बुधवार, 12 फ़रवरी 2020

अपराधिक जाॅंच नियमावली जाॅंच प्रक्रिया के मापदण्ड स्थापित करने में उत्कृष्ट प्रयासः मुख्यमंत्री

संवाददाता : शिमला हिमाचल


      मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि आपराधिक जाॅंच एक बहुमुखी चुनौती है और सफल अभियोजन के लिए सही जाॅंच आवश्यक है। वह यहां हिमाचल प्रदेश पुलिस की ‘आपराधिक जाॅंच नियमावली’ और मोबाइल ऐप ‘अपराध मुक्त हिमाचल’ को जारी करते हुए संबोधित कर रहे थे।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर जाॅंच के पश्चात् अपराधियों को सजा मिले तो लोगों में कानून के प्रति विश्वास बढ़ेगा। कानून सुशासन का एक महत्वपूर्ण अंग है और पुलिस जाॅंच की सुशासन में महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि आपराधिक जाॅंच नियमावली अधिकारियों के ज्ञान और कौशल में वृद्धि करेगी, जिससे जाॅंच प्रक्रिया का अच्छे से पालन किया जा सके। 

 


 

जय राम ठाकुर ने कहा कि अपराधिक जाॅंच नियमावली पुलिस विभिाग द्वारा जाॅंच प्रक्रिया के मापदण्ड स्थापित करने की दिशा में एक उत्कृष्ट प्रयास है। इससे न केवल जाॅंच की दिशा निर्धारित होती है बल्कि जाॅंच अधिकारी को बेहतर और व्यावसायिक तरीके से जाॅंच करने में सहायता मिलती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की आम जनता को त्वरित न्याय प्रदान करना तथा अपराध मुक्त राज्य बनाना है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस मोबाइल ऐप ‘अपराध मुक्त हिमाचल’ की मदद से आम जनता का सहयोग प्राप्त होगा जिससे राज्य में अपराध को रोकने में सहायता मिलेगी। इस ऐप की मदद से बिना पहचान बताए लोग शिकायत पंजीकृत कर सकेंगे। इसके लिए लोगों को इस ऐप को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करना होगा, जिससे प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने में उनकी सहभागिता सुनिश्चित हो सके।

 

जय राम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को नशामुक्त राज्य बनाने के लिए पुलिस अधिकारियों ने प्रदेश में नशा बेचने के मामलों को रोकने के लिए सक्रिय भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि इस सामाजिक बुराई को रोकने के लिए सूचना तंत्र को भी सुदृढ़ करना होगा।

 

पुलिस महानिदेशक एस.आर. मरडी ने कहा कि इस नियमावली में क्रमबद्ध तरीके से आपराधिक जाॅंच के दौरान पालन किए जाने वाले प्रोटोकाल का विवरण है। इस नियमावली के उपयोग से जाॅंच अधिकारियों को पेशेवर दृष्टिकोण अपनाने में सहायता मिलेगी।

 

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एस.बी. नेगी ने धन्यवाद प्रस्ताव पुस्तुत किया।

 

मुख्य सचिव अनिल खाची, प्रधान सचिव गृह जे.सी. शर्मा, गृह रक्षा विभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अतुल वर्मा, पुलिस महानिरीक्षक हिमांशु मिश्रा, आईजी सीआईडी दलजीत ठाकुर, आईजी पुलिस प्रशिक्षण काॅलेज डरोह अतुल फुलझले, आईजी अनुसंधान और प्रशिक्षण ए.पी. सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे। .