संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड
प्रदेश के कृषि मंत्री ने विधानसभा स्थित सभागार में सीमावर्ती क्षेत्रों में पलायन रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमावर्ती विकास प्रोग्राम के संबंध में बैठक की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों के निवासी के स्थायी आजीविका और सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा की दृष्टि से स्थायी आजीविका विकल्प को लेकर कार्ययोजना बनाई जाए।
इसमें उस क्षेत्र के उपलब्ध कृषि जलवायु के परिस्थितियों और विपणन प्रसंस्करण से संबंधित पहलू को भी ध्यान में रखा जाए। इस कार्ययोजना में उत्तराखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों में कृषि, बागवानी, फसलों को बढ़ावा देने वाली संभावना का पता लगाया जाए।
इसके अलावा उन्होंने अन्य आजीविका विकल्पों से संबंधित रिपोर्ट तैयार करने के भी निर्देश दिए। यह भी निर्देश दिए कि अंतर्राष्ट्रीय सीमावर्ती विकास प्रोग्राम से संबंधित कार्ययोजना बनाकर केंद्र सरकार को भेजी जाए।
इसमें 11 ब्लाॅकों का चयन किया गया है जिसमें पिथौरागढ़ के चार, चमोली में एक, उत्तरकाशी में तीन, उधमसिंहलगर में 1 व चंपावत के दो ब्लाॅक शामिल हैं।