बुधवार, 8 जनवरी 2020

वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 7900 करोड़ रुपये का राज्य योजना आकार प्रस्तावित...

संवाददाता : शिमला हिमाचल


      वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 7900 करोड़ रुपये का राज्य योजना आकार प्रस्तावित किया गया है। यह 11 प्रतिशत वृद्धि के साथ वर्ष 2019-20 की तुलना में 800 करोड़ रुपये अधिक है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां सोलन, सिरमौर और शिमला जिलों के विधायकों के साथ आगामी बजट के लिए उनकी प्राथमिकताएं निर्धारित करने के उद्देश्य से आयोजित बैठक के दौरान यह जानकारी दी।



मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार केन्द्र सरकार से 6900 करोड़ रुपये की सात प्रमुख बाह्य आर्थिक सहायता प्राप्त परियोजनाएं स्वीकृत करवाने में सफल हुई है। इनमें पर्यटन विकास, बागवानी विकास, पेयजल संवर्धन, पर्यावरण संरक्षण, वन प्रबन्धन और राज्य सड़क परियोजनाएं चरण-2 शामिल हैं। इसके अतिरिक्त 7029 करोड़ रुपये के चार अन्य बाहरी आर्थिक सहायता प्राप्त परियोजनाएं वन, रज्जू मार्ग, आपदा प्रबन्धन और ऊर्जा क्षेत्र केन्द्र सरकार के पास स्वीकृति के लिए विचारधीन है। इन परियोजनाओं से किसानों और बागवानों की आर्थिक स्थिति में व्यापक स्तर पर सुधार होगा और युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सतत विकास लक्ष्यों के अन्तर्गत हासिल उपलब्धियों के लिए नीति आयोग की रिपोर्ट में हिमाचल प्रदेश को श्रेष्ठ राज्य आंका गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल को देश के बड़े राज्यों की श्रेणी में समग्र श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए दूसरा स्थान मिला है जबकि बड़े राज्यों की श्रेणी में ही एक प्रतिष्ठित पत्रिका के सर्वेक्षण में शिक्षा व स्वास्थ्य में पहला स्थान मिला है।


जय राम ठाकुर ने कहा कि विभिन्न विभागों की विकास योजनाओं की प्रगति का आॅनलाइन अनुश्रवण किया जा रहा है ताकि सभी योजनाओं को निर्धारित समय में पूरा किया जा सके और इनमें गुणवता भी बनी रहे। प्रदेश सरकार ने पारदर्शी और जिम्मेबार शासन देने का कार्य किया है और ‘सबका साथ सबका विकास’ के ध्येय के साथ समाज के सभी वर्गों का कल्याण सुनिश्चित बनाया जा रहा है।


जिला सोलन


नालागढ़ के विधायक लखविन्दर सिंह राणा ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए विधायक की प्राथमिकताओं को ध्यान में रखा जाए। उन्होेंने जागो में काॅलेज और पुलिस थाना खोलने का आग्रह किया।


दून के विधायक परमजीत सिंह ने चण्डी में काॅलेज खोलने की मांग रखी। उन्होंने दून विधानसभा क्षेत्र में और स्वास्थ्य संस्थान खोलने और सड़कों के सुधार का आग्रह किया।


सोलन के विधायक कर्नल (डाॅ.) धनीराम शाण्डिल ने सोलन शहर के लिए भरोसेमंद पेयजल आपूर्ति योजना और पार्किंग स्थल विकसित करने का अनुरोध किया। साथ ही उन्होंने सैरी में पुलिस थाना खोलने का भी आग्रह किया।


जिला सिरमौर


पच्छाद की विधायक रीना कश्यप ने राजगढ़ क्षेत्र में पैराग्लाईडिंग की सम्भावनाएं तलाश करने का आग्रह किया जिससे क्षेत्र में पर्यटन की गतिविधियां आरम्भ होंगी और क्षेत्रीय लोगों को रोजगार व स्वरोजगार के अवसर मिलेंगे। उन्होंने सामाजिक सुरक्षा पैंशन की वर्तमान आय सीमा को 35 हजार से बढ़ाकर 60 हजार रुपये प्रतिवर्ष करने की भी मांग रखी।


शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चैहान ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में स्वास्थ्य एवं शिक्षण संस्थानों में स्टाफ की कमी का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र मंे नियमित रूप से बिजली आपूर्ति में बाधा चिन्ता का विषय है जिसके लिए शीघ्र उचित कदम उठाने की आवश्यकता है।


जिला शिमला


चैपाल के विधायक बलबीर सिंह वर्मा ने नागरिक अस्पताल नेरवा में अधिक सुविधाएं विकसित करने पर बल दिया क्योंकि इस अस्पताल पर क्षेत्र की 22 पंचायतें निर्भर हैं। उन्होंने चैपाल डिग्री काॅलेज के लिए वन स्वीकृति का मामला सुलझाने और काॅलेज में पर्याप्त स्टाफ उपलब्ध करवाने की मांग की। उन्होंने क्षेत्र में स्कूल भवनों के समयबद्ध निर्माण के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवाने का मामला भी रखा।


विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. राजीव बिंदल, शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डाॅ. राजीव सैजल, मुख्य सचेतक नरेन्द्र बरागटा, मुख्य सचिव अनिल कुमार खाची सहित प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और विभागध्यक्ष भी इस अवसर पर उपस्थित थे।