मंगलवार, 16 फ़रवरी 2021

राज्य के मूल्य सांख्यिकी पोर्टल को मिला 18 वां सीएसआई एसआईजी ई गवर्नेस अवार्ड 2020...

 संवाददाता  : जयपुर राजस्थान

मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने आर्थिक एवं सांख्यिकी निदेशालय के नवीन विभागीय पोर्टल प्राइस स्टेटिस्टिक्स इन राजस्थान  को लखनऊ में आयोजित समारोह में स्टेट गवर्नमेंट एंटीटी के रूप में 18 वां सीएसआई एसआइजी  ई गवर्नेस अवार्ड 2020 प्रदान करने पर बधाई दी है।

आर्य ने कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इण्डिया (सीएसआई) द्वारा मूल्य संकलन एंव सूचकांक निर्माण के लिए राज्य में डवलप करवाये गये वैब पोर्टल की इस उल्लेखनीय उपलब्धि की सराहना करते हुए बताया की विभाग द्वारा समंको के संकलन, विश्लेषण तथा रियल टाईम डेटा की पहुंच में सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग प्रभावशाली रूप से सुनिश्चित कर ई-गवर्नेस को आमजन तक सुगमता से पहुंचाने के प्रयास को सराहनीय कार्य बताया।आर्थिक एवं साख्यिकी विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने बताया कि कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इण्डिया (सीएसआई) तकनीकी क्षेत्र में नवाचारों और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए विशेष रूचि रखने वाले केन्द्रीय एवं राज्यों के सरकारी विभागों एवं संगठनों को हर वर्ष सीएसआई एसआईजी ई गवर्नेस अवार्ड प्रदान करती है। 
 
उन्होंने बताया कि उक्त अवार्ड के लिए विभागों एवं संगठनों का चयन विभिन्न चरणबद्व एवं तय मापदंड प्रक्रिया उपरान्त किया जाता है। इस के लिए विभाग का लगातार तीसरे वर्ष चयन होना एक गौरव की बात है। उन्होंने बताया कि विभाग के उल्लेखनीय प्रयासों के संदर्भ में वर्ष 2017-18 में पहचान पोर्टल एवं 2019 में बिजनेस रजिस्टर वेब पोर्टल को उक्त अवार्ड  दिया जा चुका है।
 
आर्थिक एंव सांख्यिकी विभाग के निदेशक एवं संयुक्त शासन सचिव श्री ओम प्रकाश बैरवा ने बताया कि राष्ट्रीय सूचना केन्द्र (एनआईसी) के सहयोग से इन-हाउस डवलप करवाये जा रहे वेब पोर्टलस् के माध्यम से नवीनतम सांख्यिकी संमक जनसामान्य को शीघ्रता से उपलब्ध हो रहे है। उन्होेंन बताया कि ई-गवर्नेस को अधिक प्रभाव साली बनाये जाने के लिए किये जा रहे नवाचारो में सूचना प्रौद्योगिकी पर अधिक बल दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में विभाग द्वारा 20 विभागीय पोर्टल एवं मोबाईल ऎप के माध्यम से आमजन को विश्वसनीय एवं प्रभावी सांख्यिकी समंक रियल टाईम उपलब्ध करवाये जा रहे हैं। 
 
बैरवा ने बताया कि पूर्व में मूल्य संकलन कार्य मेन्यूअली किया जाता था, जिससे डेटा प्रोसेसिंग में काफी समय लगता था एवं डेटा आमजन तक उपलब्ध मूल्य संकलन कार्य ऑन-लाईन आधार पर किया जाकर विभिन्न सूचकांक आमजन हेतु समय अन्तराल अधिक रहता था। अब पोर्टल के माध्यम से मूल्य संकलन कार्य ऑन-लाईन आधार पर किया जाकर विभिन्न सूचकांक आमजन के लिए समय पर एंव विश्वसनीयता के साथ उपलब्ध करवाये जा रहे है।