित औद्योगिक और पर्यटन विकास पर होगा। इस सत्र का उद्देश्य क्षेत्र में पर्यटन को प्रोत्साहित करने और बंदरगाहों के करीब औद्योगिक क्लस्टर विकसित करने पर चर्चा करना है। बिम्सटेक राष्ट्रों की विविध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत इसे पर्यटन के लिए एक आदर्श स्थान बनाती है, जिसमें जहाजों के जरिये पर्यटन को बढ़ावा देने में बंदरगाहों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।


सम्‍मेलन के दूसरे दिन, चौथा सत्र 'पोर्ट्स सर्विसेज: डिलीवरिंग वैल्यू' पर होगा। इसका उद्देश्‍य  कारोबारी सुगमता के लिए उठाए गए विभिन्‍न कदमों पर चर्चा के लिए एक मंच प्रदान करना है। इसमें अंतिम सत्र 'ग्रीन पोर्ट ऑपरेशंस' अर्थात् पर्यावरण अनुकूल बंदरगाह संचालन पर होगा। जलवायु परिवर्तन की समस्‍या से निपटने के लिए पर्यावरण और पेरिस समझौते के प्रति प्रतिबद्धता के मद्देनजर, बंदरगाहों पर एक स्थायी संचालन मॉडल अपनाने पर जोर दिया जाएगा। इस सत्र में ग्रीन पोर्ट ऑपरेशंस 'को अपनाने के लिए उपलब्ध तकनीकों और समाधानों पर भी चर्चा की जाएगी।


8 नवंबर 2019 की सुबह, श्री मंडाविया विशाखापट्टनम में बिम्सटेक प्रतिभागियों के साथ-साथ स्थानीय छात्रों और बंदरगाह के कर्मचारियों आदि के साथ एक समुद्र तट सफाई अभियान में भी भाग लेंगे।