रविवार, 21 फ़रवरी 2021

खेल व खिलाडय़िों को प्रोत्साहनों की बदौलत अब सुनहरे भविष्य और उज्ज्वल कैरियर की गारंटी...

संवाददाता : चंडीगढ़ हरियाणा

हरियाणा के परिवहन तथा खान एवं भूविज्ञान मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा खेल व खिलाडय़िों को दिए जा रहे प्रोत्साहनों की बदौलत खेल अब सुनहरे भविष्य और उज्ज्वल कैरियर की गारंटी बन गए हैं। राज्य सरकार ने ओलम्पिक के लिए चयन होने पर खिलाडय़िों को तैयारी के लिए 5 लाख रुपये देने का निर्णय लिया है। ऐसी सुविधा देने वाला हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य है।

मूलचंद शर्मा पंचकूला में 82वीं सीनियर नेशनल टेबल टेनिस चैंपियनशिप, 2020 के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे। उल्लेखनीय है कि इस प्रतियोगिता का आयोजन टेबल टेनिस फैडरेशन ऑफ इण्डिया और हरियाणा टेबल टेनिस एसोसिएशन द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। इस अवसर पर हाउसिंग बोर्ड, हरियाणा के चेयरमैन राजदीप फोगाट, पंजाब के अटॉर्नी जनरल अतुल नन्दा  भी मौजूद रहे।

मूलचंद शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व में हरियाणा में एक नई खेल संस्कृति विकसित हुई है। हमारे खिलाडय़िों ने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करके देश और प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए बड़े गर्व की बात है कि ओलम्पिक खेलों में भाग लेने वाले 119 सदस्यीय भारतीय दल का हर छठा खिलाड़ी हरियाणा से था। यह सब नई खेल नीति और खिलाडय़िों की मेहनत का नतीजा है। इस खेल नीति के कारण बच्चे खेलों से जुड़ रहे हैं। उनकी भागीदारी बढ़ रही है। उन्हें नये-नये अवसर मिल रहे हैं और उनका मनोबल बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि ओलम्पिक खेलों में स्वर्ण पदक विजेता को 6 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेता को 4 करोड़ रुपये और कांस्य पदक विजेता को अढ़ाई करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार दिये जाते हैं। इन खेलों में भाग लेने वाले प्रदेश के खिलाड़ी को भी 15 लाख रुपये दिए जाते हैं।

मूलचंद शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने ऐसी व्यवस्था की है कि खिलाडय़िों को अपने कैरियर की कोई चिंता न रहे। एक तरफ खिलाडय़िों को कई तरह के प्रोत्साहन दिए जा रहे हैं तो वहीं सरकारी नौकरियों में ’क्लास वन’ से ’क्लास फोर’ तक के पदों पर सीधी भर्ती में आरक्षण का प्रावधान भी किया गया है। साथ ही, खिलाडय़िों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए हाल ही में खेल विभाग में 550 नये पद बनाए गए हैं। इससे न केवल खिलाडय़िों को रोजगार मिलेगा बल्कि हर खेल के प्रषिक्षण की भी बेहतर व्यवस्था होगी।