संवाददाता : जयपुर राजस्थान
राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम एवं दलित इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (डिक्की) द्वारा मंगलवार को जयपुर में अनुसूचित जाति और जनजाति उद्यमियों के लिए उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश भर के 100 से अधिक उद्यमियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्थान कौशल विकास एवं आजिविका विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ललित के पंवार ने कहा कि आज राजस्थान में कौशल विश्वविद्यालय युवाओं की वर्तमान समय की मांग के अनुसार कौशल आधारित कोर्स संचालित कर रही है। जिसको कोई भी व्यिंक्त कर सकता है और शत-प्रतिशत जॉब प्राप्त करने के साथ-साथ स्वयं उद्यमी भी बन सकता है। उन्होंने बताया की डिक्की एवं रिसु का एमओयू हुआ है। जिसके माध्यम से एससी-एसटी के उद्यमियों का कौशल विकास किया जायेगा।
कार्यक्रम में डिक्की अध्यक्ष डॉ. सत्य प्रकाश वर्मा, एनएसआईसी मैनेजर विकास माथुर, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक सुरेश चंद एमएसएमई के निदेशक वी के शर्मा, डिक्की उपाध्याक्ष आशीष गोरा उपस्थित थे।
कार्यक्रम में एनएसआईसी, एमएसएमई द्वारा राज्य एवं केन्द्र सरकार की योजनओं के विषय में विस्तार से बताया गया जो युवाओं को उद्यमिता की ओर प्रेरित कर उन्हें सफल उद्यमी बनने में सहायक होंगी। इस अवसर पर राज्य सरकार की नयी उद्योग, सौर एवं खाद्य प्रसंस्करण नीति के बारे में भी जानकारी दी गयी।
नाबार्ड के महाप्रबन्धक सुरेश चंद्र ने फूड प्रोसेसिंग, कृषि उत्पाद निर्यात आदि सेक्टर्स में संभावनाओं एवं नाबार्ड की योजनाओं के बारे में बताया एमएसएमई के निदेशक वी के शर्मा ने व्यापार को शुरू करने से पहले मार्केट रिसर्च, सोशल नेटवर्किंग की व्यवहारिक बारीकियों से अवगत कराया। कार्यक्रम में विशेष प्रदर्शन के लिए सम्मानित भी किया गया।