गुरुवार, 12 मार्च 2020

शिक्षाविदों और कंपनियों ने 11वें बैंगलुरू इंडिया नैनो 2020 में नैनो-टेक और इसके उत्पादों का प्रदर्शन किया...

संवाददाता : नई दिल्ली


      11वें बेंगलुरू इंडिया नैनो सम्मेलन और प्रदर्शनी में नैनो टेक्नोलॉजी में शिक्षाविदों और कंपनियों की विकसित प्रौद्योगिकियों और उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, कर्नाटक सरकार और जवाहरलाल नेहरू उन्‍नत वैज्ञानिक अनुसंधान केन्‍द्र (जेएनसीएएसआर) ने अन्य सरकारी संस्थानों और कॉर्पोरेट कंपनियों के साथ मिलकर किया। जेएनसीएएसआर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग का एक स्वायत्त संस्थान है।



11वें बेंगलुरू इंडिया नैनो सम्मेलन और प्रदर्शनी का उद्घाटन कर्नाटक के उप-मुख्‍यमंत्री डॉ. सी. एन. अश्‍वथ नारायण ने प्रोफेसर सी. एन. राव के साथ किया। इसमें जेएनसीएएसआर ने एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध से संबंधित संक्रमण से निपटने के लिए अभिनव रूख से संबंधित अनुसंधान कार्य, पर्यावरण के अनुकूल बैटरी और कृषि क्षेत्र के लिए विकसित नैनो तकनीक उपकरण का प्रदर्शन किया गया।


प्रदर्शित की गई तकनीकों में राइनो ल्यूर और राइनचो ल्यूर, वातावरण के अनुकूल, किफायती और अवशिष्ट मुक्त नियंत्रण रणनीति उपकरण शामिल हैं जो राइनोसेरस बीटल और रेड प्लाम वेविल कीटों की निगरानी और प्रबंधन करते हैं और नारियल, खजूर, पाम ऑयल जैसी फसलों की रक्षा करते हैं।


इन प्रौद्योगिकियों को जेसीएएसआर के प्रोफेसर एम. ईश्‍वरमूर्ति के नेतृत्व में एक दल ने आईसीएआर-राष्‍ट्रीय कृषि कीट संसाधन ब्‍यूरो, बैंगलुरू के डॉ. केश्वनसुबहरण और आईसीएआर-राष्‍ट्रीय डेयरी अनुसंधान, करनाल के डॉ. गौतम कौल एम के सहयोग से विकसित किया।