शनिवार, 21 दिसंबर 2019

लोकतांत्रिक तरीकों और कार्यों का अनुपालन करना चाहिए : एम. वेंकैया नायडू

संवाददाता : नई दिल्ली


      उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने आज राष्ट्रीय हितों को अपने कार्यों का केंद्र बिंदु बनाने और हिंसा में लिप्त न होने के लिए लोगों का आह्वान किया।


उपराष्ट्रपति भवन नई दिल्ली में राहुल अग्रवाल और भारती एस. प्रधान द्वारा लिखित पुस्तक "टर्बुलेंस एंड ट्रायम्फ - द मोदी इयर्स" का विमोचन करने के बाद उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जब असंतोष लोकतंत्र का मूल गुण है, तो लोगों को संविधान की भावना के अनुरूप शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक तरीकों और कार्यों का अनुसरण करना चाहिए।



यह देखते हुए कि एकता, सुरक्षा, अखंडता और संप्रभुता राष्ट्र के लिए सबसे ऊपर हैं तो लोगों को रचनात्मक और सकारात्मक तरीके से आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों को कोई ऐसा काम नहीं करना चाहिए जो देश की छवि को हानि पहुंचाए। उन्होंने यह भी इच्छा जाहिर की कि जनप्रतिनिधियों को लोगों की अपेक्षा पर खरा उतरते हुए संसद और विधानसभाओं के मंच का लोगों के मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाने के लिए उपयोग करना चाहिए।


नायडू ने कहा कि वे मोदी के "सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन" के मंत्र से  बहुत प्रभावित हैं। राष्ट्र का बदलाव समय की जरूरत है और अब ऐसा ही हो रहा है। उपराष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए सुधारों की सराहना करते हुए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा श्री मोदी के बारे में लिखे गए प्रोफाइल का उल्लेख किया जिसमें श्री ओबामा ने मोदी को  प्रमुख सुधारक बताया है।


श्री नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी स्वच्छ भारत, मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसी अनेक योजनाओं तथा जलवायु परिवर्तन के घातक प्रभावों से निपटने के लिए पर्यावरण संरक्षण पर की पहलों के माध्यम से महात्मा गांधी के दृष्टिकोण को वास्तविकता में बदल रहे हैं।


प्रधानमंत्री द्वारा कृषि उत्पादकता में सुधार लाने और 2022 तक किसानों आय की दोगुनी करने के लिए शुरू की गई पहलों की सराहना करते हुए उपराष्ट्रपति ने अनेक महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल करने के लिए उनके नेतृत्व में प्रशंसा की क्योंकि उनके नेतृत्व वाले प्रशासन ने ये लक्ष्य बहुत थोड़े समय में हासिल किए हैं।


उपराष्ट्रपति ने यह भी कहा कि मोदी जी ने वस्तु और सेवा कर जैसी अनेक पहलों के माध्यम से अर्थव्यवस्था को नई गति प्रदान की है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास उनके विश्व दृष्टिकोण की एक शानदार अभिव्यक्ति है


उपराष्ट्रपति ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में दुनिया में भारत की  पहुंच में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। मुझे यह जानकर बहुत खुशी है कि दुनिया आज भारत को पहले से कहीं अधिक मान्यता और सम्मान दे रही है।


यह पुस्तक लिखने के लिए लेखकों बधाई देते हुए उन्होंने यह उम्मीद जाहिर की कि यह पुस्तक नरेंद्र मोदी जी द्वारा दर्शाए गए गुणों को ग्रहण करने के लिए लोगों को प्रेरित करेगी।


ओम बुक्स इंटरनेशनल के प्रकाशक अजय मागो,  पब्लिशिंग हाउस के सदस्य, लेखक और अन्य गणमान्य व्यक्ति पुस्तक विमोचन के अवसर पर उपस्थित थे।