रविवार, 17 मार्च 2019

उत्तराखंड की माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली बछेंद्री पाल को मिला पद्म भूषण...

संवाददाता : नई दिल्ली 



राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविंद 16 मार्च, 2019 को नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में, सिविल इन्वेस्टीगेशन सेरेमनी- II में सुश्री बछेंद्री पाल को पद्म भूषण पुरस्कार प्रदान करते हैं।


        दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाली पहली भारतीय महिला बछेंद्री पाल को आज पद्म भूषण से नवाजा गया. राष्ट्रपति भवन में शनिवार को आयोजित एक कार्यक्रम में बछेंद्री को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ये सम्मान दिया. बछेंद्री पाल आज पूरे विश्व के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं. साथ ही बछेंद्री पाल महिला सशक्तिकरण का जीता जागता उदाहरण हैं. बछेंद्री को ये सम्मान मिलने पर उनके परिवार में खुशी की लहर है.


बछेंद्री पाल के जीवन को अगर करीब से देखा जाए तो साफ तौर पर पता चलता है कि वे आज जिस मुकाम पर पहुंची हैं, वो उनके सतत प्रयास और कड़ी मेहनत का ही फल है. प्रदेश के पहाड़ी जिले उत्तरकाशी के छोटे से गांव नाकूरी से ताल्लुक रखने वाली बछेंद्री पाल का बचपन अभावों में बीता.


अपने प्रारंभिक जीवन में उन्हें वो सब दुख देखने पड़े जो कि एक आम पहाड़ी लड़की को झेलने पड़ते हैं. बछेंद्री पाल को गरीबी के कारण 8वीं के बाद स्कूली पढ़ाई छोड़नी पड़ी. जिसके बाद बछेंद्री ने घर के काम करते हुए खुद से पढ़ना जारी रखा. बछेंद्री को ऐसा करता देख उनके भाई ने उन्हें पढ़ाई के लिए प्रेरित किया.