शनिवार, 6 जून 2020

सामाजिक संगठनों के साथ संवाद हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना के लिए जागरूकता लाने में सिविल सोसायटी अहम कड़ी...

संवाददाता  : जयपुर राजस्थान


      मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। इस महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने और भीड़भाड से दूर रहने के हैल्थ प्रोटोकॉल की सख्ती से पालना हम सबके लिए जरूरी है। इसके लिए प्रदेश में बड़ा जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है। इस काम में सिविल सोसाइटी तथा स्वयंसेवी संगठन सरकार के महत्वपूर्ण सहयोगी की भूमिका निभा सकते हैं। 

 

गहलोत शुक्रवार शाम को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों के साथ संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन लागू होने के बाद से ही राज्य सरकार ने धर्मगुरूओं, जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संगठनों, उद्यमियों सहित सभी पक्षों को विश्वास में लेकर फैसले किए। सभी संगठनों ने प्रशासन का भरपूर सहयोग किया। इसी का परिणाम रहा कि जरूरतमंद तबकों को समय पर राहत मिली। हम आज भी सभी के सहयोग से कोरोना से मजबूती से लड़ पा रहे हैं जिसकी पूरे देश में सराहना हो रही है। आगे भी हम इसी जज्बे से कोरोना से लड़ाई लड़ेंगे।

 


 

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला स्वास्थ्य एवं उनके अधिकारों की रक्षा, बाल संरक्षण, श्रमिक कल्याण, मनरेगा एवं खाद्य सुरक्षा सहित विविध क्षेत्रों में काम कर रहे स्वयंसेवी संगठनों तथा सिविल सोसाइटी ने संकट की इस घड़ी में जमीनी स्तर पर काम किया। इन संगठनों के कार्यकर्ताओं ने राशन के वितरण, खाद्य सामग्री पहुंचाने तथा प्रवासी श्रमिकों के परिवहन के काम में सूचनाएं साझा की जिससे सरकार को इनसे संबंधित समस्याओं के समय पर निराकरण में मदद मिली। 

 

मुख्य सचिव डी.बी. गुप्ता ने सामाजिक संगठनों के महत्व की चर्चा करते हुए कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता आमजन और सरकार के बीच कड़ी की भूमिका निभाते हैं। जमीनी स्तर पर काम कर रहे सामाजिक संगठनों से मिले फीडबैक के आधार पर प्रशासन को जनहित के निर्णय लेने में मदद मिलती है। 

 

वीडियो कॉफ्रेंस में प्रदेश के सभी जिलों में काम कर रहे सामाजिक संगठन और सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के साथ अपने अनुभव साझा किए और कोरोना की लड़ाई में आगे भी पूरे सहयोग का भरोसा दिया। इस दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह श्री राजीव स्वरूप सहित अन्य उच्च अधिकारी मौजूद थे।