मंगलवार, 8 दिसंबर 2020

मुख्यमंत्री ने सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के अवसर पर देश के बहादुर सैनिकों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया...

 संवाददाता चंडीगढ़ हरियाणा 

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवारसशस्त्र सेना झण्डा दिवस के अवसर पर  देश के बहादुर सैनिकों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया। प्रदेश के सैनिक एवं अर्धसैनिक कल्याण राज्यमंत्री ओम प्रकाश यादव ने मुख्यमंत्री को गुरूग्राम के लोक निर्माण विश्रामगृह में भारतीय सशस्त्र सेना का प्रतीक चिन्ह् झण्डा लगाया जिसके लिए मुख्यमंत्री ने सशस्त्र सेना झण्डा कोष में धनराशि दी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने देश की सशस्त्र सेनाओं के सभी जवानों को बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारे देश के जवान कठिन परिस्थितियों में अपनी जान की परवाह किए बिना, सीमाओं की रक्षा करते हैं उन्हीं की बदौलत हम चैन की नींद सो पाते हैं। इसलिए सैनिकों व उनके परिवारों के कल्याण के बारे में सोचना हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से अपील भी की कि वे स्वेच्छा से सशस्त्र सेनाओं के जवानों के कल्याण के लिए सशस्त्र सेना झण्डा कोष में आर्थिक सहयोग दें।

ओम प्रकाश यादव ने  इस मौके पर अपने विचार रखते हुए कहा कि इस दिन देश के लाखों लोग सेना के जवानों के लिए आर्थिक सहयोग में भागीदारी निभाते हैं। इसके अलावा, कोई भी इच्छुक व्यक्ति केंद्रीय सैनिक बोर्ड की वेबसाइट पर जाकर भी ऑनलाइन अपना सहयोग कर सकता है। उन्होंने कहा कि 28 अगस्त 1949 को भारतीय सेना के जवानों के कल्याण के लिए धन एकत्रित करने के मकसद से एक कमेटी का गठन किया गया था जिसकी सिफारिश के बाद ही 7 दिसंबर को इस दिन के लिए चुना गया है। 7 दिसंबर का दिन सेना और इसके जवाने के लिए खास माना जाता है। इस दिन भारतीय सेना अपने बहादुर जवानो के कल्याण के लिए भारत की जनता से धन संग्रह करती है। इस दिन को सशस्त्र सेना झण्डा दिवस कहा जाता है।

इस अवसर पर राज्यमंत्री ओम प्रकाश यादव तथा गुरूग्राम के विधायक सुधीर सिंगला को जिला सैनिक एवं अर्धसैनिक कल्याण बोर्ड के सचिव कर्नल (सेवानिवृत) अमन यादव ने झण्डा लगाया, जिसके लिए उन्होंने भी झण्डा कोष में धनराशि दान दी। विश्राम गृह में उपस्थित अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी सशस्त्र सेनाओं का झण्डा लगाया और झण्डा कोष में स्वेच्छा से दान दिया। 

इस अवसर पर उपायुक्त अमित खत्री, पुलिस आयुक्त के.के.राव, नगर निगम आयुक्त विनय प्रताप सिंह, गुरूग्राम के एसडीएम जितेंद्र कुमार भी उपस्थित थे।