सोमवार, 14 दिसंबर 2020

चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग अचानक हमीदिया अस्पताल पहुँचे...

 संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग रविवार की शाम अचानक हमीदिया अस्पताल पहुँचे और उन्होंने व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने कहा कि बिजली गुल होने की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होना चाहिये। इसके लिये सभी उपकरणों पर उसके पर्चेस दिनांक से लेकर मेंटीनेंस की तारीखें अंकित की जायें। इसी के साथ संधारण शीट को समय-समय पर चेक करने की जिम्मेदारी हेड ऑफ द डिपार्टमेंट की तय की जाये।

मरीजों के परिजनों से लें फीडबैक

मंत्री सारंग ने निरीक्षण के दौरान मरीजों से चर्चा की और संबंधितों को निर्देश दिये कि मरीजों के परिजनों से चर्चा और फीडबैक के लिये एमएचडब्ल्यू की भूमिका निर्धारित की जाये, जो समय-समय पर एचओडी को फीडबैक दें। उन्होंने कहा कि डीन और अधीक्षक की भी जिम्मेदारी होगी कि एचओडी से फीडबैक प्राप्त कर मरीजों की परेशानियों और हॉस्पिटल की समस्याओं को दूर किया जाये।

आकस्मिक चिकित्सा पंजीयन व्यवस्था दुरुस्त करने पर हुई प्रशंसा

सारंग ने पिछले निरीक्षण के दौरान आकस्मिक चिकित्सा की पंजीयन व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के निर्देश दिये थे। आज उन्होंने पाया कि आकस्मिक चिकित्सा पंजीयन व्यवस्था सुव्यवस्थित हो गई थी। वहाँ बाकायदा रैम्प और सीढ़ी का निर्माण भी किया गया है। इस पर मंत्री सारंग ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अच्छे काम की हमेशा प्रशंसा होगी।

परिसर में लगाये साइन-बोर्ड

मंत्री श्री सारंग ने स्ट्रेचर्स की हालत देखकर निर्देश दिये कि उन्हें जल्द बदला जाये और नये स्ट्रेचर्स की व्यवस्था की जाये। साथ ही उन्होंने कहा कि हर जगह परिसर में साइन-बोर्ड लगाये जायें, ताकि मरीजों को अकारण विलम्ब न हो। उन्होंने कबाड़ में पड़े पलंग का जल्द डिस्पोजल करने को कहा।

सीज-फायर उपकरणों का भी हो ट्रॉयल

मंत्री सारंग ने गाँधी मेडिकल कॉलेज के भवन के विभिन्न कक्षों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सीज फायर के उपकरण का समय-समय पर ट्रॉयल करने के भी निर्देश दिये। शुरूआत में श्री सारंग ने बैठक कर बिजली के अल्टरनेट सिस्टम के बारे में जानकारी हासिल की। इस पर बताया गया कि जल्द ही नई पेरेरल लाइन आ रही है।

चरणबद्ध प्लॉन कर पूर्ण करें निर्माण कार्य

बैठक में उन्होंने संबंधित को निर्देश दिये कि कंस्ट्रक्शन का काम चरणबद्ध पूरा किया जाये। प्रथम चरण के काम के लिये 15 मार्च नियत की और 10 दिन के अंदर प्लान बनाकर देने के निर्देश दिये। प्रथम चरण में सुल्तानिया अस्पताल को परिसर में शिफ्ट किया जाना है। उन्होंने एचओडी और डॉक्टर्स के साथ चर्चा के लिये बैठक निर्धारित करने को भी कहा। सारंग ने कोविड वार्ड में मरीजों की स्थिति को डॉक्टर्स से जाना।

संभागायुक्त कवीन्द्र कियावत ने बताया कि मीडिया को त्वरित और सही जानकारी उपलब्ध कराने के लिये हेल्पडेस्क पर विचार किया जा रहा है। इस मौके पर डीन डॉ. अरुणा कुमार और अधीक्षक आई.डी. चौरसिया मौजूद थे।