शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2020

मुख्यमंत्री से मिलने आए न्यूजीलैंड के उप प्रधानमंत्री विंस्टन पीटर्स ने शिक्षा और स्वास्थ्य माँडल की जमकर सराहना की...

प्रजा दत्त डबराल @ नई दिल्ली


      दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद पूरे देश में चर्चा का विषय बन चुके दिल्ली विकास माँडल का डंका अब विदेशों में भी बजने लगा है। इसकी झलक बृहस्पतिवार को दिल्ली सचिवालय में दिखी। जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने आए न्यूजीलैंड के उप प्रधानमंत्री व विदेश मंत्री विंस्टन पीटर्स और उनके प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली के विकास माँडल की जमकर सराहना की। वह खासकर शिक्षा और स्वास्थ क्षेत्र में हुए काम से बेहद प्रभावित थें। उन्होंने दिल्ली के शिक्षा माँडल पर बेहद गहरी रुचि भी दिखाई। खासकर दिल्ली के स्कूलों में चल रहे हैप्पीनेस क्लास से विंस्टन पीटर्स बेहद प्रभावित दिखें।

 

इसके अलावा उन्होंने दिल्ली सरकार के साथ उच्च शिक्षा, व्यापार और इंडस्ट्री में मिलकर काम करने की सहमति जताई। न्यूजीलैंड इज आँफ डूईंग बिजनेस में पूरी दुनिया में नंबर वन है। वह दिल्ली को इस क्षेत्र में बेहतर करने में सहयोग पर भी सहमत हुआ। ध्यान रहे कि इससे पहले अमेरिका की फस्ट लेडी मेलानिया ट्रंप भी दिल्ली के सरकारी स्कूलों में चल रहे हैप्पीनेस क्लास की मुरीद हुई थीं। साथ ही दिल्ली के शिक्षा माँडल को देश के कई राज्य लागू भी कर रहे हैं। 

 


 

न्यूजीलैंड के उप प्रधानमंत्री विंस्टन पीटर्स बृहस्पतिवार सुबह 10 बजे न्यूजीलैंड की संसद सदस्य प्रियांका राधाकृष्णन, पूर्व संसद सदस्य महेश बिंद्रा, प्रधान सलाहकार ग्राहम मोशन, न्यूजीलैंड डिप्लोमेट माइकल एप्लीशन, चिफ प्रेस सेक्रेटरी एलेक्जेंडर मास्टर्स और विदेश मंत्रालय में उत्तर व उत्तर पूर्व डिवीजन के डिवीजनल मैनेजर एंड्रयू नीड्स के साथ दिल्ली सचिवालय पहुंचे। जहां मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के बाद न्यूजीलैंड के उप प्रधानमंत्री विंस्टन पीटर्स व उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल के साथ दिल्ली सरकार के मंत्रियों की बैठक प्रारंभ हुई। जिसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन, डीडीसी वाइस चेयरमैन जस्मीन शाह व मुख्य सचिव मौजूद थें।

 

उप प्रधानमंत्री विंस्टन पीटर्स ने सबसे पहले अरविंद केजरीवाल को दिल्ली में तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने की बधाई दी। फिर दिल्ली के विकास माँडल की जमकर सराहना की। खासकर वह शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में दिल्ली में पिछले पांच साल में हुए काम को विस्तार से जाना। वह इस बात को जानने को बेहद उत्सुक दिखे कि पांच साल के अल्प काल में किसी सरकार ने कई क्षेत्रों में इतने बड़े स्तर पर किस तरह से बदलाव ला दिए। उन्हें उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शिक्षा के क्षेत्र में आए क्रांतिकारी बदलाव के बारे में बताया।  मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली सरकार ने शिक्षा बजट को बढ़ाकर 25 फीसद कर दिया है। साथ ही  दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में बदलाव लाने के लिए दिल्ली के सरकारी स्कूल के बच्चों और शिक्षकों को विदेश भेजा गया। उन्हें वहां से मिली बेहतर चीजों को दिल्ली के सरकारी स्कूलों में लागू किया गया। मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के स्कूलों में चल रहे हैप्पीनेस क्लास के बारे में विस्तार से बताया। जिसे लेकर उप प्रधानमंत्री विंस्टन पीटर्स काफी उत्साहित थें। उन्होंने बैठक में कहा कि वह पहले स्कूल शिक्षक रह चुके हैं। इस कारण शिक्षा के क्षेत्र में हुए इस अनोखे प्रयोग से बेहद प्रभावित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा प्रयोग न्यूजीलैंड के स्कूलों में कैसे लागू होगा, इसपर गंभीरता से विचार होगा। 

 

इसके बाद विंस्टन पीटर्स ने दिल्ली में सभी के लिए बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। वह मोहल्ला क्लीनिक, पोली क्लीनिक और सरकारी अस्पताल में हुए बड़े बदलाव से बेहद प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि वह दिल्ली में हुए इस बदलाव के बारे में सुन रखे थें लेकिन विस्तार से जानकारी पाकर काफी खुश हैं। 

 

इसके बाद न्यूजीलैंड के उप प्रधानमंत्री विंस्टन पीटर्स और उनके साथ आई टीम के साथ इज आँफ डुइंग बिजनेस पर विस्तार से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व टीम के साथ बात हुई। विंस्टन पीटर्स ने इस क्षेत्र में न्यूजीलैंड के नंबर वन के कारणों को विस्तार से बताया । साथ ही इस क्षेत्र में दिल्ली सरकार को सहयोग करने पर सहमति जताई। जिससे दिल्ली इस क्षेत्र में और बेहतर कर सके। विंस्टन पीटर्स ने यह भी कहा कि अगर इज आफ डूईंग बिजनेस से करप्शन भी कम किया जा सकता है। इसके अलावा उच्च शिक्षा, व्यापार और इंडस्ट्री में साथ मिलकर काम करने पर सहमति बनी। दिल्ली सरकार ने दिल्ली के उच्च शिक्षण संस्थानों के बेहतरी के लिए न्यूजीलैंड के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताई। इसके अलावा दिल्ली के सर्विस सेक्टर को मजबूत करने पर भी आम राय बनी। बैठक के दौरान भारत की राजनीति और आर्थिक क्षेत्र में दिल्ली के प्रभाव पर भी चर्चा हुई।