बुधवार, 29 जुलाई 2020

‘स्टूडेन्ट विण्डो’, ‘टॉक टू टीचर-इन्टरफेस’ तथा ‘एनआईसीसीआई-चैट-बोट’ का लोकार्पण...

संवाददाता  : जयपुर राजस्थान


      शिक्षा राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने मंगलवार को शिक्षा संकुल स्थित सभागार में विद्यार्थियों के प्रश्नों और जिज्ञासाओं के त्वरित ऑनलाईन समाधान हेतु शालादर्पण पर ‘स्टूडेन्ट विण्डो’ के रूप में ‘टॉक टू टीचर’ इंटरफेस, शिक्षकों की परिवेदनाओं, स्थानान्तरण आदेश आदि से संबंधित  ट्रेकिंग सिस्टम ‘स्टाफ विण्डो’ के विस्तार और ‘एनआईसीसीआई-चैट-बोट’ की ऑनलाईन शुरूआत की। 

 

डोटासरा ने बताया कि शिक्षा विभाग में शाला दर्पण पर प्रारंभ इस ऑनलाईन व्यवस्था से विद्यार्थियों, शिक्षकों और आम जन को शिक्षा विभाग से संबंधित सूचनाओं और ज्ञान का वृहद स्तर पर लाभ मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि शाला दर्पण पोर्टल पर प्रारंभ ‘स्टूडेन्ट विण्डो’ पर विद्यार्थी किसी भी विशेषज्ञ शिक्षक से लिखित ऑनलाईन संवाद कर अपनी पढ़ाई संबंधित समस्या का समाधान और अपने जिले के उस विषय से संबंधित विशेषज्ञ शिक्षक से उत्तर प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि इस संवाद से प्राप्त उत्तर से अन्य विद्यार्थी भी लाभान्वित हो सकेंगे। इसके साथ ही विद्यार्थी प्राप्त उत्तर के आधार पर समाधान के संबंध में रेटिंग भी दे सकेंगे।

 


 

डोटासरा ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बजट घोषणा की अनुपालना में शाला दर्पण पोर्टल पर शिक्षकों के सेवा संबंधित प्रकरणों, स्थानान्तरण प्रार्थनाओं, परिवेदनाओं के निस्तारण के लिए ‘स्टाफ विण्डो’ अगस्त 2019 में ही प्रारंभ कर दी गयी थी। इसमें अब तक 3 लाख 90 हजार कार्मिक पंजीकृत हो चुके हैं।

 

इसी स्टाफ विण्डो को और अधिक विकसित करते हुए शिक्षकों की सेवा संबंधित व्यक्तिगत परिवेदनाओं यथा नियमितिकरण, स्थाईकरण, एसीपी, पेंशन, एसआई एवं जीपीएफ, वेतन स्थिरीकरण, बकाया वेतन, ऎरियर, पदोन्नति पात्रता एवं वरिष्ठता सूची, एसीआर, अवकाश स्वीकृति, प्रशिक्षण, कार्यस्थल उत्पीड़न आदि के आवेदन और निस्तारण ट्रेकिंग के लिए शाला दर्पण एनआईसी टीम द्वारा निर्मित ऑनलाईन मॉड्यूल विकसित किया गया है।

 

इसी तरह शाला दर्पण पोर्टल के उपयोग के विभिन्न बिन्दुओं और समस्याओं के बारे में त्वरित ऑटोमेटेड जानकारी, समाधान उपलब्ध करवाने के लिए एनआईसी द्वारा पोर्टल पर एडवांस तकनीक युक्त चैटबोट (निकी) की शुरूआत की गयी है। उपयोगकर्ता द्वारा चैट-बोट पर प्रश्न डालते ही उसका उत्तर वहां प्रस्तुत हो जाएगा। इच्छुक व्यक्ति बोलकर अथवा टाइप कर बिना मानवीय हस्तक्षेप इच्छुक बिन्दु पर इससे वांछित सूचना, जानकारी ले सकेंगे।