शुक्रवार, 27 सितंबर 2019

सैनिक स्कूलों में आधारभूत संरचनाओं के सुधार, विस्तार एवं विकास की दिशा में हर संभव कारगर कदम उठाए : राज्य मंत्री श्रीपाद नाईक

संवाददाता : चित्तौड़गढ़ राजस्थान 


      केन्द्रीय आयुष एवं रक्षा राज्य मंत्री श्रीपाद नाईक ने कहा है कि देश के सभी सैनिक स्कूलों के बहुआयामी उन्नयन के लिए बेहतर सार्थक प्रयास जारी हैं और सैनिक स्कूलों में आधारभूत संरचनाओं के सुधार, विस्तार एवं विकास की दिशा में हरसंभव कारगर कदम उठाए जा रहे हैं।

 


 

केन्द्रीय आयुष एवं रक्षा राज्य मंत्री श्रीपाद नाईक ने गुरुवार को चित्तौड़गढ़ सैनिक स्कूल में 49 वीं अखिल भारतीय सैनिक स्कूल प्रिंसिपल कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन समारोह में संबोधित करते हुए यह बात कही। इस कॉन्फ्रेंस में देश के सैनिक स्कूलों के प्राचार्य भाग ले रहे हैं। केन्द्रीय आयुष एवं रक्षा राज्य मंत्री ने नटराज की मूर्ति के सम्मुख दीप प्रज्वलन कर कांफ्रेंस का शुभारंभ किया।

 

केन्द्रीय रक्षा राज्यमंत्री ने बताया कि सैनिक स्कूल मिजोरम में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में लड़कियों के लिए प्रवेश चालू किए गए हैं।  देश में इस वर्ष 2 और सैनिक स्कूल खोले जा रहे हैं। श्रीपाद नाईक ने देश के सभी सैनिक स्कूलों से इस वर्ष 171 कैड्ट्स के एनडीए में जाने के लिए बधाई दी। आरंभ में सैनिक स्कूल सोसायटी के निरीक्षण अधिकारी कमोडोर जी. रामबाबू ने स्वागत किया।

 

रक्षा राज्यमंत्री ने बेहतर उपलब्धियां प्राप्त करने पर विभिन्न सैनिक स्कूलों को सम्मानित एवं पुरस्कृत किया। सैनिक स्कूल सुजानपुरतिरा (हिमाचल प्रदेश) को रक्षा राज्य मंत्री ट्रॉफी प्रदान की गई। यह ट्रॉफी राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में सबसे ज्यादा कैडेट्स भेजने वाले सैनिक स्कूल को दी जाती है।

 

सैनिक स्कूल गोपालगंज (बिहार) को कक्षा 10 के अच्छे परिणाम के लिए एवं सैनिक स्कूल कज्जाकुटुम (केरल) को कक्षा 12 के अच्छे परिणाम के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। बेस्ट मैगजीन के लिए सैनिक स्कूल बालाचड़ी (गुजरात) को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।  नेशनल अवार्ड प्राप्त एवं सैनिक स्कूल अम्बिकापुर के सीनियर मास्टर विजय कुमार पाण्डे को सम्मानित किया गया।

 

रक्षा राज्य मंत्री ने इससे पूर्व पट्टिका का अनावरण कर सैनिक स्कूल के प्रशासनिक ब्लॉक का उद्घाटन किया।  इससे पूर्व स्कूल के कैडेट्स उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया।

 

रक्षा राज्यमंत्री श्रीपाद नाईक सैनिक स्कूल के प्रशासनिक ब्लॉक में चित्तौड़गढ़ दुर्ग की प्रतिकृति देखकर अभिभूत हो उठे। अधिकारियों ने उन्हें शौर्य, पराक्रम और गौरवशाली गाथाओं की ऎतिहासिक विरासत से परिपूर्ण चित्तौड़गढ़ किले के बारे में विस्तार से बताया। श्रीपाद नाईक ने दुर्ग की प्रतिकृति में समाहित विभिन्न ऎतिहासिक स्थलों व विरासतों के बारे में जानकारी ली।

 

रक्षा राज्य मंत्री ने स्कूल के शैक्षणिक भवन, स्विमिंग पूल, इंडोर स्टेडियम एवं कैडैट मैस आदि का अवलोकन किया। उन्होंने स्कूल के छात्रों के साथ कैडेट्स मैस में लंच भी किया।

 

केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री डबोक एयरपोर्ट से हेलिकॉप्टर द्वारा चित्तौड़गढ़ सैनिक स्कूल हेलीपेड़ आए, जहां उनकी अगवानी की गई। रक्षा राज्यमंत्री नाईक के स्कूल पहुंचने पर सैनिक स्कूल सोसायटी के निरीक्षण अधिकारी कमोडोर जी.रामबाबू, ग्रुप कैप्टन पी. रवि कुमार, स्कूल के प्राचार्य कर्नल राजेश राघव, प्रशासनिक अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल एम.एच. नाशित, रक्षा मंत्रालय के अवर सचिव प्रवीन एवं  उप प्राचार्य लेफ्टिनेंट कमांडर मनीष चौधरी आदि ने भावभीना स्वागत किया। वहां के कार्यक्रमों के उपरान्त हेलिकॉप्टर से उदयपुर डबोक एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान किया।