संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश
किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने बुधवार को जोगीटिकरिया घाट पहुँचकर नर्मदा मैया के दर्शन किये। वे नर्मदा मैया की महा-आरती में भी शामिल हुए। मंत्री पटेल ओमकारेश्वर से नर्मदा परिक्रमा प्रारंभ कर बुधवार को 6वें दिन जोगीटिकरिया घाट डिंडौरी पहुँचे। बुधवार को उनकी यात्रा का पड़ाव अमरकंटक रहा। मंत्री पटेल ने मार्ग में किसानों से चर्चा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्म-निर्भर भारत और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के संकल्प को पूरा करना है। उन्होंने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान है। किसानों की खुशहाली में ही राष्ट्र की खुशहाली है।
मंत्री पटेल ने कहा कि नर्मदा नदी का जोगीटिकरिया घाट भव्य एवं सुंदर है। जोगी टिकरिया घाट में नर्मदा जी के दर्शन, पूजा-अर्चना एवं श्रद्धालुओं के लिए समस्त सुविधाएँ उपलब्ध हैं। नर्मदा मैया के दर्शन मात्र से हमारा जीवन धन्य हो जाता है। नर्मदा मैया के कंकर-कंकर में शंकर जी विराजमान हैं। मंत्री पटेल ने कहा कि नर्मदा नदी के परिक्रमा-पथ पर सांकेतिक बोर्ड लगाये जायें। इससे नर्मदा मैया की परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा होगी। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को नर्मदा नदी के उत्तरी एवं दक्षिणी तट पर निर्धारित स्थान में सांकेतिक बोर्ड लगाने के लिए निर्देश दिये।
मंत्री पटेल ने कहा कि किसानों को खुशहाल एवं समृद्ध बनाने के लिये ही केन्द्र सरकार द्वारा नये कृषि कानून लाये गये हैं। इससे किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य मिलेगा। प्रदेश सरकार की अधिकांश योजनाएँ किसान केन्द्रित हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को खरीफ फसलों का समर्थन मूल्य दिलाने के लिये प्रदेश सरकार ने अपना बजट बढाया है।
मंत्री पटेल ने कहा कि प्रदेश की मंडियों को स्मार्ट बनाया जायेगा। मंडियों में किसानों को सभी प्रकार की सुविधाएँ उपलब्ध रहेंगी। मंडियों में स्टॉक करने की सीमा भी बढाई जायेगी। उन्होंने कहा कि डिंडौरी जिले में कृषि एवं सिंचाई का रकबा बढाया जायेगा। उन्होंने डिंडौरी जिले में किसानों द्वारा जैविक फसलें उगाई जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की। श्री पटेल ने कहा कि डिंडौरी जिले की कोदो-कुटकी की फसल पूरे देश में प्रसिद्ध है।