बुधवार, 13 जनवरी 2021

मुख्यमंत्री ने एबीवीपी के नव-निर्मित कार्यालय भवन "छात्रशक्ति" का लोकार्पण किया...

 संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश 

मुख्यमंत्री ने मंगलवार उज्जैन जिले के प्रवास के दौरान उज्जैन के ऋषि नगर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नवनिर्मित कार्यालय भवन ‘छात्र-शक्ति’ का लोकार्पण किया। लोकार्पण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह भवन राष्ट्र निर्माण में मील का पत्थर साबित होगा। हर जिला और संभाग स्तर पर भी इसी तरह के कार्यालय बनेंगे तो राष्ट्र निर्माण में विद्यार्थियों का और अधिक योगदान हो सकेगा। उन्होंने कहा कि आज वे जो भी अच्छे काम कर पा रहे हैं वह विद्यार्थी परिषद में रहकर ही सीखा है। महिलाओं के ऊपर होने वाले अत्याचारों के खिलाफ प्रदेश में एक अभियान छेड़ा गया है। यह विचार भी परिषद की ही देन है। प्रदेश में अब महिलाओं पर अत्याचार करने वालों को बख्शा नहीं जायेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि हाल ही में प्रदेश में धार्मिक स्वतंत्रता अध्यादेश उन्हीं विचारों से प्रेरित होकर बनाया गया है।

मुख्यमंत्री चौहान ने विद्यार्थी परिषद में सदस्य के रूप में अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि उन्होंने बहुत पहले यह निश्चय कर लिया था कि उन्हें एबीवीपी कार्यकर्ता के तौर पर काम करना है। मंगलवार उज्जैन में उन्होंने इसका भव्य कार्यालय देखा है। जिस समय वे परिषद से जुड़े थे, उस समय भोपाल के लोहा बाजार में एबीवीपी का छोटा-सा कार्यालय हुआ करता था, जिसका किराया 90 रुपये हुआ करता था। कार्यकर्ता के रूप में हम उस कार्यालय में पानी भरकर ले जाया करते थे और सारे काम खुद ही किया करते थे। उस समय आवागमन के लिये सिर्फ एक सायकल हुआ करती थी। हम लोग भोपाल की हर गली में सायकल से ही जाया करते थे। उन्होंने परिषद के प्रमुख रहे सालीगरामजी के काम करवाने के तरीके को रेखांकित किया और कहा कि यह कार्यालय भी पूर्व की भांति समाज को जोड़ने और राष्ट्र निर्माण का कार्य करेगा।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि परिषद नेतृत्व के गुण का विकास करती है। उन्होंने कहा कि वे आज जिस मुकाम पर हैं वह विद्यार्थी परिषद की ही देन है। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार ने भी परिषद में अपने अनुभवों को साझा करते हुए उस दौरान विपरीत परिस्थितियों में कार्य करने के परिषद के सदस्यों के जज्बे के बारे में भी बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को सदैव जनहित में कार्य करने की प्रेरणा दी।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि आरएसएस के सह सरकार्यवाहक दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि परिषद के कार्यकर्ता समाज के हर वर्ग से हैं और समाज के हर वर्ग के उत्थान में अपना योगदान दे रहे हैं। परिषद का कार्यालय भवन व्यक्तित्व-विकास का स्थल होता है। यह कार्यालय भी अगली पीढ़ी के व्यक्तित्व-विकास में अपना योगदान करेगा। कार्यक्रम में विशेष अतिथि एबीवीपी के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री प्रफुल्ल आकांत ने कहा कि यह भवन नेतृत्व के गुण का विकास करने में अपनी अहम् भूमिका निभायेगा। उन्होंने भी सालीगरामजी के साथ अपने अनुभवों को साझा किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान ने पुस्तकालय एवं वाचनालय का भी फीता काटकर लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने भवन निर्माण में योगदान देने वाले शिल्पकारों को मंच पर बुलाकर शाल, प्रतीक-चिन्ह एवं पुष्पगुच्छ भेंटकर सम्मानित किया। इस दौरान सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा, किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक श्री पारस जैन, बहादुरसिंह चौहान, पूर्व सांसद चिन्तामणि मालवीय, पूर्व विधायक राजेन्द्र भारती एवं अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।