शुक्रवार, 20 नवंबर 2020

स्थानीय लोक कलाकारों ने दिया गायन के माध्यम से कोरोना जन जागरूकता का संदेश...

 संवाददाता  : जयपुर राजस्थान

‘नो मास्क नो एन्ट्री‘ जन आन्दोलन के अन्तर्गत जयपुर जिला प्रशासन द्वारा जयपुर शहर के विभिन्न ब्लॉक्स में कोरोना जागरूकता के कार्यक्रम दिन-प्रतिदिन आयोजित किये जा रहे है। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा कार्यक्रमों की सूची भी तैयार की गई है। जिसके तहत शहर भर में विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही है। गुरूवार को जयपुर पश्चिम ब्लॉक के राजकीय माध्यमिक एवं प्राथमिक विद्यालयों में कोरोना जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये गये। जिसके अन्तर्गत स्थानीय लोक कलाकारों द्वारा कोरोना जागरूकता गायन करके अभियान का प्रचार-प्रसार किया गया।
 
राउमावि रामपुरा में लोक कलाकारों द्वारा कोविड-19 से बचाव का संदेश दिया गया। इसके साथ ही राउमावि दुर्गापुरा द्वारा स्थानीय लोक कलाकारों के माध्यम से कोरोना से बचाव के तरीकों की समझाइश की गई। इसके साथ ही झोटवाड़ा ब्लॉक राजकीय उच्च माध्यमिक व माध्यमिक, प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कोरोना जन जागरूकता आन्दोलन के तहत कार्यक्रम आयोजित किये गये तथा ‘नो मास्क नो एन्ट्री की पहल को आमजन तक पहुचाने के लिए गतिविधियां आयोजित की गई। 

जयपुर ग्रेटर के वार्ड नम्बर 3, 4 व 5 में राउमावि हरमाड़ा के एनएसएस के स्वयंसवकों द्वारा ऑटो की सहायता से लोकगीत एवं जिगंल द्वारा कोविड जन जागरण संदेश प्रसारित किये गये इसी प्रकार शहीद हिम्मत सिंह राजकीय माध्यमिक विद्यालय मुरलीपुरा स्कीम द्वारा वार्ड नम्बर 1, 2 व 3 में हांथ धोने का सही तरीका, सैनेटाइजर का सही उपयोग एवं सोशल डिस्टेसिंग की सही पालना के संबंध में लोगों जागरूक किया गया। इसी प्रकार राउमावि झोटवाड़ा द्वारा भी जन जागरण रैली निकाली गई एवं स्थानीय भाषा में जिगंल द्वारा लोगों को बढ़ते हुये कोरोना के मामलों के बारे में जागरूक किया।
 
इसके अतरिक्त सांगानेर ब्लांक में भी लोक कलाकारों द्वारा व विद्यालयों एवं जन प्रतिनिधियों के सहयोग से टीम बनाकर लोगों को कोरोना वायरस के विरूद्ध जागरूकता अभियान का प्रचार-प्रसार किया गया। इसके साथ ही लोक गायन एवं गीतों के माध्यम से कोरोना जागरूकता के बारे में बताया गया। नोडल राजकीय उमावि श्योपुर द्वारा सांगानेर गौशाला चौराहा के आसपास के बाजार में कोरोना जागरूकता अभियान के तहत हांथ धोने का महत्व व उसके सही तरीके को समझाया गया। गुरूवार को विभिन्न विद्यालयों की 68 टीमों द्वारा 9000 से अधिक लोगों को जागरूक किया गया।