सोमवार, 30 दिसंबर 2019

छत्तीसगढ़, ओडिसा, बिहार और उत्तराखंड के नृतक दलों को विभिन्न श्रेणियों में मिला प्रथम पुरस्कार...

संवाददाता : रायपुर छत्‍तीसगढ़


      राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में कलाकारों ने चार श्रेणीयों में अपने नृत्य का प्रदर्शन किया। इसमें पहले विवाह एवं अन्य संस्कार, दूसरा पारंम्परिक त्यौहार एवं अनुष्ठान, तीसरा फसल कटाई एवं कृषि तथा अन्य पांरम्परिक विधाएं शामिल रहीं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नृत्य महोत्सव में आयोजित प्रतियोगिता के विजेता नृतक दलों को पुरस्कार राशि, प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया। 



प्रत्येक श्रेणी के लिए प्रथम पुरस्कार के रूप में नृतक दल को पांच लाख रूपए की राशि, द्वितीय पुरस्कार के रूप में तीन लाख रूपए की राशि, तृतीय पुरस्कार में दो लाख रूपए और सांत्वना पुरस्कार के रूप में नर्तक दलों को 25-25 हजार रूपए के चेक प्रदान किए गए। 


तृतीय श्रेणी फसल कटाई एवं कृषि में प्रथम पुरस्कार करमा तिहार, बिहार के रणधीर दल, द्वितीय पुरस्कार झिंझी, उत्तर प्रदेश बंटी राणा दल तथा तृतीय पुरस्कार ममीता, त्रिपुरा, अशोक बर्मन टीम एवं टोडा, तमिलनाडु असमामल्ली टीम तथा सांत्वना पुरस्कार लम्बाड़ी तेलंगाना चंदू नायक दल को दिया गया।


चतुर्थ श्रेणी में अन्य पांरम्परिक विधाएं में प्रथम पुरस्कार बगड़वाल उत्तराखंड प्रेम हिंदवाल, द्वितीय पुरस्कार गद्दीराम हिमांचल के प्यारेलाल तथा तृतीय पुरस्कार राढवा गुजरात राजेश राढवा और डाग गुजरात पवन बादल तथा सांत्वना पुरस्कार इदु, अरूणाचल के टेशी मित्री को दिया गया।