संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड
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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत,ने गुरूवार को सचिवालय में पौड़ी, उत्तरकाशी एवं रूद्रप्रयाग जनपदों की सीएम घोषणाओं की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि पौड़ी जनपद में 191 सीएम घोषणाओं में से 116 पूर्ण हो चुकी हैं जबकि 75 पर कार्य प्रगति पर है। उत्तरकाशी जनपद में 123 सीएम घोषणाओं में से 68 पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि 55 पर कार्य गतिमान है। रूद्रप्रयाग जनपद में 36 घोषणाओं में से 22 पूर्ण हो गयी है, जबकि 14 पर कार्यवाही गतिमान है। बैठक में वन एवं पर्यावरण मंत्री ,डॉ। हरक सिंह रावत, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ। धन सिंह रावत, विधायक रितु खंडूरी यमकेश्वर, मुकेश कोली, महंत दलीप रावत,केदार सिंह रावत.गोपाल सिंह रावत,राजकुमार ठुकराल उपस्थित थे।
उत्तराखण्ड को मिले 18वें सीएसआई एसआईजी ई-गवर्नेस अवार्ड 2020 गोपन विभाग एवं एनआईसी के अधिकारियों ने सचिवालय में मुख्यमंत्री को सौंपा। बता दें कि यह अवार्ड उत्तराखण्ड को राज्यों की श्रेणी में ई-मंत्रिमंडल के लिए दिया गया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गोपन विभाग एवं एनआईसी के अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि गुड गवर्नेस के लिए ई-गवर्नेस बहुत जरूर है। ई-कैबिनेट, ई-ऑफिस, ई-डिस्ट्रिक्ट, सीएम हेल्पलाईन आदि महत्वपूर्ण पहल हैं। कोशिश है कि लोगों को सूचना प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक लाभ मिले। उन्होंने कहा कि कार्यालयों में सूचना तकनीक के प्रयोग से प्रशासनिक कार्यकुशलता में भी सुधार होगा।
राजधानी में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत काम जोर-शोर से चल रहा है लेकिन इन कामों के चलते दून की सड़कों की हालत खराब हो रखी है। सड़कें इतनी बदतर हो रखी हैं कि लोगों को जान हथेली पर लेकर इन रास्तों से हो कर गुजरना होता है। खासकर रात के समय तो ये सड़कें जानलेवा हो जाती हैं। राजधानी में लंबे समय से स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत काम चल रहा है। जिस गति से ये काम हो रहा है उसको देख तो यही लग रहा है कि आने वाले कई वर्षों तक ये काम ऐसे ही बदस्तूर जारी रहेंगे और दून के लोगों शहर की बदहाल व्यवस्था से इतनी जल्दी मुक्ति नहीं मिलने वाली है। शहर की सड़कों की हालत इतनी खराब हो गई है कि लोग शहर में निकलने से पहले से सड़कों में जाम से जूझते नजर आते हैं। दून के व्यस्ततम मार्ग बुद्धा चैक से लेकर ईसी रोड तक के मार्ग के भी कुछ ऐसे ही हाल हैं। इस मार्ग पर एमआरआई सेंटर, इन्कम टैक्स अन्वेषण का कार्यालय, प्रवर्तन कार्यालय सहित अन्य कार्यालय भी हैं।
एमआईआई सेंटर के आगे वैसे भी अकसर वाहन खड़े होने के कारण जाम की स्थिति रहती है। उस पर सड़क खोद कर जिस तरह से छोड़ी गई है उससे तो हालात बदतर हो चुके हैं। कुछ दिनों पूर्व यहां पर सड़क खोदने के बाद मिट्टी डाल कर उसे भर तो दिया गया लेकिन गड्ढे पूरी तरह से नहीं भरे जाने के कारण वहां पानी और मिट्टी के कारण कीचड़ हो गया। जिसके बाद तो इस सड़क से गुजरने वाले सरकार को कोसते हुए जाते हैं। इस सड़क पर गड्ढे भरने के लिए रोड़ियां तो डाली गई हैं लेकिन यह भी दो पहिया वाहन चालकों के लिए घातक बनी हुई हैं। ईसी रोड तक पहुंचते-पहुंचते सड़क की हालत ऐसी हो जाती है कि मानों किसी तालाब को पार कर सड़क तक जाना होगा। इन सड़कों से रात के समय जाने का मतलब दुपहिया वाहन चालकों के लिए तो जानलेवा ही है।
