गुरुवार, 5 मार्च 2020

बी एन ओवरसीज के मालिक भूमला ने कहा पुलिस ने जांच के बिना दर्ज की FIR...

संवाददाता : पंजाब


      बी एन ओवरसीज पर हुई FIR पर सीनियर वकील कमल कुमार भूमला ने अपना पक्ष रखा है। उन्होंने कहा कि इमीग्रेशन में उन्हें लंबे समय से सेवाएं दे रहे है और उनकी इमीग्रेशन सेक्टर में एक जाना पहचाना नाम है। उन्होंने कहा कि कुराली की शिकायतकर्ता हरप्रीत ने जो 5 लाख रुपये के आरोप लगाए है वोह सरासर गलत है। 

 


 

उन्होंने कहा कि इससे पहले हरप्रीत चंडीगढ़ पुलिस को शिकायत दे चुके है, जब वहाँ कोई कार्यवाही नही हुई तो फिर यह शिकायत जालन्धर में दे दी गई और पुलिस ने बिना जांच के FIR दर्ज कर दी। 

 

भूमला ने कहा कि वह कभी भी शिकायत करता हरप्रीत को कभी भी नही मिले और ना ही 5 लाख रुपये का लेन देन हुआ है। उन्होंने कहा कि अगर हरप्रीत 5 लाख रुपये साबित कर दे, तो वह भी तरह की सजा के लिए खड़े है। जिसके लिए एसोसिएशन के साथ पुलिस अधिकारियों से मिले है, जिसमे अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए है और जांच में पूर्ण सहयोग देंगे। वहीँ गलत शिकायत देने पर शिकायतकर्ता के खिलाफ कार्यवाही करने  पर भूमला टालमटोल करते रहे उन्होंने कहा कि उनका पहला काम जांच में पूर्ण सहयोग करने के साथ पूर्ण न्याय लेंगे, फिर बाद में वह इस पर सोचेंगे। 

 

सवाल यह उठता है कि अगर शिकायतकर्ता हरप्रीत ने शिकायत दी तो कमल कुमार भूमला सहित स्टाफ पर FIR अलग अलग धाराओं में दर्ज हुई। जिसे भूमला गलत ठहरा रहे है पर वही वापिस कारवाही करने से कतराते दिखे। अगर यह शिकायत गलत है तो शिकायतकर्ता ने ना केवल भूमला को मानसिक तोर पर परेशान किया, वही पुलिस को भी गलत जानकारी दी और अंधरे में रखा है। अब देखना यह है कि पुलिस निष्पक्ष जांच में क्या तथ्य सामने लाते है।

 

वही शिकायतकर्ता भी अपना कोई पक्ष रखना चाहे तो वह संपर्क कर सकता है।