शनिवार, 18 जुलाई 2020

मुख्यमंत्री ने की सिराज विधानसभा क्षेत्र के विकासात्मक कार्यों की समीक्षा...

संवाददाता : शिमला हिमाचल


      मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने शुक्रवार मंडी जिला के सिराज विधानसभा क्षेत्र के विकासात्मक कार्यों की समीक्षा करते हुए संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि निर्माणाधीन परियोजनाओं को निर्धारित समय पर पूरा करना सुनिश्चित करें इसके साथ ही मुख्यमंत्री घोषणाओं के क्रियान्वयन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।


मुख्यमंत्री ने कहा कि इस निर्वाचन क्षेत्र में केन्द्रीय सड़क निधि (सीआरएफ), नाबार्ड तथा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना इत्यादि के अन्तर्गत क्रियान्वित की जाने वाली सड़क परियोजनाओं का कार्य को विधानसभा क्षेत्र में लम्बे सर्दी के मौसम को ध्यान में रखते हुए शीघ्र पूर्ण किया जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को सड़क व अन्य विकासात्मक परियोजनओं से संबंधित एफआरए और एफसीए मामलों तथा अन्य विकासात्मक परियोजनाओं के शीघ्र निपटारे के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन आदि से संबंधित सभी आधारभूत ढांचा परियोजनाओं को भी निर्धारित समयावधि में पूरा किया जाना चाहिए।



जय राम ठाकुर ने कहा कि जल जीवन मिशन और ग्रामीण जलापूर्ति परियोजनाओं पर जल्द ही कार्य शुरू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 के मध्य तक शत-प्रतिशत घरों में नल द्वारा पेयजल के अलावा अधिकांश क्षेत्र को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य और शिक्षण संस्थानों में रिक्त पदों को भरा जाएगा। क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल सुविधा प्रदान करने के लिए नागरिक अस्पताल बगस्याड़ का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा।


मुख्यमंत्री ने कहा कि थुनाग में बागवानी और वानिकी महाविद्यालय के आधारभूत ढांचे के विकास कार्य तेजी लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि एफसीए मामलों का विभिन्न स्तरों पर अनुसरण किया जाना चाहिए ताकि एफसीए मंजूरी न होने के कारण विकासात्मक परियोजनाएं अधर में न फंसे। उन्होंने कहा कि थुनाग के सेरीकल्चर स्टेट सीड सेंटर को सृदृढ़ बनाया जाएगा क्योंकि इससे न केवल क्षेत्र में कृषि गतिविधियों में विविधता आएगी बल्कि आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।


  जय राम ठाकुर ने राजकीय महाविद्यालय थाची के भूमि स्थानांतरण मामले में तेजी लाने को कहा, ताकि इसका कार्य शीघ्र शुरू किया जा सके। उन्होंने कहा कि बगस्याड़ खंड प्राथमिक शिक्षा कार्यालय के निर्माण के लिए उपयुक्त धनराशि का आवंटन किया जाएगा। उन्होेंने कहा कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बगस्याड़ को अटल आदर्श विद्यालय के रूप में स्तरोन्नत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बगस्याड़ में स्मार्ट कक्षाएं आरम्भ की गई हैं। उन्होंने अधिकारियों को क्षेत्र के निर्माणाधीन विभिन्न वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं के विज्ञान खंडों के निर्माण कार्य में भी गति लाने के निर्देश दिए।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने राज्य में रोजगार संबंधित व्यवसायिक व तकनीकी शिक्षा पर विशेष बल दिया है। उन्होंने कहा कि राजकीय फार्मेसी महाविद्यालय बगस्याड़ और राजकीय बहुतकनीकी महाविद्यालय बगस्याड़ के लिए भूमि स्थानांतरण का कार्य को शीघ्र पूरा किया जाए। इन संस्थानों में दूरदराज क्षेत्र के लोगों को बेहतर शिक्षा सुविधाएं उपलब्ध होंगी।


जय राम ठाकुर ने कहा कि जंजैहली, थुनाग और छत्री में निर्माणाधीन बस स्टैंड के कार्य में तेजी लाई जाए ताकि ये निर्धारित समय में पूरा हो सकें। उन्होंने कहा कि आईटीआई छतरी के कार्य में तेजी लाई जाएगी।


मुख्यमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र में पर्यटन की आपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि जंजैहली में चलाई जा रही एडीबी परियोजना शीघ्र पूरी होने वाली है। उन्होंने अधिकारियों को इस परियोजना के निर्माण में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक सर्किट के तहत शिकारी देवी-भाटकीधार-स्पैणीधार-शाटाधार को विकसित करने तथा ट्रैकर्स हट निर्माण के लिए डीपीआर तैयार की जाए और इसका निरन्तर अनुसरण किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शिकारी देवी मंदिर के लिए वैकल्पिक सड़क निर्माण की संभावनाओं का पता लगाया जाए ताकि क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं और प्रकृति प्रेमियों को सुविधा मिल सके।


मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव राम सुभग सिंह, संजय गुप्ता और आर.डी. धीमान, प्रधान सचिव प्रबोध सक्सेना, जे.सी. शर्मा और के.के. पंत, सचिव देवेश कुमार, राजीव शर्मा और अमिताभ अवस्थी, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार डाॅ. आर.एन. बत्ता, निदेशक पर्यटन यूनुस, निदेशक उद्योग हंसराज शर्मा, निदेशक उच्च शिक्षा डाॅ. अमरजीत शर्मा, प्रधान मुख्य वन अरण्यपाल अजय कुमार और डाॅ. सविता, इंजीनियर इन चीफ जल शक्ति विभाग नवीन पुरी, इंजीनियर इन चीफ पीडब्ल्यूडी भवन शर्मा, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा रोहित जम्वाल, उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर सहित अन्य अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।