बुद्धा चैक से तो इस मार्ग पर लाइट का इंतजाम भी नहीं है जिसके कारण सामने से आने वाली गाड़ियों की लाइट आंखों पर पड़ने पर दोपहिया वाहन चालकों के लिए बड़ी मुसीबत होती है। उस पर ईसी रोड तक पहुंचने के लिए तमाम बाधाओं को पार करना पड़ता हैै और अगर सही सलामत पहुंच गये लोग शुक्र ही मनाते हैं। कार्यदायी संस्था को तमाम हिदायतों के बावजूद सड़कों की हालत सुधरने में नहीं आ रही है। सड़कों को खोदने के लिए बाद हफ्तों तक इन गड्ढों भरने की जहमत नहीं उठाई जाती है। जिसका खमियाजा इन सड़कों से गुजरने वाले लोगों को भुगतना पड़ता है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में पौड़ी, उत्तरकाशी एवं रूद्रप्रयाग जनपदों की सीएम घोषणाओं की समीक्षा की। बैठक में वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधायक ऋतु खण्डूड़ी, मुकेश सिंह कोली, दिलीप सिंह रावत, केदार सिंह रावत, गोपाल सिंह रावत, राजकुमार, वर्चुअल माध्यम से विधायक भरत सिंह चैधरी एवं मनोज रावत उपस्थित थे। पौड़ी जनपद में 191 सीएम घोषणाओं में से 116 पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि 75 पर कार्य प्रगति पर है। उत्तरकाशी जनपद में 123 सीएम घोषणाओं में से 68 पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि 55 पर कार्य गतिमान है। रूद्रप्रयाग जनपद में 36 घोषणाओं में से 22 पूर्ण हो गयी है, जबकि 14 पर कार्यवाही गतिमान है।
पौड़ीः पौड़ी जनपद की सीएम घोषणाओं की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाय। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए देवप्रयाग स्थित रघुनाथ मंदिर, लक्ष्मण मंदिर व फलस्वाडी स्थित सीता माता मंदिर को धार्मिक पर्यटन के सर्किट के रूप में विकसित करने के लिए सुनियोजित कार्ययोजना बनाई जाय व कार्यों में तेजी लाई जाय। नयार घाटी में पैराग्लाइडिंग प्रशिक्षण केन्द्र व पौरामोटर्स स्थाई पट्टी के निर्माण कार्य की कार्यवाही में तेजी लाई जाय। श्रीनगर, खिर्सू, पौड़ी को पर्यटन सर्किल के रूप में विकसित करने के लिए भी कार्य में तेजी लाई जाय। श्रीनगर में पार्किंग की समस्या का जल्द समाधान किया जाय। एनआईटी में बिजली एवं पानी की व्यवस्था जल्द की जाय। कोटद्वार में रोडवेज डिपो के आधुनिकीकरण एवं पार्किंग निर्माण की कार्यवाही में तेजी लाई जाय। चैबट्टाखाल में 40 ग्राम सभाओं को पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु जल जीवन मिशन के तहत कार्यवाही जल्द की जाय। एकेश्वर में तीलू रौतेली के संग्रहालय निर्माण की कार्यवाही में तेजी लाई जाय। यमकेश्वर विधानसभा में सडको के नव निर्माण, डामरीकरण एवं मरम्मत के कार्यों में तेजी लाई जाय एवं गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखा जाय। रिखणीखाल में रेवा पम्पिंग योजना व चैबड पम्पिंग योजना की कार्यवाही में तेजी लाई जाय। महावीर चक्र विजेता जसवंत सिंह रावत के पैतृक गांव बांड्यू में शहीद स्मारक बनाने की कार्यवाही जल्द पूर्ण की जाय।
उत्तरकाशीः उत्तरकाशी जनपद की सीएम घोषणाओं की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि उत्तरकाशी में दो मंजिल पार्किंग के निर्माण कार्य की कार्यवाही में तेजी लाई जाय। पार्किंग की सुविधा जल्द उपलब्ध कराई जाय। बौन एवं बड़ेथी पेयजल योजनाओं के पनर्गठन एवं मातली पेयजल योजना योजना के विस्तारीकरण के कार्यों में तेजी लाई जाय। पुरोला-गन्दियाटगांव मोटर मार्ग के चैड़ीकरण का कार्य जल्द किया जाय। तालुका-हरकीदून मार्ग पर सियागाड में क्षतिग्रस्त आर.सी.सी पुल का निर्माण कार्य शीघ्र किया जाय। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि यमुनोत्री एवं बड़कोट में पार्किंग, यमुनोत्री में रोपवे एवं बड़कोट व चिन्यालीसौड़ पेयजल के नव निर्माण से संबंधित कार्यों में तेजी लाई जाय। रूद्रप्रयागः रूद्रप्रयाग जनपद की सीएम घोषणाओं की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सड़कों के नव निर्माण संबधी कार्यों में तेजी लाई जाय। पर्यटकों की सुविधा के दृष्टिगत साईनेज की उचित व्यवस्था की जाय। गुप्तकाशी एवं ऊखीमठ पेयजल योजना से संबधित कार्यों में तेजी लाई जाय।
बैठक में मुख्य सचिव ओम प्रकाश, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आनन्द वर्द्धन, सचिव आर. के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुन्दरम, शैलेश बगोली, हरबंस सिंह चुघ, ॉ. पंकज पाण्डेय, डॉ. नीरज खैरवाल, प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी, शासन के वरिष्ठ अधिकारी, सबंधित विभागों के निदेशक एवं वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी पौड़ी विजय जोगदण्डे, जिलाधिकारी उत्तरकाशी मयूर दिक्षित, जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग मनुज गोयल उपस्थित थे।